In this Article
जिस समय आपका बच्चा एक ऐसी उम्र में पहुंच जाता है, जब वह ठोस खाद्य पदार्थ लेना शुरू कर देता है, तब सभी आस-पड़ोस की भाभी और चाचियाँ तथा परिवारजन आप पर सभी ओर से सलाहों की बौछार शुरु देते हैं। लेकिन इस पूरे आदान-प्रदान में, एक सुझाव लगभग हर स्रोत से सुनने को मिलेगा और वह है ‘दाल का पानी’। लेकिन क्या आपको पता है, दाल से जो पानी मिलता है, उसमें केवल स्वाद होता है, कोई पोषण नहीं होता जिससे बच्चे को लाभ मिले। इसलिए दाल के पानी के साथ थोड़े दाल भी मैश करके बच्चे को देना चाहिए। उसके अच्छे पोषण के लिए अन्य वस्तुओं के साथ भी ऐसा ही संतुलन बनाना उतना ही अनिवार्य है जिससे मिलने वाले फायदे लंबी अवधि तक टिक सकें।
शिशुओं के लिए मूंग दाल का पानी एक ऐसा सुझाव है जो पीढ़ियों से चला आ रहा है और इसके लिए एक बहुत अच्छा कारण भी है। एक बच्चे को इसके कारण होने वाले अनेक फायदे हैं और वे सभी उसके लिए आवश्यक हैं।
जब बच्चा 6 महिने का हो जाए तब उसे दाल का पानी तैयार करके बच्चे को दिया जा सकता है। कुछ लोग इसे माँ के दूध के साथ देना पसंद करते हैं तो अन्य बच्चे की दूध की आदत छुड़ाने के एक तरीके की तरह दाल के पानी का उपयोग करते हैं। फिर भी, 6-8 महीने की न्यूनतम आयु आवश्यक है, जबकि आप इसे एक वर्ष के पूरा होने के आसपास भी शुरू कर सकते हैं।
परोसे गए एक कप दाल के पानी में मौजूद पोषण तत्वों का वितरण इस प्रकार होता है।
पोषण | मात्रा |
ऊर्जा | 130 कैलोरी |
कार्बोहाइड्रेट | 22.4 ग्राम |
प्रोटीन | 9.1 ग्राम |
फाइबर (रेशा) | 3.1 ग्राम |
वसा | 0.5 ग्राम |
विटामिन ए | 18.3 एमसीजी |
विटामिन बी 9 | 52.3 मिग्रा |
नियासिन | 0.9 मिग्रा |
राइबोफ्लेविन | 0.1 मिग्रा |
थियामिन | 0.2 मिग्रा |
जिंक | 1 मिग्रा |
सोडियम | 10.2 मिग्रा |
फास्फोरस | 1.7 मिग्रा |
पोटैशियम | 429 मिग्रा |
मैग्नीशियम | 41.4 मिग्रा |
लौह | 1.5 मिग्रा |
कैल्शियम | 28 मिग्रा |
शिशुओं के लिए दाल का सूप तैयार करना एक बहुत ही सीधी और सरल प्रक्रिया है। सुनिश्चित करें कि सूप तैयार करने और परोसने के लिए आपके द्वारा उपयोग किए जाने वाले सभी बर्तन कीटाणुरहित किए हुए हैं और किसी भी बाहरी पदार्थों से मुक्त हैं।
4 महीने या उससे अधिक उम्र के बच्चे को दाल का पानी देने से पहले यहाँ बताए गए टिप्स को ध्यान में रखना चाहिए जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि बच्चे को किसी भी प्रकार की कोई समस्या न हो।
दाल का पानी एक बेहतरीन विकल्प है जो शिशुओं के लिए अत्यधिक फायदेमंद है और उन्हें ठोस पदार्थों से परिचित कराने का एक बेहतरीन तरीका भी है। इसका सौम्य और हल्का स्वाद उनकी संवेदनशील जीभ के लिए अच्छा हो सकता है। धीरे-धीरे, वह स्वाद में बदलावों को पसंद करना शुरू कर देगा और गाढ़ा दाल भी पी सकेगा।
हिंदी वह भाषा है जो हमारे देश में सबसे ज्यादा बोली जाती है। बच्चे की…
बच्चों को गिनती सिखाने के बाद सबसे पहले हम उन्हें गिनतियों को कैसे जोड़ा और…
गर्भवती होना आसान नहीं होता और यदि कोई महिला गर्भावस्था के दौरान मिर्गी की बीमारी…
गणित के पाठ्यक्रम में गुणा की समझ बच्चों को गुणनफल को तेजी से याद रखने…
गणित की बुनियाद को मजबूत बनाने के लिए पहाड़े सीखना बेहद जरूरी है। खासकर बच्चों…
10 का पहाड़ा बच्चों के लिए गणित के सबसे आसान और महत्वपूर्ण पहाड़ों में से…