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अच्छा स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए आपको शुरू से ही इस पर ध्यान देने की जरूरत होती है, खासतौर तब जब आप अपने बच्चे को स्तनपान करा रही हों, आपको यह सलाह दी जाती है कि आप अपने बच्चे की अच्छी देखभाल के साथ जितना संभव हो उतनी बेहतर तरीके से उन्हें स्वस्थ पोषण प्रदान करें। लेकिन इसके साथ–साथ खुद का ध्यान रखना भी बहुत जरूरी है। आपके बच्चे को जो भी पोषण मिलता है, वो आपके जरिए ही मिलता है। आपके दूध की गुणवत्ता आपके द्वारा लिए जाने वाले प्रोटीन, कैलोरी, विटामिन और मिनरल के सेवन पर निर्भर करती है। अगर आप इनका सही मात्रा में सेवन कर रही है, तो आपको इसे लेकर अधिक परेशान होने की जरूरत नहीं है। हालांकि, बेहतर पोषण के लिए, आपकी आहार योजना के आधार पर, आपको कुछ सप्लीमेंट की आवश्यकता हो सकती है ताकि आप या आपके बच्चे में किसी प्रकार की कोई कमी न रहे। अब आप अपने आहार को जिस हिसाब से चुनती हैं, वो आप और आपके बच्चे की सेहत का ध्यान रखने में मददगार साबित होगा।
हाँ, स्तनपान के दौरान शाकाहारी भोजन करना बिलकुल सुरक्षित है। लेकिन अगर आप सोच रही हैं कि शाकाहारी भोजन से आपको पर्याप्त पोषक तत्व नहीं मिलेगा, तो इस बारे में दोबारा सोचिए। क्योंकि माँस का सेवन किए बगैर भी आपको सब्जियों से पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्व प्राप्त हो सकते हैं।
शाकाहारी भोजन तीन प्रकार के होते हैं:
इस डाइट में बहुत सारे डेयरी उत्पाद शामिल होते हैं, लेकिन अंडा शामिल नहीं होता है। डेयरी उत्पाद विटामिन डी, प्रोटीन और कैल्शियम का अच्छा स्रोत है। डेयरी उत्पादों से विटामिन बी12 और कैलोरी की पर्याप्त मात्रा भी मिलती है, इसलिए लैक्टो वेजिटेरियन डाइट से आप अच्छी तरह से पोषण प्राप्त कर सकती हैं।
इसमें अंडे और सब्जियां शामिल हैं लेकिन डेयरी उत्पाद का उपयोग करने के लिए सख्त मनाही है। अंडे में प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन बी12, विटामिन डी और ओमेगा-3 फैटी एसिड जैसे कई अन्य पोषक तत्वों की अच्छी मात्रा मौजूद होती है।
अपने शरीर को बूस्ट करने के लिए अंडे और डेयरी उत्पादों का सेवन करने के बाद आपको फिर किसी अन्य सप्लीमेंट की आवश्यकता नहीं पड़ती है।
यहाँ आपसे संबंधित कुछ टिप्स दिए गए हैं, जिसका आप पालन कर सकती हैं।
वीगन डाइट एक पेड़–पौधों पर आधारित डाइट होता है। इसमें माँस, मछली, अंडा और डेयरी उत्पाद शामिल नहीं होते हैं। इसलिए यदि आप स्तनपान कराते समय वीगन डाइट का पालन करना चाहती हैं तो आपको अपने भोजन पर ज्यादा ध्यान देना पड़ेगा। आपको अपने वीगन डाइट प्लान में कितनी कैलोरी और पोषक तत्वों की जरूरत पड़ेगी इसके बारे में आपको विशेष ध्यान रखना होगा।
प्लांट–बेस्ड अर्थात पेड़–पौधों पर आधारित डाइट बेहद स्वस्थ होते हैं लेकिन इससे आपको कैलोरी और पोषक तत्वों की कम मात्रा प्राप्त होती है। वीगन डाइट प्लान फॉलो करने पर आपको साथ ही सप्लीमेंट्स भी लेना जरुरी है ताकि पोषक तत्वों में होने वाली गैप की भरपाई की सके। इस डाइट में आपको विटामिन बी12 शामिल करना आवश्यक है। यहाँ कुछ सुझाव दिए गए हैं जो आपको वीगन डाइट को अच्छी तरह से लागू करने में आपकी मदद करेगा।
सेमी–वेजिटेरियन डाइट में कभी–कभी माँस या एनिमल प्रोडक्ट शामिल किया जा सकता है। यदि इसका संतुलित मात्रा में हर रोज सेवन किया जाता है, यह सेमी–वेजिटेरियन ब्रेस्टफीडिंग डाइट प्लान आपको स्वस्थ जीवन जीने और आपके बच्चे को पर्याप्त पोषण प्रदान करने में सहायता कर सकती है।
एक पेसेटेरियन डाइट में किसी भी माँस के उत्पादों को शामिल न करना एक शाकाहारी भोजन के समान होता है, लेकिन इसमें मछली भी शामिल होती है। मछली प्रोटीन, विटामिन, खनिज और ओमेगा-3 फैटी एसिड का एक बहुत अच्छा स्रोत है, जो गर्भवती महिलाओं के लिए बहुत फायदेमंद होता है।
यदि आप सेमी–वेजिटेरियन या पेसेटेरियन डाइट का विकल्प चुनती हैं, तो आपको इन टिप्स का पालन करना चाहिए:
यदि एक स्तनपान कराने वाली महिला अपने आहार में ऊपर बताए किसी भी डाइट प्लान का पालन कर रही हैं, तो सुनिश्चित करें कि आप अपनी पोषण संबंधी आवश्यकताओं को अच्छी तरह से पूरा करें।
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