गर्भावस्था

गर्भावस्था के दौरान यात्रा

गर्भावस्था का दौर एक थका देने वाला समय हो सकता है और इस दौरान यात्रा आदि करना कई महिलाओं के लिए कठिन हो सकता है। कुछ लोग यह सलाह देंगे कि गर्भावस्था के दौरान आपका घर पर रहना और बहुत अधिक न घूमना-फिरना ही सर्वोत्तम विकल्प है। तथापि जीवन अनिश्चित है। कह नहीं सकते कि कब, किस स्थिति में आपको यात्रा करने के लिए विवश होना पड़ जाए, जैसे कि स्थाई रूप से दूसरे शहर में स्थानांतरित होना। इस दौरान, आपको स्वाभाविक रूप से यह दुविधा हो सकती है कि क्या ऐसा करना सुरक्षित है। अधिकांश गर्भवती महिलाएं शिशु की सुरक्षा को लेकर चिंतित रहती हैं, खासकर लम्बी दूरी की यात्रा के दौरान। अपने दिमाग को शांत रखने का सबसे अच्छा तरीका है कि यात्रा से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श करें और सभी आवश्यक सावधानियां बरतें। महत्वपूर्ण बात यह समझना है कि आपको अपने बढ़ते हुए शिशु को सुरक्षित रखने और गर्भावस्था के दौरान किसी भी अनावश्यक जटिलता से बचने की आवश्यकता है। हालांकि, यदि आप किसी आपात स्थिति या काम के कारण यात्रा को टाल नहीं सकती हैं, तो आप हमेशा अपने डॉक्टर के साथ विकल्पों पर चर्चा कर सकती हैं और अधिकतम सुरक्षा के लिए क्या किया जा सकता है, यह सुनिश्चित कर सकती हैं।

क्या गर्भावस्था के दौरान यात्रा करना सुरक्षित है

जब तक आपको गर्भावस्था की कोई विशेष जटिलताएं न हों, लगभग पूरी गर्भावस्था के दौरान यात्रा करना सुरक्षित होता है। यात्रा करने का सबसे अच्छा समय दूसरी तिमाही में होता है, जब आप अपनी मॉर्निंग सिकनेस की परेशानी वाला दौर बिता चुकी होती हैं। तीसरी तिमाही के दौरान यात्रा संभव है, लेकिन आप थकान और असुविधा से ग्रस्त हो सकती हैं। संभावित प्रसव पीड़ा के जोखिम के कारण, 36वें सप्ताह के बाद हवाई और जलमार्ग से यात्रा करने की सलाह नहीं दी जाती है

पहली तिमाही में यात्रा

यद्यपि गर्भावस्था के शुरूआती समय में यात्रा करना संभव होता है, लेकिन आमतौर पर इसके साथ कई तरह के जोखिम जुड़े होने के कारण इसकी सलाह नहीं दी जाती है। पहली तिमाही में ही आपको गर्भावस्था के अधिकांश लक्षणों का अनुभव होता है जैसे कि मॉर्निंग सिकनेस, मतली, उल्टी, आदि और ये सब इस दौरान अधिक स्पष्ट होते हैं। इसके अलावा, पहली तिमाही के दौरान आपको गर्भपात का खतरा थोड़ा अधिक हो सकता है। इसलिए सड़क द्वारा लंबी दूरी की यात्रा और हवाई यात्रा की सलाह नहीं दी जाती है। चूंकि आपका शिशु विकास की स्थिति में होता है, इसलिए यात्रा के दौरान कोई भी जोखिम शिशु के समुचित विकास को प्रभावित कर सकता है। हालांकि, आप अपनी गर्भावस्था की सही स्थिति समझने के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श कर सकती हैं, और यदि आपकी गर्भावस्था संतुलित है, तो आपके डॉक्टर यात्रा की अनुमति दे सकते हैं ।

