गर्भावस्था

15 सप्ताह की जुड़वां या एकाधिक गर्भावस्था

गर्भावस्था के 15वें सप्ताह में जुड़वां या इससे अधिक बच्चों के साथ गर्भवती महिलाएं जीवन के एक अलग ही मोड़ पर होती हैं। एक तरफ तो वे अपने गर्भ में पल रहे बच्चों के सुरक्षित होने पर खुश होंगी और अपने आने वाले महीनों को इसी तरह बिताने के लिए तैयार होंगी। तो दूसरी ओर अपने बच्चों के विकास और वृद्धि को लेकर तनाव व चिंता से ग्रसित होंगी। शुक्र है! प्रेगनेंसी के 15वें सप्ताह में मतली और उल्टी होना कम हो जाती है जिससे अक्सर छुटकारा पाना मुश्किल होता है। अपने इस समय को ज्यादा से ज्यादा बेहतर बनाने का प्रयास करें क्योंकि प्रेगनेंसी के आने वाले चरणों में अधिक समस्याएं हो सकती हैं। 

जुड़वां गर्भावस्था के 15वें सप्ताह में बच्चों का विकास

पिछले हफ्ते की तरह ही इस हफ्ते में भी आपके गर्भ में पल रहे बच्चों का विकास और तेजी से होगा व उनका वजन और लंबाई भी बढ़ेगी। 

इस महीने में अब बच्चों के कान व आँखें आ जाती हैं जो शुरुआती समय में गर्दन और चहरे के किनारों पर आते हैं और 15वें सप्ताह तक पहुँचकर अपने सही जगह पर चले जाते हैं। 

आप जब एक्सरसाइज करती हैं तो सिर्फ खुद को फिट रखने के लिए नहीं करती हैं, इससे गर्भ के अंदर बच्चे को भी आवश्यक गतिविधि मिलती है। इस समय तक बच्चों के अंग और कुछ मांसपेशियां भी आवश्यकता के अनुसार हिलना-डुलना शुरू कर देती हैं क्योंकि उनकी शारीरिक ताकत विकसित होती है और उनका मस्तिष्क कई तरीकों से इसके अलग-अलग संकेत देता है। 

प्रेगनेंसी के 15वें सप्ताह में बच्चों पर ध्यान देने वाली एक दिलचस्प बात यह है कि इस दौरान उनकी आँखें अपने आस-पास की रोशनी को समझ सकती हैं। यह सही है कि उनकी आँखें पूरी तरह से बंद होती हैं और गर्भ में किसी भी प्रकार की रोशनी नहीं होती है किंतु इसे समझने की क्षमता जरूर होती है। अब गर्भस्थ बच्चों ने सांस लेना भी शुरू कर दिया है और यह सैक में मौजूद एमनियोटिक द्रव नाक के माध्यम से उनके शरीर में जाता है। यह द्रव सांस लेने के लिए बच्चों के फेफड़ों को विकसित करने में मदद करता है।

बच्चों का आकार क्या होता है

गर्भ में पल रहे एक अकेले बच्चे की तुलना में जुड़वां या इससे अधिक बच्चे थोड़े छोटे होते हैं। गर्भावस्था के 15वें सप्ताह में बच्चे का वजन 40-50 ग्राम होता है और उनकी लंबाई लगभग 9-10 सेंटीमीटर होती है। एकाधिक बच्चों में यह संख्या कम हो जाती है। हालांकि इस सप्ताह में बच्चों का आकार एक बड़े संतरे के बराबर होता है। 

आम शारीरिक परिवर्तन

यदि आपको लगता है कि आप अन्य महिलाओं की तरह ही प्रेग्नेंट नहीं दिख रही हैं तो चिंता न करें। गर्भावस्था के 15वें में आपका पेट इतना बड़ा हो जाता है कि ज्यादातर लोगों की नजर में आने लगता है। 

