गर्भावस्था के दौरान आपको सही खाद्य पदार्थों का चयन करना चाहिए, यह सिर्फ आपके स्वास्थ्य के लिए हो बेहतर नहीं है बल्कि आपके गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए भी बेहतर है। यदि आप अपनी प्रेगनेंसी डायट में पनीर शामिल करने की सोच रही हैं तो आप बिलकुल सही जगह पर हैं। इस लेख में हम चर्चा कर रहे हैं कि गर्भावस्था के दौरान पनीर खाने के क्या फायदे और क्या साइड-इफेक्ट्स हैं। यहाँ हमने पनीर की कुछ स्वादिष्ट रेसिपीज भी बताई हैं जो आप अपनी डायट में शामिल कर सकती हैं। पर इससे पहले आइए जानते हैं की गर्भावस्था के दौरान पनीर खाना सुरक्षित है या नहीं।
क्या गर्भावस्था के दौरान पनीर खाना सुरक्षित है?
यदि आप सोच रही हैं कि आप गर्भावस्था के दौरान पनीर खा सकती हैं या नहीं तो आपका जवाब है, ‘हाँ’। लेकिन यदि आप लैक्टोज इन्टॉलरेंट हैं तो आपको अपनी डायट में पनीर शामिल नहीं करना चाहिए। पनीर में कैल्शियम और प्रोटीन की मात्रा बहुत होती है और इसलिए यह आपकी रोजाना की आवश्यकताओं को पूरा कर सकता है। यह भी सलाह दी जाती है कि पनीर को हमेशा पका कर खाना चाहिए क्योंकि यह पचने में आसान होता है।
आइए, एक बार पनीर के फायदे और न्यूट्रिशनल वैल्यू पर भी नजर डालें।
पनीर की न्यूट्रिशनल वैल्यू
40 ग्राम पनीर की न्यूट्रिशनल वैल्यू कितनी होती है वह निम्नलिखित है, आइए जानें।
- एनर्जी – 103.5 किलो कैलोरी
- प्रोटीन – 7.5 ग्राम
- कैल्शियम – 190 मिलीग्राम
- फोलेट – 37.3 मिलीग्राम
- फॉस्फोरस – 132 मिलीग्राम
- कार्ब्स – 4.9 मिलीग्राम
- फैट – 6 ग्राम
गर्भावस्था के दौरान पनीर खाने के फायदे
सामान्य तौर पर पनीर खाने के स्वास्थ्य संबंधी कई फायदे हैं। वैसे यह गर्भवती महिलाओं के लिए भी एक अच्छा खाद्य पदार्थ होता है। पनीर खाने के कुछ फायदे यहाँ दिए हुए हैं, आइए जानें;
- दाँतों और हड्डियों के निर्माण के लिए अच्छा है: पनीर में कैल्शियम और फॉस्फोरस भरपूर मात्रा में होते है। इसलिए यह गर्भ में पल रहे बच्चे के दाँत और हड्डियों के निर्माण के लिए फायदेमंद है। इसमें मौजूद मिनरल्स नर्वस सिस्टम के फंक्शन में सुधार करते हैं और गर्भावस्था के दौरान हड्डियों के डिमिनरलाइजेशन से बचाव करते हैं।
- एनर्जी प्रदान करता है: पनीर में प्रोटीन बहुत ज्यादा होता है जो स्टेमिना बढ़ाता है और एनर्जी प्रदान करता है। यह गर्भावस्था के लक्षण विशेषकर पहली तिमाही में मॉर्निंग सिकनेस को ठीक रखने में मदद करता है।
- प्रोटीन का एक अच्छा स्रोत है: पनीर में प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है और इसलिए यह उन गर्भवती महिलाओं के लिए बेहतरीन खाद्य पदार्थ है जो अपनी रोजाना की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए प्रोटीन के विभिन्न स्रोतों को खोजती रहती हैं। प्रोटीन गर्भ में पल रहे बच्चे की वृद्धि व विकास के लिए भी बहुत जरूरी है।
