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गर्भावस्था के दौरान मॉर्निंग सिकनेस होना आम है और गर्भावस्था की पहली तिमाही में यह समस्या लगभग हर महिला को होती है। कुछ महिलाओं को मॉर्निंग सिकनेस की समस्या पूरी गर्भावस्था में रहती है पर कुछ महिलाओं को मॉर्निंग सिकनेस या मतली की समस्या रात में भी हो सकती है और इसे नाइट सिकनेस भी कहा जाता है। गर्भावस्था के दौरान नाइट सिकनेस के कारण और इसे कैसे ठीक किया जा सकता है, आइए जानें।
गर्भवती महिलाओं को अक्सर सुबह के समय में मतली होती है इसलिए इसे मॉर्निंग सिकनेस कहा जाता है। हालांकि जब आप एक बार गर्भवती होंगी तो आपको पता लगेगा कि मतली सिर्फ सुबह के समय ही नहीं होती है बल्कि इस दौरान आपको सुबह, दोपहर, शाम या रात – हर समय बीमार और असुविधाजनक महसूस होगा।
गर्भावस्था के दौरान सुबह के समय में मतली और उल्टी होना आम समस्या है। यह समस्या आपको रात में भी हो सकती है। वास्तव में रात के दौरान यह समस्या आपके लिए ज्यादा असुविधाजनक हो सकती है।
गर्भावस्था के दौरान नाइट सिकनेस या रात में मतली होने के कई कारण हो सकते हैं जिसमें से एक मुख्य कारण है शरीर में बदलाव जो आपकी पूरी गर्भावस्था में होंगे। यह समस्या पहली तिमाही में हॉर्मोन्स के उतार चढ़ाव की वजह से भी हो सकती है। कुछ महिलाओं में गंध के प्रति संवेदनशीलता के कारण भी यह समस्या हो सकती है। यदि आप बहुत ज्यादा मात्रा में मसालेदार या तेल-युक्त आहार का सेवन करती हैं तो आपको एसिडिटी और पाचन की समस्या हो सकती है और यह भी रात में मतली या नाइट सिकनेस का कारण हो सकती है। गर्भावस्था के दौरान महिलाओं में अत्यधिक स्ट्रेस होता है जिसकी वजह से भी उन्हें नाइट सिकनेस की समस्या हो सकती है।
गर्भावस्था के दौरान रात में मॉर्निंग सिकनेस या मतली होना अजीब लग सकता है पर यह एक आम समस्या है। गर्भावस्था के समय में इस समस्या से निजात पाना भी संभव है। यहाँ कुछ ऐसे टिप्स दिए हुए हैं जिनकी मदद से आप गर्भावस्था के दौरान नाइट सिकनेस या रात में मतली की समस्या को कम कर सकती हैं। वे टिप्स कुछ इस प्रकार हैं;
रात में मतली या नाइट सिकनेस का सबसे मुख्य कारण है एसिड रिफ्लक्स होना। इसलिए एसिड रिफ्लक्स को कम करने के लिए आप दो तकियां रखकर अपने सिर को थोड़ा ऊंचा रखें और बाईं ओर करवट से अपने दाहिने घुटने को मोड़कर सोएं। ज्यादा सुविधा के लिए आप अपने घुटने के नीचे एक तकिया भी रख सकती हैं।
गर्भावस्था के दौरान आप थोड़ा-थोड़ा और लगातार खाएं। इस समय आपको ध्यान रखने की जरूरत है कि यदि आप थोड़ी-थोड़ी देर में कम मात्रा में भोजन करती हैं तो इससे आपको ज्यादा भूख भी नहीं लगेगी और आप बहुत ज्यादा भी नहीं खाएंगी। गर्भावस्था में हर दो-तीन घंटे में खाने की सलाह की सलाह दी जाती है। हालांकि आप हेल्दी डायट ही फॉलो करें। हेल्दी गर्भावस्था के लिए आपकी डायट में प्रोटीन-युक्त आहार, कार्बोहाइड्रेट और अन्य आवश्यक न्यूट्रिएंट ही होने चाहिए। आप अपने बिस्तर के पार कुछ ड्राई फ्रूट्स और बिस्कुट भी रख सकती हैं ताकि रात में आप कुछ खा सकें। भोजन के बाद या जब आपको मतली महसूस हो तब सौंफ खाने से पाचन में मदद मिलती है।
कम मसालेदार खाना, जैसे टोस्ट, दूध, ब्रोथ, सूप, चावल या केले खाने से आपको नाइट सिकनेस की समस्या से आराम मिल सकता है।
