In this Article
जैसे-जैसे बच्चे बड़े होने लगते हैं, माता-पिता को लगातार यह चिंता बनी रहती है कि उन्हें क्या खिलाएं। बच्चे ने सॉलिड फूड यानी ठोस खाद्य पदार्थों को खाना शुरू तो कर दिया है, लेकिन अलग-अलग तरह के फूड आइटम्स देने के साथ उसे उचित पोषण देना एक चुनौती भरा काम हो सकता है।
चाहे नाश्ता हो या खाना हो, यह बहुत जरूरी है कि आपके 16 महीने के बच्चे को सभी खाद्य पदार्थों से एक सही अनुपात में न्यूट्रिएंट्स मिलें।
विटामिन: फल न केवल फाइबर प्रदान करने में मदद करते हैं बल्कि इनमें कुछ बहुत ही आवश्यक विटामिन भी मौजूद होते हैं जो शरीर द्वारा आसानी से अब्सॉर्ब किए जा सकते हैं। बच्चे को केला, कीवी, आम जैसे कई अन्य फल खाने के लिए दीजिए।
फैट: एनर्जी बनाए रखने के अलावा, फैट न केवल आपके बच्चे के आने वाले महीनों में उसको स्वस्थ रखता है बल्कि विकास में भी मदद करता है। बच्चों के लिए भोजन पकाने के लिए ऑलिव, नारियल या एवोकाडो के तेल का उपयोग करें, यह उन्हें पर्याप्त मात्रा में फैट प्रदान करता है।
आयरन: आयरन युक्त खाद्य पदार्थों को शामिल करने के अलावा, उन्हें विटामिन ‘सी’ से भरपूर चीजें भी दी जानी आवश्यक हैं, क्योंकि ये शरीर के भीतर आयरन को अवशोषित करते हैं। पत्तेदार सब्जियां, लाल मांस, और रसीले फलों को इन चीजों के साथ शामिल करना अच्छा संयोजन है।
कैल्शियम: बच्चे की ब्रेस्टफीडिंग छुड़ाने के बाद उसके कैल्शियम का न्यूट्रिशन बनाए रखने के लिए उसके आहार में डेयरी प्रोडक्ट्स को शामिल करना बेहद आवश्यक है। इस संबंध में आप उसे विभिन्न प्रकार के चीज़, दही और क्रीम युक्त दूध भी दे सकती हैं।
जब आपका बच्चा 16 महीने का हो जाएगा तो आप उसके विकास की गति में कमी का अनुभव करेंगी। जबकि उसकी पोषण संबंधी जरूरतें बहुत हद तक समान ही रहती हैं,एक बच्चा लगभग 1-1.5 किलोकैलोरी के बीच कैलोरी का सेवन करता है।
अपने 16 महीने के बच्चे के भोजन के बारे में विचार करते समय, ये कुछ आवश्यक खाद्य पदार्थ हैं, जो आहार योजना में जरुर शामिल किए जाने चाहिए ।
प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और फाइबर जैसे कई न्यूट्रिएंट्सों का एक पूरा संयोजन होने के साथ ही, दलिया न केवल पौष्टिक है, बल्कि यह आपके बच्चे का पेट भरने के लिए भी काफी है।
यद्यपि, मछली के कुछ प्रकारों में पारा और आर्सेनिक मौजूद होता है, जो बच्चों के लिए हानिकारक होता है। लेकिन, हेरिंग, मैकेरल और सैल्मन जैसी मछलियां खाने के लिएसुरक्षित होती हैं और इनमें पर्याप्त मात्रा में ओमेगा-3 फैटी एसिड मौजूद होता है जो बच्चे के मस्तिष्क के विकास में लाभदायक है।
एक साधारण खाद्य पदार्थ जो भारी मात्रा में एनर्जी प्रदान करता है, वह अंडा है। अपने बच्चे की पसंद के अनुसार इसे पकाएं, इसमें निहित पौष्टिकता बेहतर स्वाद और उपयोग करने योग्य एनर्जी प्रदान करती है । आदर्श रूप से जीवन भर अंडा खाने की एक आदत बनानी चाहिए। बच्चे को देते समय अंडे के अधपके व्यंजन देने से बचें।
बच्चे को बीन्स नाश्ते में या शाम के भोजन में देना एक अच्छा विकल्प है, क्योंकि ये आसानी से पच जाते हैं, और बच्चे की दैनिक आवश्यकता को पूरा करने के लिए यह पर्याप्त मात्रा में विटामिन, फाइबर और आयरन प्रदान करते हैं। बीन्स का सूप तैयार कर उन्हें आहार में शामिल करना भी एक बेहतर तरीका है।
हालांकि बच्चों को सब्जियां भाप देकर या उबाल कर देनाएक अच्छा तरीका है, आप बच्चे की इम्युनिटी को बढ़ाने के लिए, सब्जियों का रस निकालकर दे सकती हैं।
चिकन न केवल प्रोटीन से भरपूर होता है, बल्कि यह आयरन का भी बहुत अच्छा स्रोत होता है, जो इस उम्र के बच्चों के लिए आवश्यक होता है। चिकन बनाने की सामान्य विधियां काफी
यदि आपके बच्चे ने अभी तक फल खाना शुरू नहीं किया है, तो यह शुरू करने का उचित समय है। विटामिन और खनिज इसकी एकमात्र वजह नहीं हैं। इनकी गन्ध और बनावट के साथ फलों का स्वाद, आपके बच्चे की स्वाद ग्रंथियों को विकसित करने में मदद करता है।
