टॉडलर्स बहुत ही तीव्र गति से सीखते हैं और वे लगातार अपने आसपास की दुनिया में उपलब्ध जानकारी को समझते रहते हैं। क्राफ्ट आइटम के इस्तेमाल से लर्निंग को मजेदार बना कर आप अपने बच्चे के खेलने के अनुभव को बढ़ा सकते हैं। यहां पर कुछ एक्टिविटीज दी गई हैं, जो बच्चों में वोकैबलरी, भौगोलिक स्किल, कलर कॉम्बिनेशन और मोटर स्किल तक को बेहतर बनाने के लिए तैयार की गई हैं।
क्रिएटिविटी का इस्तेमाल करके अक्षर सीखने की इस प्रक्रिया को बहुत ही मजेदार बनाया जा सकता है। यहां पर इसके कुछ आईडिया दिए गए हैं:
अपने बच्चे को स्पेलिंग सिखाने की शुरुआत का सबसे बेहतर तरीका है उनके अपने नाम के साथ शुरुआत करना। ज्यादातर मामलों में शुरुआती नाम छोटे होते हैं और अपना खुद का नाम लिखना सीखने की उत्सुकता के कारण वे काफी उत्साहित हो जाते हैं। आप बाथरूम से लेकर किचन के फ्रिज तक पूरे घर में नाम लिख सकती हैं, ताकि बच्चा उससे अच्छी तरह से परिचित हो जाए। इसके उच्चारण को आसान बनाने के लिए मिलते-जुलते उच्चारण वाले अक्षरों का इस्तेमाल करें, जैसे – सोनू नाम को एक्सप्लेन करने के लिए एस से सन, ओ से ऑरेंज और ऐसे ही अन्य अक्षरों का इस्तेमाल किया जा सकता है।
यह बच्चों के लिए शुरुआती लर्निंग एक्टिविटीज में से एक है। इसे आपके बच्चे के लिए किसी नए शहर या किसी नई जगह में घूमने के दौरान किया जा सकता है। ऐसे दिखाएं, जैसे कि आप खो गई हों और अपनी मंजिल तक पहुंचने का रास्ता ढूंढने के लिए आपको उनकी मदद की जरूरत है। यह गेम ‘पार्क’ या ‘एग्जिट’ जैसे सिंपल शब्दों के साथ बहुत अच्छी तरह से काम करता है।
किस बच्चे को चॉक से खेलना पसंद नहीं होगा। घर पर एक चॉकबोर्ड का इस्तेमाल करके आप उस पर अक्षर लिख सकती हैं। फिर उनमें से एक अक्षर को सर्कल कर दें, जैसे – आपके बच्चे के नाम का पहला अक्षर और बच्चे को बोर्ड पर उससे मिलते-जुलते अक्षर ढूंढने को कहें। इससे न केवल अक्षरों को पहचानने में मदद मिलेगी, बल्कि उसके मोटर स्किल का भी विकास होगा।
आइसक्रीम स्टिक्स का एक बड़ा पैकेट खरीदें (कम से कम 60)। एक गहरे रंग के पेन से आइसक्रीम स्टिक के दोनों तरफ कैपिटल और स्माल लेटर लिखें, जैसे – अगर एक तरफ कैपिटल ‘जी’ लिखा हो, तो दूसरी ओर स्मॉल ‘जी’ लिखा हो। खिलौनों के एक बॉक्स में इन सभी आइसक्रीम स्टिक्स को रख दें और बच्चे को खेलने के लिए बुलाएं। इनमें से बच्चे को अधिक से अधिक स्टिक्स निकालने हैं। गेम यह है, कि वह स्टिक्स केवल तभी निकाल सकता है, जब वह उस पर लिखे हुए अल्फाबेट को पहचान सके। जो बच्चा सबसे अधिक स्टिक्स निकाल पाएगा वह विजेता होगा। यह घर पर बच्चों के लिए एक लर्निंग एक्टिविटी है, जिसे ग्रुप एक्टिविटी के रूप में भी किया जा सकता है।
इन एक्टिविटीज के साथ आपके बच्चे को मैथ्स से प्यार हो जाएगा:
आपको एक चार्ट पेपर और जानवरों के आकार के कुछ बिस्किट की जरूरत होगी। चार्ट पेपर पर दस अलग-अलग ब्लॉक्स बनाएं और उन में 0 से 9 तक संख्या लिखें। अब अपने बच्चे से कहें, कि ब्लॉक पर लिखे गए नंबर के आधार पर हर ब्लाक पर एनिमल बिस्किट रखे। खेल खत्म हो जाने के बाद आपको और आपके बच्चे को ये बिस्किट खाने को मिलेंगे!
