शिशु

ट्विन्स बच्चों की देखभाल कैसे करें

न्यूबॉर्न बच्चे की देखभाल करना काफी मुश्किल काम होता है। इस समय न केवल माँ डिलीवरी से रिकवर हो रही होती है, बल्कि उसे यह भी ध्यान रखना पड़ता है कि बच्चा समय पर फीड करे, ठीक से सोए और एक हेल्दी मैनर ग्रो करे। हालांकि, यह स्ट्रेस तब दोगुना हो जाता है जब आपको एक नहीं बल्कि दो नवजात बच्चों का ध्यान रखना पड़ता है और उनकी केयर करनी पड़ती है। जुड़वां बच्चों की माँ को एक नहीं बल्कि दो बच्चों के अनुसार अपने शेड्यूल को मैनेज करना पड़ता है, जो सच में एक मुश्किल काम है।

क्या जुड़वां बच्चों को संभालते समय मुश्किलों का अनुभव करना नॉर्मल है?

एक बच्चे को संभालना और बड़ा करना ही बेहद मुश्किल हो जाता है। ज्यादातर नए पेरेंट्स को तब ही आराम करने को मिलता है जब उनका बच्चा सोता है। जब बच्चा सो रहा होता है तो आप घर के कामों को निपटा लें, शॉवर लें, और सबसे अहम बात यह है कि अपनी नींद पूरी करें। जुड़वां बच्चों की देखभाल के साथ, डबल मुश्किलें पैदा होती हैं। नए पेरेंट्स को बच्चे के सोने और खाने के समय के साथ-साथ अपनी जिम्मेदारियों को मैनेज करने में परेशानी होती है और इसके लिए उन्हें मदद की जरूरत होती है।

किसी भी माता-पिता के लिए ट्विन्स बच्चों को संभालने के दौरान होने वाली समस्याओं को फेस करना नॉर्मल है और उनकी देखभाल करना एक मुश्किल टास्क हो सकता है। इसलिए एक बात ध्यान में रखें कि आप परिवार, दोस्तों या यहाँ तक ​​कि प्रोफेशनल हेल्प लेने में मदद करें, या फिर तीनों ही ऑप्शन को अपनी जरूरत के हिसाब से इस्तेमाल करें। आपको यह समझना बहुत जरूरी है कि अपनी मेंटल और फिजिकल हेल्थ का ध्यान रखना बहुत जरूरी है, इसलिए अपनी सेहत को बिल्कुल भी नजरअंदाज न करें।

ट्विन्स बच्चों की देखभाल करने के 10 केयर टिप्स

कई चीजें हैं जो आप जुड़वां बच्चों की देखभाल करने में मदद कर सकती हैं और खुद को रिकवर भी कर पाती हैं। अपने शेड्यूल में बताए गए इन आसान बदलावों से आपको मानसिक शांति मिलेगी और आप इस प्रकार जल्दी रिकवर होंगी। यहाँ बताया गया है कि जुड़वां बच्चों की देखभाल कैसे करें:

1. शेड्यूल एक रखें

दोनों बच्चों के सोने और दूध पिलाने के शेड्यूल को एक साथ ही रखें, ताकि आपको कुछ रेस्ट मिल सके जब दोनों बच्चे सो रहे हों। डॉक्टर का कहना है कि जब एक बच्चा फीडिंग के लिए उठ जाए तो दूसरे को भी जगा कर फीड कराएं। जबकि हर कोई आपको बताएगा कि आपको सोते हुए बच्चे को नींद से नहीं उठाना चाहिए, लेकिन यह नियम कुछ मामलों में ही लागू होता है। बच्चों को दूध पिलाते समय आप इस प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए ट्विन फीडिंग पिलो का उपयोग कर सकती हैं।

2. डबल स्ट्रोलर का उपयोग करें

जुड़वां बच्चों को एक साथ कहीं पर ले जाना मुश्किल हो जाता है। इसके लिए डबल स्ट्रोलर लेना एक अच्छा ऑप्शन रहेगा। आप यह मत सोचिए कि आपको स्ट्रोलर की जरूरत घर से बाहर जाने के समय पड़ेगी, बल्कि कई बार बच्चों को मैनेज करने के लिए उन्हें घर के अंदर भी स्ट्रोलर की आवश्यकता होती है। यह आपके बच्चों को सुलाने के लिए बहुत उपयोगी साबित हो सकता है। स्ट्रोलर का एक और बड़ा फायदा यह है कि आप इसका उपयोग उन सभी जरूरी सामान को ले जाने के लिए भी कर सकती हैं जिनकी आपके बच्चों को आवश्यकता होगी। स्ट्रोलर के बारे में जानकारी रखें और सीखें कि इसे फोल्ड और अनफोल्ड कैसे करते हैं। 

