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गर्भावस्था का सफर एक कठिन समय हो सकता है, लेकिन जो कपल गर्भधारण करने का प्रयास कर रहे हैं उनके लिए यह समय और भी ज्यादा कठिन होता है। प्रेगनेंसी टेस्ट का इंतजार करने से ज्यादा कठिन समय और कुछ नहीं हो सकता, यह देखने के लिए कि उनके हिस्से में खुशियां आने वाली हैं या नहीं। एक बच्चे को बड़ा करना सबसे संतोषजनक काम होता है जो एक इंसान कर सकता है। इसलिए जाहिर है कि माता-पिता गर्भावस्था की जांच के लिए बहुत चिंतित हो सकते हैं।
कुछ महिलाएं दवा की दुकानों में जाकर प्रेगनेंसी टेस्ट किट खरीदने में असहज महसूस करती हैं या किन्ही कारणों से डॉक्टर से मिलकर गर्भावस्था की जांच करवाने में देर हो जाती है। ऐसी स्थिति में घर पर ही गर्भावस्था जांच की जा सकती है। घर पर किए जाने वाले प्रेगनेंसी टेस्ट कई प्रकार के होते हैं – जैसे, शक्कर से की जाने वाली टेस्ट, विनेगर से की जाने वाली टेस्ट, ब्लीच से की जाने वाली टेस्ट आदि। इस लेख में हम विनेगर से की जाने वाली प्रेगनेंसी टेस्ट के बारे में बात करेंगे, जिसमें सफेद या पारदर्शी विनेगर को प्रेगनेंसी इंडिकेटर के रूप में प्रयोग किया जाता है। जब विनेगर गर्भवती महिला के मूत्र में मिलता है तो उसका रंग बदल जाता है। इस प्रकार यह गर्भावस्था की संभावना का पता लगाने वाला एक आसान इंडिकेटर हो सकता है।
टेस्ट के उद्देश्य से एक किट खरीदने के बजाय विनेगर का प्रयोग करने के कुछ फायदे हैं। हमारे देश में महिलाएं दवा की दुकानों में जाकर प्रेगनेंसी टेस्ट किट खरीदने में असहज महसूस करती हैं। इसके अलावा ज्यादातर विश्वसनीय प्रेगनेंसी टेस्ट किट महंगे होते हैं। वहीं विनेगर के माध्यम से गर्भावस्था की जांच करना मुफ्त होता है और इसे आप जितनी बार चाहे उतनी बार दोहरा सकती हैं।
अधिकतर दुकानों में दो तरह के विनेगर उपलब्ध होते हैं – सफेद विनेगर और एप्पल साइडर विनेगर। चूंकि, विनेगर द्वारा गर्भावस्था की जांच करने का एक ही सूचक होता है और वह है रंग बदलना, इस कारण केवल सफेद या पारदर्शी विनेगर का ही प्रयोग किया जाना चाहिए। सफेद विनेगर अधिकतर दुकानों में उपलब्ध होता है और यह काफी सस्ता भी होता है। इस प्रकार यह गर्भावस्था जांच किफायती भी होता है।
विनेगर गर्भावस्था जांच दो प्रकार के होते हैं और ऐसा कहा जाता है कि यह दोनों ही प्रकार असरदार होते हैं, वे इस प्रकार हैं:
पारंपरिक विनेगर जांच में केवल साधारण विनेगर का प्रयोग करके गर्भावस्था की जांच की जाती है। मूत्र के साथ मिलने पर इसका रंग तभी बदलता है जब आप गर्भवती होती हैं।
जब मूत्र के सैंपल को विनेगर और ट्यूना तेल में मिलाया जाता है, तब इस मिश्रण का रंग सकारात्मक और नकारात्मक दोनों ही नतीजों में बदल जाता है। अगर इसका रंग पीला या नारंगी हो जाए तब इसे नकारात्मक समझा जाता है, वहीं अगर इस मिश्रण का रंग हरे जैसा हो जाए तब यह सकारात्मक गर्भावस्था की ओर इशारा करता है।
एचसीजी एक हॉर्मोन होता है, जो कि एक गर्भवती स्त्री के शरीर में पैदा होने वाले कई हॉर्मोन्स में से एक है। यह हॉर्मोन विनेगर के साथ प्रतिक्रिया करता है जो कि एक तरह का अम्ल है। इसलिए इस मिश्रण का रंग कुछ मिनटों के बाद बदल जाता है। सुबह के मूत्र में एचसीजी हॉर्मोन सबसे अधिक मात्रा में पाया जाता है, इसलिए सुबह सबसे पहले की जाने वाली इस जांच में सबसे ज्यादा सही नतीजे देखे गए हैं।