यह एक्टिविटी इसके पहले बताई गई आइसक्रीम स्टिक्स एक्टिविटी से मिलती जुलती है, पर इसमें दो प्रमुख अंतर हैं। पहला अंतर है, आइसक्रीम स्टिक्स पर नंबर लिखे गए हैं। और दूसरा अंतर है, कि इस काम को करने के लिए आपको लिफाफों की जरूरत पड़ेगी। हर एक लिफाफे पर एक नंबर लिखा होना चाहिए और बच्चे को उस नंबर के अनुसार लिफाफों में स्टिक्स डालने हैं। इसके लिए नंबर वन के लिए एक स्टिक, नंबर दो के लिए दो स्टिक, नंबर तीन के लिए तीन स्टिक आदि रखे जाएंगे।
स्कॉच टेप, चार्ट पेपर और पेन की मदद से आपके बच्चे के पास जितनी भी रेस कार हैं, उनमें 1 से 10 तक नंबर लिखें। एक बड़े कार्डबोर्ड बॉक्स के नीचे के हिस्से को काटें और उसमें छोटे-छोटे पार्किंग स्पॉट्स बनाएं, जिनमें 1 से लेकर 10 तक नंबर लिखे गए हों। अपने बच्चे से कहें, कि रेस कार को पार्किंग के नंबर के अनुसार पार्किंग जोन में पार्क करें।
आपको चार्ट पेपर, 9 प्लास्टिक के कप और पेन की जरूरत होगी। सबसे पहले कप के ऊपरी हिस्से का इस्तेमाल करते हुए चार्ट पेपर पर 9 सर्कल बनाएं। फिर हर सर्कल के अंदर डॉट्स बनाएं, जिनकी कोई खास संख्या हो। जैसे – पहले सर्कल में एक डॉट हो सकता है, दूसरे में दो डॉट हो सकते हैं, तीसरे में तीन डॉट आदि। अंत में हर कप में 1 से 9 तक नंबर लिखें और अपने बच्चे से कहें, कि वह सर्कल के डॉट और कप के नंबर को आपस में मैच करते हुए उस पर रखें।
बच्चों के लिए शेप्स सीखना एक सीखने से जुड़ा एक महत्वपूर्ण माइलस्टोन होता है। यहां पर उन्हें यह सिखाने के कुछ आसान तरीके दिए गए हैं:
सिमिट्री के सबसे बारीक बिंदु को सिखाने के लिए लेगो ब्लॉक्स सबसे अच्छा तरीका है। सबसे पहले लेगो बेसप्लेट के मध्य में थोड़े कलर टेप लगाएं। बच्चे को अलग-अलग आकार के ब्लॉक्स का इस्तेमाल करने दें, जिनके दोनों किनारे सिमिट्रिकल हों। इसे कैसे खेलना है, यह बच्चे को सिखाने के लिए पहले आप खुद खेल सकते हैं।
इस एक्टिविटी में आपके बच्चे को एक समय सीमा के अंदर किसी आकार के अधिक से अधिक वस्तुओं को ढूंढना होता है, जैसे एक रैक्टेंगल के लिए आपका बच्चा टीवी, डायनिंग टेबल और ऐसे ही अन्य चीजों को ढूंढ सकता है।
इस एक्टिविटी के इस्तेमाल से आपके बच्चे के अंदर के कलाकार को बाहर लाया जा सकता है। बच्चे से कहें, कि अलग-अलग आकृतियों के इस्तेमाल से अपनी खुद की एक तस्वीर बनाए, जैसे – सर्कल के द्वारा सिर बनाया जा सकता है, शरीर के ऊपरी हिस्से को दिखाने के लिए स्क्वायर का इस्तेमाल किया जा सकता है, निचले हिस्से को दिखाने के लिए ट्रायंगल का इस्तेमाल किया जा सकता है और लंबे रैक्टेंगल्स के इस्तेमाल से हाथ और पैर बनाए जा सकते हैं।
किसी भी छोटे बच्चे की लर्निंग किट में प्ले डो एक बेसिक टूल की तरह होता है। प्ले डो से अलग-अलग तरह के आकार बनाए जा सकते हैं। शेप हंट एक्टिविटी के बाद जल्द ही इसके साथ भी खेला जा सकता है, क्योंकि बच्चे ने जिन आकृतियों को अभी-अभी सीखा है, उसे जरूर बनाएगा।
कलर ज्यादातर बच्चों की पसंदीदा गतिविधियों में से एक है। यहां पर कुछ एक्टिविटीज दी गई हैं, जिनकी मदद से बच्चे रंग पहचानना सीख सकते हैं:
अगर आपके घर में अंडे का एक्स्ट्रा ट्रे उपलब्ध हो, तो आप इस खेल को खेल सकते हैं। अंडे की ट्रे के हर गड्ढे को बेसिक रंग से रंग दें। अपने बच्चे से कहें, कि वह घड़ी के रंग से मैच करते हुए रंग का प्ले डो उस पर रखे।
बहुत से रंगों के चार्ट पेपर खरीदें और उन्हें काटकर अपनी हथेली के आकार के छोटे-छोटे कार्ड बनाएं। उन्हें डेकअप करें, कार्ड को शफल करें और अपने बच्चे को दिखाएं। उनके चुने हुए कार्ड के रंग से घर के किसी सामान के रंग को मैच करने को कहें।
