गर्भावस्था

प्रेगनेंसी पिलो – फायदे, प्रकार और कैसे उपयोग करें

महिलाओं के लिए गर्भावस्था एक एक्साइटिंग और चैलेंजिंग समय होता है। इन नौ महीनों में गर्भवती महिला की पूरी देखभाल और सुरक्षा करनी होती है ताकि माँ और बच्चा दोनों सुरक्षित रहें और उन्हें आवश्यक न्यूट्रिशन मिलती रहे। 

जितना गर्भ में पल रहे बच्चे को अंदर से बढ़ने और स्वस्थ डिलीवरी के लिए ज्यादा से ज्यादा पोषण की जरूरत होती है, उतना ही एक माँ को यह ध्यान रखना चाहिए कि वह बाहरी रूप से सुरक्षित रहे। इसलिए यह जरूरी है कि गर्भवती महिला एक सुरक्षित वातावरण में है जहाँ पर वह सुविधाजनक रह सकती है और आराम से घूम सकती है। 

एक गर्भवती महिला के लिए ध्यान देने योग्य सबसे महत्वपूर्ण होता है कि वह किस पोजीशन में सोती है। कई बार आपके साथी या परिवार के लोग इस डर से रातभर जागते रहते हैं कि कहीं आप किसी ऐसी पोजीशन में न सो रही हों जिससे बच्चे को कोई भी हानि हो सकती है। 

रेगुलर मैट्रेस का डिजाइन गर्भवती महिलाओं के लिए सुविधाजनक नहीं होता है और इससे उन्हें सोने में तकलीफ होने के साथ-साथ शरीर में दर्द भी होता है। इसी वजह से उनके लिए प्रेगनेंसी पिलो जरूरी है।

मैटरनिटी पिलो क्या है?

मैटरनिटी या प्रेगनेंसी पिलो को विशेष गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के बदलते शरीर और उनकी स्लीपिंग पोजीशन को सपोर्ट करने के लिए डिजाइन किया जाता है। यह पिलो महिलाओं के पूरे शरीर को सपोर्ट देती है इसलिए इसका आकार सामान्य से अधिक बड़ा होता है। मैटरनिटी पिलो की मदद से गर्भवती महिला को सोने में बहुत ज्यादा सुविधा होती है। यह गर्भावस्था में बाद के दिनों के लिए काफी फायदेमंद होती है जब महिलाओं के लिए नॉर्मल पोजीशन में सोना एक चैलेंज हो जाता है। 

प्रेगनेंसी पिलो का उपयोग करने के 4 फायदे

प्रेगनेंसी पिलो का सबसे मुख्य फायदा यह है कि यह पिलो महिलाओं के शरीर को सपोर्ट करती है ताकि वे आराम से सो सकें। प्रेगनेंसी पिलो के निम्नलिखित फायदे दिए हुए हैं, आइए जानें;

  1. शरीर का दर्द कम करता है

जैसे कि गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के शरीर का वजन बढ़ता है जिसकी वजह से उनकी पीठ, हिप्स और पैरों में बहुत ज्यादा दबाव पड़ता है। शरीर के इन भागों को आराम मिलना बहुत जरूरी है और यह तभी मुमकिन है जब आप सही पोजीशन में सोयेंगी। प्रेगनेंसी पिलो से शरीर के इन भागों को सुविधा होती है और दर्द ठीक होने के साथ महिला को पूरा आराम मिलता है। 

  1. ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है

गर्भवती महिलाओं को करवट से लेटने की सलाह दी जाती है क्योंकि इससे ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है। बढ़ते पेट के कारण गर्भवती महिलाओं का एक तरफ लेटना असुविधाजनक हो सकता है। प्रेगनेंसी पिलो की मदद से गर्भवती महिलाओं को करवट होकर लेटने में मदद मिल सकती है और इससे उनके शरीर में ब्लड सर्कुलेशन भी बढ़ता है। 

  1. आराम मिलता है और नींद अच्छी होती है

गर्भावस्था के दौरान स्वस्थ और सुरक्षित रहने के लिए आपको पूरा आराम करने की जरूरत है और प्रेगनेंसी पिलो की मदद से आपको अच्छी नींद लेने में मदद मिल सकती है। 

  1. डिलीवरी के बाद फायदेमंद

बच्चे के जन्म के बाद भी मैटरनिटी पिलो आपके लिए बहुत ज्यादा उपयोगी हो सकती है क्योंकि यह ब्रेस्टफीडिंग के दौरान बच्चे को सही पोजीशन में रखने में मदद करती है ताकि बच्चा लैचिंग सीख सके। 

आप प्रेगनेंसी पिलो का उपयोग करना कब शुरू कर सकती हैं?