विनेगर की मदद से प्रेगनेंसी टेस्ट करना बहुत ही आसान है। इसमें प्रयुक्त होने वाली वस्तुएं ज्यादातर घरों में पहले से ही उपलब्ध होती हैं। इसके लिए आपको स्टरलाइज किए हुए दो कप, थोड़ा सा पारदर्शी/सफेद डिस्टिल्ड विनेगर और सुबह के मूत्र के नमूने की आवश्यकता होगी। सुनिश्चित कर लें कि इस्तेमाल किए जाने वाले बर्तन पूरी तरह से साफ और स्टरलाइज किए हुए हैं। इस बात का ध्यान रखें कि थोड़ी सी मात्रा में भी बाहरी बैक्टीरिया के कारण गलत सकारात्मक नतीजे आ सकते हैं।
पारंपरिक विनेगर प्रेगनेंसी टेस्ट में आमतौर पर रंग में बदलाव का अर्थ होता है कि आप गर्भवती हैं। यदि 5 मिनट के बाद भी रंग नहीं बदलता है, तो ऐसा कहा जा सकता है यह एक निर्देश है कि आप गर्भवती नहीं है।
यहां पर विनेगर प्रेगनेंसी टेस्ट के कुछ फायदे और नुकसान दिए गए हैं, जिससे आप को यह समझने में आसानी हो सकती है कि यह जांच आपके लिए सही है या नहीं।
नीचे के भाग में हम उन वस्तुओं की चर्चा करेंगे जिनकी आपको ट्यूना तेल और विनेगर गर्भावस्था जांच को करने के लिए आवश्यकता होगी, साथ ही हम देखेंगे कि इसे कैसे किया जाता है, नतीजों को कैसे पढ़ा जाता है और साथ ही इस जांच के फायदे और नुकसान को देखेंगे।
ट्यूना तेल और विनेगर प्रेगनेंसी टेस्ट करने के लिए आवश्यक वस्तुएं पारंपरिक जांच के जैसी ही हैं, सिवाय ट्यूना तेल के। आपको आवश्यकता होगी ताजे सफेद सिरके, ट्यूना तेल, दो साफ कटोरी/मापने के कप, सुबह की मूत्र का सैंपल, मिलने के लिए एक साफ वस्तु और एक कपड़ा यदि आसपास की जगह साफ रखनी हो तो।
ट्यूना तेल और पारंपरिक विनेगर गर्भावस्था जांच के मामले में सबसे बड़ा अंतर यह है कि इसका रंग सकारात्मक और नकारात्मक दोनों ही नतीजों में बदल जाता है। यदि मिश्रण का रंग नारंगी-पीला हो जाए तो इसका अर्थ है कि आप गर्भवती नहीं है, अगर मिश्रण का रंग कुछ-कुछ हरा हो जाए, तो इसका अर्थ है कि नतीजा सकारात्मक है और गर्भवती है।
नीचे इस जांच के कुछ पहलू दिए गए हैं जिससे आपको यह तय करने में सहायता मिल सकती है कि आपको यह जांच करनी है या नहीं।
गर्भावस्था जांच कई बार सवालों के घेरे में आ चुकी है, क्योंकि किसी प्रकार की दवा लेने वाली महिलाओं के ऊपर यह गलत नतीजे भी दर्शा सकता है। यह शरीर में होने वाले हार्मोनल असंतुलन की वजह से होता है, जो कई बार एंटीबायोटिक के कारण भी हो सकता है। कुछ मामलों में मिश्रण की रंगत सही मात्रा में नहीं बदलती है जिससे पहली बार इसे देखकर पहचानना मुश्किल होता है और बारीकी से देखने की आवश्यकता होती है ।
गौर करने वाली महत्वपूर्ण बात यह है कि सफेद विनेगर प्रेगनेंसी टेस्ट केवल घर में बना एक प्राथमिक जांच मिश्रण है, और आपको अस्पताल में अपनी जांच करवाने की और समय रहते हुए एक डॉक्टर से मिलकर परामर्श लेने की आवश्यकता है।
आपकी सकारात्मक या नकारात्मक गर्भावस्था की जांच करने के लिए विनेगर गर्भावस्था जांच का उपयोग घर के आरामदायक माहौल में किया जा सकता है। इस बात को अवश्य ध्यान में रखना चाहिए कि एप्पल साइडर विनेगर से किए जाने वाले प्रेगनेंसी टेस्ट को समझ पाना मुश्किल है, क्योंकि इसका रंग गहरा होता है। हालांकि, विनेगर प्रेगनेंसी टेस्ट के रंग से इस बात का अनुमान हो सकता है कि आप गर्भवती हैं या नहीं, वह भी बिना किसी देर और बिना किसी खर्च के।
स्रोत और संदर्भ:
स्रोत १
स्रोत २
स्रोत ३
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