शिशु

3 महीने के बच्चे के लिए डेवलपमेंटल एक्टिविटीज

वैसे तो 3 महीना बहुत लंबा समय नहीं है पर एक न्यूबॉर्न बेबी की वृद्धि और विकास के लिए काफी है। अब तक बच्चा अपने स्लीपिंग पैटर्न के अनुसार सोना शुरू कर देता है और अपने आसपास के लोगों से संपर्क बनाने लगता है। निश्चित ही आप आवश्यकता के अनुसार ही अपने बच्चे से बातें करेंगी और उसकी चिंता करेंगी। 

कुछ गेम्स हैं जिनकी मदद से बच्चे की स्किल्स में विकास होता है और वह बेहतर तरीके से अन्य लोगों से इंटरैक्ट करता है। यद्यपि गेम्स खेलने के लिए एक बच्चे की 3 महीने की उम्र बहुत छोटी हो सकती है पर उसके विकास के लिए यह आयु भी सही है। आप 3 महीने के बच्चे की वृद्धि और विकास के लिए कौन सी एक्टिविटीज कर सकते हैं, आइए जानें;

3 महीने के बच्चे में आप कौन-कौन से विकास देख सकते हैं?

आप अपने 3 महीने के बच्चे में कुछ बदलाव देख सकते हैं, वे इस प्रकार हैं;

  • इस समय आपका बच्चा कुछ चीजों तक पहुँचने और उसे पकड़ने में सक्षम हो जाएगा।
  • बच्चे के गले और पीठ की मांसपेशियां मजबूत होना शुरू हो जाएंगी। इसलिए इस समय तक आप उसे पेट के बल लिटाना शुरू कर सकते हैं।
  • बच्चा अपनी अलग-अलग आवाजों से कम्युनिकेट करने में सक्षम होगा और साथ ही वह आपके एक्शन्स को देखकर हँसना व मुस्कुराना भी शुरू कर देगा।
  • जब खिलौने या लोग चारों तरफ मूव करेंगे तो बच्चा सीखेगा, खिलौनों और लोगों को फॉलो भी करेगा। यदि माँ कमरे से बाहर भी चली जाए तो बच्चा समझने में सक्षम होगा।
  • आप बच्चे की वोकैब्युलरी को ठीक करने के लिए उससे जितना चाहें उतना बात करें।

3 महीने के बच्चे में फाइन मोटर स्किल्स डेवलप करने के लिए एक्टिविटीज

यह गेम्स आपके बच्चे में मोटर स्किल्स का विकास करने में मदद करते हैं और आपका बच्चा एन्जॉय भी करता है। वे कौन सी एक्टिविटीज हैं, आइए जानें;

  • आप अपने बच्चे को पीठ के बल लिटाएं या उसे इस तरह से पकड़ें कि वह अपने टॉयज तक न पहुँच सके। अब आप किसी एक खिलौने को मूव करके या हिलाकर बच्चे का ध्यान केंद्रित या उसे प्रेरित करें।
  • आप बच्चे के सामने किसी गाने पर कुछ भी एक्शन करें और जितना हो सके उतना उससे भी करवाएं। इसके लिए क्लैपिंग और पैट-अ-केक सबसे बेहतरीन विकल्प हैं।
  • आप बच्चे को साफ टॉयज दें जिसे वे आराम से मुंह भी डाल सकते हैं। इससे बच्चे की पकड़ मजबूत होगी और उसकी मोटर स्किल्स में भी सुधार होगा। हालांकि आप अपने बच्चे को कोई बड़ा खिलौना दें ताकि उसके मुंह में न फंसे।

3 महीने के बच्चे में ग्रॉस मोटर स्किल्स डेवलप करने के लिए एक्टिविटीज

इस आयु में ग्रॉस मोटर एक्टिविटीज बच्चे के गले व पीठ की मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मदद करता है। इस समय माँ अपने बच्चे को पेट के बल लेटने (टमी टाइम) की एक्टिविटी करवाना शुरू करती है। इस एक्टिविटी को कैसे किया जा सकता है, आइए जानें;

  • आप बच्चे का सिर सपोर्ट करने के लिए उसे प्रेरित कर सकते हैं। बच्चे की पीठ व गले को सपोर्ट करने के लिए उसके सिर को अपनी गोदी में रखें और फनी आवाजें निकाल कर बच्चे का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करें।
  • टमी टाइम के दौरान आप बच्चे को उसके पेट के बल लिटाएं और उसकी पहुँच से थोड़ी दूरी पर खिलौने रख दें। बच्चे की तरफ मुंह करके आप भी लेट सकते हैं और उसे सिर उठाकर आपकी तरफ देखने के लिए प्रेरित करें।
  • आप जितना संभव हो उतनी बार बच्चे की पोजीशन बदलें। आप कुछ देर के लिए उसे अपने पेट पर बैठाएं, फिर उसे पीठ के बल लिटाएं या कुछ मिनटों के लिए उसे सपोर्ट देकर बैठा दें। इससे बच्चे का उत्साह बढ़ेगा क्योंकि इससे बच्चा बड़ा हो कर दुनिया को अलग-अलग नजरिए से देखने में सक्षम होगा। आप उससे इस बारे में ज्यादा से ज्यादा बात करना भी न भूलें।

