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टंग टाई एक ऐसी कंडीशन है जो लगभग 5% बच्चों को प्रभावित करती है। इसका अर्थ यह है कि फ्रेनुलम, टिश्यू का वह भाग जो जीभ को मुँह के तले से जोड़ता है, बहुत मोटा, छोटा या टाइट होता है। जिससे यह जीभ का फ्री मूवमेंट प्रभावित होता है। यदि आपके नवजात शिशु भी टंग-टाई या एंकिलोग्लोसिया से पीड़ित है, तो यह आपके लिए परेशानी का कारण हो सकता है। ऐसे में आप सबसे पहले यह जानना चाहेंगी कि अगर आपके बच्चे को टंग-टाई है तो उसे ब्रेस्टफीडिंग कैसे कराएं। बच्चे को होने वाली टंग टाई की समस्या ब्रेस्टफीडिंग के बारे में अधिक जानने के लिए, लेख पढ़ें।
टंग टाई और ब्रेस्टफीडिंग से जुड़ी समस्याओं को बता पाना मुश्किल हो सकता है। बच्चे अपनी जीभ का उपयोग ब्रेस्ट निप्पल को पकड़ने के लिए करते हैं। जीभ की मदद से बच्चा ठीक तरह से निप्पल और एरोला को अपने मुँह में पकड़ पाता है। यह बच्चे के लिए एक सील सक्शन भी क्रिएट करता है। टंग-टाई के कारण वो मूवमेंट नहीं हो पाता है, जो मिल्क डक्ट को अच्छी तरह से स्क्वीज करने के लिए जरूरी होता है। इसके अलावा बच्चा अपने मुँह को इतना ज्यादा नहीं खोल पाता है जिससे उसे सही पकड़ नहीं मिल पाती है और वह सील नहीं बना पाता है। इस प्रकार बच्चे को ब्रेस्टफीडिंग कराते समय परेशानी का सामना करना पड़ता है।
टंग-टाई के कारण छोटे बच्चों को कई तरह की समस्याएं होती हैं, जो इस प्रकार दी गई हैं:
टंग टाई होने के कारण बच्चा ठीक से फीड नहीं कर पाता है। ठीक से दूध न पीने के कारण वो काफी फ्रस्ट्रेट हो जाता है और मुँह लेने से इंकार कर देता है, इस तरह वो पूरी तरह से ही दूध पीना बंद कर देता है।
टंग टाई की समस्या के कारण, बच्चे को लैचिंग में परेशानी होती है और उसे अपने डेवलपमेंट के लिए पर्याप्त मात्रा में ब्रेस्ट मिल्क नहीं पाता है । इसलिए, यह उसके वजन को भी प्रभावित करता है और वह अपनी उम्र के अनुसार बच्चे का जितना वजन होना चाहिए उतना वेट गेन नहीं होता है।
सही से फीडिंग न करने के कारण, बच्चे चिड़चिड़े हो जाते है और लगातार रोते रहते हैं। लगातार भूखा रहने से उनकी नींद भी प्रभावित होती है।
छोटा या टाइट फ्रेनुलम के कारण बच्चा फीडिंग के दौरान हवा निगल लेता है, जिससे बच्चे को गैस की समस्या होने लगती है। कुछ मामलों में, रिफ्लक्स और उल्टी होने जैसी प्रॉब्लम को भी नोटिस किया गया है।
जिन बच्चों को टंग टाई की प्रॉब्लम होती है उनकी माँ को भी फीडिंग के दौरान कई कॉम्प्लिकेशन का सामना करना पड़ता है:
जब कोई बच्चा ठीक से लैच नहीं कर पाता है, तो वह चूसने के बजाय निप्पल को चबाने लगता है, जिससे क्रैक निपल्स की समस्या पैदा होने लगती है आपको काफी दर्द भी होता है।
यदि बच्चे को ठीक से दूध मिल रहा है, तो माँ इसके लिए खुद को दोषी मानने लगती है अपने बच्चे को ऐसे देखकर दुखी महसूस करती है। स्ट्रेस के कारण उसका कॉन्फिडेंस और ब्रेस्टफीडिंग कराने की क्षमता भी काफी कम हो सकती है।
ठीक से लैचिंग नहीं होने के कारण, एक बच्चा दूध खत्म नहीं कर पाता है, जिससे धीरे-धीरे मिल्क सप्लाई कम होने लगती है।
मिल्क सप्लाई कम होने और क्रैक निप्पल की वजह से या बच्चे के हमेशा भूखा रहने के कारण माएं बच्चों को जल्दी ही अपना दूध छुड़ाने लगती हैं।
हॉस्पिटल छोड़ने से पहले आप अपने की जाँच करा लें कि कहीं उनको टंग-टाई की समस्या तो नहीं है, ऐसा करना आपके और बच्चे के लिए अच्छा रहेगा। अक्सर, बच्चों में टंग टाई का पता नहीं चल पाता है और इससे माओं को ब्रेस्टफीडिंग पूरी तरह से अपने बच्चे को छोड़ना पड़ता है।
ध्यान दें कि टंग टाई वाले बच्चे को ब्रेस्टफीडिंग कराते समय पोजीशन सही होनी चाहिए। अगर आपको इन तकनीक के बारे में नहीं पता है तो आप इससे संबंधित वीडियो देखें और अपने लैक्टेशन कंसलटेंट से बात करें।
निप्पल में दर्द अक्सर माओं के लिए ब्रेस्टफीडिंग की यह प्रक्रिया मुश्किल बना देता है और वो बच्चे ठीक से दूध पिला पाती हैं। निप्पल शील्ड के बारे में डॉक्टर से पूछे और जाने कि आप निप्पल शील्ड का उपयोग करके अपने टंग टाई वाले बच्चे को ब्रेस्टफीडिंग कैसे करा सकती हैं। ध्यान रहे कि निप्पल शील्ड लेते समय आप इसका सही साइज चुनें और देखे कि क्या आप कम्फर्टेबल हैं और ब्रेस्टफीडिंग के दौरान कोई समस्या तो नहीं हो रही है।
अगर आपको लगता है कि आपके निप्पल में बहुत दर्द हो रहा है, तो ब्रेक लें और अपने निप्पल को ठीक होने दें। तब तक के लिए आप ब्रेस्ट मिल्क पंप कर के बच्चे को बोतल में दे सकती हैं ताकि मिल्क सप्लाई होती रहे।
फ्रेनोटॉमी एक छोटी सी प्रक्रिया है जिसमें जीभ के मूवमेंट को फ्री करने के लिए फ्रेनुलम कट कर दिया जाता है। यह बिना एनेस्थीसिया के किया जा सकता है और बहुत जल्दी व सिंपल तरीके से किया जाता है। टंग टाई कट करने के बाद 24 घंटों के भीतर सभी फीडिंग प्रॉब्लम ठीक नहीं होती है, लेकिन समय के साथ माँ और बच्चा एक साथ चीजें सीखते हैं। फ्रेनोटॉमी के बाद कुछ टंग एक्सरसाइज करने का भी सुझाव दिया जाता है।
टंग-टाई के साथ एक बच्चे को ब्रेस्टफीडिंग कराना नई माओं के लिए एक मुश्किल काम हो सकता है, जो अक्सर उन्हें असहाय और गिल्ट महसूस कराता है। हालांकि, लैक्टेशन कंसलटेंट के सही सपोर्ट से और हस्बैंड के सपोर्ट से माँ को इस कम्प्लेक्सिटी से बाहर निकाला जा सकता है, जिससे ब्रेस्टफीडिंग के दौरान माँ और बच्चे के बीच बांड मजबूत होता है।
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