सर्दियों में गर्भवती महिलाओं की कठिनाइयां कभी-कभी बढ़ जाती हैं। उन्हें ठंडी हवा की वजह से इन्फेक्शन, खांसी व जुकाम जल्दी होता है और ठंड भी ज्यादा लगती है। इसके परिणामस्वरूप महिलाओं को दर्द व पीड़ा अधिक होती है पर गर्भावस्था में दवाइयां लेने की सलाह नहीं दी जाती है। यदि महिलाएं गर्भावस्था के दौरान मौसम में बदलाव होने से पहले ही देखभाल की पूरी तैयारी कर लें तो इससे काफी मदद मिल सकती है।
सर्दियों से बचने के लिए देखभाल करनी जरूरी है। गर्भावस्था के दौरान इस मौसम से बचने के लिए आपको सही तरीके के कपड़े पहनने चाहिए, अच्छा भोजन करना चाहिए, अपनी त्वचा को हाइड्रेटेड रखें और इन सब चीजों के अलावा अपने शरीर की इम्युनिटी बढ़ाएं।
गर्भावस्था के दौरान सर्दियों में खुद का बचाव करने के लिए यहाँ कुछ टिप्स बताए गए हैं, आइए जानें;
सर्दियों में कम्फर्टेबल और वॉर्म रहना सबसे ज्यादा जरूरी है। इस समय आपको शरीर में गर्माहट के लिए नया जैकेट जरूर लेना चाहिए। सर्दियों में गर्भावस्था के दौरान पहनने के लिए मैटरनिटी कोट खरीदने से अच्छा है कि आप किसी स्टोर से एक जैकेट खरीदें जो सर्दियों में आपको कोजी रखती है और गर्माहट भी देती है। यद्यपि हो सकता है आपको नियमित कोट पहनना अच्छा लगता हो पर यदि आप अपनी फिटिंग का जैकेट पहनती हैं तो इससे आप हेल्दी रहेंगी और बहुत ज्यादा सर्दी से आपका बचाव होगा।
सर्दियों में बहुत ज्यादा ठंड पड़ने की वजह से आप पानी कम पी सकती हैं या भूल भी जाती होंगी पर यह गर्भवती महिलाओं के लिए बिलकुल भी अच्छा नहीं है। जैसे कि हम जानते हैं कि सर्दियों में सूखी हवा चलती है जिसकी वजह से इन दिनों में हमारे शरीर को ज्यादा पानी की जरूरत होती है। यदि आप पानी की जगह कोई और ड्रिंक पीती हैं तो इससे आपको कोई भी फायदा नहीं होगा। वैसे इस समय आप नारियल का पानी और जूस पी सकती हैं पर खुद को हाइड्रेटेड रखने के लिए पानी पीना बेहतरीन तरीका है। यदि आपको लगता है कि पानी पीने के लिए आपको रिमाइंडर की जरूरत है तो आप मोबाइल फोन में रिमाइंडर लगा सकती हैं। आपको रोजाना कितना पानी पीना है यह भी आपके लिए जानना जरूरी है। डिहाइड्रेशन से प्रीमैच्योर डिलीवरी और अन्य समस्याएं भी हो सकती हैं।
गर्भावस्था के दौरान इम्यून सिस्टम पर प्रभाव पड़ता है इसलिए डॉक्टर विशेषकर सर्दियों में फ्लू की वैक्सीन लेने की सलाह देते हैं। यह डिजीज कंट्रोल सेंटर द्वारा घोषित किया गया है कि गर्भवती महिलाओं व बच्चे के लिए फ्लू की वैक्सीन सुरक्षित हैं। इस समय यदि आप वैक्सीन लेती हैं तो इससे आपमें और बच्चे में फ्लू से होनेवाली कॉम्प्लीकेशंस खत्म हो सकती हैं।
यदि बहुत ज्यादा ठंड पड़ती है तो गर्भवती महिलाओं को बहुत सारे कपड़े पहनने की आवश्यकता हो सकती है इसलिए आप आवश्यकता के अनुसार कपड़े लेती हैं। गर्भवती महिलाएं अक्सर पूछती हैं कि गर्भावस्था के दौरान सर्दियों में क्या पहनें। सर्दियों के कपड़ों में बहुत सारे विकल्प हैं, जैसे मौसम बदलने पर आप टैंक टॉप और टी शर्ट पहन सकती हैं, कार्डिगन पहनें, बटनवाली शर्ट और हल्का स्कार्फ पहनें। इस समय आप अपने लुक को अधिक क्रिएटिव व कूल बना सकती हैं।
जब बहुत ज्यादा ठंड पड़ती है तो आपके लिए बाहर वॉक पर जाना सही नहीं है क्योंकि ठंडी हवा और बर्फ के कारण आपको अपने लंग्स भी ठंडे होते हुए महसूस होंगे। गर्भवती महिलाओं के लिए यह ज्यादा कठिन हो सकता है। गर्भावस्था के दौरान आपके लिए घर के भीतर ही एक्सरसाइज करना बेहतर व सुरक्षित होगा और इससे आप फिट भी रहेंगी। आप इंडोर पूल, जिम, लोकल मॉल में जा सकती हैं और इसके अलावा आप चाहें तो एक योग मैट व योग की डीवीडी भी ले सकती हैं ताकि आप गर्भावस्था के दौरान सर्दियों में भी फिट और एक्टिव रहें।
