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फोलिक एसिड विटामिन ‘बी9’ का सिंथेटिक रूप है जो शरीर में विकास और अच्छे स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी होता है। गर्भावस्था के शुरूआती सप्ताह में बच्चे के विकास के लिए पर्याप्त मात्रा में फोलिक एसिड लेना महत्वपूर्ण है। गर्भावस्था के शुरूआती समय में फोलिक एसिड की कमी से बच्चे को बर्थ डिफेक्ट्स हो सकते हैं और आप विटामिन के उचित सप्लीमेंट्स का सेवन करके इस समस्या की संभावनाओं को कम कर सकती हैं।
फोलिक एसिड को विटामिन ‘बी9’ भी कहा जाता है जो एक विटामिन ‘बी’ ही है और यह फोलेट का भाग है। यह बहुत महत्वपूर्ण कंपाउंड्स होते हैं जो उत्पादन की प्रक्रिया और डीएनए व आरएनए के सिंथेसिस के साथ सेल्स को भी बनाए रखते हैं। यह डीएनए में हो रहे बदलावों को रोक सकता है और इसलिए इससे कैंसर की समस्या खत्म हो जाती है। इसलिए विशेषकर सेल विभाजित होते हैं और गर्भावस्था व बच्चे के तेज विकास के समय फोलिक एसिड बहुत जरूरी है। व्होल ग्रेन्स, संतरे, हरी सब्जियां, दाल, लिवर, अवोकाडो, पालक, चुकंदर और इत्यादि में फोलिक एसिड ऐसी प्राकृतिक रूप में होता है। प्राकृतिक खाद्य पदार्थों में बच्चे की आवश्यकताओं के अनुसार पर्याप्त फोलिक एसिड नहीं होता है। इसके लिए फूड मैन्युफैक्चरर अक्सर ब्रेकफास्ट के सीरियल और ब्रेड में फोलिक एसिड की डेली आवश्यकता को पूरा करते हैं। चूंकि शरीर में फोलिक एसिड संश्लेषित नहीं हो सकता है इसलिए इसे आहार के रूप में लेना चाहिए। यदि आप पर्याप्त मात्रा में इसका सेवन नहीं करती हैं तो इससे आपके शरीर में फोलेट की कमी हो सकती है जिसके परिणामस्वरूप आपको एनीमिया या कमजोरी होती है। लंबे समय तक फोलिक एसिड के सप्लीमेंट्स लेने से इसके फायदे भी होते हैं, जैसे दिल की बीमारियों व स्ट्रोक का खतरा कम हो जाता है।
फोलिक एसिड सेल्स के विभाजन और डीएनए की प्रतिकृति में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। गर्भावस्था के शुरूआती समय (पहले 12 सप्ताह) में विकास बहुत तेज होता है। इस समय गर्भ में पल रहे बच्चे का मस्तिष्क और नर्वस सिस्टम बनना शुरू होता है। चूंकि ज्यादातर गर्भावस्था प्लानिंग के अनुसार नहीं होती हैं और ज्यादातर महिलाओं की डायटरी कम होती है इसलिए गर्भावस्था से पहले फोलिक एसिड लेना शुरू कर देने से बच्चे की रोगों से सुरक्षा में मदद मिलती है। स्टडीज के अनुसार कम मात्रा में फोलिक एसिड लेने से न्यूरल ट्यूब से संबंधित विकार हो सकते हैं, जैसे स्पाइना बिफिडा। यह एक ऐसी समस्या है जिसमें बच्चे की रीढ़ की हड्डी के पास विकसित होने वाला प्रोटेक्टिव कवर ठीक से बंद नहीं होता है जिससे हल्का सा गैप छूट जाता है। इससे लंबे समय के लिए नर्व डैमेज हो जाती है और पैरालिसिस हो सकता है। गर्भावस्था के 3 महीने पहले से और 3 महीने के बाद तक फोलिक एसिड लेना चाहिए। चूंकि फोलिक एसिड महिला की फर्टिलिटी में मदद करता है इसलिए इसे गर्भधारण के कुछ महीने पहले से लेना शुरू कर देना चाहिए।
गर्भधारण करने वाली सभी महिलाओं को गर्भावस्था से पहले रोजाना लगभग 400 माइक्रोग्राम फोलिक एसिड लेने की सलाह दी जाती है। एनटीडी को रोकने के लिए महिलाओं को गर्भावस्था के 12 सप्ताह तक इसके सप्लीमेंट्स लेने चाहिए। जिन महिलाओं को स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हैं, जैसे डायबिटीज, एपिलेप्सी और कॉलिएक रोग, उन्हें डॉक्टर एक दिन में 5 मिलीग्राम तक फोलिक एसिड लेने की सलाह देते हैं। गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को 4 से 5 महीनों में लगभग 600 माइक्रोग्राम फोलिक एसिड लेना चाहिए और ब्रेस्टफीडिंग के समय में लगभग 500 माइक्रोग्राम फोलिक एसिड लेना चाहिए।