- शरीर के वजन को नियंत्रित करने में मदद करता है: पनीर गर्भावस्था में बार-बार लगने वाली भूख को कम करता है। इससे आपको अपना पेट भरा लगेगा और आपका वजन भी नियंत्रित रहेगा।
- ब्लड शुगर को नियंत्रित रखता है: गर्भावस्था के दौरान पनीर खाने से यह हाई ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद करता है। पनीर को भोजन में या स्नैक्स के रूप में खाने की सलाह दी जाती है।
- दर्द को कम करने में मदद करता है: गर्भावस्था के दौरान अक्सर महिलाओं को जोड़ों में दर्द की समस्या रहती है जिससे आपको बहुत ज्यादा असुविधाएं हो सकती है। पनीर में एंटी-इंफ्लेमटरी गुण होते हैं जो गर्भावस्था के दौरान जोड़ों के दर्द व सूजन को काफी हद तक कम करने में मदद करते हैं।
गर्भावस्था के दौरान आपको अनजाने में ही पर बहुत सारी चीजें खाने की इच्छा होती होगी। यद्यपि पनीर खाना सेहत के लिए फायदेमंद है पर इसे बहुत ज्यादा मात्रा में खाने से समस्याएं भी हो सकती हैं। ध्यान रखें कि आप पनीर खाते समय कुछ सावधानियां जरूर बरतें। इसके बारे में अधिक जानने के लिए आगे पढ़ें।
गर्भावस्था में पनीर खाते समय ध्यान देने योग्य कुछ सावधानियां
पहले भी बताया गया है कि गर्भावस्था के दौरान संयमित मात्रा में पनीर खाना ही बेहतर है। इसके अलावा यदि आप गर्भवती हैं तो पनीर का सेवन करते समय आपको कुछ निम्नलिखित बातों पर ध्यान देना चाहिए, आइए जानें;
- इस बात का ध्यान रखें कि गर्भावस्था के दौरान आप सिर्फ वही पनीर खाएं जो पाश्चुरीकृत दूध से बनाया गया हो। क्योंकि अनपाश्चुरीकृत या क्रीम वाले दूध का बना पनीर खाने से पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। इस समय घर का पनीर खाना सबसे बेहतर है।
- गर्भावस्था के दौरान कच्चा पनीर न खाने की सलाह दी जाती है क्योंकि इसमें बैक्टीरिया होते हैं जो आपके और आपके गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए हानिकारक हो सकते हैं।
- यदि आप मार्केट से पनीर खरीद रही हैं तो उसकी एक्सपायरी डेट जरूर देख लें। यदि आप घर का बना पनीर खाती हैं तो उसे लगभग 2 या 3 दिनों में खत्म कर दें। पनीर एक जल्दी खराब होने वाला खाद्य पदार्थ होता है और इसे ज्यादा दिनों तक स्टोर नहीं किया जा सकता है।
- यह सलाह दी जाती है कि आप जानी-पहचाने जगह से या अच्छे ब्रांड का पनीर लें और खरीदते समय इसकी क्वालिटी चेक करने के लिए लेबल जरूर देखें।
- आप रंगहीन, सूखा या क्रैक्ड पनीर न खाएं क्योंकि ऐसा पनीर बासा होता है और यह खाने के लिए ठीक नहीं है।
घर में ही आसानी से पनीर कैसे बनाएं
पनीर को घर में ही सरलता से बनाया जा सकता है। यहाँ बताया गया है कि आप 1 लीटर दूध से लगभग 200 ग्राम पनीर कैसे बना सकती हैं, आइए जानें;
सामग्री
- 1 लीटर दूध (फुल फैट मिल्क)
- 1 छोटा चम्मच नींबू का रस या विनेगर
