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गर्भावस्था के दौरान हर महिला को अपनी और अपने बच्चे की सुरक्षा पर पूरा ध्यान देने की जरूरत होती है। अब तक आप समझ चुकी होंगी कि गर्भावस्था में आपको संतुलित और पौष्टिक आहार क्यों खाना चाहिए। पर क्या आप जानती हैं कि आपकी रोजमर्रा की छोटी-छोटी चीजें भी आपके गर्भ में पल रहे बच्चे को हानि पहुँचा सकती हैं? इस समय मोबाइल फोन, कंप्यूटर और वायरलेस राउटर्स की रेडिएशन भी आपकी गर्भावस्था को प्रभावित कर सकती है। वो कैसे, आइए जानें।
एक गर्भवती महिला को वातावरण की कोई भी चीज प्रभावित कर सकती है। इस दौरान यह जानना भी बहुत मुश्किल है कि उसे किस चीज से हानि हो रही है। आज कल इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का उपयोग बहुत ज्यादा होता है जिससे रेडिएशन निकलती है, जैसे वाई.फाई. राउटर्स, स्मार्ट फोन्स या मोबाइल्स। इससे यह पता चलता है कि एक गर्भवती महिला भले ही मोबाइल फोन या कंप्यूटर का उपयोग न करे पर इन सभी चीजों की रेडिएशन उसे बहुत ज्यादा प्रभावित कर सकता है।
रिसर्चर्स के अनुसार मोबाइल फोन से रेडियो वेव्स निकलती हैं – यह नॉन-आयोनाइजिंग इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रेडिएशन (साइंस में यह एक एनर्जी होती है जो एटम्स को प्रभावित कर सकती है पर इलेक्ट्रॉन्स को प्रभावित नहीं कर सकती है) का एक प्रकार है – जो एक गर्भवती महिला और उसके गर्भ में पल रहे बच्चे के स्वास्थ्य पर ज्यादा प्रभाव नहीं डालती है। हालांकि कुछ स्टडीज के अनुसार मोबाइल का बहुत ज्यादा उपयोग करने से अनिद्रा, हड्डियों के वजन में कमी और मस्तिष्क पर प्रभाव पड़ता है। इसका यह मतलब है कि मोबाइल रेडिएशन के आस-पास बहुत कम रहने से यह आपके लिए ज्यादा हानिकारक नहीं है। इसलिए कहा जाता है कि गर्भावस्था के दौरान मोबाइल फोन का उपयोग कम से कम करें।
मोबाइल फोन से इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रेडिएशन निकलती है जो नॉन-आयोनाइजिंग रेडिएशन का एक प्रकार है। यद्यपि इन वेव्स में कम एनर्जी होती है जो मनुष्य के टिश्यू में नहीं जा पाती हैं पर यह वेव्स आँखों के लिए बहुत ज्यादा हानिकारक होती हैं।
मोबाइल फोन से लगातार निकलने वाली रेडिएशन के आधार पर ही इसे रेट किया जाता है। इस रेट को एस.ए.आर. (वातावरण में फैली हुई इलेक्ट्रोमैग्नेटिक वेव्स का दर) कहते हैं और इससे ही पता चलता है कि किसी भी फोन का उपयोग करते समय आपका शरीर लगभग कितनी रेडिएशन एब्जॉर्ब कर सकता है। हर मोबाइल की एस.ए.आर. वैल्यू अलग-अलग होती है जो उसके मॉडल और ब्रांड पर भी निर्भर करता है। किसी भी मोबाइल फोन की जितनी ज्यादा एस.ए.आर. वैल्यू होगी उससे शरीर उतनी ज्यादा रेडिएशन एब्जॉर्ब करता है। गर्भावस्था के दौरान लगातार मोबाइल का उपयोग करने से आपका शरीर बहुत ज्यादा रेडिएशन एब्जॉर्ब कर सकता है जिससे मानसिक प्रक्रिया पर असर पड़ता है और आपकी नींद का पैटर्न खराब हो सकता है और इसके परिणामस्वरूप थकान या याददाश्त भी कमजोर हो सकती है।