गर्भवती महिलाओं को हमेशा उन खाद्य पदार्थों से दूर रहना चाहिए जिसमें फैट और शुगर की मात्रा ज्यादा होती है क्योंकि इसे पचा पाना कठिन होता है और इसलिए महिलाओं में एसिडिटी और पाचन संबंधी समस्याएं होती हैं।
गर्भावस्था के दौरान पाचन संबंधी समस्याओं की वजह से भी मतली की समस्या हो सकती है जिसे आप अधिक मात्रा में तरल पदार्थों का सेवन करके कम कर सकती हैं। गर्भावस्था में आप रात में अपने बिस्तर के पास नींबू पानी या पानी का बोतल रखें और थोड़ी-थोड़ी देर में इसे पीती रहें इससे आपका शरीर हाइड्रेटेड रहेगा और आपको मतली की समस्या नहीं होगी। रात में सेब का जूस पीने से ब्लड शुगर नियंत्रित रहता है।
यदि आपको किसी सब्जी या पर्फ्यूम की खुशबू से मतली होती है तो ऐसी गंध से आप दूर रहें। यदि घर में किसी भी गंध से आपको असुविधा होती है तो आप घर की सभी खिड़कियां खोल दें और एक्सॉस्ट फैन चला दें।
खट्टा स्वाद एस्ट्रिंजेंट की तरह काम करता है और यह गर्भावस्था के दौरान मतली को भी ठीक कर सकता है। इसलिए इस समय आप कुछ खट्टी चीजें खा सकती हैं, जैसे नमक में मिलाया हुआ नींबू। इससे पेट खराब की समस्या भी ठीक हो जाती है।
सी-सिकनेस बैंड्स को कलाई में बांधा जाता है। यह बैंड्स शरीर के कुछ पॉइंट्स को दबाने में मदद करते हैं जिससे गर्भावस्था के दौरान मतली की समस्या कुछ समय के लिए कम हो सकती है। हालांकि यदि आपको इस बैंड से आराम नहीं मिलता है तो आप एक्यूप्रेशर का उपयोग भी कर सकती हैं क्योंकि यह बहुत प्रभावी होता है और इससे मतली की समस्या जल्दी से जल्दी ठीक हो सकती है।
अदरक में चिकित्सीय गुण होते हैं जिससे आपकी मतली और अन्य समस्याएं जैसे सर्दी, खांसी और माइग्रेन की समस्याएं भी ठीक हो सकती हैं। आप अपने रोजाना के आहार, जैसे चाय या सलाद में अदरक को शामिल कर सकती हैं। अदरक के कैप्सूल/कैंडी खाने से भी आपको मदद मिल सकती है। गर्भावस्था के दौरान नाइट सिकनेस को कम करने के लिए आप शाम को एक कप अदरक की चाय भी पी सकती हैं। हालांकि आप इसे बहुत ज्यादा न लें क्योंकि बहुत ज्यादा अदरक या इसकी चाय लेने से आपको गैस या एसिडिटी भी हो सकती है। गर्भावस्था के दौरान आप एक दिन में लगभग 1 से 3 ग्राम अदरक का सेवन कर सकती हैं। इससे आपकी सेहत में कोई भी हानि नहीं होगी।
एसेंशियल ऑयल जैसे लैवेंडर या पेपरमिंट के तेल से मतली की समस्या ठीक हो सकती है। आप कलाई में या रुमाल में एसेंशियल ऑयल की कुछ बूंदें लेकर सिर्फ सूंघ सकती हैं। इससे आपकी मतली की समस्या कम हो जाएगी। आप शांति का अनुभव करने के लिए सेंटेड कैंडल्स भी जला सकती हैं।
बी.आर.ए.टी. डायट में केले, चावल, एप्पलसॉस और टोस्ट जैसे खाद्य पदार्थ होते हैं जिनसे मतली और उल्टी की समस्या कम हो जाती है। यह डायट उन लोगों के लिए भी फायदेमंद होती है जिन्हें पेट से संबंधित समस्याएं या लूज मोशन की समस्या है। हालांकि जब आपकी मतली और सिकनेस की समस्या कम हो जाए तो आप इस डायट का सेवन करना बंद कर दें क्योंकि इस डायट से आपको गर्भावस्था के दौरान किसी भी प्रकार के न्यूट्रिएंट्स नहीं मिलते हैं।
गर्भावस्था के दौरान यदि आपको बहुत ज्यादा नाइट सिकनेस होती है तो आप डॉक्टर से भी सलाह ले सकती हैं। आप डॉक्टर से गर्भावस्था के दौरान मतली को ठीक करनेवाली दवाइयों के बारे में पूछ सकती हैं। गर्भावस्था के दौरान आप डॉक्टर से सलाह लेकर ही दवाई लें क्योंकि इससे आपकी गर्भावस्था में उल्टे प्रभाव भी पड़ सकते हैं।