विधि
- सबसे पहले एक भारी पैन में दूध को गर्म करें।
- फिर उसे कम आंच में थोड़ी देर तक उबलने दें।
- दूध उबलने के बाद आंच को बंद करें और दूध स्टोव से नीचे रख दें।
- आप दूध में सिरका या नींबू का रस डालें और इसे तब तक मिलाएं जब तक इसमें पनीर गाढ़ा और पानी अलग न होने लगे।
- ठंडा करने के लिए आप इसमें बर्फ भी डाल सकती हैं। ठंडा पानी या बर्फ डालने से यह जल्दी ठंडा होगा और आप इसे आसानी से पकड़ सकती हैं।
- मिश्रण ठंडा होने के बाद आप इसे मलमल या साफ सूती के कपड़े से छान लें।
- पनीर को कपड़े में ही रहने दें और इसका सारा पानी निचोड़ लें।
- आपका घर में बनाया हुआ पनीर तैयार है।
अब आप जानती हैं कि घर में पनीर कैसे बनाया जा सकता है पर इस बात का ध्यान रखें कि पनीर अब भी कच्चा है। पनीर की पसंदीदा सब्जी बनाने से पहले आप इसे अच्छी तरह से पका लें ताकि आपको कोई भी समस्या न हो। यदि आपको अब भी शंका है कि आप कच्चा पनीर क्यों नहीं खा सकती हैं तो वह जानने के लिए आगे पढ़ें।
गर्भावस्था के दौरान क्या आप कच्चा पनीर खा सकती हैं?
यदि आपको पनीर खाना पसंद है तो आपको वह किसी भी तरीके से खाना अच्छा लगता होगा। हालांकि गर्भावस्था के दौरान कच्चा पनीर खाते समय सावधानी बरतें। क्योंकि कच्चे पनीर में बैक्टीरिया होते हैं और पाश्चुरीकृत दूध से बने पनीर के बजाय विशेषकर स्टोर से खरीदा हुआ पनीर खाने से स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। स्वास्थ्य से संबंधित किसी भी समस्या से बचने के लिए गर्भावस्था के दौरान कच्चा पनीर न खाएं।
हमने आपको बार-बार संयमित मात्रा में पनीर खाने की सलाह दी है। आइए यहाँ जानते हैं कि बहुत ज्यादा पनीर खाने से आपको क्या साइड-इफेक्ट्स हो सकते हैं।
ज्यादा मात्रा में पनीर खाने के साइड-इफेक्ट्स
बहुत ज्यादा मात्रा में पनीर खाने से इसके कुछ साइड-इफेक्ट्स भी हो सकते हैं, आइए जानें;
- पनीर में सोडियम की मात्रा बहुत ज्यादा होती है और यह ब्लड प्रेशर को प्रभावित कर सकता है।
- ज्यादा मात्रा में पनीर खाने से पाचन संबंधी समस्याएं, पेट में परेशानी और कुछ मामलों में फूड पॉइजनिंग भी हो सकती है।
- यदि आप गर्भावस्था के दौरान अपनी डायट में पनीर बहुत ज्यादा खाती हैं तो इससे आपका वजन भी बढ़ सकता है।
वैसे यह सारी जानकारी बहुत ज्यादा है पर जब बात गर्भावस्था के दौरान पनीर खाने की आए तो चिंता न करें। बस आप इस बात का ध्यान रखें कि आप पनीर को फ्रेश और संयमित मात्रा में ही खाएं। यहाँ पनीर की कुछ रेसिपीज दी हुई हैं जो आप गर्भावस्था के दिनों में भी पका कर खा सकती हैं।
गर्भवती महिलाओं के लिए पनीर की रेसिपीज
आप घर में ही पनीर क निम्नलिखित रेसिपीज पकाएं और गर्भावस्था के दौरान अपने आहार में रोजाना कुछ नया लाएं। यह रेसिपीज कैसे बनेंगी, आइए जानते हैं;
1. मसालेदार पनीर स्क्यूअर
