माता-पिता होने के नाते यह बिलकुल सामान्य है कि आप अपने बच्चों को ज्यादा दवाइयां नहीं देना चाहेंगे। कभी-कभी, बच्चों की इम्युनिटी को स्वयं भी बीमारियों से लड़ने देना चाहिए, यह आगे चलकर बच्चे के लिए काफी फायदेमंद होगा। यद्यपि, कुछ ऐसी स्थितियाँ भी होती हैं जब इम्युनिटी अकेले किसी बीमारी से नहीं लड़ सकती जैसे ‘एक्जिमा’। ऐसी स्थितियों में प्राकृतिक उपचार बेहद सहायक होते हैं, शिशुओं में एक्जिमा के लिए प्राकृतिक उपचार न केवल आपके बच्चे को किसी दवा के दुष्प्रभाव से बचाता है बल्कि उसके प्रतिरोध का निर्माण करने में मदद भी करता है। हम यह भी सलाह देते हैं कि यदि स्थिति को संभालना थोड़ा मुश्किल हो जाए, तो आप इसका इलाज जरूर करवाएं।
हालांकि, यह जानना काफी मुश्किल हो जाता कि कौन सा घरेलु उपचार बच्चों के लिए सही है और कौन सा मिथक। इसलिए हमने खास आपके लिए, बच्चों में एक्जिमा ठीक करने के लिए, 10 सर्वश्रेष्ठ व प्रभावी हर्बल उपचारों की एक सूची तैयार की है।
एक्जिमा में सबसे परेशान करने वाली चीज है – खुजली; गुनगुने पानी से स्नान त्वचा को ठंडा करता है, जिससे खुजली कम हो जाती है, और यह त्वचा को डीहाइड्रेट भी नहीं होने देता है। अपने बच्चे को स्नान कराते समय एक सुगंधित व सौम्य साबुन का इस्तेमाल करें, एंटी-बैक्टीरियल साबुन के उपयोग से बचें।
ओट्स यानि जई, ओट्स से बच्चे को नहलाने से त्वचा को आराम पहुँचता है। यह खुजली को कम करता है और त्वचा के लिए बेहद फायदेमंद भी होता है। अपने बच्चे को ओट्स से स्नान कराने के लिए, एक ब्लेंडर में 2/3 कप ओट्स को बारीक पाउडर बनने तक पीसें, फिर एक टब में गुनगुना पानी डालें और उसमें इस पाउडर को डालकर तब तक मिलाएं जब तक वो पूरी तरह मिल न जाएं, अब बच्चे को उस पानी में करीब 20 मिनट के लिए रखें, फिर साफ व कमरे के तापमान वाले पानी से नहला दें।
कच्ची घानी यानि ‘कोल्ड प्रेस्ड’ नारियल का तेल एंटी-बैक्टीरियल गुणों से भरपूर होता है, इससे एक्जिमा के कारण होने वाले संक्रमण का खतरा कम होता है, इसके अलावा कच्ची घानी नारियल के तेल में हाइड्रेटिंग गुण होते हैं जो त्वचा को नम करने में मदद करता है और एक्जिमा को नियंत्रित करता है। आपको बस अपने बच्चे की त्वचा पर इस तेल को लगाना है, और धीरे-धीरे हल्की मालिश करें।
कच्ची घानी सूरजमुखी के तेल में विभिन्न स्वस्थ फैटी एसिड सम्मिलित है, जो आपकी त्वचा में अवशोषित होकर त्वचा की सतह के नीचे एक्जिमा को ठीक करने में मदद करता है। कच्ची घानी सूरजमुखी का तेल एक अत्यंत शक्तिशाली प्राकृतिक मॉइस्चराइजर भी है, इस तेल को अपने बच्चे की त्वचा पर लगाएं और कुछ क्षणों के लिए गोल-गोल गति में मालिश करें।
समुद्री नमक में जीवणुरोधी गुण होते हैं जो संक्रमण से बचाव में मदद कर सकता है; समुद्री नमक के पानी से स्नान कराना नमक में मौजूद खनिजों के कारण सामान्य रूप से भी त्वचा के लिए बहुत अच्छा होता है। अपने बच्चे को 20 मिनट के लिए समुद्री नमक वाले पानी से स्नान कराएं, इससे खुजली कम होगी और त्वचा शांत होगा। इस स्नान के लिए समुद्री नमक को गर्म पानी में तब तक मिलाएं जब तक कि नमक घुल न जाए, और फिर नहाएं।