  • यह सभी जानते हैं कि प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं के शरीर में अनेक बदलाव आते हैं। इसके कुछ प्रभाव लंबे समय तक भी रुक सकते हैं। भविष्य व बच्चों की चिंताएं होने, बार-बार टॉयलेट जाने और पैरों में ज्यादातर क्रैम्प होने से आपकी रात और दिन की नींद खराब होती है। इन कुछ कारणों से गर्भवती महिलाओं को नींद नहीं आती है और वे अनिद्रा से ग्रसित हो सकती हैं। गर्भावस्था के दौरान कम आराम करने से आपका यह सफर बहुत कठिन हो सकता है।
  • ब्लड फ्लो में वृद्धि से खून नाक के पास पहुँच सकता है। इससे आपकी नाक में म्यूकस जमने से आपकी नाक भरी हुई या बंद हो सकती है और आपको सोते समय खर्राटे आ सकते हैं। यह आपके साथ सो रहे लोगों के लिए असुविधा का कारण बन सकता है पर खर्राटे लेना किसी चिंता का कारण नहीं हैं।
  • इस दौरान पेट में चुभन और झनझनाहट रहती है जो लिगामेंट के दर्द का एक लक्षण है। गर्भाशय की लगातार वृद्धि से मांसपेशियों में अंदर से तनाव और खिंचाव उत्पन्न होता है जिससे आपको खुद से स्ट्रेचिंग करने में तकलीफ हो सकती है। यह खिंचाव ज्यादातर आपकी जांघों या पेट के निचले हिस्से को प्रभावित करता है जो आपके लिए कुछ हद तक असुविधाजनक हो सकता है पर इससे कोई गंभीर समस्या नहीं होती है।
  • पहली तिमाही के दौरान आपको अपने स्तनों में संवेदनशीलता का अनुभव हो सकता है। संवेदनशीलता के कारण स्तनों पर हल्के से झटके या छुअन से दर्द भी हो सकता है। शुक्र है दूसरी तिमाही में यह समस्या कम हो जाती है। फिर भी इस दौरान स्तनों का आकार बढ़ता है और एरोला भी गहरे रंग के हो जाते हैं। स्तनों में सूजन होने से इसकी नसों साफ दिखाई दे सकती हैं।

जुड़वां गर्भावस्था के 15वें सप्ताह के लक्षण

गर्भ में एक या इससे अधिक बच्चे संभालना आपके शरीर के लिए सरल नहीं है। यद्यपि आप 15वें सप्ताह में इसके लक्षणों का सामना करने के लिए बेहतर स्थिति में हो सकती हैं जिसमें से कुछ निम्नलिखित लक्षण काफी प्रभावी हो सकते हैं, आइए जानें;

  • हॉर्मोन की वृद्धि से पाचन की मांसपेशियां शिथिल हो जाती हैं और ग्रासनली और पेट के पीच का वॉल्व प्रभावी ढंग से कार्य नहीं करता है। इस वजह से आपको अचानक गैस और हार्ट बर्न की समस्या हो सकती है। सही और संतुलित आहार का सेवन करने के बाद भी यदि आपको यह समस्या रहती है तो डॉक्टर से संपर्क करें।
  • खून की मात्रा बढ़ने के कारण ब्लड वेसल में वृद्धि होती है जो गर्भ में पल रहे बच्चों के लिए आवश्यक है। लेकिन यह आपके ब्लड प्रेशर को भी बढ़ा सकता है जिससे खून आपकी नाक तक पहुँचता है और इसके परिणामस्वरूप आपकी नाक से कभी-कभी खून भी निकल सकता है। गर्भावस्था के दौरान आपके दाँतों में संवेदनशीलता होने के कारण इस प्रकार की ब्लीडिंग आपके मसूड़ों में भी हो सकती है। यह आपके मुँह में मौजूद बैक्टीरिया से रिएक्शन का कारण बनता है जिससे आपको जिंजिवाइटिस हो सकता है। शुक्र है इस समस्या में किसी भी प्रकार का दर्द या तकलीफ नहीं होती है लेकिन इसे तुरंत ठीक करना बहुत जरूरी है और दाँतों को ब्रश करने से ठीक भी हो जाता है।
  • आप पहले जो व्यायाम करती थी उसका अभ्यास अब कम करने और साथ ही गर्भाशय की वृद्धि के कारण डायफ्राम में दबाव पड़ने से आपको सांस लेने में परेशानी हो सकती है। यहाँ तक कि थोड़ा सा काम करने पर भी आप हांफ सकती हैं। अपने साथी के साथ संभोग करते समय भी आपकी यह समस्या बढ़ सकती है लेकिन आप इसे नियंत्रित न करें। बस अपनी पोजीशन को थोड़ा सा एडजस्ट करने से यह आपके लिए अधिक सरल और सुखद हो सकता है।

