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बच्चों के दाँत छह से बारह महीने की आयु में आते है और दाँत आने के साथ ही वे नए व ठोस खाद्य पदार्थ यानी सॉलिड फूड को काटने और चबाने में सक्षम हो जाते हैं। लेकिन आप अपने बच्चे को असल में क्या खिला सकती हैं? यह जानने के लिए इस लेख को पूरा पढ़ें:
1 साल के बेबी के लिए विशेष भोजन तैयार करने की आवश्यकता नहीं है। आपके परिवार के बाकी लोग जो भी खाते हैं, आप अपने बच्चे को वही दे सकती हैं! बस आपको यह ध्यान रखना चाहिए कि नमक के इस्तेमाल से जितना संभव हो उतना बचें। बेशक बाहर के खाने से भी परहेज करें क्योंकि उसमें बहुत ज्यादा नमक होता है।
हमेशा पसंद किया जाने वाला सीरियल, जैसे कि कॉर्न-फ्लेक्स दूध में नर्म हो जाता है और यह पचने में आसान होता है। जितना संभव हो, बेबी को इसे खिलाने का प्रयास करें।
खीरा, एक ऐसा खाद्य पदार्थ है जिसे दिन के किसी भी समय खाया जा सकता है और यह तरोताजा कर देता है। बच्चे को सरलता से खाने के लिए खीरे को लंबे टुकड़ों में वैसे ही काट लें जैसे फ्रेंच फ्राईज बनाए जाते हैं। गर्मियों में खीरा डिहाइड्रेशन को खत्म करने में मदद करता है
प्रोटीन से भरपूर दाल, मसल्स के विकास में मदद करता है। दाल को चावल या रोटी के साथ खाया जा सकता है और इसका स्वाद व सुगंध तेज नहीं होती है। रोटियों के साथ खिलाते समय, ध्यान रखें कि रोटी को छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़ लें।
इसे 1 वर्ष के बच्चे को खिलाना आसान है और इसमें आपके द्वारा डाली गई सभी सब्जियों के गुण शामिल हैं। उदाहरण के लिए, गाजर का सूप आँखों के लिए बेस्ट होता है और आलू में फाइबर की मात्रा अधिक होती है।
सोयाबीन वेजिटेरियन लोगों के लिए प्रोटीन का एक अच्छा विकल्प है। यह पकने के बाद नर्म होने के कारण शिशुओं के लिए बेहतरीन आहार है।
पराठे, परिवार के लिए एक ऐसा आम भोजन है जिसे छोटे बच्चे भी आसानी से खा सकते हैं। सब्जी या पनीर से भरे हुए पराठे बेबी के लिए संतुलित आहार होते हैं।
चिकन खरीदते समय सावधानी बरतें। चिकन को नर्म बनाने के लिए उसे ज्यादा पकाएं, यह आपके बच्चे के लिए अच्छा रहेगा। इसके अलावा उसके लिए बनने वाले चिकन में बहुत तेज गंध वाले तीखे मसालों का उपयोग न करें और पके हुए मांस के छोटे टुकड़े करके उसकी हड्डियां अवश्य निकाल दें।
मछली पकाते समय, हमेशा याद रखें कि इसे तलने के बजाय सब्जी की तरह पकाना एक बेहतर विकल्प है वरना इसका बहुत सारा न्यूट्रिशन नष्ट हो जाता है। इसलिए चिकन के समान ही बहुत सावधानी से मछली को काटें और इसे बच्चे को खिलाने से पहले सुनिश्चित करें कि इसमें किसी भी प्रकार के कांटे न हों। यहाँ तक कि समुद्री मछलियों में पाए जाने वाले बारीक कांटे भी किसी छोटे बच्चे के गले में फंस सकते हैं!