दूसरी तिमाही में यात्रा

अगर आपको यात्रा करनी है, तो दूसरी तिमाही आपके लिए सबसे अच्छा समय है। यह वो समय है जब आपके गर्भपात के जोखिम बहुत कम होते हैं। आप देखेंगी कि मतली और मॉर्निंग सिकनेस जैसे आपके गर्भावस्था के लक्षण कम हो गए हैं, जिसकी वजह से यात्रा करना थोड़ा और आरामदेह हो सकता है। हालांकि, यदि आपको कोई गंभीर जटिलताएं हैं, तो भी यात्रा की राय नहीं दी जा सकती है। अपने डॉक्टर के साथ परामर्श करना और समय से पहले अपनी यात्रा की योजनाओं पर चर्चा करना सबसे अच्छा है, यहाँ तक कि दूसरी तिमाही के दौरान भी।

तीसरी तिमाही में यात्रा

जहाँ तीसरी तिमाही में यात्रा करना समस्याकारी नहीं होता है, वहीं गर्भावस्था के इस चरण में, आपको शिशु के बढ़े हुए वजन के कारण थकान का अनुभव होने की संभावना होती है। यह परेशानी बढ़ा सकता है और आपके लिए यात्रा को तनावपूर्ण बना सकता है। इसके अलावा, यदि आपको ओलिगोहाइड्राम्निओस या पॉलीहाइड्रम्निओस जैसी समस्याएं हैं, तो जटिलताओं से बचने के लिए यह सलाह दी जाती है कि आप यात्रा न करें। यदि आपको यात्रा करनी है, तो टिकट आरक्षित कराने से पहले एयरलाइंस से भी जानकारी लेनी होगी। अधिकांश एयरलाइंस प्रसव की संभावना के कारण 36 सप्ताह से अधिक गर्भकाल वाली महिलाओं को यात्रा करने की अनुमति नहीं देती हैं।

गर्भावस्था के दौरान सड़क यात्रा

गर्भावस्था के दौरान सड़क मार्ग से यात्रा करना सुविधाजनक हो सकता है, विशेषतः कम दूरी के लिए। गाड़ी चलाकर जाने से आप अपने शरीर को फैलाने और चलने-फिरने के लिए आवश्यकतानुसार विराम ले सकती हैं। आप हवाई यात्रा में हो सकने वाली अधिक ऊँचाई की परेशानी से भी बच सकती हैं।

याद रखने योग्‍य बातें

यदि आप सड़क से यात्रा करना चाहती हैं, तो पहले आपको निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना होगा।

1. यात्रा से पहले

  • गाड़ी में अपने स्वास्थ्य और प्रसवपूर्व रिकॉर्ड रखें।
  • आपात स्थिति के लिए एक मोबाइल फोन रखें।
  • रास्ते में यहाँ-वहाँ कहीं भी खाने से बचने के लिए घर का बना कुछ नाश्ता रखें।
  • हाइड्रेटेड रहने के लिए गाड़ी में पर्याप्त बोतलबंद पानी रखें।

2. यात्रा के दौरान

  • अपनी सीट बेल्ट को हर समय अपने पेट के नीचे लगा कर रखें।
  • यदि आप वाहनचालक के बगल वाली सीट पर हैं, तो अपनी सीट को पूरी तरह से पीछे की ओर ले जाएं, ताकि आपको फैल सकने के लिए पर्याप्त जगह मिल सके।
  • यदि आप गाड़ी चला रही हैं, तो बैठने की एक आरामदेह स्थिति में आने के लिए सीट को जितना संभव हो, उतना पीछे की ओर ले जाएं ।
  • ढेर सारा पानी पीकर खुद को हाइड्रेटेड रखें।
  • मतली से बचने के लिए पौष्टिक नाश्ता करें ।
  • पीठ के दर्द से बचने के लिए सीट और अपनी पीठ के बीच एक कुशन या एक छोटा तकिया रखें।
  • अपने शरीर को फैलाने और चलने-फिरने के लिए, जितनी बार संभव हो, उतनी बार विराम लें और चलें, जिससे आपका रक्त संचार बना रहे।

