गर्भावस्था

क्या गर्भवती होने पर गर्भनिरोधक गोलियां लेने से कोई साइड इफेक्ट्स होते हैं?

बर्थ कंट्रोल के कई तरीकों में से एक ओरल कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स और शॉट्स यानी गर्भनिरोधक गोलियां होती हैं। आमतौर पर ओरल कॉन्ट्रासेप्टिव में हार्मोन होते हैं जो एक महिला के शरीर में बनने वाले हार्मोन के समान होते हैं। गर्भनिरोधक गोली सर्वाइकल म्यूकस को गाढ़ा करती है जिससे शुक्राणु अंडे तक पहुँच नहीं पाते, साथ ही यह ओवरीज को दबाती है जिससे वे पूरी ताकत से काम नहीं कर पाती और इस तरह गर्भावस्था को रोका जाता है।

लेकिन हमारे शरीर की संरचना काफी जटिल है, और ह्यूमन एरर की संभावना को ध्यान में रखते हुए, ओरल कॉन्ट्रासेप्टिव गर्भधारण से बचाने की 100% गारंटी नहीं दे सकते हैं। इसलिए ऐसा हो सकता है कि कि गर्भनिरोधक गोलियां लेते हुए भी कोई महिला अप्रत्याशित रूप से गर्भवती हो जाए।

कुछ एक्सपर्ट्स ऐसा मानते हैं कि जब आप गलती से गर्भवती हो जाती हैं तो बर्थ कंट्रोल लेना गर्भावस्था की शुरुआत में बढ़ते फीटस को नुकसान नहीं पहुँचा सकता, लेकिन अपने गर्भधारण के बारे में जानने के बाद तुरंत गर्भनिरोधक लेना बंद करना महत्वपूर्ण है।

गर्भवती होने पर अगर आप अनजाने में गर्भनिरोधक गोलियां लेती हैं तो क्या होगा?

ज्यादातर महिलाएं पूछ सकती हैं कि क्या गर्भनिरोधक गोलियां लेना गर्भावस्था को प्रभावित करता है। स्टडीज में ऐसे संकेत मिले हैं कि गर्भावस्था के पहले कुछ हफ्तों के दौरान बर्थ कंट्रोल लेना विकासशील फीटस पर प्रतिकूल प्रभाव नहीं डाल सकता। हालांकि, गर्भवती होने पर गर्भनिरोधक गोलियां लेने के बारे में ज्यादातर महिलाओं के कुछ सवाल होते हैं:

1. क्या बच्चे में बर्थ डिफेक्ट्स की संभावना होती है?

कई महिलाएं जो बर्थ कंट्रोल के इस्तेमाल के दौरान अचानक गर्भवती हो जाती हैं, वे अपने बच्चे के कुछ बर्थ डिफेक्ट्स के साथ पैदा होने के बारे में चिंतित हो सकती हैं। लेकिन ऐसा कोई ठोस वैज्ञानिक प्रमाण उपलब्ध नहीं है जो यह दर्शाता हो कि गर्भावस्था के दौरान गर्भनिरोधक लेने से शिशुओं में जन्म दोष की संभावना बढ़ जाती है।

2. क्या मिसकैरेज का जोखिम होता है?

क्या गर्भवती होने के दौरान गर्भनिरोधक गोलियां लेना मिसकैरेज का कारण हो सकता है? यह उन महिलाओं की एक और चिंता हो सकती है जिन्हें ऐसे मामलों में अनप्लांड गर्भधारण हो जाता है.. लेकिन फिर से, ऐसा कोई स्टैटिस्टिकल डेटा उपलब्ध नहीं है जो इन दोनों पहलुओं के बीच में कोई संबंध दिखाता हो। फर्टिलाइज्ड अंडे के इम्प्लांटेशन के बाद, गर्भनिरोधक गोलियों का उस पर अपेक्षाकृत कोई प्रभाव नहीं हो सकता – चूंकि गोली में मौजूद हार्मोन का काम यूटरस में शुक्राणु को पहुँचने से और ओवुलेशन को होने से रोकने के लिए सर्वाइकल म्यूकस को गाढ़ा करने का होता है, इसमें से कुछ भी तब नहीं होता अगर इम्प्लांटेशन पहले ही हो चुका हो। 

गर्भनिरोधक गोलियां और गर्भावस्था से जुड़ा एक और मिथक यह है कि इमर्जेंसी कॉन्ट्रासेप्टिव गोली लेने से मिसकैरेज हो सकता है। यह भी सच नहीं है। इम्प्लांटेशन हो जाने के बाद इन गोलियों का शरीर पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है।

3. क्या एक्टोपिक गर्भावस्था की संभावना होती है?