विशेषकर गर्भावस्था के दौरान कीटाणुओं से बचने के लिए नियमित रूप से हाथ धोएं। कहीं बाहर से आने के बाद, एक्सरसाइज के बाद और कुछ भी करने के बाद आप अपने परिवार और दोस्तों से मिलने से पहले हाथ जरूर धोएं। यदि कहीं आस-पास सिंक नहीं है तो आप हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल भी कर सकती हैं। बाथरूम से आने के बाद हर बार या कुछ भी खाने से पहले अच्छी तरह से हाथ धोएं और अपने गर्भ में पल रहे बच्चे की सुरक्षा को हमेशा ध्यान में रखें।
गर्भावस्था के दौरान आपका शरीर ज्यादा सेंसिटिव हो जाता है और आपको स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं जल्दी होती हैं। बदलते मौसम की वजह से आपको काफी हानि हो सकती है और जर्म्स आपको व बच्चे को भी हानि पहुँचा सकते हैं। यदि ठंड के मौसम में आप घर से बाहर जाती हैं तो इससे आपको काफी समस्याएं हो सकती हैं और इसके जर्म्स से आपको व बच्चे को बहुत ज्यादा हानि हो सकती है। इस समय बहुत ज्यादा ठंड होने की वजह से कुछ महिलाओं को आम सर्दी जुकाम हो जाता है। गर्भावस्था में शरीर बहुत ज्यादा सेंसिटिव होता है जिसकी वजह से घर के गर्म और कोजी माहौल से बाहर निकलने के बाद शरीर को ठंडे मौसम व हवाओं के अनुकूल होने में समय लगता है। जब तक मौसम ठीक नहीं हो जाता आपको कहीं भी बाहर नहीं जाना चाहिए और आपके लिए घर के भीतर रहना ही सुरक्षित है।
ज्यादातर गर्भवती महिलाएं इस बात से चिंतित रहती हैं कि किसी भी दवाई से बच्चे पर कोई प्रभाव न पड़े। महिलाओं का यह डर सही है और समझा भी जा सकता है पर यदि आपको जुकाम और फ्लू तीन से ज्यादा दिनों तक रहता है तो आपको यह समस्या ठीक करने के लिए डॉक्टर के पास जाना चाहिए। यदि आप इससे बचाव के बारे में अन्य लोगों से चर्चा करती हैं तो आपके लिए यह भी बेहतर होगा। इसके लिए डॉक्टर के पास भी जाएं क्योंकि वे बच्चे के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए ही आपको कोई दवा लेने की सलाह देंगे।
गर्भावस्था के दौरान हॉर्मोन्स बदलने की वजह से त्वचा में भी बहुत सारे बदलाव दिखाई देते हैं। ठंडी हवाओं की वजह से आपकी त्वचा से नमी गायब हो सकती है और यह रूखी व बेजान होती है। रूखी त्वचा से पपड़ी निकलती है और इसमें खुजली भी होती है इसलिए विशेषकर यदि आप गर्भवती हैं तो सर्दियों के दिनों में आपको त्वचा की देखभाल करने की जरूरत है। इस समय गुनगुने पानी से नहाएं और तुरंत अपनी त्वचा को मॉइस्चराइज करें क्योंकि खुले हुए छिद्रों में मॉइस्चराइजर लगाने से आपकी त्वचा मुलायम और सौम्य होगी। अपने हाथ, कोहनी, पेट और सीने में ज्यादा मॉइस्चराइजर लगाएं। गर्भावस्था के दौरान शरीर को पैंपर करना जरूरी है इससे आपकी त्वचा की समस्याएं भी कम हो जाती हैं।
सर्दियों में बहुत सारे रोग होते हैं और इस समय फ्लू होना या नाक बहना तो बहुत आम है। यह साल का वो समय है जब आपके लिए आहार में फलों को शामिल करना बहुत जरूरी है। यदि आप गर्भवती हैं पर आप दवाएं नहीं ले सकती हैं तो डायट में ज्यादा से ज्यादा फल शामिल करें। फ्रेश फलों व सब्जियों से आपका इम्यून सिस्टम मजबूत होता है जिससे आपको रोग नहीं होते हैं और शरीर भी हाइड्रेटेड रहता है। आहार या दूध में केसर लेने से भी शरीर को काफी गर्माहट व सुरक्षा मिलती है।
यद्यपि सर्दियों में आपको कई समस्याएं हो सकती हैं पर गर्भावस्था के दौरान उचित देखभाल करने से निश्चित ही आप सुरक्षित महसूस करेंगी। यदि वातावरण का तापमान बहुत कम है और आपको काम के लिए बाहर जाना है तो आप अच्छे जूते ले सकती हैं ताकि चलने में तकलीफ न हो। आप घर की सुविधाओं में रह कर ही उस स्टोर से ग्रोसरी मंगवाएं जहाँ पर होम डिलीवरी भी की जाती है। यदि गर्भावस्था के दौरान आप सर्दियों में भी अपनी पूरी सुरक्षा करती हैं व देखभाल करती हैं तो इन दिनों में भी आपको कोई समस्या नहीं होगी। यदि आप मौसम के बदलाव का सामना करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं तो आप सर्दी-गर्मी के मौसम के खतरों को कम कर सकती हैं।
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