यद्यपि फोलिक एसिड के बहुत सारे फायदे हैं पर कुछ महिलाओं को इसके सप्लीमेंट्स से हानि भी हो सकती है। गर्भावस्था से पहले फोलिक एसिड के कुछ साइड इफेक्ट्स भी होते हैं जिसमें जन्म के दौरान बच्चे के रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट में इन्फेक्शन, अस्थमा और महिला में ब्रेस्ट कैंसर की अत्यधिक संभावना भी शामिल है।
यदि महिलाएं डायट में फोलिक एसिड-युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन कम करती हैं तो उन्हें गर्भावस्था के दौरान इस कमी को पूरा करने के लिए सप्लीमेंट्स लेने चाहिए। बच्चे की सुरक्षा के लिए महिलाओं को गर्भधारण करने के कुछ महीने पहले से ही फोलिक एसिड के सप्लीमेंट्स लेना शुरू कर देना चाहिए।
गर्भावस्था के दौरान फोलेट के कुछ फायदे निम्नलिखित हैं, आइए जानें;
चूंकि फोलिक एसिड एक ऐसा सप्लीमेंटरी प्रोडक्ट है जिसका उत्पादन सिंथेटिक से किया जाता है इसलिए फोलेट को प्राकृतिक खाद्य पदार्थों के रूप में इसके दैनिक आवश्यकताओं में से थोड़ा बहुत लेना ही ठीक है।
यहाँ पर फोलेट से भरपूर 15 खाद्य पदार्थ बताए गए हैं और यह शरीर के लिए भी जरूरी हैं, आइए जानें;
नोट: 1 कप = 125 ग्राम
शरीर में फोलिक एसिड कम होने से फोलेट की कम होती है। इसके कुछ निम्नलिखित लक्षण हैं, आइए जानें;
गर्भवती महिलाओं में इसके उल्टे प्रभाव भी पड़ सकते हैं, जैसे जन्म के समय बच्चे का वजन कम होना, प्रीमैच्योर बच्चा होना और बच्चे में न्यूरल ट्यूब से संबंधित विकार होना (एनटीडी)। एनटीडी तब होता है जब न्यूरल ट्यूब भ्रूण बनने के दौरान गलत तरीके से फ्यूज हो जाती है और इससे समस्याएं हो सकती हैं, जिनमें से कुछ निम्नलिखित हैं;
फोलिक एसिड कम होने से गर्भावस्था से संबंधित कॉम्प्लीकेशंस, प्रीएक्लेम्पसिया और मिसकैरेज जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इससे महिलाओं में दिल के रोग, स्ट्रोक, अल्झाइमर’स रोग और कुछ प्रकार के कैंसर की समस्याएं भी हो सकती हैं।
न्यूरल ट्यूब के विकार और जन्मजात विकारों के खतरों को कम करने के लिए फोलिक एसिड के सप्लीमेंट्स लेना बहुत जरूरी है। स्टडीज के अनुसार इससे सभी विकार 50% तक कम हो सकते हैं। यदि आपको पहले भी एनडीटी के साथ बच्चा हुआ है तो फोलिक एसिड की मदद दूसरी बार की संभावनाएं 70% तक कम हो जाती हैं। यदि आप नियमित रूप से फोलिक एसिड के सप्लीमेंट्स का सेवन करती हैं तो इससे दूसरी तिमाही में प्रीएक्लेम्पसिया का खतरा भी कम हो सकता है।
फोलेट-युक्त प्राकृतिक खाद्य पदार्थ शरीर में दिन की आवश्यकता को पूरा करते हैं। चूंकि यह पानी में जल्दी घुल जाता है इसलिए इसके कुछ खाद्य पदार्थों को धोने या पकाने से इसमें मौजूद फोलेट नष्ट हो जाता है, जैसे सब्जियां और मीट। ऐसे खाद्य पदार्थों को माइक्रोवेव या स्टीम करने से फोलेट को रोकने में मदद मिल सकती है पर आवश्यक जरूरतों को पूरा करने के लिए इन खाद्य पदार्थों को ज्यादा मात्रा में ही खाना चाहिए।
रिसर्च के अनुसार शरीर में फोलिक एसिड खाद्य पदार्थों के बजाय सप्लीमेंट्स के रूप में ज्यादा अच्छी तरह से अब्सॉर्ब होता है। चूंकि गर्भावस्था के शुरूआती समय में ही बच्चे का न्यूरल ट्यूब विकसित होने लगता है इसलिए कई महिलाओं को इस चरण में गर्भधारण होने का पता ही नहीं चलता है। इसलिए गर्भावस्था से पहले फोलिक एसिड विटामिन लेने से जन्मजात समस्याएं होने का खतरा कम हो जाता है।
यद्यपि बहुत सारे नेचुरल खाद्य पदार्थ फोलेट से भरपूर हैं पर यदि आप गर्भवस्था की योजना बना रही हैं तो आप रोजाना इसकी खोज करती होंगी। अपनी सुरक्षा के लिए आप फोलिक एसिड के सप्लीमेंट्स भी ले सकती हैं।
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