In this Article
गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को हेल्दी, अनहेल्दी और कुछ सामान्य फूड खाने की बहुत ज्यादा क्रेविंग होती है। यदि आप गर्भवती हैं तो हाँ आपको कुछ स्वास्थ्यप्रद खाने का चुनाव करना होगा (और आप करेंगी भी), पर इस दौरान आपको कुछ ऐसा खाने की भी क्रेविंग हो सकती है जो आपने कई महीनों या कई सालों से नहीं खाया होगा। जिसमें एक फल ऐसा है जिसे हम लगभग भूल ही जाते हैं (पर इसे सब पसंद करते हैं) और वह फल सिंघाड़ा है। सिंघाड़े बहुत स्वादिष्ट होते हैं और इसे कच्चा या पका कर भी खाया जा सकता है। पर यदि आप गर्भवती हैं तो आप सोचती होंगी क्या गर्भावस्था के दौरान आप सिंघाड़े खा सकती हैं, आइए जानते हैं।
यदि आप सिंघाड़े खाती हैं तो यह आपके लिए एक अच्छी खबर है। आप गर्भावस्था के दौरान भी सिंघाड़े खा सकती हैं। सिंघाड़ों में विभिन्न प्रकार के विटामिन्स और मिनरल्स हैं जो गर्भावस्था में आपके लिए फायदेमंद होंगे।
सिंघाड़े स्वास्थ्यप्रद खाद्य पदार्थ हैं और यह विटामिन ‘बी6’ का सबसे बेहतरीन स्रोत है जो इम्यून सिस्टम को हेल्दी बनाने में मदद करता है। सिंघाड़े में कैलोरी की मात्रा कम होती है और इसमें फैट्स भी न के बराबर होता है। सिंघाड़ों में कोलेस्ट्रॉल भी शून्य होता है इसलिए यह गर्भवती महिलाओं के लिए एक जादुई फल है। गर्भावस्था के दौरान यह फल आपको आवश्यक न्यूट्रिशन प्रदान करता है और इससे आपका अतिरिक्त वजन भी नहीं बढ़ेगा।
गर्भावस्था के दौरान सिंघाड़ा खाने के फायदे यहाँ बताए गए हैं, आइए जानें;
आप सिंघाड़े को इसके मौसम में फ्रेश फ्रूट के रूप में भी खा सकती हैं या आप इसका कैन भी खरीद सकती हैं। सिंघाड़े को मुख्य सामग्री की तरह या अन्य चीजों में मिलाकर भी पकाया जा सकता है। हालांकि अक्सर लोग सिंघाड़े के आटे का उपयोग करते हैं। इसे आप शरीर में लगाने के लिए पेस्ट के रूप में भी उपयोग कर सकती हैं। सिंघाड़े को विभिन्न तरीको में बनाकर खाया जा सकता है। सिंघाड़े को पकाने के कुछ तरीके यहाँ निम्नलिखित हैं, आइए जानें;
कच्चे पानीफल खाने में भी स्वादिष्ट होते हैं इसलिए आप इसे ऐसे भी खा सकती हैं। आप चाहें तो इसे फ्रेश सलाद में मिलाकर भी खा सकती हैं।
सिंघाड़ों को पॉरिज के रूप में खाना एक सबसे बेहतरीन तरीका है। गर्भावस्था के दौरान सिंघाड़े का पॉरिज आपके लिए बहुत ज्यादा फायदेमंद हो सकता है। इसे बनाने के लिए आप सबसे पहले सिंघाड़े के आटे को घी में फ्राई करें और इसमें थोड़ी सी इलायची मिला लें। अब धीरे-धीरे करके इसमें दूध डालें और पॉरिज की कंसिस्टेंसी होने तक चलाती रहें। स्वाद के लिए आप इसमें गुड़ भी डाल सकती हैं।
गर्भावस्था के दौरान यदि आपको कुछ मीठा खाने की क्रेविंग होती है तो आप सिंघाड़े की खीर भी बना सकती हैं। यह आपके लिए एक हेल्दी खाद्य पदार्थ है। इसे बनाने के लिए सबसे पहले आप थोड़े से दूध को उबालें और उसमें थोड़ा सा सिघाड़ा पाउडर मिलाएं। अब इसमें चुटकी भर दालचीनी पाउडर डालकर अच्छी तरह से मिलाएं और पकने दें। अंत में इसे ड्राई फ्रूट्स से गार्निश करें और इसका आनंद लें।