वैसे प्रेगनेंसी पिलो के उपयोग का कोई भी निश्चित समय नहीं है, आप इसका उपयोग कभी भी कर सकती हैं जब आपको सोने में बहुत ज्यादा असुविधा हो। गर्भावस्था के लगभग 20वें सप्ताह में महिला का पेट बढ़ने लगता है जिससे वजन बढ़ने के कारण उन्हें लिगामेंट्स और शरीर के अन्य भागों में दर्द होने लगता है। आप लगभग इस समय प्रेगनेंसी पिलो का उपयोग करना शुरू कर सकती हैं। 

विभिन्न प्रकार की प्रेगनेंसी पिलो और उनका उपयोग कैसे करें

प्रेगनेंसी पिलो कई प्रकार की होती हैं और यह अलग-अलग शेप व साइज में मिलती हैं। हर प्रकार की पिलो अलग-अलग आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद करती है। गर्भवती महिलाओं को अपनी असुविधाएं समझकर ही मैटरनिटी पिलो चुननी चाहिए। हर गर्भावस्था अलग होती है और इसके असुविधाएं भी अलग-अलग ही होती हैं। विभिन्न प्रकार की पिलो की आवश्यकता अलग-अलग स्थिति में होती है। यहाँ मैटरनिटी पिलो के कुछ प्रकार बताए गए हैं, आइए जानें;

प्रेगनेंसी वेड्ज पिलो

प्रेगनेंसी वैज पिलो को मैटरनिटी कुशन भी कहते हैं और यह साइज में सबसे छोटी होती है। इस पिलो का उपयोग गर्भावस्था के दौरान या बाद में भी किया जा सकता है। इसमें दो प्रकार की पिलो उपलब्ध हैं, पहली राउंड वैज पिलो और दूसरी ट्राइएंगुलर वैज पिलो। 

कैसे उपयोग करें 

सोते समय अपने पेट या शरीर के साइड को सहारा देने के लिए आप इस पिलो को पेट के नीचे या पीठ के सहारे रख सकती हैं। इस पिलो को एक स्टैंडर्ड पिलो की तरह भी उपयोग कर सकते हैं। इससे हार्टबर्न और रिफ्लक्स की समस्या में आराम मिलता है क्योंकि यह तकिया आपके सिर को ऊंचा रखती है।

फुल लेंथ प्रेगनेंसी पिलो

यह प्रेगनेंसी पिलो लंबी होती है और इससे पूरे शरीर को सपोर्ट मिलता है। यह पिलो हाथों और पैरों को सुविधा प्रदान करती है और पेट को सपोर्ट देती है। हालंकि आप इस पिलो को हग करके भी सो सकती हैं, यह पिलो आपकी पीठ को पर्याप्त सपोर्ट नहीं देती है। यह पिलो दो प्रकार की होती हैं, पहली सीधी फुल लेंथ प्रेगनेंसी पिलो और दूसरी फ्लेग्जिबल फुल लेंथ पिलो। 

कैसे उपयोग करें

फुल लेंथ प्रेगनेंसी पिलो को कुछ इस प्रकार से डिजाइन किया गया है कि एक महिला इसे हग या कडल करके सो सकती है, इन्हें पेट के नीचे या पीठ के बल नहीं रखा जा सकता है। आप पिलो को बीच में रखकर इसे कडल करके भी सो सकती हैं।

टोटल बॉडी प्रेगनेंसी पिलो

इन पिलो की हाइट 5 से 6 इंच होती है जो हर हाइट की महिलाओं के लिए बेहतरीन है। महिलाओं को इन पिलो का उपयोग गर्भावस्था की  दूसरी तिमाही में करना चाहिए क्योंकि यह रीढ़ की हड्डी को सपोर्ट देती है और पीठ के दर्द को कम करने में मदद करती है।

यह पिलो दो प्रकार की होती है, आइए जानें;

सी शेप का पिलो

जैसा कि नाम से पता लगता है कि इस पिलो का शेप ‘सी’ अक्षर जैसा होता है और यह पिलो सिर, पेट, पैर और पीठ को सपोर्ट देती है। 

कैसे उपयोग करें

जो महिलाएं राइडिंग पोजीशन में सोती हैं उनके लिए यह पिलो बहुत उपयोगी है। इसमें आप पिलो के टॉप पर अपना सिर रख सकती हैं और पीठ  को एक साइड में कर्व करके सोएं। 