3. किससे बचें

  • लंबी सड़क यात्राओं से बचने की कोशिश करें।
  • रास्ते पर मिलने वाला खाना खाने से बचें।
  • कसे हुए या तंग कपड़े पहनने से बचें।
  • ऊबड़-खाबड़ रास्तों से बचें ।

4. जब आप उतरें

  • भरपूर आराम करें।
  • खुद को फिर से हाइड्रेटेड करें और खाएं ।
  • पर्याप्त आराम किए बिना दूसरी लंबी यात्रा पर न जाएं ।

गर्भावस्था के दौरान हवाई यात्रा

कई गर्भवती महिलाओं के लिए हवाई यात्रा एक सुरक्षित विकल्प हो सकती है क्योंकि इसमें अचानक कोई हलचल नहीं होती। यह विशेष रूप से लंबी दूरी की यात्रा के लिए सुविधाजनक है। हालांकि, स्थान की कमी के कारण आप थोड़ा तंग महसूस कर सकती हैं, खासकर जब आपको शरीर को फैलाने की आवश्यकता होती है।

याद रखने योग्‍य बातें

उचित सावधानियों के साथ, हवाई यात्रा को अधिक से अधिक परेशानी रहित बनाया जा सकता है, ताकि आप किसी भी असुविधा से बची रहें।

1. यात्रा से पहले

  • हल्का सामान पैक करें और अपनी सभी दवाएं ले जाएं ।
  • आरामदेह और ढीले कपड़े पहनें।
  • संभावित सूजन के कारण होने वाली किसी भी परेशानी से बचने के लिए बड़े जूते पहनें ।
  • पैरों के लिए अधिक जगह पाने के लिए निकासी के पास बीच के रास्ते वाली सीट के लिए अनुरोध करें।
  • स्कैनिंग मशीन के बजाय छड़ी या हाथ से जांच करने का अनुरोध करें।

2. यात्रा के दौरान

  • हमेशा अपनी सीटबेल्ट पहने रखें।
  • अपने आप को हाइड्रेटेड रखने के लिए पर्याप्त तरल पदार्थ पिएं ।
  • विशेष रूप से लंबी उड़ानों में, हाई केबिन प्रेशर के कारण सूजन या रक्त के थक्कों से बचने के लिए, बीच-बीच में अपने टखनों और पैरों को फैलाएं ।
  • अपने रक्त संचार को बनाए रखने के लिए हर थोड़ी देर में टहलने का प्रयास करें।
  • यदि आपको कोई असुविधा महसूस होती है, तो एयर होस्टेस की मदद लें।

3. किससे बचें

  • छोटे निजी विमानों से बचें और प्रेशराइज्ड केबिन वाली प्रमुख एयरलाइन्स से यात्रा करें।
  • यदि आप छोटे विमानों में यात्रा करती हैं, तो 7000 फीट से अधिक की ऊँचाई से बचें।
  • समयपूर्व प्रसव से बचने के लिए, गर्भावस्था के 36 हफ्तों के बाद हवाई यात्रा करने से बचें।

4. जब आप उतरें

  • अपनी मांसपेशियों को ढीला करने के लिए अपने पैरों और टखनों को फैलाने की कोशिश करें।
  • अगर आपको विमान से उतरने पर कोई असुविधा महसूस होती है, तो सलाह के लिए अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
  • आराम करें और भरपूर नींद लें।

गर्भावस्था के दौरान समुद्री यात्रा

जब तक आपको जहाज पर जाने से मतली की समस्या या गर्भावस्था की अन्य जटिलताएं नहीं हैं, तब तक गर्भावस्था के दौरान समुद्री यात्रा आपके लिए सुरक्षित होनी चाहिए।

