स्तनपान कराना बच्चे को पोषण देने के अलावा भी कई लाभ प्रदान करता है जैसे इम्युनिटी सिस्टम को बेहतर करने के लिए एंटीबॉडी प्रदान करता है। इसके साथ यह माँ और बच्चे के बीच के बंधन को मजबूत करने में मदद करता है। हालांकि, बच्चे को स्तनपान कराते समय आपको कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है । स्तनपान के दौरान होने वाली कुछ समस्याओं के बारे में नीचे चर्चा की गई जो कुछ इस प्रकार हैं:
1. दूध की आपूर्ति ठीक से न होना
यह स्तनपान की सबसे बड़ी और सबसे आम समस्याओं में से एक है। कम दूध की आपूर्ति के कई कारण हो सकते हैं, जैसे कि गिल्टी–संबंधी समस्याएं या अपर्याप्त स्तनपान।
- कैसे इलाज करें: सुनिश्चित करें कि आपका बच्चा दिन के दौरान अच्छे से स्तनपान करे, ताकि आपको अपने स्तनों में भारीपन न महसूस हो। यदि आपका बच्चा लगातार स्तनों में मौजूद दूध का सेवन नहीं करेगा, तो आपका शरीर अधिक दूध का उत्पादन नहीं कर पाएगा। इस बात का ख्याल रखें कि बच्चे को हर बार दोनों स्तनों से दूध पिलाएं और उसे तब तक दूध पीने दें जब तक वो अंत तक न पी ले । कभी–कभी, बच्चे स्तनपान करने से इंकार कर देते हैं, जिससे हो सकता है कि आपके दूध की आपूर्ति में कमी आ जाए। ऐसी स्थिति में, आप एक ब्रेस्ट पंप का उपयोग करके दूध निकाल सकती हैं और बोतल की मदद से बच्चे को अपना दूध दे सकती हैं।
- बचाव: यह सुनिश्चित करें कि आप समय पर खाएं, सोएं, और अच्छे से हाइड्रेटेड रहें। स्तनपान कराते समय बच्चे को सही पोजिशन में लें। पहले छह महीनों तक के लिए कोशिश करें कि बच्चे को फार्मूला दूध न दें, इस प्रकार स्तनपान में उसकी रुचि बनी रहेगी।
2. स्तनों से रिसाव
तीसरी तिमाही से आप अपने निपल से दूध के लगातार रिसाव का अनुभव कर सकती हैं, और यह तब तक जारी रह सकता है जब तक कि आपका बच्चा स्तनपान बंद नहीं कर देता है । यह रिसाव एक लेट–डाउन रिफ्लेक्स के कारण हो सकता है, जो आपके बच्चे के नजदीक आते ही दूध के उत्पादन को उत्तेजित करता है। यह तब भी हो सकता है जब आपके स्तनों में बहुत अधिक दूध जमा हो जाए।
- इलाज कैसे करें: आप अपने स्तनों से दूध के रिसाव को नहीं रोक सकती हैं, लेकिन आप इससे निपटने के लिए रिसाव को कम करने की कोशिश कर सकती हैं। आप ब्रा के नीचे विशेष नर्सिंग पैड पहन सकती हैं, जो लीक होने वाले दूध को अवशोषित करता है। गहरे रंग के कपड़े पहनें जिससे दाग नजर न आए।
- बचाव: बार–बार स्तनपान कराने से रिसाव की संभावना कम हो जाती है। हालांकि, चिंता करने वाली कोई बात नहीं है, क्योंकि यह समस्या कुछ महीनों के बाद पूरी तरह से खत्म हो जाएगी ।
3. बढ़े हुए स्तन
शिशु को जन्म देने के तुरंत बाद, आपके स्तनों में दूध का उत्पादन तेजी से होने लगता है, जिससे वो काफी बड़े और भारी हो जाते हैं। जिसे स्तन वृद्धि के रूप में जाना जाता है।
- इलाज कैसे करें: बढ़े हुए स्तनों के कारण होने वाले से दर्द से राहत पाने के लिए नियमित रूप से स्तनपान कराएं और गर्म और ठंडी सिकाई करें । यदि आपका बच्चा जितना दूध पीता आप उससे ज्यादा दूध का उत्पादन कर रही हैं, तो आप इसे पंप कर सकती हैं, या एक ब्रेस्टमिल्क बैंक को दान कर सकती हैं।
- बचाव: इस बात का ध्यान रखें कि आप ठीक से खाना खाएं, अच्छे से सोएं और पर्याप्त मात्रा में पानी पीती रहें, ताकि आप अपने बच्चे को स्तनपान कराते समय स्वस्थ रह सकें। बच्चे को नर्सिंग सप्लीमेंट्स देने से बचें जैसे कि बोतल में दूध देना या चुसनी आदि। इस प्रकार बच्चा स्तनपान में रुचि बनाए रखता है। दूध के प्रवाह को तेज करने और डक्ट ब्लॉकेज को रोकने के लिए आप नियमित रूप से अपने स्तनों और निपल की मालिश करें।