यह एक सरल रेसिपी है जिसे आप स्नैक्स के रूप में भी खा सकती हैं।
सामग्री:
- पनीर (क्यूब्स में कटे हुए) – 200 ग्राम
- शिमला मिर्च (क्यूब्स में कटी हुई) – 2-3
- प्याज (क्यूब्स में कटा हुआ – 1
- दही – 1 कप
- लहसुन और अदरक का पेस्ट – 1 बड़ा चम्मच
- मिर्च का पाउडर – 1 छोटा चम्मच
- अजवाइन – 1 छोटा चम्मच
- गरम मसाला – 1/2 चम्मच
- धनिया पाउडर – 1 छोटा चम्मच
- चाट मसाला – 1 छोटा चम्मच
- काली मिर्च पाउडर – 1/2 छोटा चम्मच
- तेल – 1 बड़ा चम्मच
- नींबू का रस
- नमक स्वादानुसार
विधि:
- सबसे पहले दही को एक कटोरे में डालें और इसमें सभी मसाले व नमक मिलाएं।
- अब इस मिश्रण में अदरक-लहसुन का पेस्ट और थोड़ा सा तेल मिलाएं।
- दही के मिश्रण में कटा हुआ पनीर और सब्जियां भी डालें।
- इस मिश्रण को लगभग एक घंटे के लिए मैरीनेट करें।
- मिश्रण में से पनीर और सब्जियों के क्यूब्स निकालें और इन्हें टूथपिक या स्क्यूअर में एक-एक करके डालें।
- इसे एक पैन में लगभग 3-4 मिनट के लिए या हो जाने तक हल्का-हल्का फ्राई करें।
- हो जाने के बाद इसमें चाट मसाला और नींबू का रस छिड़कें।
- अंत में इसे ऐसे ही या पुदीने की चटनी के साथ खाएं।
2. पालक पनीर
सामग्री
- पनीर (क्यूब्स में कटा हुआ): 200 ग्राम
- पालक: 500-600 ग्राम
- प्याज (कटा हुआ) – 2
- टमाटर (कटा हुआ) – 2
- अदरक का पेस्ट – 1 बड़ा चम्मच
- घी – 1 बड़ा चम्मच
- फ्रेश क्रीम – ½ कप
- मिर्च का पाउडर – 1 छोटा चम्मच
- धनिया पाउडर – 1 छोटा चम्मच
- गरम मसाला पाउडर – 1 छोटा चम्मच
- जीरा पाउडर – 1 छोटा चम्मच
- नमक स्वादानुसार
विधि
- सबसे पहले पालक के पत्तों को ब्लैंच करें। हो जाने के बाद इसे पीसकर पेस्ट बना लें।
- एक पैन में घी गर्म करें। फिर इसमें कटा हुआ प्याज डालकर हल्का भूरा होने तक पकाएं।
- इसमें अदरक-लहसुन का पेस्ट डालें और 1-2 मिनट तक पकाएं।
- इसमें टमाटर डालकर अच्छी तरह से मिलाएं और 6-7 मिनट या टमाटर मुलायम होने तक पकने दें।
- अब इसमें सभी मसाले और नमक डालकर 2-3 मिनट तक और पकाएं।
- फिर पैन में पालक डालें और मिला दें।
- अंत में पैन को ढक दें और 5 मिनट तक पकने दें।
- पालक पक जाने के बाद इसमें पनीर डालें। पालक और पनीर को मध्यम आंच में कुछ मिनटों तक पकने दें।
- इसमें क्रीम डालकर अच्छी तरह से मिला लें।
- यदि आप अपने आहार में थोड़ा ज्यादा फैट खा सकती हैं तो पनीर के क्यूब्स को थोड़े से घी में फ्राई कर लें। इसे हल्का भूरा होने तक मध्यम आंच में फ्राई करें और फिर सिर्फ पालक के पेस्ट के साथ 1 या 2 मिनट तक पकाएं।
वैसे तो उन गर्भवती महिलाओं के लिए पनीर बहुत अच्छा खाद्य पदार्थ है। आप गर्भावस्था के दौरान कुछ सावधानियों के साथ पनीर को अपनी डायट में शामिल कर सकती हैं और इसके सभी फायदों का आनंद भी ले सकती हैं।
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