यह त्वचा के लिए बेहद लाभप्रद है, बच्चे के लिए शुद्ध टी-ट्रीका का तेल उनकी त्वचा के लिए बेहद कठोर हो सकता है इसलिए इसे कुछ गुनगुने पानी में मिलाकर इस्तेमाल करें। टी-ट्री के तेल में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं जो एक्जिमा के कारण संक्रमण को रोकने में मदद करते हैं। इसमें त्वचा को नम करने और घाव ठीक करने के गुण भी होते हैं जो त्वचा को आराम पहुँचाते हैं और शुष्क त्वचा को हुई क्षति की मरम्मत करते हैं। किसी भी मॉइस्चराइजर के साथ कुछ बूंदों को मिलाकर उपयोग करने से एक्जिमा ठीक होने में मदद मिलती है।
कैमोमाइल चाय त्वचा के लिए बेहद अच्छी होती है, इसमें सुखदायक गुण होते हैं जो खुजली को कम कर सकते हैं और जब वे त्वचा के माध्यम से अवशोषित होते हैं तो क्षतिग्रस्त त्वचा को भी नम और ठीक कर सकते हैं। इस स्नान को तैयार करने के लिए 15 मिनट के लिए गर्म पानी में 5 कैमोमाइल चाय की थैलियाँ भिगोएं, फिर इस मिश्रण से अपने शिशु को 20 मिनट तक नहलाएं।
अपने बच्चे को धूप में लगभग 20 मिनट के लिए बाहर ले जाना बेहद फायदेमंद हो सकता है, सूरज की प्राकृतिक किरणों में विटामिन डी होता है, यह त्वचा के माध्यम से कोलेस्ट्रोल को अवशोषित करने में मदद करता है और मेलेनिन प्रदान करता है, यह आपके बच्चे की त्वचा को स्वस्थ करता है। हालांकि सावधान रहें, यदि धूप बहुत कड़ा है, तो इसका विपरीत प्रभाव पड़ सकता है। इसलिए हमेशा बच्चे को सन्सक्रीन लगाकर बाहर निकालें व धूप में 20 मिनट से अधिक समय तक नहीं रहने दें।
ह्युमिडिटी त्वचा के लिए अच्छी है, यह शरीर को नम करता है, सूजन को कम करता है व खुजली से राहत पहुँचाता है। जिस कमरे में आपका बच्चा अधिक समय तक रहता है, उसमें एक ह्युमिडिफायर उपकरण लगाएं। यह आजकल किसी की इलेक्ट्रॉनिक दुकान पर आसानी से मिल जाता है या फिर आप इसे ऑनलाइन भी खरीद सकते हैं। यह आपके बच्चे के एक्जिमा को ठीक करने में मदद करेगा। ध्यान रहें, बच्चे को एक अच्छा मॉइस्चराइजर नियमित तौर पर लगाएं।
तंग कपड़े पहनने से ज्यादा पसीना आता है और साथ ही बैक्टीरिया का प्रसार भी ज्यादा होता है इसके कारण एक्जिमा होता है। इसलिए सुनिश्चित करें कि आपका बच्चा आरामदायक व ढीले-ढाले कपड़े ही पहने।
एक्जिमा खाद्य एलर्जी के कारण भी हो सकता है। यदि आप अपने बच्चे को स्तनपान करा रही हैं, तो अपने बच्चे के खाद्य एलर्जी का पता लगाएं व उन खाद्य पदार्थों का सेवन आप नहीं करें। यह भी सलाह दी जाती है कि आप दिन में कम से कम दो बार एक साफ व गीले कपड़े से अपने बच्चे के शरीर पर एक्जिमा के चकत्ते वाली जगह पर थपथपाएं, इससे उसकी त्वचा को आराम मिलेगी।
एक्जिमा धूल के कण जैसी बाहरी चीजों के कारण भी हो सकता है, सुनिश्चित करें कि आपके बच्चे का वातावरण स्वच्छ रहे और वह नियमित रूप से स्नान करें। अपने बच्चे को पोंछने के लिए कभी भी तौलिये का उपयोग नहीं करें, यदि उसकी यह स्थिति है तो यह अनुशंसा की जाती है कि आप उसे थपथपा कर सूखा दें या उसे हवा में सूखने दें, तौलिये से पोंछने से बैक्टीरिया फैल सकता है और चकत्तो के अन्य स्थानों तक फैलने की संभावना बढ़ सकती है।
नोट: याद रखें, कि ऊपर बताए गए उपचार के तरीके, एक्जिमा के केवल मामूली मामलों को ठीक करने में मदद करने के लिए हैं। आपको सलाह दी जाती है कि अपने चिकित्सक से इस मामलें में जरूर परामर्श लें और उनके निर्देशों का पालन करें। इन उपचारों को उनकी सलाह के साथ-साथ उपयोग में लाया जा सकता है परन्तु इसे एकमात्र इलाज न समझें।
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