याद रखने योग्‍य बातें

1. यात्रा से पहले

  • अपनी दवाइयां पैक करें और सुनिश्चित करें कि वे आपकी पूरी यात्रा के दौरान साथ रहें।
  • अपने स्वास्थ्य और प्रसवपूर्व रिकॉर्ड ले जाएं ।
  • आप क्या खा सकती हैं और क्या नहीं, इसके लिए अपने डॉक्टर से खाद्य पदार्थों का डाइट चार्ट लें।
  • जहाज पर सुरक्षा उपायों का ध्यान रखें।
  • समय-सारिणी को देखें और यह जानें कि आपके पास प्रत्येक बंदरगाह पर कितना समय है।
  • संबंधित कार्यालयों से यह सुनिश्चित करें कि जहाज को सभी निरीक्षणों की मंजूरी मिल गई है।

2. यात्रा के दौरान

  • स्वस्थ और पौष्टिक भोजन खाएं ।
  • ढेर सारा पानी पिएं और हाइड्रेटेड रहें।
  • चलने की जगह का उपयोग करें और बीच-बीच में चलती-फिरती रहें।

3. किससे बचें

  • धूप से झुलसने और गर्मी से बचने के लिए डेक पर अधिक समय बिताने से बचें।
  • जो सी फूड और मछली आप खाती हैं, उस पर ध्यान दें। उनमें से कुछ में पारा होता है जो भ्रूण में मस्तिष्क के विकास को बाधित कर सकता है। पहले से ही अपने डॉक्टर से पता कर लें कि आप क्या खा सकती हैं और क्या नहीं।
  • गिरने से बचने के लिए फिसलन वाली सतहों पर न चलें।
  • बंदरगाहों पर स्थानीय भोजन खाने से बचें।
  • संक्रमण से बचने के लिए सार्वजनिक पूल वाली जगहों में जाने से बचें। इसके बजाय, निजी पूल या जकूज़ी का विकल्प चुनें।
  • पानी और जोखिम वाले खेलों से बचें।

4. जब आप उतरें

  • पर्याप्त आराम किए बिना दूसरी लंबी यात्रा पर न जाएं

गर्भावस्था के दौरान ट्रेन यात्रा

ट्रेन की यात्रा अधिक सुविधाजनक हो सकती है और यह मतली का कारण नहीं बनती है। आपको पैरों के लिए अधिक जगह और यात्रा के दौरान चलने-फिरने और शरीर को फैलाने के लिए पर्याप्त जगह मिल जाती है।

याद रखने योग्‍य बातें

1. यात्रा से पहले

  • कम से कम विराम वाली सीधी ट्रेन का टिकट आरक्षित करें।
  • अपनी पीठ को सहारा देने के लिए एक तकिया साथ में रखें।
  • सुविधा के लिए नीचे की बर्थ आरक्षित करें।
  • ट्रेन में अपना सामान ले जाने के लिए कुली को लें।
  • शौचालय के पास वाली सीट के लिए अनुरोध करें।
  • आरामदायक कपड़े और जूते पहनें।

2. यात्रा के दौरान

  • अपने पैरों को आराम दें और अपने पंजों को जितनी बार आप ऊपर रख सकती हैं, उतनी बार रखें।
  • ट्रेन के अंदर उचित सहारे के साथ बीच-बीच में चलें।

3. किससे बचें

  • विक्रेताओं से भोजन खरीदने से बचें। इसके बजाय घर का बना भोजन ले जाएं।
  • जब ट्रेन चल रही हो तो डिब्बों में चलने-फिरने या शौचालय का उपयोग करने से बचने की कोशिश करें।
  • अकेले यात्रा करने से बचें और मदद करने के लिए कम से कम एक व्यक्ति के साथ यात्रा करें।
  • चलती हुई ट्रेन में न चढ़ें।

4. जब आप उतरें

  • ट्रेन से उतरते समय फिसलन भरी सीढ़ियों से सावधान रहें।
  • भीड़ से बचने के लिए तब तक प्रतीक्षा करें, जब तक कि अन्य यात्री नीचे न उतर जाएं ।
  • अपना सामान ले जाने के लिए कुली को लें।

