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गर्भवती महिलाओं के लिए सबसे बड़ी चिंता की बात यही होती है कि वे बच्चे की वृद्धि और विकास को सुनिश्चित करने के लिए अपने आहार में क्या शामिल करें और क्या न करें। इस लेख में बताया गया है कि गर्भावस्था में मेयोनीज खाना कितना फायदेमंद और कितना नुकसानदायक होता है, इसमें न्यूट्रिशनल वैल्यू कितनी है और इसे खाने से क्या-क्या हानियां हो सकती हैं। यदि आप भी जानना चाहती हैं तो इस लेख को पूरा पढ़ें।
यदि मेयोनीज को पाश्चुरीकृत अंडे से बनाया गया है तो इसे गर्भवती महिलाएं भी खा सकती हैं। गर्भावस्था के दौरान मार्केट में मिलने वाली मेयोनीज खाना भी तभी सुरक्षित है जब इसे पाश्चुरीकृत अंडे से बनाया गया हो। मेयोनीज में अंडे का पीला भाग जिसे योक कहा जाता है, नींबू का रस या सिरका और वेजिटेबल ऑयल डाला जता है। योक में मौजूद लेसिथिन और प्रोटीन इमल्सीफायर्स की तरह काम करता है और मेयोनीज में सभी सामग्रियां ब्लेंड करके इसे स्थिर रखता है।
यदि मेयोनीज को कच्चे अंडे से बनाया जाता है तो साल्मोनेला बैक्टीरिया के कारण इसे खाने से आपको खाद्य जनित (फूड बोर्न) बीमारी हो सकती है। इसे साल्मोनेलोसिस कहते हैं और इसमें मतली, उल्टी, बुखार, सिर में दर्द, डायरिया और पेट में ऐंठन जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसके कारण अन्य गंभीर कॉम्प्लीकेशंस भी हो सकते हैं, जैसे अत्यधिक डिहाइड्रेशन, रिएक्टिव अर्थिराइटिस, खून के बहाव में बैक्टीरिया और मेनिन्जाइटिस (मस्तिष्क और स्पाइनल कॉर्ड मेम्ब्रेन में सूजन) । गर्भवती महिलाओं में यह रोग बच्चे तक भी पहुँच सकते हैं जिससे उसे विकास संबंधित कई समस्याएं हो सकती हैं।
कई प्रकार की मेयोनीज उपलब्ध हैं जिनमें से अंडे और फैट की मात्रा के अनुसार आप देख सकती हैं कि आपके लिए कौन सी मेयोनीज सही है। मार्केट में निम्नलिखित प्रकार की मेयोनीज उपलब्ध हैं, आइए जानें;
चाहे आप घर में बनाई हुई, ताजी या बाजार में मिलने वाली मेयोनीज का उपयोग करें, इसमें कितना न्यूट्रिशन और कौन सी सामग्रियां हैं यह जानना बहुत जरूरी है। इससे आप यह सुनिश्चित कर सकती हैं कि मेयनीज आपके और आपके बच्चे के लिए सुरक्षित है या नहीं। मेयोनीज में कितना न्यूट्रिशन होता है, आइए जानें;
आप हेल्थी वेजी या चिकन सैंडविच बनाने से पहले ही मेयोनीज को ब्रेड में लगाकर या सलाद में डालकर भी खा सकती हैं। यदि आपको मेयोनीज किसी नए तरीके से खानी है तो आप इसे किसी अन्य मसाले के साथ मिला सकती हैं और लंबी-लंबी गाजर काटकर इसमें डिप करके एक स्वास्थ्यप्रद स्नैक्स की तरह खा सकती हैं। पर विशेषकर गर्भावस्था के दौरान इसे संयमित मात्रा में खाएं।
इसके अलावा इस बात का भी ध्यान रखें कि आप हमेशा वही मेयोनीज खाएं जिसे पाश्चुरीकृत अंडे से बनाया गया हो और साथ ही इसे संयमित मात्रा में लें। स्वस्थ गर्भावस्था के लिए आप इसे कभी-कभी एक बार खा सकती हैं।
यद्यपि मेयोनीज में बहुत सारे विटामिन्स और मिनल्स होते हैं पर इसे ज्यादा मात्रा में खाने से आपको और आपके बच्चे को हानि भी हो सकती है। ज्यादा मात्रा में मेयोनीज खाने के निम्नलिखित कुछ साइड इफेक्ट्स दिए हुए हैं, आइए जानते हैं;
यदि मेयोनीज में फैट और सोडियम की मात्रा ज्यादा होने के कारण आप इसे खाने से डर रही हैं और आप साल्मोनेसिस के खतरे से चिंतित हैं तो मेयोनीज की जगह आप निम्नलिखित सॉस का उपयोग कर सकती हैं जो आपके लिए सुरक्षित और फायदेमंद भी हैं। वे कौन से हैं, आइए जानें;
आप पाश्चुरीकृत अंडे का उपयोग करके बहुत आसानी से घर में ही मेयोनीज बना सकती हैं। आइए जानते हैं, कैसे;
बाजार में मिलने वाली मेयोनीज को पाश्चुरीकृत अंडे से बनाया जाता है और यह उन बैक्टीरिया से मुक्त होता है जो भोजन के द्वारा बीमारियां पैदा करते हैं। गर्भावस्था के दौरान पाश्चुरीकृत मेयोनीज खाना ही सुरक्षित है।
हॉलेंडेज और बियरनेज सॉस को अंडे और क्लैरिफाइड बटर मिलाकर कम आंच में बनाया जाता है। आंच में पकाने से इसमें मौजूद बैक्टीरिया नष्ट हो सकते हैं पर सारे नहीं होते हैं। यदि इन सॉस को पाश्चुरीकृत अंडे से बनाया गया है तो आप इसे खा सकती हैं।
मेयोनीज को अक्सर बेस्ट बिफोर डेट से 3 – 4 महीनों के बाद तक खाया जा सकता है। हालांकि गर्भावस्था के दौरान एक्सपायर्ड या खराब खाद्य पदार्थों का सेवन करके अनावश्यक खतरे मोल न लें। यह आपको बीमार कर सकता है या इसका प्रभाव आपके बच्चे पर भी पड़ सकता है। इसलिए गर्भावस्था के दौरान एक्सपायर्ड मेयोनीज खाने से बचें।
ऐसा नहीं है कि आप गर्भावस्था में बिलकुल भी मेयोनीज नहीं खा सकती हैं। इस दौरान आप थोड़ी बहुत मेयोनीज खा सकती हैं जिससे बच्चे पर कोई भी प्रभाव नहीं पड़ेगा। बस इस बात का खयाल रखें कि आप खाने से होने वाले रोगों से बचने के लिए विशेषकर गर्भावस्था के दौरान कच्चे अंडों से बनाई हुई मेयोनीज न खाएं।
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