In this Article
देश के कई हिस्सों में वुड एप्पल या बेल के फल को इसके हेल्थ बेनिफिट की वजह से जाना जाता है। यहाँ तक कि 2000 ईसा पूर्व से, बेल के फल को कई सारी हेल्थ प्रॉब्लम का इलाज करने के लिए प्रयोग किया जाता रहा है। इसका इस्तेमाल अक्सर धार्मिक अनुष्ठानों के लिए भी किया जाता है और बहुत सारे लोग इसमें पाए जाने वाले पोषण लाभ के कारण इसका सेवन करना पसंद करते हैं। लेकिन, क्या गर्भावस्था के दौरान बेल का सेवन करना सुरक्षित है? इस लेख में प्रेगनेंसी के दौरान बेल का सेवन करने से संबंधित चर्चा की गई है। गर्भावस्था के दौरान बेल के हेल्थ बेनिफिट और साइड इफेक्ट्स जानने के लिए यह लेख पढ़ें।
बेल का फल या वुड एप्पल क्या है?
वैज्ञानिक रूप से इसे एगल मार्मेलोस के नाम से जाना जाता है, बेल की ऊपरी खोपड़ी कठोर होती है और इसमें अंदर पीले रंग का गूदा होता है, जिसमें सफेद रंग की बीज होती है। इस फल को कच्चा भी खाया जा सकता है। बेल को बंगाल क्विंस, बिलवा, स्टोन एप्पल के नाम से भी जाना जाता है।
बेल की न्यूट्रिशनल वैल्यू
बेल में बहुत सारे नूट्रीयंट पाए जाते हैं और लोग इसे एक एनर्जी फूड के तौर पर इस्तेमाल करते हैं। इसमें हाई लेवल फाइबर और पोटैशियम मौजूद होता है, जो इस फल को और भी शानदार बनाता है। हालांकि, गर्भवती महिलाओं के लिए, यही सलाह दी जाती है कि आप इसके सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से पूछ ले कि क्या यह आपकी सेहत के लिए फायदेमंद होगा या नहीं।
यहाँ आपको 100 ग्राम बेल के हिसाब से उसकी न्यूट्रिशनल वैल्यू बताई गई है:
नूट्रीयंट | मात्रा (100 ग्राम) |
कार्बोहाइड्रेट | 7.52 |
प्रोटीन | 3.14 |
फाइबर | 5.21 |
पोटैशियम | 347 |
विटामिन सी | 22.17 |
कैल्शियम | 55.71 |
आयरन | 0.5 |
फास्फोरस | 84.3 |
सोर्स: नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ नूट्रीयंट,आईसीएमआर
आइए, अब बेल से प्राप्त होने वाले हेल्थ बेनिफिट पर एक नजर डालते हैं।
गर्भावस्था के दौरान बेल का सेवन करने के फायदे
क्या गर्भावस्था के दौरान बेल खाना सुरक्षित है? इसका जवाब जानने से पहले हमे इसके हेल्थ बेनिफिट के बारे में जानना चाहिए और उसके बाद ही यह तय करना चाहिए कि प्रेगनेंसी के दौरान इस फल का सेवन करना पके लिए सुरक्षित है या नहीं। आपको एक बार फिर यह सलाह दी जाती है कि प्रेगनेंसी के दौरान किसी भी चीज का सेवन करने से पहले आपको अपने डॉक्टर से पूछ लेना चाहिए, वो आपको आपकी कंडीशन के मुताबिक ज्यादा बेहतर तरीके से बता सकते हैं कि आपको फल खाना चहिए या नहीं।
1. शरीर में फ्लूइड लेवल को बैलेंस करता है
बेल में पोटैशियम होता है जो शरीर में फ्लूइड लेवल को बैलेंस रखने के लिए जरूरी होता है। गर्भावस्था के दौरान, आपके शरीर में फ्लूइड और इलेक्ट्रोलाइट्स के लेवल को कंट्रोल में रखना बहुत जरूरी होता है। चूंकि इस समय के दौरान ब्लड लेवल भी बढ़ रहा होता है, इसलिए इलेक्ट्रोलाइट्स का शरीर में होना बहुत आवश्यक हो जाता है। पोटैशियम नर्व इम्प्लुस के लिए भी सहायक होता है और मांसपेशियों में होने वाले संकुचन के दौरान यह शरीर में क्रैम्प की समस्या को होने से रोकता है।