गर्भवती महिलाओं को यात्रा से कब बचना चाहिए

निम्नलिखित स्थितियों में गर्भावस्था के दौरान यात्रा से बचा जाना चाहिए:

  • गर्भपात या समयपूर्व प्रसव का इतिहास: यदि आपका या आपके परिवार में किसी का पहले गर्भपात हो चुका हो या समयपूर्व प्रसव हुआ हो, तो यात्रा से बचना ही सबसे अच्छा है।
  • एक से अधिक गर्भधारण: यदि आप जुड़वां या अधिक भ्रूणों के साथ गर्भवती हैं, तो आपका डॉक्टर यात्रा न करने की सलाह दे सकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि एक से अधिक गर्भधारण होने पर आपको समयपूर्व प्रसव की संभावना अधिक होती है।
  • प्रीक्लैम्पसिया या उच्च रक्तचाप: प्रीक्लैम्पसिया से पीड़ित महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान कुछ जटिलताओं का सामना करना पड़ सकता है। यात्रा आपको थका सकती है और अधिक जटिलताओं को जन्म दे सकती है।
  • गर्भनाल की असामान्यताएं: प्लेसेंटा प्रिविया और गर्भनाल पृथक्करण जैसी स्थितियां आपके और शिशु, दोनों के लिए एक बड़ा खतरा पैदा कर सकती हैं। यदि आप इन स्थितियों से पीड़ित हैं, तो रक्तस्राव भी आम हो सकता है। ऐसी स्थिति में यात्रा करने की सलाह नहीं दी जाती है क्योंकि यह आपके और आपके शिशु के लिए जटिलताओं का जोखिम बढ़ा सकती है।
  • गर्भकालीन मधुमेह: गर्भकालीन मधुमेह से पीड़ित महिलाओं को पर्याप्त आराम और देखभाल की आवश्यकता होती है, क्योंकि गंभीर मामलों में जन्म संबंधी जटिलताएं आ सकती हैं। इसलिए, यदि आपको गर्भकालीन मधुमेह है, तो आपको यात्रा से बचना चाहिए।
  • अक्षम गर्भाशय ग्रीवा: एक कमजोर गर्भाशय ग्रीवा आपके समयपूर्व प्रसव के जोखिम को बढ़ाती है, और भारी हलचल के कारण झिल्ली टूट सकती है, जिससे प्रसव हो सकता है। इन जटिलताओं को दूर करने के लिए भरपूर आराम करने की सलाह दी जाती है।
  • गर्भावस्था के दौरान भारी रक्तस्राव: गर्भावस्था के दौरान थोड़ा रक्तस्राव आम है। हालांकि, यदि आपको अधिक मात्रा मेंं रक्तस्राव हुआ है, तो किसी भी जटिलता और असुविधा से बचने के लिए यात्रा पर न जाना ही बुद्धिमानी है।
  • अस्थानिक गर्भावस्था: अस्थानिक गर्भावस्था माँ के लिए एक गंभीर खतरा है। यदि आपको अस्थानिक गर्भावस्था है, विशेष रूप से प्रीक्लैम्पसिया के साथ, तो जटिलताओं को कम करने के लिए यात्रा से बचना ही सबसे अच्छा है।