3. मदद लें

अब समय है कि आप परिवार के लोगों की मदद लें। जुड़वां बच्चों की देखभाल करना बहुत बड़ा काम है, और इसके लिए आपको कई लोगों की मदद चाहिए। परिवार या दोस्तों को कुछ समय के लिए आपके पास रहने के लिए कहें। मदद के लिए किसी हेल्पर को भी रख सकती हैं, इससे आपको बच्चे की केयर करना थोडा आसान हो जाएगा और आपको घर के कामों को करने के लिए समय भी मिल जाएगा, हालांकि अभी आप सिर्फ बच्चे पर ही फोकस करें।

4. ग्रुप जॉइन करें

आपके लिए वो पेरेंट्स अच्छा रिसोर्स हो सकते हैं जिनके खुद ट्विन्स बच्चे हों। उन पेरेंट्स को ट्विन्स बच्चों को पालने का अनुभव होता है, जो शायद आपके काम भी आ सकता है। इसके अलावा आपको यह जानने में भी काफी मदद मिलती है कि दूसरे पेरेंट्स कैसे चीजों को मैनेज करते हैं, इससे आपको बहुत सपोर्ट मिलेगा।

5. ऑनलाइन खरीददारी करें

जुड़वां होने का मतलब है डायपर, वाइप्स, और बेबी पाउडर जैसी बेसिक चीजों की ज्यादा जरूरत पड़ना, ऐसे में आपको बार-बार इन चीजों को खरीदने के लिए बाजार जाना संभव नहीं होता है। इसलिए ऑनलाइन शॉपिंग आपके लिए एक अच्छा ऑप्शन है, इसके साथ आपको यहाँ अच्छे डिस्काउंट भी मिल जाते हैं। अपनी जरूरत के हिसाब से चीजों को पहले ही ऑर्डर कर लें ताकि समय से चीजें घर पर आ जाएं।

6. हर चीज दो न खरीदें

एक आम गलती जो जुड़वां बच्चों के माता पिता ज्यादातर करते हैं, वह है एक जैसी दो चीजें खरीदना। हालांकि, हर बच्चा अलग होता है तो जरूरी नहीं है जो चीज एक बच्चे को सूट कर रही हो वो दूसरे को भी करे। किसी बच्चे को झूला पसंद नहीं होता है तो किसी बच्चे को खिलौने। हर चीज दो न खरीदें इससे आपके पैसे तो बचेंगे ही साथ ही आपको यह समझने में भी आसानी होगी कि आपके बच्चे एक दूसरे से कितने अलग हैं।

7. बारी-बारी से बच्चों को गोद में लें

बच्चों को गोद में रहना और दुलार कराना बहुत पसंद होता है और यह माँ और बच्चों के बीच बंधन को मजबूत  बनाने के लिए आवश्यक है। हालांकि, हर समय दोनों बच्चों को गोद में लिए रहना आपको बहुत जल्दी थका सकता है। इसलिए जब आप एक बच्चे को गोद में लें तो दूसरे को पालने में खेलने दें और जब पालने में लेटा हुआ बच्चा रोने लगे तो उसे गोद में लें और दूसरे बच्चे को लिटा दें। 

8. जेंडर न्यूट्रल क्लोथिंग

अगर जुड़वां बच्चे लड़का-लड़की हैं, तो ये टिप्स आपके लिए काफी उपयोगी है। जेंडर न्यूट्रल के वजह से आप बच्चे को कोई भी आउटफिट पहना सकती हैं। इससे आपको थोड़ा रिलैक्स करने का टाइम मिल जाता है और आपको दोनों बच्चों के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा क्योंकि दोनों ही बच्चों के कपड़े साफ रहेंगे। साथ ही, आपको अपने बच्चों के लिए कपड़े छांटने के बारे में भी चिंता नहीं करनी पड़ेगी।