यह पता लगाने के लिए कई स्टडीज की गई हैं कि क्या मोबाइल फोन का उपयोग करने से स्वास्थ्य से संबंधित समस्याएं हो सकती हैं। यद्यपि किसी स्टडी में यह प्रमणित नहीं हुआ है कि कम समय के लिए मोबाइल फोन का उपयोग करने से स्वास्थ्य पर कोई उल्टा प्रभाव पड़ता है। पर फिर भी अफसोस करने से अच्छा है कि आप गर्भावस्था के दौरान मोबाइल का उपयोग करते समय सावधानी बरतें।
गर्भावस्था के दौरान मोबाइल का उपयोग करने के प्रभावों को जानने के लिए कई रिसर्च की गई हैं। येल यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने मोबाइल का प्रभाव जानने के लिए यह रिसर्च चूहों पर की थी। चूहों के बच्चों पर रेडिएशन का प्रभाव कैसा पड़ता है यह जानने के लिए उन्होंने गर्भवती चुहियों के पिंजरे में मोबाइल फोन अटैच कर दिया था। जब बच्चे हो गए तो यह ऑब्जर्व किया गया कि लगातार मोबाइल फोन की रेडिएशन के आसपास रहने के कारण चूहों के बच्चों में ए.डी.एच.डी. के समान व्यवहार संबंधी समस्याएं थी। हालांकि इस रिसर्च का कोई भी निष्कर्ष नहीं निकला क्योंकि मनुष्य काफी बड़ा होता है और वह लगातार 24 घंटों तक फोन का उपयोग नहीं करता है।
बार्सिलोना में सन 2017 के दौरान एक रिसर्च की गई थी जिसमें 80,000 से भी ज्यादा मांओं और उनके बच्चों को शामिल किया गया था। ये वो मांएं थी जो अपना ज्यादातर समय मोबाइल फोन पर व्यतीत करती थी और जिस वजह से जन्म के बाद उनके बच्चों में हाइपर-एक्टिविटी (यह वो समस्या है जिसमें बच्चे ज्यादातर रोते या परेशान होते हैं) से संबंधित व्यवहारिक और भावनात्मक समस्याएं पाई गई थी। इसलिए यह कहा जाता है कि पेरेंट्स को अपना मानसिक और भावनात्मक स्तर बढ़ाने के लिए मोबाइल फोन का उपयोग करने के बजाय अपने बच्चों के साथ क्वालिटी समय बिताना चाहिए।
जानवरों पर इस सब्जेक्ट से संबंधित की जाने वाली ज्यादातर रिसर्च को प्रतिबंधित या सीमित कर दिया गया है। इसलिए निश्चित रूप से यह नहीं कहा जा सकता है कि गर्भावस्था के दौरान मोबाइल फोन का उपयोग करना असुरक्षित है। पर फिर भी यदि आप इस बारे में चिंतित हैं तो गर्भावस्था में मोबाइल का उपयोग करते समय कुछ सावधानियां बरतने से कोई हानि नहीं होगी।
गर्भावस्था के दौरान मोबाइल का बहुत ज्यादा उपयोग करने से आपके बच्चे पर निम्नलिखित प्रभाव पड़ सकते हैं, आइए जानते हैं;
गर्भावस्था के दौरान मोबाइल का उपयोग करने के गंभीर प्रभाव भी हो सकते हैं जो चिंता का कारण हैं। कई एक्सपर्ट्स का मानना है कि गर्भावस्था के दौरान मोबाइल का बहुत ज्यादा उपयोग करने से बच्चे में व्यावहारिक और भावनात्मक समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए जब आप गर्भवती हों तो मोबाइल फोन का उपयोग कम से कम करने का प्रयास करें। मोबाइल फोन का उपयोग कम करने के कुछ टिप्स निम्नलिखित हैं, आइए जानते हैं;
यद्यपि गर्भावस्था के दौरान मोबाइल का उपयोग करना हानिकारक है इसका कोई भी प्रमाणित निष्कर्ष नहीं है। पर फिर भी इस अवधि में आप अपनी और बच्चे की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मोबाइल फोन का उपयोग कम से कम कर सकती हैं।
संसाधन और संदर्भ:
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