हलवा बनाने के लिए सबसे पहले आप सिंघाड़े के आटे को घी में रोस्ट करें और फिर इसमें पानी व चीनी मिलाएं। अब इस मिश्रण में ऊपर से थोड़ा सा घी मिलाएं और पकने दें। अंत में इसे कटे हुए बादाम से गार्निश करें और इसके स्वाद का आनंद लें।
सबसे पहले आप एक कटोरे में ब्लांच किए हुए कुछ सिंघाड़े, ब्लांच की हुई कटी शिमला मिर्च, कुछ हरी सब्जियां व बीन्स लें और इसे अच्छी तरह से मिलाएं। अब एक पैन में थोड़ा सा ओलिव ऑयल लें और इसे गर्म करें। गर्म तेल में मिश्रण मिलाएं और इसे चलाते हुए फ्राई करें। यदि आवश्यकता हो तो मिश्रण में ऊपर से थोड़ा सा कॉर्नस्टार्च छिड़कें और गार्निश करें।
यदि आपको गेहूँ की रोटी खाने का मन नहीं है तो आप सिंघाड़े रोटी बना सकती हैं। आप सिंघाड़े के आटे से रोटियां बनाएं और अपनी पसंदीदा सब्जी के साथ खाएं।
ब्लेंडर में खसखस के बीज, दही, काजू, नमक व सफेद मिर्च डालकर इसका पेस्ट बना लें। अब एक पैन में मेथी के कुछ पत्ते और कटे हुए सिंघाड़ों को फ्राई करें। फिर इस पैन में पेस्ट डालें और मिश्रण को अच्छी तरह से मिलाएं। कुछ देर पकाने तक इसे अच्छी तरह से चला लें और फिर धनिया के पत्तों से गार्निश करके सर्वे करें।
सबसे पहले सिंघाड़ों को छीलें और कुछ देर के लिए उबाल लें। अब एक पैन में उबले व छिले हुए सिंघाड़े और पके हुए चावल को एक साथ डालें और इसे अच्छी तरह से मिलाएं।
आप रोज की तरह कोई भी मिक्स सब्जी बनाएं और फिर उसमें सिंघाड़ों को उबालकर व छीलकर डाल दें। इस मिश्रण को अच्छी तरह से चलाएं और स्वाद बेहतर बनाने के लिए इसमें हल्का सा नमक व मिर्च डालें।
गर्भावस्था के दौरान कई महिलाओं को एक्जिमा यानि खुजली की समस्या होती है। सिंघाड़े के पाउडर में थोड़ा सा पानी मिलाकर खुजली की जगह पर लगाने से आपको बहुत आराम मिल सकता है और यह एक्जिमा जैसी समस्या को भी खत्म करता है।
सिंघाड़ा कोई विदेशी या कम पाया जाने वाला फल नहीं है और यह बहुत सरलता से मिल जाता है। आप गर्भावस्था के दौरान भी सिंघाड़े के स्वाद का आनंद ले सकती हैं पर इसे बहुत ज्यादा मात्रा में खाने से आपको साइड-इफेक्ट्स हो सकते है, जैसे मतली या पेट खराब। अपनी गर्भावस्था की डाइट में सिंघाड़ा शामिल करने से पहले एक बार डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
यह भी पढ़ें:
बच्चों को कोई भी भाषा सिखाते समय शुरुआत उसके अक्षरों यानी स्वर और व्यंजन की…
बच्चों का बुरा व्यवहार करना किसी न किसी कारण से होता है। ये कारण बच्चे…
हिंदी देश में सबसे ज्यादा बोली जाती है, अंग्रेजी का उपयोग आज लगभग हर क्षेत्र…
हिंदी भाषा में हर अक्षर से कई महत्वपूर्ण और उपयोगी शब्द बनते हैं। ऐ अक्षर…
हिंदी भाषा में प्रत्येक अक्षर से कई प्रकार के शब्द बनते हैं, जो हमारे दैनिक…
हिंदी की वर्णमाला में "ऊ" अक्षर का अपना एक अनोखा महत्व है। यह अक्षर न…