कई बार ऐसा होता है, कि हमारे खरीदे गए क्रेयॉन का रंग डिब्बे पर दिए गए रंग से अलग होता है। जैसे एक काला क्रेयॉन कभी-कभी पेपर पर ग्रे कलर का दिखता है और नारंगी रंग नारंगी के बजाय भूरा दिखता है। अपने बच्चे से कहें, कि वह हर क्रेयॉन को टेस्ट करे और उनका रंग पहचाने।
कुछ मल्टी कलर चार्ट पेपर लें और उन्हें जमीन पर रख दें। लेगो ब्लॉक्स फैलाएं और अपने बच्चे से कहें कि वह चार्ट पेपर और लेगो ब्लॉक्स के रंग को मैच करके उन पर रखें।
जब आपका बच्चा बेसिक गुणों को सीख लेता है, तो आप अन्य गतिविधियों की ओर आगे बढ़ सकते हैं। बच्चे को नए गुण सिखाने के लिए इन गतिविधियों को आजमाया जा सकता है:
विभिन्न रंगों के चार्ट पेपर खरीदें और कैंची के इस्तेमाल से सेब, नारंगी, केले और अन्य फलों की आकृतियां काटें। फिर बच्चे से कहें, कि वह फलों को पहचान कर उन्हें बड़े सफेद चार्ट पेपर पर चिपकाए। इस मजेदार एक्टिविटी से मोटर स्किल और हाथ और आंख का तालमेल बेहतर होता है। आकृति और रंग की पहचान बच्चा बेहतर ढंग से कर पाता है। इस एक्टिविटी के बाद बनने वाले चार्ट पेपर को फ्रिज पर लगा सकते हैं और इससे बच्चा अन्य मजेदार गतिविधियों में हिस्सा लेने के लिए भी प्रेरित होगा।
एक प्लास्टिक के बोतल के निचले हिस्से को काटें और उस पर प्लास्टिक की आंखें लगा दें। रिबन के इस्तेमाल से आप एक मफलर भी बना सकते हैं। इसे एक ट्रे पर रखें और उसके आसपास छोटे कॉटन बॉल फैला दें। अपने बच्चे से कहें, कि वह खिलौने वाले चिमटे के इस्तेमाल से कॉटन बॉल्स को बोतल के मुंह में डालकर स्नोमैन को खाना खिलाए। इस एक्टिविटी से मोटर स्किल के साथ-साथ हाथ और आंख का तालमेल भी बेहतर बनता है।
इस एक्टिविटी के लिए आपको दो बाउल, कुछ खिलौने, पानी और एक बड़े चम्मच की जरूरत होगी। इनमें से एक बाउल में पानी भरें और खिलौनों को उस में डाल दें। आपके बच्चे को पानी भरे हुए बाउल में से सभी खिलौनों को निकालकर सूखे कटोरे में डालना है। यह काफी छोटे बच्चों के लिए थोड़ा मुश्किल हो सकता है और उनके मोटर स्किल्स के विकास में मदद कर सकता है।
आसान सी दिखने वाली यह एक्टिविटी आपके बच्चे के मोटर स्किल और हाथ और पैर के तालमेल को बड़े पैमाने पर बेहतर बना सकती है। बलून का इस्तेमाल करें और एक फ्लाई स्वैटर को हॉकी स्टिक की तरह इस्तेमाल करें और एक बास्केट को गोल पोस्ट की तरह इस्तेमाल करें। अगर आप चाहें तो कोर्ट की बाउंड्री बनाने के लिए रंग-बिरंगे टेप का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।
ऊपर दिए गए सभी खेल बड़ों के लिए काफी आसान हैं, लेकिन बच्चों के लिए ये काफी कठिन हो सकते हैं। प्रीस्कूल के लिए यह एक अच्छी फाउंडेशन का निर्माण करते हैं और सीखने की प्रक्रिया को मजेदार बनाते हैं।
यह भी पढ़ें:
टॉडलर और प्रीस्कूलर को रंगों के बारे में कैसे सिखाएं
प्रीस्कूलर्स और टॉडलर्स के लिए 11 आसान समर क्राफ्ट्स
बच्चों को कोई भी भाषा सिखाते समय शुरुआत उसके अक्षरों यानी स्वर और व्यंजन की…
बच्चों का बुरा व्यवहार करना किसी न किसी कारण से होता है। ये कारण बच्चे…
हिंदी देश में सबसे ज्यादा बोली जाती है, अंग्रेजी का उपयोग आज लगभग हर क्षेत्र…
हिंदी भाषा में हर अक्षर से कई महत्वपूर्ण और उपयोगी शब्द बनते हैं। ऐ अक्षर…
हिंदी भाषा में प्रत्येक अक्षर से कई प्रकार के शब्द बनते हैं, जो हमारे दैनिक…
हिंदी की वर्णमाला में "ऊ" अक्षर का अपना एक अनोखा महत्व है। यह अक्षर न…