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गर्भावस्था एक महिला के जीवन में सबसे खुशी के पलों में से एक होता है और यह वह चरण है जब आपको अपने बच्चे को पर्याप्त रूप से पोषण प्रदान करने के लिए अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखना बहुत जरूरी होता है। आपका मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ होना भी जरूरी है और किसी भी जटिलता से बचने के लिए आपको यह पता होना चाहिए कि आपको क्या खाना है और किन खाद्य पदार्थों का सेवन करना से बचना है। गर्भावस्था के दौरान फलों का फ्रेश जूस पीना एक बेहतरीन विकल्प है और यही कारण है कि आपको इस लेख में उन सभी जूस के बारे में बताया गया है जो गर्भावस्था के समय पीने से आपके लिए बहुत फायदेमंद साबित होगा।
गर्भवती महिलाओं को यह समझना चाहिए कि इस समय वो कुछ भी या सब कुछ नहीं खा सकती हैं। वास्तव में, इस समय आपको बहुत सारी चीजों के लिए रोका जाता है ताकि आपको किसी प्रकार की कोई परेशानी का सामना न करना पड़े। आपको ताजे फलों के जूस का सेवन करने का सुझाव दिया जाता जो अपने आहार में नियमित रूप शामिल करना चाहिए, क्योंकि यह एनर्जी का सर्वोत्तम स्रोत है। ताजे फलों का जूस पीने कि सलाह दी जाती है, क्योंकि यह होने वाली माँ के साथ-साथ गर्वस्थ शिशु को भी पोषण प्रदान करते हैं।
यहाँ 8 हेल्दी फलों के जूस की सूची दी गई है जिनका सेवन गर्भावस्था के दौरान किया जा सकता है:
यह गर्भवती महिलाओं के लिए पिए जाने वाले सबसे बेहतरीन जूस में से एक है।
लाभ:
स्ट्रॉबेरी एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होते है जो शरीर की इम्युनिटी को बेहतर करने में मदद करता है। यह त्वचा की प्राकृतिक चमक बनाए रखने में भी बहुत फायदेमंद होता है। इसके अलावा, इसमें फोलेट्स भी होते हैं, जो शिशु की इम्युनिटी सिस्टम को विकसित करने में बहुत सहायक होता है।
बनाने की विधि:
स्ट्रॉबेरीज को ठंडे पानी में धो लें और उन्हें काट लें। इसे ब्लेंडर में डालकर पीस लें और एक इसका गाढ़ा पल्प तैयार कर लें। आप इसमें बर्फ के टुकड़े डालकर इस बेहतरीन जूस का स्वाद ले सकती हैं ।
यह गर्भावस्था के दौरान पीने के लिए बेस्ट जूस है, क्योंकि यह विटामिन-ए से भरपूर है और किसी भी तरह की थकान या कमजोरी का अनुभव कर रही गर्भवती महिला को राहत प्रदान करने के लिए बढ़िया विकल्प माना जाता है।
लाभ:
यह जूस ऊर्जा के स्तर को बढ़ाने में सहायक है और चुकंदर में मौजूद आयरन शरीर में रक्त की कमी को दूर करने में मदद करता है। आप इस जूस को अपने रेगुलर रूटीन में शामिल करें या ब्रेकफास्ट सप्लीमेंट के तौर पर इसका सेवन करें।
बनाने की विधि:
चुकंदर या बीट को टुकड़ों में काट लें और उन्हें मिक्सी में डालकर पीस लें। इसमें थोड़ा बर्फ डालें और तुरंत पी लें। इस जूस को बनाना बहुत आसान हैं ।
यह हेल्दी जूस अपने ढेर सारे गुणों के कारण निश्चित रूप से गर्भावस्था के दौरान लिए जाने वाले आहार में शामिल किया जाना चाहिए।
लाभ:
अनार का जूस अच्छी मात्रा में फाइबर, विटामिन-सी और विटामिन-के प्रदान करता है। यह कब्ज को रोकने में मदद करता है, जो गर्भावस्था के दौरान होने वाली एक आम समस्या है। साथ ही यह और आपके शरीर को अधिक आयरन अवशोषित करने में भी मदद करता है। यह आपके शरीर में पानी की मात्रा को बनाए रखता है और शिशु के मानसिक विकास में भी मदद करता हैं।
बनाने की विधि:
अनार के दानों को मिक्सी में डालकर पीस लें। अच्छी तरह से पीस लेने के बाद एक गिलास में छान लें। बर्फ के टुकड़े डालकर या बिना बर्फ के आनंद लें।
विटामिन-सी का एक अच्छा स्रोत होने के कारण अमरुद का जूस गर्भावस्था के दौरान एक बेहतरीन सप्लीमेंट के रूप में काम करता है।
लाभ:
यह आपके ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर को नियंत्रित रखने में मदद करता है। यह रक्त की कमी दूर करने में भी यह बहुत सहायक होता है और साथ ही साथ रेड ब्लड सेल्स को बढ़ाने में मदद करता है। यह जूस एस्कॉर्बिक एसिड या विटामिन-सी से भरपूर होता है और गर्भवती महिला की इम्युनिटी सिस्टम को बढ़ाने में मदद करता है।
बनाने की विधि:
