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एक बच्चा जन्म के बाद से ही सीखने वाली प्रक्रिया करता रहता है, लेकिन 6 साल की उम्र तक पहुंचकर उसकी सीखने की क्षमता तेजी से बढ़ने लगती है। यही वह समय होता है जब आप उसे विभिन्न प्रकार के खेल और गतिविधियों से परिचय करवा सकते हैं। ये एक्टिविटीज उसे वस्तुओं, लोगों या अन्य किसी से जुड़ी भावनाओं को महसूस करने और समझने वाले कौशल (स्किल) को बेहतर करने में मदद करती हैं।
6 साल के बच्चों के विकास और मनोरंजन के लिए कुछ मजेदार और सीखने वाली गतिविधियां बहुत जरूरी हैं। ये पांच एक्टिविटीज न सिर्फ उनका मनोरंजन करेंगी बल्कि सीखने और आगे बढ़ने में भी मदद करेंगी।
अपने घर के आंगन या पास के किसी पार्क में मिलने वाली चीजों की एक सूची बनाएं। अपने बच्चे को ये सूची और एक टोकरी दें और उसे ये सभी चीजें ढूंढने और इकट्ठा करने के लिए कहें। इसे और दिलचस्प बनाने के लिए आप उन्हें कुछ संकेत (हिंट्स) भी दे सकती हैं।
इस गतिविधि से बच्चों में किसी चीज को समझने की क्षमता, समस्या को हल करने और मिल-जुलकर काम करने की भावना बढ़ती है। बच्चे छुपे हुए खजानों को ढूंढने के दौरान साहसिक कामों का अनुभव करते हैं और उनमें जिज्ञासा बढ़ती है।
अपने बच्चे की पसंदीदा कहानी की किताब चुनें और उनसे कहें कि वे उस कहानी के किरदारों और प्रसंग को अभिनय कर के दिखाएं। इसके लिए आप छोटी-छोटी चीजें और कॉस्ट्यूम भी दे सकती हैं। आप दोनों बारी-बारी से अलग-अलग किरदार भी निभा सकते हैं और चाहें तो इस अभिनय को रिकॉर्ड भी कर सकती हैं।
कहानी और नाटक बच्चों की रचनात्मकता और कल्पना को बढ़ाता है। इसके साथ-साथ, उनकी भाषा भी बेहतर होती है। यह गतिविधि बच्चों में आत्मविश्वास लाने और लोगों के सामने में बोलने की कला को भी निखारती है।
अपने बच्चे के साथ मिलकर आप कंबल, तकिए और फर्नीचर की मदद से एक आरामदायक किला बनाएं। अपने बच्चे को इसका आर्किटेक्ट बनने दें, ताकि वह खुद इन चीजों को सजाए और किले की रचना तैयार करे।
कंबल का किला बनाने से बच्चों की रचनात्मकता बढ़ती है, उनके हाथों की मोटर स्किल्स बेहतर होती हैं और उन्हें जगह को समझने की क्षमता भी आती है। इसके अलावा, यह जगह उन्हें शांति देती है जहां वे पढ़ सकते हैं या अपनी कल्पना में खो सकते हैं।
बच्चों के साथ किसी बाग में टहलने पर जाएं और रास्ते में पत्ते, पत्थर और लकड़ी की टहनियां इकट्ठा करें। फिर इन प्राकृतिक चीजों का इस्तेमाल करके आर्टवर्क बनाएं, जैसे पत्तों की रगड़ से चित्र या पत्थरों की मूर्तियां।
प्रकृति से कला बच्चों को प्रकृति से जुड़ने का एहसास कराती है, उनकी कला को बढ़ावा देती है और हाथों की मोटर स्किल्स को भी सुधारती है। इसके अलावा, यह उन्हें प्रकृति में पाए जाने वाली वस्तुओं की अलग-अलग बनावट और स्वरूप के बारे में भी सिखाती है।
इसमें आप बनाने के लिए एक आसान व्यंजन चुनें, जैसे बिना बेक किए बनने वाली कुकीज या घर पर बना पिज्जा। इसके साथ ही अपने बच्चे को रेसिपी की सामग्री मापने, मिलाने और सजाने के लिए कहें।
साथ में खाना बनाने से बच्चों की मैथ स्किल्स बेहतर होती हैं, उन्हें निर्देशों का पालन करना आता है और टीमवर्क की भावना बढ़ती है। इसके अलावा, वे किचन में स्वाद और रचनात्मकता के साथ कुछ नया प्रयोग करना सीखते हैं।