ऐसा देखा गया है कि गर्भवती होने पर प्रोजेस्टिन-ओनली बर्थ कंट्रोल पिल (मिनीपिल) लेना कुछ मामलों में गर्भवती महिला को एक्टोपिक प्रेग्नेंसी (जिसमें फर्टिलाइज्ड अंडा यूटरस के बाहर बढ़ता है) होने की संभावना को बढ़ा सकता है।

4. क्या प्रीटर्म डिलीवरी और बच्चे के जन्म के समय कम वजन का जोखिम होता है?

कुछ रिसर्च में देखा गया है कि बर्थ कंट्रोल पिल्स लेते हुए गर्भधारण करने वाली महिलाओं को प्रीमैच्योर डिलीवरी, जन्म के समय बच्चे का कम वजन और कुछ जन्मजात यूरिनरी ट्रैक्ट अनॉमलीज (मूत्र पथ से जुड़ी समस्याएं) का अनुभव होने का अधिक खतरा हो सकता है।

यहाँ यह समझना जरूरी है कि इस बारे में की गई रिसर्च व्यापक नहीं है, क्योंकि यह एक माँ और उसके गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए किसी भी संभावित खतरे के मामले में मेडिकल एथिक्स के खिलाफ हो सकती है। इस प्रकार, एपिडेमीओलॉजिकल रिसर्च (महामारी विज्ञान अनुसंधान) से ऐसी मांओं का काफी डेटा एकत्र किया गया है जिन्होंने अपनी गर्भावस्था की शुरुआत में बर्थ कंट्रोल पिल्स लीं थीं।

गर्भनिरोधक गोलियां लेते हुए गर्भधारण असामान्य बात नहीं है। अगर आपको लगता है कि आप गर्भवती हो सकती हैं, तो इसकी पुष्टि के लिए होम प्रेगनेंसी टेस्ट कर लें। यदि आप गर्भवती हैं, तो आपको तुरंत कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स लेना बंद करने की सलाह दी जाती है। गर्भावस्था की घटनाओं में संभावित जोखिमों का पता लगाने के लिए बर्थ कंट्रोल पिल्स खरीदने से पहले प्रॉडक्ट लेबलिंग को ध्यान से पढ़ना समझदारी है। किसी भी मामले में, रिस्क फैक्टर की जानकारी होने पर भी, अपने डॉक्टर से बात जरूर कर लें।

यह भी पढ़ें:

क्या गर्भनिरोधक गोलियां लेने के दौरान ब्राउन डिस्चार्ज होना सामान्य है?
बर्थ कण्ट्रोल पिल्स का इस्तेमाल बंद करना और प्रेगनेंसी पर इसके प्रभाव

श्रेयसी चाफेकर

Recent Posts

जादुई हथौड़े की कहानी | Magical Hammer Story In Hindi

ये कहानी एक लोहार और जादुई हथौड़े की है। इसमें ये बताया गया है कि…

1 week ago

श्री कृष्ण और अरिष्टासुर वध की कहानी l The Story Of Shri Krishna And Arishtasura Vadh In Hindi

भगवान कृष्ण ने जन्म के बाद ही अपने अवतार के चमत्कार दिखाने शुरू कर दिए…

1 week ago

शेर और भालू की कहानी | Lion And Bear Story In Hindi

शेर और भालू की ये एक बहुत ही मजेदार कहानी है। इसमें बताया गया है…

1 week ago

भूखा राजा और गरीब किसान की कहानी | The Hungry King And Poor Farmer Story In Hindi

भूखा राजा और गरीब किसान की इस कहानी में बताया गया कि कैसे एक राजा…

1 week ago

मातृ दिवस पर भाषण (Mother’s Day Speech in Hindi)

मदर्स डे वो दिन है जो हर बच्चे के लिए खास होता है। यह आपको…

1 week ago

मोगली की कहानी | Mowgli Story In Hindi

मोगली की कहानी सालों से बच्चों के बीच काफी लोकप्रिय रही है। सभी ने इस…

1 week ago