अमरूद को पानी में उबालें और इसे ठंडा होने दें। अमरुद को अच्छे से पीस लें। स्वाद को बेहतर बनाने के लिए आप इसमें अदरक या नींबू का रस मिला सकती हैं। इसमें बर्फ के टुकड़े डालकर पिएं।
गाजर के जूस का सेवन करने से आपको पोषण की अच्छी मात्रा प्राप्त होती है, गाजर का जूस गर्भावस्था में कई लाभों के लिए जाना जाता है।
लाभ:
गाजर कैल्शियम से भरपूर होता है और शिशु की हड्डियों और दाँतों के विकास में मदद करता है। यह विटामिन-सी, ए और बीटा-कैरोटीन का एक अच्छा स्रोत होता है, जो एक एंटीऑक्सीडेंट के रूप में कार्य करता है और होने वाली माँ को फ्री रेडिकल्स से बचाता हैं। गाजर में मौजूद फाइटोकेमिकल्स शरीर के बेहतर तरीके से कार्य करने में मदद करता है।
बनाने की विधि:
गाजर को ठीक से साफ करें, उन्हें छोटे टुकड़ों में काट लें और उन्हें जूसर में डालकर पीस लें। गाजर अच्छी तरह से पीसे जाने के बाद इसके जूस को एक गिलास में डालें और पिएं ।
ये फ्रेश जूस विटामिन-सी और फोलेट्स से भरपूर होता है। संतरे आयरन और जिंक भी प्रदान करता है, जो इम्युनिटी सिस्टम को मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण होता है।
लाभ:
रिसर्च के अनुसार, संतरे का जूस किसी भी शिशु की एलर्जी संबंधी बीमारियों के खतरे को कम करने में मदद करता है। ये नए टिश्यू और रेड ब्लड सेल्स के निर्माण में मदद करता है। यह गर्भवती महिलाओं में नाल को विकसित करने में भी भूमिका निभाता है।
बनाने की विधि:
संतरे को छीलकर मिक्सी में पीस लें। पीने से पहले मिश्रण को छान लें।
यह विटामिन-सी का एक बड़ा स्रोत है और इसमें शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट गुण होते हैं।
लाभ:
गर्भावस्था के दौरान यह हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में बेहतरीन रूप से कार्य करता है। यह गर्भावस्था के दौरान मल त्याग को भी नियंत्रित करता है और गर्भावस्था के दौरान अपच और कब्ज की समस्या को ठीक करने के लिए जाना जाता है।
बनाने की विधि:
ये गर्भावस्था के सबसे आसान जूस रेसिपी में से एक है। बस एक या आधा नींबू लें, उन्हें एक गिलास में निचोड़ लें और अपनी हिसाब से पानी और चुटकी भर नमक या चीनी डालें। आपका नींबू पानी तैयार है।
सेब पोषक तत्वों और मिनरल्स से भरपूर होता है। सेब का जूस गर्भावस्था के दौरान डॉक्टर द्वारा सुझाए गए सबसे अच्छे जूस में से एक होता है।
लाभ:
सेब का रस गर्भावस्था के दौरान आपके वजन पर नियंत्रण रखता है और आपके शिशु के मस्तिष्क के विकास में भी सहायता करता है। यह इम्युनिटी को बढ़ाने और नींद संबंधी विकारों को रोकने के लिए भी जाना जाता है। सेब आयरन का एक अच्छा स्रोत है जो गर्भावस्था के दौरान रक्त की कमी को होने से रोकता है।
बनाने की विधि:
दो या तीन सेब छील लें। अब सेब को उबालें और उन्हें ठंडा होने दें। ठंडा होने के बाद उन्हें लगभग एक मिनट तक मिक्सी में पीस लें। एक गिलास में रस डालें तथा स्वाद बढ़ाने के लिए नींबू का रस भी डालें।
गर्भावस्था के दौरान कुछ फलों का सेवन करने से हर हाल में बचना चाहिए, फिर चाहे वह फल के रूप में खाया जाए या जूस के रूप में पिया जाए।
पपीता आपके शरीर के तापमान को तेजी से बढ़ाता है, जिसके परिणामस्वरूप गर्भावस्था के दौरान कॉम्प्लीकेशन्स पैदा हो सकती है और इससे गर्भपात भी हो सकता है।
अनानास में ब्रोमेलैन होता है, जो एक एंजाइम है, यह सर्विक्स वॉल पर हमला करता है और संकुचन का कारण बनता है जिससे गर्भपात होने की संभावना होती है।
अंगूर में रेसवेराटोल नामक एक संयुक्त पदार्थ होता है जो गर्भवती महिलाओं के लिए विषाक्त हो सकता है, और उनके पाचन तंत्र को कमजोर कर सकता है।
गर्भावस्था के दौरान भरपूर मात्रा में जूस पीने से आप उन मिनरल्स और विटामिन्स को प्राप्त कर सकती हैं जिनका आपकी गर्भावस्था में मिलना बहुत जरूरी होता है और साथ ही यह इससे आपके शरीर में पानी की मात्रा भी बनी रहती हैं। याद रखें कि जब आप गर्भवती हों तो केवल जूस पीकर उपवास ना करें। आपको और आपके शिशु को अधिकतम लाभ पहुँचाने के लिए हेल्दी और फ्रेश जूस पिएं और इसे नियमित रूप से अपने आहार का हिस्सा बनाएं।
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