4. बच्चे के साथ संरचनात्मक समस्याएं
आपके बच्चे में शारीरिक दोष हो सकते हैं जैसे कि बड़ी जीभ, धनुषाकार तालु या ठोड़ी, मसूड़े या जबड़े की समस्याएं। जिसके कारण उसे स्तन से दूध पीने में परेशानी हो सकती है।
- कैसे इलाज करें: इन मामलों में सर्जरी करना सबसे अच्छा विकल्प होता है और ये प्रक्रियाएं इसका इलाज करने के लिए काफी आम हैं, इसलिए चिंता करने की कोई बात नहीं है।
- बचाव: इस समस्या को रोका नहीं जा सकता क्योंकि शारीरिक असामान्यताओं को रोक पाना आपके बस में नहीं होता है। हालांकि, जैसा कि आपको पहले बताया गया है, इसका सफलतापूर्वक इलाज किया जा सकता है।
5. इनवर्टेड निपल
जबकि निपल आमतौर पर बाहर की ओर होते हैं, लेकिन कुछ महिलाओं के निपल फ्लैट या इनवर्टेड होते हैं जो अंदर की ओर निकलते हैं। जिससे बच्चे की स्तनपान करने की प्रक्रिया बहुत मुश्किल हो जाती है। फ्लैट निपल के मामले में भी दूध का अत्यधिक उत्पादन होता है और स्तन बढ़ जाते हैं।
- कैसे इलाज करें: अपने बच्चे को स्तनपान कराते समय एरोला दबाने की कोशिश करें। दूसरा तरीका अपने निपल को बाहर की ओर करने का यह है कि आप अपनी अंगुलियों से निपल की मालिश करें या सक्शन डिवाइस का उपयोग करें।
- बचाव: चूंकि यह एक शारीरिक समस्या है, इसलिए इसे रोका नहीं जा सकता। हालांकि, अगर आपको स्तन संबंधी कोई अन्य समस्या नहीं है, तो आपके बच्चे को पर्याप्त दूध मिल सकता है, भले ही वह सही तरीके से न मिले। यदि बच्चा लगातार दूध पीने का प्रयास करता है, तो समय के साथ इसमें सुधार हो सकता है ।
6. गलत तरीके से स्तनपान करना
यदि आपका बच्चा ठीक से दूध पीना नहीं सीखता है, तो इसके कारण भी आपका दूध उत्पादन कम हो सकता है, जिससे बच्चा बीमार पड़ सकता है और चिड़चिड़ा हो जाता है। इसके अलावा, आपके बच्चे को किसी भी तरह की तकलीफ या दर्द के बगैर दूध पीने में कुछ समय लग सकता है।
- इलाज कैसे करें: आप बच्चे की पोजीशन को बदलते समय उसका मुँह एरोला के थोड़ा नीचे रखें ताकि वो अच्छे से दूध पी सके । स्तनपान कराते समय बच्चे को दूध पीने में परेशानी न हो इसके लिए आप तकिए का उपयोग करके उसे सहारा दे सकती हैं ।
- बचाव: बच्चा अच्छी तरह से दूध पी सके इसके लिए स्तनपान की ट्रेनिंग लेनी चाहिए और उसका अभ्यास करना चाहिए। सुनिश्चित करें कि स्तनपान कराते समय आपका बच्चा सही नर्सिंग पोजीशन में हो, अपने निपल को दो अंगुलियों से दबाएं और अपने बच्चे को अपने स्तन की ओर ऊपर लाएं।
7. अवरुद्ध दूध नलिकाएं
बढ़े हुए स्तन या उनमें सूजन के कारण दूध नलिकाओं में रुकावट आ सकती है। ऐसा तब होता है जब आप बहुत अधिक मात्रा में दूध का उत्पादन कर रही होती हैं, जो स्तन के ऊतकों में सूजन का कारण बन जाता है। जिसके कारण दूध नलिकाओं पर दबाव पड़ता है और ये दूध नलिकाओं में रुकावट पैदा करने लगता है।
- इलाज कैसे करें: अवरुद्ध दूध नलिकाओं की वजह से होने वाली सूजन और दर्द को मालिश और गर्म सिकाई करके इसे कम किया जा सकता है। बच्चे को स्तनपान कराती रहें, ताकि उसके चूसने से दूध नलिकाओं में रुकावट आने से इसे जा सकता है।
- बचाव: अच्छी तरह से खाना खाएं और सोएं। इसके अलावा इस बात का ध्यान रखें कि दूध नलिकाओं में रुकावट न आए और इसके लिए बच्चे को लगातार स्तनपान कराती रहें ।