यू शेप्ड पिलो

यू शेप की पिलो उन महिलाओं के लिए होती है जो पीठ के बल सोना पसंद करती हैं पर बढ़ते पेट के कारण पीठ के बल नहीं लेट पाती हैं। यह पिलो पूरे शरीर, पेट और पीठ को सपोर्ट देती है। 

कैसे उपयोग करें

इस पिलो का उपयोग सी शेप की पिलो के समान ही किया जाता है। यू शेप पिलो का ऊपरी भाग सिर को आराम देने और शरीर को पिलो के सहारे रखने में मदद करता है। आप इस पिलो के एक तरफ अपने पैरों को सहारा देकर सो सकती हैं। 

महिलाओं के लिए प्रेगनेंसी पिलो बहुत ज्यादा उपयोगी और सुविधाजनक होती है। यदि गर्भावस्था के दौरान आपकी पीठ या शरीर में दर्द होने के कारण आपकी नींद खराब हो जाती है तो प्रेगनेंसी पिलो आपकी पीठ व शरीर के दर्द को कम करने में मदद करती है। 

सही प्रेगनेंसी पिलो कैसे चुनें

विभिन्न प्रकार की पिलो अलग-अलग उपयोग में आती है। इसलिए प्रेगनेंसी पिलो का उपयोग आप अपनी आवश्यकता और सुविधाओं के अनुसार कर सकती हैं। प्रेगनेंसी पिलो खरीदने से पहले निम्नलिखित बातों का ध्यान जरूर रखें।  

  1. क्या पिलो का कवर निकाला और धोया या बदला जा सकता है?

गर्भावस्था के दौरान सफाई रखना बहुत जरूरी है। इस समय महिलाओं को पसीना बहुत निकलता है और यह पसीना पिलो कवर एब्सॉर्ब कर लेता है। यदि आप रिमूवेबल पिलो कवर का उपयोग करती हैं तो इससे आपको अपने पिलो को साफ और हाइजीन रखने में मदद मिल सकती है। 

2. पिलो की फिलिंग 

पिलो में भरी जाने वाली फिलिंग मटेरियल कई प्रकार का हो सकता है और इन सब की विशेषता भी अलग अलग होती है। इनका असर आपकी नींद की क्वालिटी और सुविधाओं पर पड़ता है। यहाँ पर विभिन्न प्रकार के मटेरियल के बारे में बताया गया है, आइए जानें;

  • पॉलीस्टर फाइबर फिलिंग: यह पिलो की सबसे प्रसिद्ध फिलिंग है जिसमें पॉलीस्टर बहुत सॉफ्ट होता है और यह पूरे शरीर को सपोर्ट प्रदान करता है। इस पिलो में फाइबर की फिलिंग को कम ज्यादा करके इसकी सॉफ्टनेस को बदला जा सकता है। यद्यपि यह मटेरियल कई चीजों के लिए उपयोग किया जाता है और यह बहुत उपयोगी भी होता है पर यह मटेरियल हीट एब्सॉर्ब करता है और इसमें गंदगी व बैक्टीरिया भी बहुत जल्दी होते हैं इसलिए जिन्हें धूल या गंदगी से एलर्जी है उन्हें इस पिलो का उपयोग करने की सलाह नहीं दी जाती है। यह लगभग 2 साल तक चलती है।
  • स्टायरोफोम बॉल फिलिंग: यह पिलो अन्य की तुलना में सस्ती होती है और इसे स्टायरोफोम बॉल्स से भरकर बनाया जाता है। स्टायरोफोम बॉल्स सफेद रंग की छोटी-छोटी बॉल्स होती हैं जिनका उपयोग बीन बैग में भी किया जाता है। इस मटेरियल से बनी हुई पिलो बहुत हल्की होती हैं और इनमें हवा भरी होती है जिसकी वजह से यह आसानी से आपके शरीर के आकार में आ जाती है और यह शरीर को एक्स्ट्रा सपोर्ट व सुविधा प्रदान करने में मदद करती है। हालांकि इस प्रकार की पिलो का उपयोग ज्यादा देर के लिए नहीं करना चाहिए।
  • माइक्रोबीड्स की फिलिंग: यह छोटी-छोटी और हल्की बॉल्स होती हैं जो पिलो में सैंड की तरह भरी होती हैं। यह पिलो बहुत मुलायम होती है और आप इसको लेकर कहीं भी जा सकती हैं।
  • मेमोरी फोम पिलो: मेमोरी पिलो थोड़ी दृढ़ होती हैं और यह सोते समय आपका आकार ले लेती है। यह पिलो शरीर को एक अच्छा सपोर्ट देती है और दर्द को कम करने में मदद करती है।
  • बकवीट फिलिंग: इस पिलो को कॉटन के बैग में बकवीट भरकर बनाया जाता है। यह पिलो ऑर्गेनिक होती हैं और इससे एलर्जी व गर्मी लगने की संभावनाएं कम होती है। बकवीट पिलो ड्यूरेबल होती है और इन्हें लंबे समय तक उपयोग किया जा सकता है।
  • थेराप्यूटिक फिलिंग:  एक्सपर्ट्स गर्भवती महिलाओं के लिए यह पिलो लेने की सलाह देते हैं। इसमें पिलो में उपयोग किए हुए पॉलीस्टर पाउच के अंदर पानी भरा होता है। इसकी बनावट सिर को सहारा देने में मदद करती है और इससे गर्दन में दर्द कम होता है।
  • ऑर्गेनिक फिलिंग: ऑर्गेनिक पिलो नेचुरल मटेरियल से भरी होती हैं, जैसे ऊन, बैम्बू, फाइबर और कापोक। इस प्रकार की पिलो या तकिया इको-फ्रेंडली होती हैं जिनमें किसी भी प्रकार का केमिकल नहीं होता है और यह उन महिलाओं के लिए बेहतरीन है जिन्हें धूल से एलर्जी होती है। आर्गेनिक पिलो में एक खराब बात यह होती है कि इन्हें साफ करने में कठिनाई होती है और एक बार उपयोग करने से इसका वास्तविक शेप खत्म हो जाता है।