गर्भावस्था के दौरान सोने से पहले कुछ गुनगुना या गर्म पेय पदार्थ लें। इससे आपका मन शांत होगा और सोते समय शरीर को आराम मिलेगा। आप अदरक की चाय या पेपरमिंट टी भी ले सकती हैं।
गर्भावस्था के दौरान आप बहुत ज्यादा काम न करें। ज्यादा काम करने से आपकी थकान और स्ट्रेस भी बढ़ सकता है जिसकी वजह से आपकी मतली की समस्या भी बढ़ सकती है। कोई भी ऐसी एक्टिविटी जो आपको आराम देती है वह करने के बजाय आप टहल सकती हैं या गर्भावस्था के दौरान योगा करने का प्रयास कर सकती हैं।
हमेशा सलाह दी जाती है कि रात में सोने से लगभग 2 घंटे पहले भोजन कर लेना चाहिए। इससे पाचन ठीक रखता है और यह एसिड रिफ्लक्स की समस्याओं को भी ठीक करता है।
गर्भावस्था के दौरान नाइट सिकनेस से आराम पाने के लिए आप विटामिन बी6 और बी12 से भरपूर आहार खाएं। गर्भावस्था में मतली की समस्या को ठीक करने के लिए आप विभिन्न प्रकार के नट्स, केले, गाजर, मछली, चिकन, पालक, प्याज, टोफू, अंडे, दही और इत्यादि का सेवन कर सकती हैं।
गर्भावस्था के दौरान नाइट सिकनेस होने से आपको सोने में समस्याएं हो सकती हैं इसलिए आप ब्रीदिंग एक्सरसाइज करें। इससे आपको सेंसेस और नर्व्स में बहुत आराम मिलेगा। आप रात में सोने से पहले ऐरोमैटिक कैंडल का उपयोग कर सकती हैं और सूदिंग गाना भी सुन सकती हैं। ध्यान रखें कि इस समय सोने से पहले आप अपने मोबाइल, टीवी, कंप्यूटर बंद करके ही सोएं।
गर्भावस्था के दौरान सोने से पहले ऐरोमैटिक ऑयल जैसे लैवेंडर या सिट्रस से मालिश करवाने और गुनगुने पानी से स्नान करने से भी आपको आराम मिल सकता है और रात में अच्छी नींद आ सकती है।
यद्यपि अगर आपको गर्भावस्था के दौरान थोड़ी बहुत मतली होती है तो आप इसे कुछ नेचुरल रेमेडीज से ठीक कर सकती हैं। पर यदि आपको गंभीर रूप से मतली होती है तो इसके लक्षणों पर भी ध्यान दें। गर्भावस्था के दौरान अगर आपको निम्नलिखित लक्षण दिखाई देते हैं तो आप तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। वे कौन से लक्षण हैं, आए जानें;
गंभीर रूप से मतली सिर्फ मॉर्निंग सिकनेस ही नहीं बल्कि अन्य समस्याओं की वजह से भी सकती है जिसके बारे में आपको जानने की जरूरत है।
यदि तरल पदार्थ पीने या भोजन करने से आपको लगातार उल्टी होती है तो यह किसी समस्या की वजह से हो सकता है, जैसे पेट में इन्फेक्शन जिसकी वजह से मॉर्निंग सिकनेस हो सकता है।
यदि आपको थोड़ी सी मात्रा में पेशाब आती है तो यह डिहाइड्रेशन की वजह से हो सकता है और गर्भावस्था के दौरान डिहाइड्रेशन होना एक गंभीर समस्या है।
यदि आपको मॉर्निंग सिकनेस है और आपकी उल्टी में खून आता है तो यह सामान्य लक्षण नहीं है और इसके लिए आपको डॉक्टर से सलाह लेने की आवश्यकता है।
यदि आपको दिन में चक्कर आते हैं या आप बेहोश हो जाती हैं तो यह ब्लड प्रेशर कम या अन्य समस्या के कारण भी हो सकता है।
यदि एक गर्भवती महिला को गंभीर रूप से रात में मतली या नाइट सिकनेस है तो उसे असुविधाएं तो सकती हैं। इसकी वजह से आप रातभर जाग सकती हैं और आपको थकान व स्ट्रेस भी हो सकता है। इसलिए आप इसका इलाज शुरूआत में ही कर लें। यदि गर्भावस्था के दौरान आपको रात में बहुत ज्यादा मतली होती है तो आप जल्दी से जल्दी ठीक होने के लिए तुरंत डॉक्टर को संपर्क करें।
स्रोत और संदर्भ:
स्रोत १
स्रोत २
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