6 साल की उम्र तक बच्चा किसी चीज को एक बार में ही सीखने और समझने के लिए छोटी होता है, लेकिन नई चीजों को समझने के लिए उसमें जितनी परिपक्वता जरूरी है वो भी आ जाती है। ऐसे में 6 साल के बच्चे के लिए उपयोगी और सिखाई जाने वाली कुछ एजुकेशनल एक्टिविटीज के बारे में नीचे बताया गया है।
नए शब्द बनाना हमेशा से ही बेहद मजेदार होता है और अगर उनका सही तरीके से प्रयोग किया जाए, तो वे आपके बच्चे को बहुत कुछ सिखाने के लिए उपयोग किए जा सकते हैं।
सबसे पहले 3 अक्षरों से बने छोटे शब्दों वाले कुछ कार्ड तैयार करें। अब अपने बच्चे को नए शब्दों को बताने के लिए कहें जिनमें पहले की ही तरह 3 अक्षर हों।
अब आपका बच्चा नए शब्द बनाना सीख रहा है, तो ऐसे में यह प्रक्रिया या खेल बच्चे को शब्द की वर्तनी (स्पेलिंग) याद रखने और स्वयं नए शब्दों को बनाने का प्रयास करेगा।
इस खेल में शीशे के अलावा किसी और चीज की जरूरत नहीं है। आपको भी सुनकर उत्साह हो रहा होगा कि आखिर इस एक्टिविटी में है क्या तो आइए नीचे जानते हैं।
इस खेल में किसी भी दूसरे व्यक्ति की मिमिक्री करनी होती है। आप शीशे के सामने खड़े होकर कुछ अभिनय करें और फिर अपने बच्चे को उसकी नकल करने के लिए कहें।
यह गेम बच्चे में मोटर स्किल को विकसित करने में मदद करता है। नकल करने से आपके बच्चे की जहां बोन और मोटर स्किल विकसित होगी, वहीं यह उसे तेजी से क्रिया की प्रतिक्रिया देना भी सिखाएगा।
ध्यान रखें कि किसी भी चीज के बैकग्राउंड के बारे में बच्चे को थोड़ी बहुत जानकारी देने से उसे चीजों को समझने ज्यादा आनंद आएगा और उनका ज्ञान भी ठोस होगा। 6 साल के बच्चों के लिए यह एक बहुत अच्छी रीडिंग एक्टिविटी है।
ऐसी कहानियां पढ़ें जो उसे मनोरंजक, दिलचस्प और कुछ सीख देने वाली हों। ऐसे में अपने रोजाना के काम करते हुए आप भी अपने बच्चे से प्रश्न पूछते रहें या अगर वह कुछ गलत जवाब दे, तो उसे विस्तार से बताएं।
यह प्रक्रिया आपके बच्चे को जिज्ञासु बनाएगी, साथ ही यह उसे चीजों की कल्पना करने के लिए प्रेरित करेगी और ऐसा व्यवहार जितना अधिक होगा उसमें उतनी ही हर विषय की ठोस समझ विकसित करने में मदद मिलेगी।
पहेलियां किसी से बात करने का सबसे मजेदार तरीका होता है। अपने बच्चे को व्यस्त रखने और उसके मानसिक विकास को गति देने के लिए आप उससे पहेलियां पूछने वाला गेम खेल सकते हैं।
इस प्रक्रिया को करने के लिए सबसे पहले रोजाना कुछ लोगों से बच्चे के सामने आसान पहेलियां पूछना शुरू करें। इससे आपका बच्चा भी जिज्ञासु बनेगा और पहेली के उत्तर को जानने का कोशिश करेगा और जवाब मिल जाने पर है, वह खुश हो जाएगा। ऐसे में बच्चा भी अपनी खुद की पहेलियां बनाने की कोशिश करेगा।
यह एक्टिविटी बच्चे के मस्तिष्क विकास में मदद करती है और यह उसे मस्तिष्क की कसरत करवाते हुए एक अलग तरह से सोचने की सामर्थ्य को बढ़ाती है।
आप बच्चे से हमेशा अपनी स्टोरी पूरी करने के लिए कहें इससे जब वो कुछ लिखेगा तो आगे चलकर उसे अच्छा लिखने में आसानी होगी।
आप झट से एक कहानी लिखें और अब आप बीच में ही रुक जाएं। फिर, बच्चे को उस कहानी के अंत के बारे में लिखकर उसे पूरा करने के लिए कहें।