गर्भावस्था के दौरान यात्रा करने के लिए सुरक्षा संबंधी सुझाव

  • अपनी मांसपेशियों को फैलाएं: यह महत्वपूर्ण है कि आप नियमित व्यायाम के द्वारा यात्रा के दौरान रक्त संचार बनाए रखें। विराम लें, चलें-फिरें और जितनी बार हो सके, उतनी बार अपने पैरों को फैलाएं । यह डीप वेन थ्रॉम्बोसिस (डीवीटी) के जोखिम से बचाएगा, जो अत्यधिक खतरनाक रक्त के थक्कों को जन्म दे सकता है।
  • एक यात्रा किट पैक करें: कम्प्रेशन मोजे, प्रसवपूर्व विटामिन, रक्तस्राव के लिए क्रीम, चिकित्सीय दस्तावेज और अपने डॉक्टर का संपर्क विवरण, पौष्टिक नाश्ता, हाथ स्वच्छकरने के लिए सैनिटाइज़र, दवाओं (गर्भावस्था के लिए उपयुक्त) के साथ एक यात्रा किट ले जाएं।
  • हाइड्रेटेड रहें: पूरी यात्रा के दौरान हाइड्रेटेड रहना याद रखें। कैफीन वाले पेयों से बचें।
  • अपने डॉक्टर से परामर्श करें: अपने डॉक्टर से अपनी यात्रा की योजनाओं के बारे में चर्चा करें, जिसमें यह भी शामिल हो कि आप कहाँ-कहाँ जा रही हैं। आपका डॉक्टर सभी सलाह देने और आवश्यक स्वास्थ्य संबंधी सावधानियों का सुझाव देने में सक्षम होगा। आपको यह सुनिश्चित करने के लिए भी नियमित जांच के लिए जाना होगा कि यात्रा करने के लिये आपका स्वास्थ्य बिल्कुल सही है।
  • आप क्या खाती हैं, इसका ध्यान रखें: केवल बोतलबंद पानी और पाश्चुरीकृत दूध पिएं और सुनिश्चित करें कि आपका भोजन ठीक से पकाया गया है।
  • यात्रा बीमा प्राप्त करें: सुनिश्चित करें कि यदि आप प्रसव में जाती हैं तो आपका यात्रा बीमा आपकी गर्भावस्था और चिकित्सा बिलों को कवर करता है।
  • एयरलाइन से जांच करें: यदि आप हवाई यात्रा कर रही हैं, तो सुनिश्चित करें कि एयरलाइन यात्रा की अनुमति देती है, क्योंकि अधिकांश एयरलाइन्स 36 सप्ताह से अधिक की गर्भवती महिलाओं को यात्रा करने की अनुमति नहीं देती हैं। जब आप टिकट आरक्षित करा लेती हैं, तो बीच के रास्ते वाली सीट का अनुरोध करें, ताकि आपको पैर के लिए अधिक जगह और चलने-फिरने की सुविधा मिल सके।
  • आराम से रहें: आरामदेह कपड़े पहनें, खुद को धूप से बचाएं और सुनिश्चित करें कि आप अपने शरीर के संकेतों को सुनें। यदि आपको कोई असुविधा महसूस हो, तो भरपूर आराम करें।
  • जल्दबाजी न करें: जब आप नीचे उतर रही हों, तो धैर्य रखें। धक्के से बचने के लिए दूसरे यात्री को आगे बढ़ने दें।
  • स्वच्छता का ध्यान रखें: शौचालय और प्रसाधन का उपयोग करते समय उचित स्वच्छता का ध्यान रखें। यदि आपके पास विकल्प हो, तो पश्चिमी शैली के शौचालय के बजाय भारतीय शैली के शौचालय का उपयोग करें। यदि आप पति या किसी दोस्त के साथ यात्रा कर रही हैं, तो सुरक्षा के लिए उन्हें शौचालय के बाहर प्रतीक्षा करने के लिए कहें।

सही सावधानियों और देखभाल के साथ गर्भावस्था में यात्रा संभव है। यह भी सलाह दी जाती है कि आप कोई भी लंबी दूरी की यात्रा करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श करके उनकी सहमति लें। इसके अलावा, ऐसी कोई भी जटिलताएं, जो आपको यात्रा करने से रोक सकती हैं, उनको दूर रखने के लिए नियमित जांच के लिए जाएं । सुरक्षित यात्रा के लिए अच्छी तरह से नियोजन और सावधानियों की जरूरत होती है। यह विशेष रूप से तब सही है जब आप गर्भवती हैं, ताकि आप और आपके बढ़ते हुए शिशु, दोनों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।

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श्रेयसी चाफेकर

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