2. पाचन संबंधी समस्या को दूर करता है
प्रेगनेंसी के दौरान पाचन की समस्या बहुत कॉमन होती है, जैसे-जैसे बच्चा साइज में बढ़ने लगता है, धीरे-धीरे आपके पाचन तंत्र पर भी दबाव पड़ना शुरू हो जाता है। जब बेल के फल को एक सीमित मात्रा में खाया जाता तो उसमें पाए जाने वाला फाइबर आपकी पाचन संबंधी समस्या को दूर करने में मदद करते हैं।
3. कब्ज को दूर करता है
पाचन संबंधी एक ऐसी कॉमन प्रॉब्लम जो शायद हर गर्भवती महिला अनुभव करती है, वो है कब्ज की समस्या। बेल में फाइबर की मात्रा अच्छी होती है, जो आपकी पाचन क्रिया को बेहतर करने में मदद करती है और आपको कब्ज से राहत दिलाती है।
4. इन्फेक्शन से लड़ने में मदद करता है
वुड एप्पल एक्सट्रेक्ट में स्ट्रोंग एंटीमाइक्रोबियल और एंटीफंगल गुण होते हैं जो शरीर को इन्फेक्शन से लड़ने में मदद करते हैं। एक सीमित मात्रा में इस फल के एक्सट्रेक्ट का सेवन करने से आपको कई इन्फेक्शन से लड़ने में मदद मिलती है।
5. अन्य स्वास्थ्य लाभ
बेल के पेड़ में फ्लावोनोइड्स और कूमरिन केमिकल कंपाउंड होते हैं, जो ब्लड प्रेशर, सूजन को कम करते हैं और अस्थमा के इलाज करने में भी मदद करते हैं। बेल का फल गैस्ट्रिक अल्सर को ठीक करने में मदद करता है और गर्भावस्था के दौरान ब्लड कोलेस्ट्रॉल लेवल को कंट्रोल करने में मदद करता है।
बेल का फल बहुत फायदेमंद होता है लेकिन इसके कुछ साइड इफेक्ट्स भी हैं जिनके बारे में आपको जानकरी होना चाहिए। इससे पहले आप गर्भावस्था के दौरान इसे खाएं, इससे होने वाले साइड इफेक्ट्स के बारे में जान लें।
गर्भावस्था के दौरान बेल के साइड इफेक्ट्स
प्रेगनेंसी के समय बहुत ही नाजुक होता है और वो भोजन जिन्हें आप आमतौर पर प्रेगनेंसी से पहले खाती हैं, शायद अब आप उन खानों का सेवन न कर पाएं, क्योंकि यह न केवल आपको बल्कि आपके बच्चे के लिए भी हानिकारक हो सकता है। इसी प्रकार प्रेगनेंसी के दौरान बेल के फल के भी कुछ साइड इफेक्ट्स हैं जो आपको नीचे बताए गए हैं::
- वुड एप्पल में टैनिन होता है और अगर इसका लंबे समय तक सेवन किया जाता है, तो गर्भवती महिलाओं को मिसकैरज हो सकता है।
- जिन गर्भवती महिलाओं को पाचन की समस्या है और वो इसका अधिक मात्रा में सेवन करती हैं, तो उन्हें इसके साइड इफेक्ट्स के रूप में गैस, सूजन और गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल जैसी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
इस विषय को लेकर काफी डिबेट हुई है कि क्या प्रेगनेंसी के दौरान बेल का सेवन करना सुरक्षित है या नहीं। हालांकि इस फल के सेवन से कई फायदे होते हैं, लेकिन कुछ स्टडी के मुताबिक होने वाली माँ के लिए बेल के फल को रिस्की बताया गया गया है। इसलिए, बेहतर यही है कि प्रेगनेंसी के दौरान बेल या वुड एप्पल का सेवन करने से पहले आप अपने डॉक्टर से पूछ लें।
यह भी पढ़ें:
प्रेगनेंसी के दौरान ग्रेपफ्रूट (चकोतरा) खाना
प्रेगनेंसी में सिंघाड़ा (पानीफल) खाना