9. उन्हें अलग न करें

एक बार जब आपके जुड़वां बच्चे रात में ठीक से सोने लगते हैं, तो आप उन्हें अलग-अलग कमरे में सुलाना चाहती हैं। यह ट्रिक तब काम आती है जब एक बच्चा रात में रोता है, और दूसरा बच्चा उसकी वजह से उठ जाता है। ऐसी संभावनाएं हो सकती हैं कि यदि आप उन्हें एक ही कमरे में सोने देती हैं, तो उन्हें रात के समय में शोर करने की आदत होगी, और वे जल्द ही किसी भी शोर में रहते हुए भी सोना सीखेंगे।। हालांकि, इसमें काफी समय लग सकता है और इसके रिजल्ट के बारे में साफ तौर पर कुछ नहीं कहा जा सकता है।

10. आराम करें

ज्यादातर माता-पिता यह भूल जाते हैं कि उन्हें भी रेस्ट करने के लिए कुछ समय निकालने की आवश्यकता है। जुड़वां बच्चों को संभालना एक मुश्किल काम होता है इसलिए अगर आप चाहती हैं कि अच्छी तरह से बच्चों की देखभाल करें, तो समय-समय पर खुद को ब्रेक दें। आपका आराम करना बहुत जरूरी है ताकि आप अपने पेरेंट्स होने की जिम्मेदारी को सही से निभा सकें। इसके लिए आप परिवार के लोगों की मदद लें, ताकि जब वो आपके बच्चों को संभालें तो आप रेस्ट कर सकें।

जुड़वां बच्चों के होने की खुशी ही कुछ और होती है, यह घर में आने वाली खुशियों को दोगुना कर देता है, लेकिन साथ ही आपका स्ट्रेस और जिम्मेदारी भी दोगुना बढ़ जाती है। इस लेख में बताई गई इन सिंपल टिप्स से आप अपने जुड़वां बच्चों की देखभाल ठीक से कर सकती हैं और मुश्किलों का सामना कर सकती हैं। आपके लिए अच्छा रहेगा अगर आप बच्चों को कुछ देर संभालने के लिए किसी की हेल्प लेती हैं या फिर कोई नैनी रख लेती हैं तो इससे आपका काम काफी आसान हो जाएगा। आप चाहें तो अपने या पति के पेरेंट्स को घर पर कुछ महीने के लिए बुला लें। अगर आपको बहुत थकान और स्ट्रेस महसूस हो रहा है तो आपको अपने डॉक्टर से बात करनी चाहिए। हो सकता है कि यह आपके शरीर में किसी कमी के कारण हो रहा हो, जिसे जल्दी ही ठीक करने की जरूरत है ताकि आप फिर से स्ट्रॉन्ग महसूस करें।

समर नक़वी

Recent Posts

पुलकित नाम का अर्थ, मतलब और राशिफल l Pulkit Name Meaning in Hindi

जब भी कोई माता-पिता अपने बच्चे का नाम रखते हैं, तो वो सिर्फ एक नाम…

1 week ago

हिना नाम का अर्थ, मतलब और राशिफल l Heena Name Meaning in Hindi

हर धर्म के अपने रीति-रिवाज होते हैं। हिन्दू हों या मुस्लिम, नाम रखने का तरीका…

1 week ago

इवान नाम का अर्थ, मतलब और राशिफल l Ivaan Name Meaning in Hindi

जब घर में बच्चे की किलकारी गूंजती है, तो हर तरफ खुशियों का माहौल बन…

1 week ago

आरज़ू नाम का अर्थ, मतलब और राशिफल l Aarzoo Name Meaning in Hindi

हमारे देश में कई धर्म हैं और हर धर्म के लोग अपने-अपने तरीके से बच्चों…

1 week ago

मन्नत नाम का अर्थ, मतलब और राशिफल l Mannat Name Meaning in Hindi

माता-पिता बच्चे के जन्म से पहले ही उसके लिए कई सपने देखने लगते हैं, जिनमें…

1 week ago

जितेंदर नाम का अर्थ, मतलब और राशिफल l Jitender Name Meaning in Hindi

हर माता-पिता चाहते हैं कि उनका बेटा जिंदगी में खूब तरक्की करे और ऐसा नाम…

3 weeks ago