1 साल के बच्चे के लिए खाने का शेड्यूल बनाते समय आपको अपने रोजमर्रा के खाने से हटकर कुछ अतिरिक्त करने की आवश्यकता नहीं है। यदि आपका हफ्ते का खाने का रूटीन बोर हो गया है, तो उसे मजेदार बनाने का यह सही समय है क्योंकि आप और बेबी, दोनों को एक संपूर्ण, संतुलित आहार की जरूरत है। यहाँ बच्चे के खाने के बारे में विस्तार से बताया गया है:
दिन की शुरुआत में | सुबह का नाश्ता करीब 8-9 बजे | दिन में 11 बजे करीब | दोपहर का खाना | शाम का नाश्ता करीब 4 बजे | रात का खाना करीब 8-9 बजे | सोने के पहले | |
रविवार | माँ का दूध/ फॉर्मूला दूध | पूड़ी भाजी | तरबूज़ के टुकड़े | खिचड़ी | चीज़ के टुकड़े | ओट्स दलिया | माँ का दूध/ फॉर्मूला दूध |
सोमवार | माँ का दूध / फॉर्मूला दूध | बेसन का चीला | केले की फांकें | रोटी और दाल | ब्रेड रोल | पनीर का परांठा | माँ का दूध/ फॉर्मूला दूध |
मंगलवार | माँ का दूध/ फॉर्मूला दूध | अंडे का सैंडविच | सेब के तले हुए रिंग | दही चावल | रागी का लड्डू | दही के साथ मसूर दाल की खिचड़ी | माँ का दूध/फॉर्मूला दूध |
बुधवार | माँ का दूध/फॉर्मूला दूध | फूलगोभी का परांठा | खीरे के टुकड़े | राजमा चावल | केले का शेक | दूध के साथ दलिया | माँ का दूध/फॉर्मूला दूध |
गुरुवार | माँ का दूध/फॉर्मूला दूध | इडली | रागी डोसा | कढ़ी चावल | चिकन करी के साथ चावल | भाँप में पके डोसे | माँ का दूध/फॉर्मूला दूध |
शुक्रवार | माँ का दूध/फॉर्मूला दूध | सोयाबीन की सब्जी के साथ रोटी | अंगूर के टुकड़े | मिश्रित सब्जियों की खिचड़ी | सेब का शेक | चिकन सूप | माँ का दूध/ फॉर्मूला दूध |
शनिवार | माँ का दूध / फॉर्मूला दूध | आलू का परांठा | दूध के साथ दलिया | मछली के साथ चावल | फ्रेंच टोस्ट | अंडा करी के साथ चावल | माँ का दूध / फॉर्मूला दूध |
अब तक आपके बेबी के कुछ एक दाँत अच्छी तरह आ चुके होंगे और कुछ आ रहे होंगे। ऐसे में उसके लिए तरह-तरह की खाने की चीजें बनाने और उसे इनके टेस्ट से परिचित कराने का समय आ गया है।
यह है झटपट बनने वाला, मीठा नाश्ता!
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विधि
प्रोटीन से भरपूर बेसन अर्थात चने और पराठों में भरे कार्बोहाइड्रेट के साथ दिन की शुरुआत करना एक बेहतर व संतुलित तरीका है।
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रागी में पाया जाने वाला आयरन, हीमोग्लोबिन के स्तर में सुधार करके एनीमिया को रोकने में मदद कर सकता है।
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खिचड़ी बनाना बहुत ही आसान है और इसे कई अलग-अलग सामग्रियों से बनाया जा सकता है, जैसे टमाटर खिचड़ी, गाजर खिचड़ी, पालक खिचड़ी, आदि। पारंपरिक रूप से बच्चों द्वारा खाया जाने वाला पहला ठोस खाद्य पदार्थ खिचड़ी है।
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बिना ज्यादा समय लगाए बनने वाला यह नाश्ता सुबह और दोपहर के लिए बेहद उपयुक्त है।
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यह सेमी सॉलिड डिश आपके बेबी के लिए एक स्वादिष्ट और मजेदार आहार है, इससे उसका पेट भी पूरा भरा रहेगा।
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विधि
हेल्दी डाइट का सेवन करना कोई अजीब बात नहीं है। यह एक आदत है और यही आदत आपके बच्चे के बेहतर स्वास्थ्य के लिए एक सर्वश्रेष्ठ विकल्प है।
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