In this Article
गर्भावस्था के समय पर आपको बहुत ज्यादा जानकारियां रखने की जरूरत होती है। यह एक ऐसा समय है जब महिला कोई भी निर्णय लेने से पहले बहुत ज्यादा सोचती है क्योंकि इससे बच्चे पर असर पड़ सकता है। गर्भावस्था में आपका शरीर बदलता है जिसकी वजह से हॉर्मोन्स में भी बदलाव होते हैं। गर्भावस्था के दौरान इन हॉर्मोनल बदलावों के कारण आपको त्वचा की समस्याएं भी हो सकती हैं। हाँ, इसके अलावा इस समय आपको मॉर्निंग सिकनेस भी होती है। हम जानते हैं अभी आप गर्भावस्था में त्वचा की चमक के बारे में भी सोच रही होंगी पर कभी-कभी गर्भावस्था की पहली तिमाही में त्वचा में वह चमक नहीं आती है जिसके बारे में आप सोच रही हैं। हाँ इस दौरान आपको एक्ने या पिम्पल्स की समस्या जरूर हो सकती है जिससे आपको अच्छा न लगे। आपको चिंता करने की जरूरत नहीं क्योंकि इस दौरान टी ट्री ऑयल जैसे एसेंशियल ऑयल का उपयोग करने से आपकी त्वचा की समस्याएं कम हो सकती हैं।
टी ट्री ऑयल में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-बैक्टीरियल के गुण इसे गर्भावस्था के दौरान एक्ने व त्वचा की अन्य कॉम्प्लीकेशंस के लिए एक प्रभावी रेमेडी बनाते हैं। पर गर्भावस्था के दौरान टी ट्री का उपयोग करना पूरी तरह से सही है? आइए जानें।
टी ट्री ऑयल को मेलालियुका अल्टेरनिफोलिया भी कहा जाता है और इसे टी ट्री से एक्सट्रैक्ट किया जाता है। टी ट्री ऑयल को इसके माइक्रोबियल और एंटीसेप्टिक गुणों के लिए भी जाना जाता है जिसकी वजह से आमतौर पर लोग इसका उपयोग त्वचा की समस्याओं, मस्सा, खाज, खुजली, कीड़े के काटने पर, फंगल और बैक्टीरियल इन्फेक्शन के लिए भी इसका उपयोग करते हैं। यह बालों और नाखुनों के लिए भी बहुत अच्छा माना जाता है।
हाँ, आप गर्भावस्था के दौरान भी टी ट्री ऑयल का उपयोग कर सकती हैं पर इसके लिए आपको बहुत सारी सावधानियां बरतने की जरूरत है। यदि आप इसका उपयोग करना चाहती हैं तो पहले आपको बोतल में दिए इसके इंस्ट्रक्शंस पढ़ लेने चाहिए या डॉक्टर की सलाह के बाद ही इसका उपयोग करें। टी ट्री ऑयल जैसे एसेंशियल ऑयल्स बहुत ज्यादा कंसन्ट्रेटेड होते हैं। इसका यह मतलब है कि यदि इसे एक प्लांट से अलग-अलग रूपों में एक्सट्रैक्ट किया जाए तो यह बहुत ज्यादा प्रभावी हो जाता है। इसलिए इसे अपनी त्वचा में लगाने से पहले जान लें कि टी ट्री ऑयल का उपयोग कैसे करना चाहिए।
डॉक्टर के अनुसार टी ट्री ऑयल को डाइल्यूट करके ही उपयोग करना चाहिए। डॉक्टर से सलाह के आप इसका उपयोग निर्देशानुसार कर सकती हैं। डॉक्टर भी आपको टी ट्री ऑयल का उपयोग करने की सावधानियां बता सकते हैं जिसका आपको ध्यान रखना चाहिए। गर्भावस्था के दौरान टी ट्री ऑयल को किसी करने से भी यह बच्चे के लिए हानिकारक होता है। इसलिए इसे कभी भी इंजेस्ट न करें और मुंह के आस-पास इसे न लगाएं।
एक्सपर्ट्स के अनुसार गर्भावस्था के दौरान विशेषकर पहली तिमाही में टी ट्री ऑयल का उपयोग बहुत सावधानी से करना चाहिए। यदि इसका उपयोग ठीक से नहीं किया गया तो इससे आपको गर्भाशय में संकुचन हो सकता है और बढ़ते बच्चे के विकास में भी असर पड़ सकता है। हालांकि दूसरी व तीसरी तिमाही में जैसे-जैसे बच्चा विकसित होता है इसका उपयोग करने से कम खतरे होते हैं। ,
गर्भावस्था के दौरान टी ट्री ऑयल का उपयोग करने के कुछ फायदे निम्नलिखित हैं, आइए जानें;
यहाँ पर गर्भावस्था के दौरान टी ट्री ऑयल का उपयोग करने के तरीके बताए गए हैं, आइए जानें;
गर्भावस्था में टी ट्री ऑयल का उपयोग करने से कुछ निम्नलिखित खतरे भी हो सकते हैं, आइए जानें;
यदि किसी गर्भवती महिला या अन्य किसी वयक्ति को समस्याएं हैं तो उन्हें टी ट्री ऑयल का उपयोग बिलकुल भी नहीं करना चाहिए। वे कौन सी समस्याएं हैं, आइए जानें;
गर्भावस्था के दौरान टी ट्री ऑयल का उपयोग करते समय आप निम्नलिखित सावधानियां जरूर बरतें, आइए जानें;
त्वचा में किसी भी प्रकार की समस्याओं को ठीक करने के लिए टी ट्री ऑयल का उपयोग किया जाता है, जैसे एक्ने और पिंपल्स। हालांकि, विशेषकर गर्भावस्था के दौरान यदि आप इसका उपयोग करती हैं तो आपको सावधानियां बरतनी चाहिए। गर्भावस्था में टी ट्री को डायल्यूट करके उपयोग करने से इसके संभावित खतरे कम हो सकते हैं। आप गर्भावस्था में इस तेल का उपयोग कितना कर सकती हैं और इसका कैसे उपयोग कर सकती हैं यह सभी बातें जानने के लिए डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
यह भी पढ़ें:
प्रेगनेंसी में नीलगिरी तेल का उपयोग
क्या प्रेगनेंसी में ऑलिव ऑयल का उपयोग करना चाहिए?
जैसे हिंदी भाषा में बच्चों को सबसे पहले ‘वर्णमाला’ सिखाया जाता है वैसे ही गणित…
हिंदी की वर्णमाला में उ अक्षर का महत्वपूर्ण स्थान है। यह अक्षर बच्चों के लिए…
हिंदी की वर्णमाला में 'ई' अक्षर का बहुत महत्व है, जिसे 'बड़ी ई' या 'दीर्घ…
जैसे-जैसे डिलीवरी की तारीख नजदीक आती है, गर्भवती महिला की चिंता और उत्तेजना बढ़ती जाती…
आमतौर पर जोड़ों की बीमारियां बड़ों में देखने को मिलती हैं, लेकिन ये समस्याएं बच्चों…
हिंदी वह भाषा है जो हमारे देश में सबसे ज्यादा बोली जाती है। बच्चे की…