3. पिलो का साइज

बड़े साइज की पिलो बिस्तर में ज्यादा जगह घेर सकती है और यह आपको भारी भी लग सकती है। बड़ी तकिया उनके लिए सही है जो महिलाएं सोते समय अपना सिर बहुत हिलाती हैं। 

4. पिलो की गंध और शोर

सोते समय यदि आप थोड़ा भी हिलें या मुड़ें तो कई प्रकार की पिलो में अजीब सी आवाज भी आती है। जिन पिलो में स्टाइरोफोम भरा होता है उनका उपयोग नहीं करना चाहिए। क्योंकि यदि आपकी नींद बहुत कच्ची है तो यह पिलो आपकी नींद खराब कर सकती है। जो तकिया ऑर्गैनिक नहीं होती है उसमें केमिकल की गंध भी आ सकती है। पिलो चुनते समय आप इन दो बातों का खयाल जरूर रखें क्योंकि इसका प्रभाव आपको रोजाना पड़ सकता है। 

5. पिलो की सॉफ्टनेस

यह विभिन्न लोगों पर निर्भर करता है कि उनकी पिलो कितनी मुलायम होनी चाहिए। मुलायम पिलो का उपयोग नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे कोई भी सपोर्ट नहीं मिलता है। जब शरीर और सिर को सपोर्ट देने की बात आए तो इसके लिए थोड़ी सख्त पिलो ज्यादा बेहतर होती हैं। 

6. हाइपोएलर्जेनिक पिलो 

जिन महिलाओं को गंदगी या धूल से एलर्जी है उनके लिए हाइपोएलर्जेनिक पिलो सबसे सही पिलो है। गर्भावस्था के दौरान एलर्जी से बचना बहुत जरूरी है और यह पिलो इससे बचने में मदद करती हैं। 

7. शरीर के प्रकार और नींद की पोजीशन के अनुसार पिलो

प्रेगनेंसी पिलो चुनते समय यह भी ध्यान रखने की जरूरत है कि गर्भवती महिला के शरीर का टाइप कैसा है और वह किस पोजीशन में सोती है। यहाँ पर महिलाओं के कुछ बॉडी टाइप और सोने की पोजीशन के बारे में बताया गया है, आइए जानें;

  • प्लस साइज वाली महिलाओं के लिए पिलो: प्लस साइज महिलाओं के लिए सी शेप की पिलो बेस्ट होती है। इस पिलो का डिजाइन आपको सुविधाजनक लेटने में मदद करता है।
  • छोटी हाइट वाली महिलाएं: शरीर की हाइट के अनुसार पेटीट पिलो छोटी महिलाओं के लिए सबसे अच्छी होती हैं।
  • करवट से सोने वाली महिलाओं के लिए पिलो: जो महिलाएं करवट होकर सोती हैं उनके लिए विभिन्न प्रकार की कई सारी पिलो उपलब्ध हैं।
  • पीठ के बल सोने वाली महिलाओं के लिए पिलो: वैसे तो पीठ के बल न सोना ही बेहतर है पर फिर भी यदि आप सोती हैं तो आपके लिए स्नूगल प्रेगनेंसी पिलो ही सबसे बेस्ट है। स्नूगल पिलो महिला के शेप के अनुसार सिर, गर्दन, पीठ, हिप्स और पेट को सपोर्ट और सुविधा प्रदान करती है।
  • पेट के बल सोने वाली महिलाओं के लिए पिलो: पेट के बल सोने से शरीर में दर्द हो सकता है और इससे खर्राटे लेने की समस्या भी हो सकती है। जो महिलाएं पेट के बल सोती हैं उनके लिए मेमोरी फोम पिलो या बैम्बू पिलो सबसे बेस्ट है।
  • जुड़वां बच्चों के साथ गर्भवती महिलाओं के लिए पिलो: जो महिलाएं जुड़वां बच्चों के साथ गर्भवती होती हैं उनका पेट बड़ा होता है इसलिए उन्हें यू शेप की प्रेगनेंसी पिलो का उपयोग करना चाहिए। इससे उन्हें बेहतर सपोर्ट और आराम मिलता है।