यह एक बेहद मनोरंजक और रोमांचक एक्टिविटी बन सकती है। यह बच्चे को कहानी का अंत कैसे दिलचस्प बनाना है उसकी जानकारी देगी। साथ ही, यह उसके लेखन कौशल को विकसित करने में मदद करेगी।
आर्ट और क्राफ्ट एक्टिविटीज हमेशा आपके बच्चों को मुश्किल चीजों और जरूरी समझ को विकसित करने का एक मजेदार तरीका बन सकती हैं जो उनके आधार को मजबूत करने का काम करती हैं। 6 साल के बच्चों के लिए कुछ क्रिएटिव एक्टिविटीज निम्नलिखित हैं।
यह बनाना बेहद आसान है और आपका बच्चा इस एक्टिविटी को एन्जॉय करेगा यह हम पूरे विश्वास से कह सकते हैं।
आपको एक कागज, कैंची, एक ढक्कन के साथ एक पेपर कप, पेंसिल जिसमें पीछे इरेजर लगा हो, कुछ कंकड़, एक स्ट्रॉ, ग्लू और एक कम्पास की जरूरत होगी।
अब सबसे पहले कागज के एक बड़े टुकड़े में से एक चौकोन और एक तिकोना टुकड़ा काट लें। इसके बाद स्ट्रॉ को दोनों सिरों पर काट लें। अब दोनों कोनों पर कटे हुए तिकोने पीस चिपकाएं, वहीं चौकोन पीस को ग्लू के साथ दूसरे कोने पर ठीक से चिपकाएं। कप को स्थिरता देने के लिए उसमें कुछ कंकड़ डालें और ढक्कन बंद कर दें। इसके बाद पेंसिल को साइड से बाहर निकालें। पेंसिल में लगे रबर के ऊपर एक पिन लगाकर स्ट्रॉ को इस तरह से फिक्स करें कि स्ट्रॉ टिप से दूर रहे। अब इसे बाहर हवा में ले जाएं और इसके पास एक कंपास रखें, फिर बच्चे को हवा की दिशा का पता लगाने के लिए कहें।
यह आपके बच्चे को हवा की गति और दिशा के बारे में कैसे जानना है उसके बारे में बताता है।
ओरिगामी जापानी कला है। यह पुराना लेकिन क्रिएटिव तरीका बनाने और देखने में दोनों ही तरह से आकर्षक है।
इसके लिए आप एक सेट पेपर खरीदें या आप अखबार से कुछ चौकोर टुकड़े काट कर मनचाहे रंग से पेंट करें। कलर सूखने के बाद आप अपने बच्चे को दिखाएं कि पेपर मेंढक या बनी कैसे बनाते हैं।
यह छोटा सा खेल आपके बच्चे को व्यस्त रखेगा और इस एक्टिविटी से उसे अपने अंदर की क्रिएटिविटी को बाहर निकालने का मौका मिलेगा।
अपने बच्चे को नई कहानियां बनाना सिखाने के लिए यह एक बहुत मजेदार तरीका है।
बच्चे में कहानी लिखने वाले गुणों को विकसित करने के लिए आप उसकी कहानी का एक जरूरी हिस्सा बनें। साथ ही बच्चे को कहानी के साथ अपने डायलॉग भी लिखने का अवसर दें, आप इसे अपने परिवार के सदस्यों के सामने कर सकते हैं।
इससे बच्चे के हुनर में निखार आता है और उन्हें किरदारों से जुड़ने में भी मदद मिलती है साथ ही यह उन्हें एक अलग नजरिया विकसित करने और इसके अलावा दूसरो के सामने परफार्म करने वाले में डर से बाहर निकालने में मदद करता है।
रंग आपके बच्चों को हमेशा उत्साहित कर सकते हैं, इसलिए आपने खुद भी देखा होगा कि अक्सर बच्चों को ड्राइंग करने में बहुत रुचि होती है।
इसके लिए आपको बस कुछ पेपर शीट्स, एक पेंसिल, रबर और कलर चाहिए। यह आपके बच्चे में चीजों को ड्रॉ करने और उसमें सही कलर भरने की समझ विकसित होती है।
यह आपके बच्चे की कल्पना शक्ति और रचनात्मकता में वृद्धि करने का सबसे आसान तरीका है। इसके अलावा यह उसे अपने आसपास की वस्तुओं को सूक्ष्मता को देखने में मदद करता है।