8. निपल में दर्द
स्तनपान करने से आपके निपल में दर्द होना इसका एक अपेक्षित परिणाम है। यह दर्द तब भी हो सकता है जब स्तनपान की प्रक्रिया ठीक नहीं होती है। जिसकी वजह से निपल में दर्द, सूखापन, दरारें या खून बहने आदि समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है जो काफी दर्दनाक होती हैं ।
- इलाज कैसे करें: अपने निपल पर किसी कठोर साबुन और क्रीम का उपयोग करने से बचें और संवेदनशील त्वचा के लिए लानौलिन युक्त क्रीम लगाएं । आपके दूध को निपल पर लगाकर सूखने दें, यह आपको हो रही असुविधा को कम करने में मदद करता है क्योंकि इसमें एंटीइन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं।
- बचाव: सुनिश्चित करें कि आपका बच्चा अच्छी तरह से स्तनपान कर रहा हो। अपने दोनों स्तनों से स्तनपान कराएं। ढीले कपड़े पहनें जिससे आपके निपल रगड़ें नहीं।
9. यीस्ट संक्रमण
स्तनपान के दौरान बच्चे के मुँह के जरिए कई तरह के रोग पैदा करने वाले कीटाणु आते हैं । यीस्ट संक्रमण उनमें से एक है जो काफी आम है, आप खाल निकलना, खुजली, लालिमा, स्तनपान के दौरान दर्द, चकत्ते पड़ना अदि समस्याएं इसके लक्षण के रूप में देख सकती हैं ।
- कैसे इलाज करें: भले ही आपके स्तन संक्रमित हों, लेकिन आपको बच्चे को स्तनपान करने से रोकने की कोई आवश्यकता नहीं है। हालांकि, जितनी जल्दी हो सके अपने डॉक्टर से परामर्श करें ताकि वे संक्रमण का इलाज कर सकें और आपको कोई एंटिफंगल दवा दे सकें। अपने आप से कोई दवा न खरीदें, क्योंकि यह रक्तप्रवाह के माध्यम से स्तन में प्रवेश कर सकती है और बच्चे तक पारित हो सकती है।
- बचाव: आप खुद को और अपने बच्चे को नियमित रूप से साफ रखें। केवल साफ कपड़े और तौलिए का ही उपयोग करें और डायपर का पुन: उपयोग न करें। अपने बच्चे के मुँह में जाने वाली सभी वस्तुओं, जैसे बोतल, खिलौने और चुसनी को उबलते पानी में लगभग पंद्रह मिनट तक रखें।
10. ब्रेस्टफीडिंग स्ट्राइक
कभी–कभी आपका शिशु जो कई महीनों तक अच्छे से स्तनपान कर रहा था वह अचानक से दूध पीना बंद कर देता है। इसका मतलब यह नहीं है कि आपका बच्चा स्तनपान नहीं करना चाहता है, बल्कि यह इस बात का संकेत हो सकता है कि कहीं कोई समस्या तो नहीं है । इसके पीछे संक्रमण या दूध पीने की स्थिति में दर्द होना, ध्यान न लगना, बंद नाक, घबराहट, थकान आदि कुछ कारण हो सकते हैं ।
- कैसे इलाज करें: अगर आपका बच्चा केवल स्तनपान करने से इनकार कर रहा है, तो आप ब्रस्ट पंप की मदद से दूध निकाल कर बोतल या चम्मच का उपयोग करते हुए बच्चे को पिलाएं । बच्चे को अपने स्तन दिखा कर नियमित रूप से दूध पिलाने का प्रयास करें, भले ही वो दूध पीने से मना करता हो।
- बचाव: अपने बच्चे को आराम की स्थिति में लाने के लिए उसे प्यार करें, अपनी गोद में पकड़ें या उसके साथ खेलें । सुनिश्चित करें कि बच्चे के आसपास उसका ध्यान भटकाने वाली कोई आवाजें न हों।
स्तनपान कराने के दौरान कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है जिसके कारण आप जल्दी बच्चे को दूध पिलाना चाहती हैं। हालांकि, सही मार्गदर्शन और धैर्य के साथ, बताए गए समाधान का पालन करते हुए आप इन सभी समस्याओं से बाहर निकल सकती हैं, इसके अलावा अनुशंसित किया जाता है कि आप बच्चे को कम से कम छह महीनों तक स्तनपान कराएं ।
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