कभी-कभी प्रेगनेंसी पिलो चुनना थोड़ा कठिन हो सकता है और इसके लिए आपको बहुत ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है। यदि प्रेगनेंसी पिलो का उपयोग करने के बाद आपको असुविधा होती है तो आप तुरंत इसका उपयोग करना बंद कर दें। 

गर्भावस्था के दौरान नींद में सुधार के लिए टिप्स

  • सोने से पहले कम मात्रा में खाएं क्योंकि इससे आपको हार्टबर्न और एसिड रिफ्लक्स की समस्या में मदद मिलती है। इस दौरान आप मसालेदार और फैटी आहार खाने से भी बचें ताकि आपको पाचन की समस्याएं न हों।
  • आप एक्सरसाइज और योगा करके पूरे दिन एक्टिव रहें। एक्सरसाइज करने से आपके ब्लड प्रेशर में सुधार होता है जिससे आपको अच्छी नींद आती है।
  • आप दिन के समय में ज्यादा से ज्यादा तरल पदार्थ लें पर सोने से पहले ज्यादा पानी न पिएं क्योंकि इससे आप रात में जाग सकती हैं और आपकी नींद खराब हो सकती है।

अक्सर पूछे जानेवाले सवाल

गर्भवती महिला के लिए रेगुलर पिलो फायदेमंद क्यों नहीं होती है?

डिजाइन के कारण रेगुलर पिलो से गर्भवती महिला को आवश्यक सपोर्ट नहीं मिल पाता है। सोते समय रेगुलर पिलो कहीं भी खिसक सकती है जिससे आपको शरीर में दर्द और असुविधा हो सकती है। हालांकि यदि आपको अपनी तकिया की आदत है और गर्भावस्था के दौरान भी आप इसका उपयोग करने में सुविधा महसूस करती हैं तो आपको अपनी रेगुलर पिलो का उपयोग ही करना चाहिए। 

प्रेगनेंसी पिलो और बॉडी पिलो अलग कैसे हैं?

प्रेगनेंसी पिलो को विशेषकर एक गर्भवती महिला के बदलते शरीर के शेप और साइज को सपोर्ट देने के लिए डिजाइन किया जाता है – इसमें महिला के शेप को मैच करने के लिए कई सारे कर्व्स और कंटूर्स होते हैं। वहीं दूसरी ओर बॉडी पिलो लंबी और सीधी होती हैं। यद्यपि कुछ महिलाओं को बॉडी पिलो के उपयोग से सुविधा होती है पर अन्य गर्भवती महिलाएं सुविधा और शेप के कारण प्रेगनेंसी पिलो ही चुनती हैं। 

यद्यपि एक गर्भवती महिला के लिए कई सारी जरूरी चीजों में एक प्रेगनेंसी पिलो ज्यादा जरूरी नहीं लग सकती है पर यह एक महत्पूर्ण चीज है जिससे महिला को सुविधाएं और सपोर्ट मिलता है। माँ की जरूरतों के अनुसार एक सही प्रेगनेंसी पिलो चुनना बहुत जरूरी है।गर्भावस्था के दौरान महिलाओं का वजन बढ़ने की वजह से उनके शरीर और पीठ में दर्द होता है और एक सही प्रकार की पिलो इस दर्द को कम करने में मदद करती है। इसके अलावा यह तकिया गर्भवती महिला को सुविधा के साथ सोने में मदद करती है जो बच्चे और माँ के पूर्ण स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी है। 

स्रोत और संदर्भ:
स्रोत १
स्रोत २
स्रोत ३

यह भी पढ़ें:

क्या प्रेगनेंसी में दाएं तरफ लेटना चाहिए?

Aparna

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