3 महीने के बच्चे के साथ कम्यूनिकेट करने के लिए एक्टिविटीज

मोटर स्किल्स के बाद अब आप 3 महीने के बच्चे की कम्युनिकेशन स्किल्स में सुधार के लिए भी एक्टिविटीज कर सकते हैं। आप अपने बच्चे के लिए निम्नलिखित एक्टिविटीज कर सकते हैं, आइए जानें;

  • आप कमरे में अलग-अलग जगह से बच्चे का नाम पुकार कर उसे पूरे कमरे को देखने में मदद करें। यदि आपके पुकारने के बाद बच्चा आपको देख लेता है तो आप उसकी प्रसंशा करें या उसे गले से लगाना न भूलें।
  • आप बच्चे को वैसी ही आवाजें निकालने के लिए प्रेरित करें जैसी आवाजें आप निकाल रहे हैं। इस खेल की शुरुआत बच्चे की आवाज निकाल कर करें और जब वह उत्साहित होकर आपको देखे तो आप मुस्कुरा दें। इससे बच्चे को यह समझने में मदद मिलेगी कि वह भी किसी के साथ भी उसकी आवाज में कम्युनिकेट कर सकता है।
  • इस आयु से ही आपके बच्चे में भाषा की स्किल्स विकसित होनी शुरू हो जाती है। इसलिए आप हमेशा उससे बातें करें और शब्दों की फोटोज को रंगें ताकि वह शब्दों को सुनकर बने हुए चित्र के साथ मैच कर सके।

3 महीने के बच्चे के लिए लर्निंग एक्टिविटीज

3 महीने की उम्र में लर्निंग एक्टिविटीज करने से बच्चे का मस्तिष्क उत्तेजित होता है और इसे समय के साथ विकसित होने में मदद मिलती है। आप बच्चे के लिए निम्नलिखित लर्निंग एक्टिविटीज कर सकते हैं, आइए जानें;

  • आप खिलौने का उपयोग करके बच्चे को चलता हुआ खिलौना देखने के लिए प्रेरित करें। आप बच्चे को अपने पेट पर बैठाएं या जमीन पर बैठाएं और जमीन में बॉल लुढ़का दें और देखें कि आपका बच्चा बॉल को देखता है या नहीं। यदि बच्चा आपकी ओर ध्यान नहीं देता है तो आप रैटल की मदद से उसका ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर सकते हैं।
  • बच्चे को उसका नाम समझने में मदद करने के लिए आप उसके नाम को कई बार जोर से कहें। आप उसका नाम लेकर गाना भी गा सकते हैं ताकि वह समझ सके कि उसके नाम का कोई अर्थ भी हो सकता है। बच्चा सबसे पहले अपने नाम के अर्थ को ही समझना शुरू करता है।
  • आप अपनी आवाज बदलती रहें ताकि आवाज के साथ आपके भाव भी बच्चे तक पहुँच सकें। आप चाहें तो लोरियां गाते समय अपनी आवाज में उतार-चढ़ाव ला सकते हैं।
  • आप बच्चे को उसके आस-पास की चीजें छूकर उसे समझने में मदद करें और उसके पास अलग-अलग टेक्सचर की चीजें रखें ताकि वह एक्स्प्लोर कर सके। रोजाना घर के अंदर की चीजों से शुरू करना अच्छा होगा इसलिए आप बच्चे को कुशन, लकड़ी का फ्लोर और कार्पेट छूकर महसूस करने के लिए प्रेरित करें।

3 महीने के बच्चे में कॉग्निटिव विकास के लिए एक्टिविटीज

कॉग्निटिव विकास से संबंधित एक्टिविटीज आपके बच्चे में कॉग्निटिव स्किल्स में सुधार करती हैं और बड़े होने के साथ बच्चे की बुद्धि व पर्सनालिटी में भी प्रभाव पड़ता है। आप अपने बच्चे में कॉग्निटिव विकास के लिए निम्नलिखित एक्टिविटीज कर सकते हैं, आइए जानें;

