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यदि आपको लेबर पेन जल्दी हो जाता है तो इससे बचने के लिए निफेडिपीन एक प्रभावी दवाई है। यदि बिना किसी कारण से ही आपका प्रीटर्म लेबर हो रहा है तो संभव है कि डॉक्टर आपको निफेडिपीन देंगे। हालांकि, इस दवाई को लेने से पहले आपको इसका उपयोग और साइड इफेक्ट्स समझना चाहिए। कई महिलाओं में यह दवाई एक जादू की तरह काम करती है पर ऐसा जरूरी नहीं है कि यह दवाई आपके लिए भी उतनी ही फायदेमंद हो।
निफेडिपीन एक एंटी-कॉन्ट्रैक्शन दवाई है। यह गर्भाशय के संकुचन को कम करने में मदद करती है जिसके बदले में प्रीटर्म लेबर देर से होता है। यह कैल्शियम के चैनल को ब्लॉक करता है जिसकी वजह से कुछ मेडिकल समस्याएं ठीक हो जाती हैं, जैसे हाई ब्लड प्रेशर और दिल की बीमारी।
निफेडिपीन शरीर में कैल्शियम के चैनल को ब्लॉक करता है और गर्भाशय में संकुचन के लिए कैल्शियम की जरूरत होती है इसलिए निफेडिपीन गर्भाशय के संकुचन को कम करने में मदद करता है। निफेडिपीन गर्भाशय के रास्तों को रोककर उसमें कैल्शियम को जाने से रोकता है। तो आप सोच रही होंगी कि इससे लेबर में देरी कैसे होती है, हैं न? निफेडिपीन शरीर में कैल्शियम को ब्लॉक करता है और गर्भाशय व सॉफ्ट टिश्यू को आरामदायक स्थिति में लाता है जिसकी वजह से लेबर में देरी होती है।
यदि आपको बिना कारण के ही प्रीटर्म लेबर होता है तो डॉक्टर निफेडिपीन दे सकते हैं। निम्नलिखित कारणों से डॉक्टर आपको निफेडिपीन की दवा प्रिस्क्राइब करते हैं, आइए जानें;
यद्यपि ज्यादातर महिलाओं में निफेडिपीन की वजह से प्रीटर्म लेबर देरी से हो जाता है तो अन्य दवाओं की तरह ही इसके भी कुछ साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। आमतौर पर ऐसा माना जाता है कि इससे महिला या बच्चे में कोई भी डैमेज या साइड इफेक्ट नहीं होता है पर कुछ गंभीर मामलों में इस ददवाई के साइड इफेक्ट्सभी होते हैं। गर्भावस्था के दौरान निफेडिपीन लेने के कुछ साइड इफेक्ट्स निम्नलिखित हैं, आइए जानें;
हमेशा सलाह दी जाती है कि गर्भावस्था के दौरान विशेषकर यदि डॉक्टर ने दवाई प्रिस्क्राइब नहीं की है तो बिना किसी कारण से इसे नहीं लेना चाहिए। निम्नलिखित टिप्स से आप इसके बारे में अच्छी तरह से समझ पाएंगी, आइए जानें;
गर्भावस्था के दौरान आपके शरीर में बहुत सारे बदलाव होंगे। हालांकि, समस्याओं से बचने के लिए समय से उन बदलावों को समझना भी जरूरी है। नॉर्मल गर्भावस्था अक्सर 40 सप्ताह तक चलती है पर यदि किसी महिला का लेबर 37वें सप्ताह से या इससे पहले ही शुरू हो जाता है तो यह माँ व बच्चे के लिए हानिकारक भी हो सकता है। इसलिए यह सलाह दी जाती है कि आप जितना संभव हो उतना जल्दी डॉक्टर से सलाह लें। गर्भावस्था में निफेडिपीन लेने से यदि आपको निम्नलिखित समस्याएं होती हैं तो आप तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें;
यदि आपको ऊपर बताए हुए किसी भी लक्षण या समस्या का अनुभव हो रहा है तो आप तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। किसी भी समस्या का समाधान शुरूआत में करना ही अच्छा रहता है ताकि गर्भवती महिला और बच्चा सुरक्षित व स्वस्थ रहें। यह भी सलाह दी जाती है कि यदि विशेषकर आप निफेडिपीन जैसी दवाओं का सेवन करना चाहती हैं तो पहले इसके बारे में डॉक्टर से चर्चा जरूर करें क्योंकि इसका उपयोग सिर्फ इमर्जेन्सी में ही किया जाता है।
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