वैनिशिंग ट्विन सिंड्रोम

जैसा कि नाम से ही समझ आ रहा है, यह एक ऐसी समस्या है जो लगभग 20% जुड़वां गर्भावस्था में  देखी जा चुकी है। यह जुड़वां, तीन या इससे भी अधिक बच्चों के मामलों में हो सकता है। इस सिंड्रोम के अनुसार गर्भावस्था के शुरूआती दिनों में अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट में जुड़वां बच्चे दिखाई देते हैं, किन्तु बाद में यह अचानक गायब हो जाता है और यह अक्सर 15वां सप्ताह में होता है। लेकिन घरबराइए मत! इससे आपको या आपके दूसरे बच्चों पर कोई भी प्रभाव पड़ता है और आपकी गर्भावस्था नॉर्मल चलती रहती है, हाँ इससे आपको निराशा जरूर हो सकती है। 

जुड़वां गर्भावस्था के 15वें सप्ताह में पेट

पेट का आकार महिलाओं में अलग-अलग हो सकता है, तीन बच्चों के साथ गर्भवती महिला का पेट, जुड़वां गर्भावस्था की तुलना में थोड़ा बड़ा हो सकता है। फिर भी यह बच्चों के स्वास्थ्य की तुलना का कोई कारण नहीं है। ज्यादातर महिलाओं के पेट की गोलाई बढ़ती है किंतु कमर शायद उतनी नहीं बढ़ती है। 

15 हफ्तों के बाद पेट तेजी से बढ़ना शुरू होता है और इसके बदलाव साफ देखे जा सकते हैं। आपके पेट पर बनती हुई लकीर अधिक गाढ़े रंग की हो सकती है। 

जुड़वां गर्भावस्था के 15वें सप्ताह में अल्ट्रासाउंड

15वें सप्ताह में किए जाने वाले अल्ट्रासाउंड के साथ कुछ ऐसे विकारों का पता लगाने के लिए अन्य परीक्षण भी किए जा सकते हैं जो आने वाले सप्ताह में आपको या आपके बच्चों को प्रभावित करते हैं। जेनेटिक विकारों की जांच भी लगभग इसी समय पर की जा सकती है किन्तु इसके अलावा आप अपने गर्भ में बच्चों की गतिविधियां एन्जॉय कर सकती हैं। 

आहार

आपकी गर्भावस्था के 15वें सप्ताह में भी न्यूट्रिशन का महत्व होता है। आपके आहार में फल, हरी सब्जियां, अंडे, सीरियल और डेयरी उत्पाद शामिल करना जरूरी है। ऐसे खाद्य पदार्थों को चुनें जिनमें विटामिन ‘ई’ की मात्रा होती है क्योंकि यह पोषक तत्व प्लेसेंटा को ताकत देता है। विभिन्न प्रकार के नट्स और बीज या सप्लीमेंट सही मात्रा में लिए जा सकते हैं। 

देखभाल संबंधी टिप्स

खुद की देखभाल करना उतना भी मुश्किल नहीं है। यहाँ कुछ ऐसे  टिप्स दिए हुए हैं जिनकी मदद से आप अपनी पर्याप्त देखभाल कर सकती हैं, आइए जानते हैं;

क्या करें

  • अल्ट्रासाउंड के दौरान आपको जो भी जांच करवानी है उसका एक नोट बनाकर रखें।
  • गर्भावस्था के दौरान अपने गर्भस्थ बच्चों से बात-चीत करती रहें जिससे आप उनके जन्म से पहले ही उनसे अच्छा संबंध बना सकती हैं।

क्या न करें

  • अधिक कठिन कार्य करने से बचें, यह आगे चलकर आपकी अनिद्रा बढ़ा सकता है।
  • अपनी गर्भावस्था के दौरान एंग्जायटी से बचें, आराम करें और शांति प्रदान करने वाला संगीत सुनें।

शॉपिंग लिस्ट

इस दौरान अपने लिए एक मैटरनिटी गाउन खरीदें जो मौसम के हिसाब से आपके लिए सही हो, यह आपकी शॉपिंग थेरेपी के लिए बेहतर होगा। आर्गेनिक फल खरीदने के लिए सुपर मार्किट तक घूमने जाएं, यह आपको स्वस्थ रखने में भी मदद कर सकता है। 

एकाधिक गर्भावस्था के 15वें सप्ताह में सही देखभाल करने से आपका यह समय अच्छा चल सकता है और यह आवश्यक भी है। इस समय आप सिर्फ अपने आप को शांत रखें और भरोसा रखें। इस बात को हमेशा याद रखें कि आप अकेली नहीं हैं, आपके बच्चे भी आप पर निर्भर हैं।

यह भी पढ़ें:

प्रेगनेंसी: 16वां सप्ताह
प्रेगनेंसी: 17वां सप्ताह

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