शिशु

शिशु के विकासात्मक उपलब्धियों की तालिका – 1 से 12 महीना

मातापिता के लिए इस दुनिया में उनके बच्चे का पहला कदम, उसकी पहली मुस्कान और उसके कुछ शुरूआती पल सबसे खूबसूरत और अविस्मरणीय होते हैं। हर शिशु एक साल का होने तक अनेकों महत्वपूर्ण पड़ाव से गुजरता है।

1 से 6 महीने तक के शिशु में विकास के पड़ाव की तालिका

एक नन्हे से शिशु में शारीरिक, मनोवैज्ञानिक और संज्ञानात्मक विकास बहुत तेज़ी से होता है और एक मातापिता के रूप में आपको इन्हें समझना महत्वपूर्ण है, ताकि आप अपने बच्चे को खुश और स्वस्थ रूप से विकास करने में मदद कर सकें। बच्चे का मासिक पड़ाव चार्ट उन मातापिता के लिए उपयोगी होता है, जो अपने बच्चे की हर गतिविधि पर नज़र रखते हैं।

शुरूआती महीने अजीब और रोमांचक होते हैं और इस समय पर अधिकांश शिशु पहले कुछ महीनों में पूरी तरह से निर्भर रहने होकर रहने की स्थिति से मोटर स्किल व शारीरिक कौशल विकसित करने की ओर बढ़ते हैं।

बच्चे की उम्र

प्राप्त कौशल (अधिकांश बच्चे कर सकते हैं)

उभरता हुआ कौशल (कई बच्चे कर सकते हैं)

उन्नत कौशल (कुछ बच्चे कर सकते हैं)

पहला महीना

आपका छोटा, नवजात शिशु डिब्बे के दूध और माँ के दूध की गंध के बीच का अंतर पहचान सकता है।

शिशु के संवाद करने का पसंदीदा तरीका रोना है।

यदि कोई बच्चा चौंकता है, तो वह अपने हाथपैर अंदर खींच लेता है। इसे मोरो रिफ्लेक्स कहा जाता है।

शिशु की दृष्टि अब भी विकसित हो रही है, इसलिए वह पास की वस्तुओं पर ध्यान देने की कोशिश करता है।

नवजात शिशु मीठी चीजों को अधिक पसंद करता है और स्वाद के प्रति उसे समझ होगी।

दूसरा महीना

शिशु पेट के बल या सीधे रहने पर अपना सिर स्थिर रखने में सक्षम हो जाता है।

कुछ नई आवाज़ों के साथ शिशु के संवाद में विकास होता है।

अपनी उंगलियों को मुठ्ठी में बंद करने की कोशिश कर सकता है।

शिशु के सुनने में काफी सुधार होता है और वह बेहतर सुन सकता है।

जब शिशु के हाथ में कोई मुलायम खिलौना रखा जाता है,वह उसे थोड़े समय के लिए पकड़ सकता है।

मुस्कुराहट की पहली झलक मिलेगी ।

तीसरा महीना

आपका नन्हा सा शिशु पेट या पीठ के बल लेटे हुए पैर मार सकता है या तेज़ी से हिला सकता है।

इस समय शिशु खुल कर मुस्कुराता है और लोगों को पहचानने भी लगता है।

शिशु खुद ही पीठ के बल पलटेगा।

चौथा महीना

शिशु खिलौनों को अधिक मज़बूती से पकड़ता है।

जन्म के बाद से अब तक बच्चे का वज़न दोगुना हो जाता है जिस कारण उसकी भूख बढ़ने लगती है।

संवाद करने के विकास में सुधार होकर वह खिलखिलाकर हँसता है, गुरगुराता है और बात करने का पहला संकेत देता है।

पाँचवां महीना

नन्हा सा शिशु अपने पहले शब्दों का उच्चारण करने का प्रयास करता है।

अब आपका शिशु बिना सहारे के लंबे समय तक सीधे बैठ सकता है।

आपका बच्चा रेंगना शुरू कर देगा।

छठा महीना

आपका बच्चा अलगअलग चेहरे पहचानना शुरू कर देता है और हँसना शुरू करता है।

अलगअलग खाद्य पदार्थों का स्वाद और कपड़ों की पसंद भी विकसित होती है।

खड़े होने के लिए मेज का सहारा लेना शुरू कर देगा।

7 से 12 महीने तक के शिशु में विकास के पड़ाव की तालिका

आपका नन्हा सा बच्चा जब 6 महीने का हो जाता है तो उसके विकास की गति के साथ पड़ावों पर नज़र रखना या उसका खयाल रखना थोड़ा सा मुश्किल हो जाता है। ऐसी स्थिति में नीचे दी गई तालिका उन सभी मातापिता के लिए अत्यधिक उपयोगी है जो अपने बच्चे के विकास पर नज़र रखते हैं।