न्यूट्रिशनिस्ट और डॉक्टर बच्चों के लिए कई डेयरी प्रोडक्ट्स के साथ दही भी देने की सलाह देते हैं। इसे अलग-अलग खाने के साथ मिलाकर देने से यह बच्चे को अलग तरह का स्वाद प्रदान करता है साथ ही उसकी आंतों की फंक्शनिंग को बेहतर करता है।
यदि आप अभी भी अपने बच्चे को ब्रेस्टफीडिंग करा रही हैं, तो आप बिल्कुल सही कर रही हैं। लेकिन अगर ऐसा नहीं है, तो उसे बोतल के बजाय एक कप में क्रीमयुक्त दूध देना शुरू करें। बच्चे के सही विकास और उसके शरीर में न्यूट्रिएंट्स के स्तर को बनाए रखने के लिए दूध पीना बेहद जरूरी है।
यह जरूरी नहीं है कि आप अपने बच्चे को अनाज की पारंपरिक विधियों से तैयार किया गया भोजन ही दें। यह ब्रेड, मफिन, सैंडविच आदि कई प्रकार की चीजों में भी प्रयोग होता है। लेकिन ख्याल रखें कि बच्चे के खाने में ये सब नियमित रूप से शामिल हों।
आप अपने 16 महीने के बच्चे को इस फूड टेबल के अनुसार खाना दे सकती हैं।
दिन | सुबह का नाश्ता करीब 8-9 बजे | दिन में 11 बजे करीब
| दोपहर का खाना | शाम का नाश्ता करीब 4 बजे | रात का खाना |
सोमवार | पास्ता | ओट्स बिस्किट | खिचड़ी | एक गिलास दूध | डोसा |
मंगलवार | इडली | अंडा भुर्जी | पुलाव | उपमा | वेजिटेबल चीज़ पराठा |
बुधवार | फ्रेंच टोस्ट | स्मूदी | पालक चावल | एक गिलास दूध | तली हुई इडली |
गुरुवार
| आलू मटर पराठा | सेब के टुकड़े | फ्राइड राइस | शाही टुकडा | ओट्स का चीला |
शुक्रवार | गेहूं का चीला | सूप | खिचड़ी | चुकंदर कटलेट | बेसन का पराठा |
शनिवार | उपमा | चीकू शेक | कैरेट राइस | एक गिलास दूध | मिश्रित अनाज का डोसा
|
रविवार | अंकुरित मूंग | मफिन्स | पुलाव | पनीर कटलेट | सेवई |
16 महीने के बच्चे के लिए चाहे खाना हो या नाश्ता, ये सभी रेसिपीज उसे तेजी से विकास करने और न्यूट्रिशन प्रदान करने में बहुत प्रभावी हैं।
यह सादा डोसा का एक बेहतरीन विकल्प है, जो बच्चे को टेस्ट और पोषण दोनों देगा।
सामग्री
विधि
यह लाजवाब स्वाद देने के साथ अच्छे से पेट को भरने की क्षमता भी रखता है जिसके कारण यह बहुत लोकप्रिय व्यंजन है।
सामग्री
विधि
भारत के दक्षिण राज्य तमिलनाडु का यह लोकप्रिय व्यंजन केवल उत्सव के दौरान ही नहीं बनाया जाता है बल्कि यह आपके बच्चे के लिए भी एक बढ़िया डिश है।
सामग्री
विधि
यदि आप बहुत थकी हुई हैं और बच्चे के लिए खाना नहीं तैयार किया है तो आप फटाफट उसके लिए यह व्यंजन तैयार कर सकती हैं और आपको इसे बनाने में बहुत समय भी नहीं लगेगा।
सामग्री
विधि
शाम के नाश्ते के तौर पर यह डिश बेहद अच्छा ऑप्शन है। चुकंदर से बने इस स्वादिष्ट और स्वास्थवर्धक रोल को बच्चे बड़े चाव के साथ खाएंगे।
सामग्री
विधि
रात के खाने में आम डिशेस के अलावा, यहाँ कुछ टिप्स दी गई हैं जो बच्चे के लिए खाने के अनुभव को बेहतर बना सकती हैं।
बहुत सारी रेसिपीज हैं जो बच्चे का पेट भरने के लिए बढ़िया ऑप्शन हो सकते हैं। बस यह सुनिश्चित करें कि वह बहुत ज्यादा मसालेदार न हों, और ध्यान रखें कि खाने के बाद बच्चे को एक नियंत्रित मात्रा में मिठाई भी खिलाएं।
यह भी पढ़ें:
15 महीने के बच्चे को क्या खिलाना चाहिए
17 महीने के बच्चे को क्या खिलाना चाहिए
हिंदी वह भाषा है जो हमारे देश में सबसे ज्यादा बोली जाती है। बच्चे की…
बच्चों को गिनती सिखाने के बाद सबसे पहले हम उन्हें गिनतियों को कैसे जोड़ा और…
गर्भवती होना आसान नहीं होता और यदि कोई महिला गर्भावस्था के दौरान मिर्गी की बीमारी…
गणित के पाठ्यक्रम में गुणा की समझ बच्चों को गुणनफल को तेजी से याद रखने…
गणित की बुनियाद को मजबूत बनाने के लिए पहाड़े सीखना बेहद जरूरी है। खासकर बच्चों…
10 का पहाड़ा बच्चों के लिए गणित के सबसे आसान और महत्वपूर्ण पहाड़ों में से…