  1. आप बच्चे के लिए ज्यादा से ज्यादा पढ़ें। शुरूआत में आप पिक्चर वाली किताबें पढ़ें ताकि वह देख सके कि आप उससे क्या कहना चाहते हैं। बच्चे को आपकी बातें सुनने के साथ कलरफुल फोटोज देखने में भी मजा आता है।
  2. आप बच्चे से बार-बार बातें करें और उसे बताना शुरू करें कि आपका दिन कैसा था। इस बात का ध्यान रखें कि आपकी आवाज में उतार चढ़ाव होना चाहिए और उससे बातें करते समय आई कॉन्टैक्ट बनाए रखें।
  3. आप बच्चे के आसपास आइना रखें ताकि वह उसमें खुद को देख सके। वह रिफ्लेक्शन को समझने के लिए अभी बहुत छोटा है पर निश्चित ही वह उस व्यक्ति को बहुत पसंद करेगा जो लगातार हाथ हिलाता हुआ शीशे में दिखाई दे रहा है।
  4. आप बच्चे को ऐसे खिलौने दें जिसमें विभिन्न प्रकार की आवाजें आती हैं। इससे बच्चे को किसी भी चीज की आवाज का कारण और उसका इफेक्ट समझने में मदद मिलेगी और बच्चा जब भी उस खिलौने से खेलेगा तो उसे वह आवाज पसंद भी आएगी।
  5. आप बच्चे को दिखाएं कि हर चीज में अलग-अलग आवाजें आती हैं। आप कुछ ऐसी चीजों का उपयोग भी कर सकते हैं जिसमे बिलकुल अलग सी आवाज आती है, जैसे रैटल या घंटी और ड्रम। इससे जल्दी ही आपके बच्चे को विभिन्न चीजों और आवाजों में अंतर समझ आने लगेगा।
  6. आप बच्चे को ऐसे टेक्सचर से अवगत कराएं जिसे वह सिर्फ हाथ से ही नहीं बल्कि मुंह लगाकर भी महसूस कर सके। इससे बच्चा विभिन्न चीजें देखकर समझ सकेगा।

3 महीने के बच्चे में सेंसरी विकास के लिए एक्टिविटीज

सेंसरी स्किल्स से आपके बच्चे के 5 सेंसेस और उसके करने के तरीकों में सुधार हो सकता है। सेंसरी विकास के लिए कुछ एक्टिविटीज निम्नलिखित हैं, आइए जानें;

  1. शुरूआत में आप बच्चे के क्रिब में एक ब्राइट कलर का खिलौना लटका दें। यह खिलौना हवा के साथ घूमना चाहिए ताकि बच्चा रंग को देखने के लिए अपनी आँखों को आसानी से घुमा सके। इससे बच्चे की दृष्टी में विकास होने में मदद मिलेगी।
  2. आप बच्चे को प्यार से छूकर या हल्की गुदगुदी करके उसे टच सेन्स का अनुभव करवा सकते हैं। चूंकि बच्चा आपके केयरिंग टच से खिखिलाना शुरू कर देता है इसलिए उसे जल्दी ही छूने का महत्व समझ में आने लगेगा।
  3. बच्चे के टच सेन्स में सुधार लाने के लिए उसे पेरेंट्स की त्वचा के संपर्क में रहना और उनकी स्किन को महसूस करना बहुत जरूरी है।
  4. बच्चे में सुनने की क्षमता बढ़ाने के लिए आप उसके सामने ज्यादा से ज्यादा गाने गाएं। आप उससे लगातार बातें भी कर सकते हैं और बार-बार उसका नाम भी पुकार सकते हैं। इससे समय के साथ बच्चे की वोकैब्युलरी में भी सुधार होता है।
  5. बच्चे के आसपास लगे शीशे में आप उसकी छवि को छुएं और जोर से उसका नाम लें। समय के साथ बच्चा शीशे में खुद को पहचानने लगेगा।
  6. आप बच्चे की नाक, सिर या कान पकड़ कर ‘बीप’ कहें। बच्चा आपके हाथ के मूवमेंट को देखना शुरू करेगा और जब भी आप उसका कान, नाक या सिर पकड़ेंगे तब वह इसके लिए पहले से तैयार रहेगा।

ऐसा माना जाता है कि आप जितना हो सके उतना अपने बच्चे को नींद के लिए प्रेरित न करें। यहाँ तक कि 3 महीने की छोटी आयु में भी आपका बच्चा अपने आस-पास के लोगों को थोड़ा बहुत समझने और जानने लगेगा। इस समय बच्चे का मस्तिष्क और मांसपेशियां जल्दी ही विकसित होने लगती हैं इसलिए यह बहुत जरूरी है कि आप बच्चे के सेंसेस और मोटर स्किल्स, दोनों को उत्तेजित करने का प्रयास करें। 3 महीने के बच्चों की एक्टिविटीज आपको आश्चर्य चकित कर सकती हैं पर इस समय बच्चा सेंसेस की मदद से अपने आस-पास की दुनिया को समझने का प्रयास करता है। यह पता चला है कि इस तरह के गेम्स और एक्टिविटीज से बड़ा होने के बाद भी बच्चे की बुद्धि में सीधा प्रभाव पड़ता है। इसलिए आप अपने बच्चे में के लिए एक्टिविटीज की शुरूआत कभी भी कर सकते हैं।

यह भी पढ़ें:

3 महीने के शिशु की वृद्धि एवं विकास
3 महीने के शिशु की देखभाल के लिए कुछ मददगार युक्तियाँ

सुरक्षा कटियार

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