बच्चे की उम्र

प्राप्त कौशल (अधिकांश बच्चे कर सकते हैं)

उभरता हुआ कौशल (कई बच्चे कर सकते हैं)

उन्नत कौशल (कुछ बच्चे कर सकते हैं)

सातवां महीना

संवाद कौशल सुधरना शुरू होता है और आपका छोटा बच्चा आवाजों की नकल करता है

इस समय पर आपका बच्चा चेहरे को पहचान सकता है, किसी की मुस्कान पर वापस मुस्कुराता है।

अपने आप को ऊपर की ओर खींचने में सक्षम होगा और सहारे के साथ सीधा खड़ा हो सकेगा।

आठवां महीना

शिशु इस समय तक इधरउधर लोट सकता है और बिना सहारे के बैठ भी सकता है।

शिशु अपना नाम जानना शुरू कर देता है।

शिशु अपनी दो उंगलियों का उपयोग करके चीजें पकड़ना शुरू कर देगा और वस्तुओं को एक हाथ से दूसरे हाथ में ले सकेगा।

नौवां महीना

इस पड़ाव में शिशु ठोस आहार पसंद कर सकता है और अन्य चीजों के लिए प्राथमिकताएं होंगी

कुछ दिनों की यादों के लिए संज्ञानात्मक क्षमताओं का विकास होगा।

शिशु एकल शब्दों का उपयोग करके संवाद करने में सक्षम होगा और क्रोध से लेकर ख़ुशी तक की अनेक भावनाओं को व्यक्त करना शुरू कर देगा।

दसवां महीना

जिज्ञासा बढ़ती रहेगी क्योंकि आपका शिशु अपने आसपास के परिवेश पर ध्यान देना शुरू कर देता है।

उसके सबसे करीबी लोगों को पहचानना शरू कर देगा और चीजों को याद रखने में सक्षम होगा

आपका शिशु इस पड़ाव पर आकर चलने का प्रयास करना शुरू कर सकता है।

ग्यारहवां महीना

शिशु, खुद को आईने में देखना शुरू करता है और साथ ही उसके पहचानने की क्षमता में वृद्धि होती है।

ओहऔर आहकहकर व्यक्त करने में सक्षम होगा।

चलने का प्रयास करेगा

बारहवां महीना

आपके नन्हे से शिशु ने एक बड़े पड़ाव को पार कर लिया है और अब वह बैठ सकता हैं, रेंग सकता है और उत्सुक रहता है।

इस पड़ाव तक शिशु को भोजन में प्राथमिकता और स्वाद की समझ हो जाती है।

अधिक खेलने के समय के साथ शारीरिक गतिविधि बढ़ने लगेगी।

इस दुनिया में होते तेज़ बदलावों के बीच बच्चे का मार्गदर्शन करना अनिवार्य व महत्वपूर्ण भी है और इसके साथ ही हर मातापिता के लिए यह आवश्यक है कि वे अपने बच्चे के पहले वर्ष के दौरान उससे बातचीत करें, खेलें और एक अटूट बंधन विकसित करें। विभिन्न शारीरिक, मानसिक और मनोवैज्ञानिक पड़ावों की तालिका बनाना, आपको और आपके बच्चे को खुश रखेगा।

सुरक्षा कटियार

Recent Posts

250 आधुनिक और स्टाइलिश लड़कों के नाम अर्थ सहित

बच्चे का नाम रखना एक खास काम होता है। खासकर जब आप पहली बार माता-पिता…

1 day ago

आर नाम का अर्थ, मतलब और राशिफल l Aar Name Meaning in Hindi

अगर आप अपने बच्चे के लिए कोई नया, अलग और खास नाम ढूंढ़ रहे हैं,…

4 days ago

170 भगवान का उपहार अर्थ वाले लड़कों और लड़कियों के नाम

जब माता-पिता अपने बच्चे के लिए नाम ढूंढना शुरू करते हैं, तो उनमें से कुछ…

4 days ago

बच्चों के याद करने और पढ़ने के लिए 20 श्लोक |Shlokas for Kids to Learn and Recite In Hindi

भारतीय संस्कृति में श्लोकों का महत्व बहुत पुराना है। ये सिर्फ कुछ शब्द नहीं होते,…

5 days ago

60+ नवरात्रि 2025 की शुभकामनाएं, कोट्स, विशेज, मैसेज, शायरी और स्टेटस

नवरात्रि के नौ शुभ दिन माँ दुर्गा के नौ अवतारों के उत्सव और उनकी पूजा…

5 days ago

बच्चों के लिए नवरात्रि और दशहरा से जुड़ी जानकारियां

सामान्य तौर पर भारत में साल का दूसरा हिस्सा अनेकों त्योहार और सेलिब्रेशन से भरा…

5 days ago