अपने बच्चों को रसोई का काम सिखाने के लिए उनकी मदद लेना शुरू करें, यह उनके लिए बहुत ही मजेदार अनुभव होगा। इस काम को करते समय वह थोड़ी गड़बड़ जरूर कर सकते हैं, लेकिन वो इससे कुछ नया ही सीखेंगे।
खाना बनाना सिखाने के लिए सबसे पहले बच्चे को उसकी बुनियादी बातों के बारे में बताएं, जैसे कि रोटी कैसे पलटें या अंडा कैसे उबालें, इसके साथ ही इसे रेसिपी बनाने के सभी स्टेप्स भी एक एक कर के बताएं। सामग्री मापने की कला भी सिखाएं।
इससे बच्चे में जिम्मेदारी की भावना उत्पन्न होगी, साथ ही उसे स्वयं की अहमियत और स्वतंत्रता का एहसास होगा। इसके अलावा वह रसोई में काम करने वाले को सम्मान देना सीख जाएगा।
एक छोटा सा बॉक्स या ट्रे, कागज, अलग-अलग रंग की मार्बल्स, पेंट और छोटे ढक्कन वाले कंटेनर इकट्ठा करें। बॉक्स में एक कागज रखें। मार्बल्स को पेंट में डुबाएं और कागज पर रख दें। फिर ट्रे को हल्के-हल्के झुकाएं ताकि मार्बल्स रोल होकर कागज पर रंग-बिरंगे पैटर्न बना सकें।
मार्बल पेंटिंग से बच्चों की फाइन मोटर स्किल्स और हाथ-आंखों का तालमेल बेहतर होता है। साथ ही, यह उन्हें गुरुत्वाकर्षण (ग्रेविटी) और गति (मूवमेंट) को मजेदार और रचनात्मक तरीके से समझाता है।
अलग-अलग आकार और प्रकार के पत्ते इकट्ठा करें, वॉशेबल इंक या पोस्टर पेंट, पेंटब्रश और कागज लें। पत्तों के नीचे वाले हिस्से पर हल्की परत में पेंट ब्रश से रंग लगाएं। फिर उस पत्ते को रंग वाले हिस्से से कागज पर दबाएं ताकि पत्ते का प्रिंट बन सके। अलग-अलग रंगों और पत्तों के आकार के साथ कुछ नया प्रयोग (एक्सपेरिमेंट) करें।
पत्तों की प्रिंटमेकिंग से बच्चों को प्रिंटमेकिंग की दुनिया से परिचित कराया जा सकता है और उन्हें पत्तों के बारीक विवरण को करीब से देखने का मौका मिलता है। यह उनकी रचनात्मकता को बढ़ाता है और उन्हें प्रकृति के प्रति प्यार करना सिखाता है।
अगर आप उन्हें विभिन्न इनडोर एक्टिविटी में शामिल करती हैं, तो वे अन्य बच्चों की तुलना में जल्दी से चीजों को व्यवस्थित करना सीख जाते हैं। आप इन 6-वर्ष के बच्चों की चीजों की समझने की क्षमता के विकास में उनकी दिलचस्पी जरूर लें।
लेगो बच्चों के साथ संबंधों में तालमेल बिठाने के लिए की जाने वाली एक इनडोर एक्टिविटी के रूप में जाना जाता है। यह 6 साल के बच्चों के लिए घर में की जाने वाली बेहतरीन एक्टिविटीज में से एक है।
लेगो ब्लॉक के साथ खेलना बहुत ही मजेदार होता है। यह आपके बच्चे को चुनौती देने के साथ उसे अपनी कल्पना का उपयोग करने के लिए भी प्रेरित करता है। ऐसे में जितना संभव हो सके उसका मार्गदर्शन करें।
यह खेल बच्चों को आकार और सटीकता को समझने में मदद करता है। यह बच्चों में लॉजिक के साथ हर समस्या को देखने और सोचने और उसे हल करने में बहुत मदद करेगा।
ऐसे खेल बच्चों को बहुत पसंद आते हैं जो उन्हें बहुत उत्साहित करते हैं।
घर के अंदर किसी जगह पर कोई चीज, गिफ्ट या इनाम को छिपा दें और अब उसके लिए कुछ सुराग को अलग अलग जगह पर छोड़ दें। इसके बाद बच्चे को अपने सोच और काबिलियत पर सुराग को डिकोड करने दें।
इससे बच्चे हर समस्या को हल करने के लिए उस पर ध्यान केंद्रित करना और जरूरी डिटेल्स पर ध्यान देना सीखते हैं।
त्योहार, जन्मदिन या अन्य कोई भी अवसर हो, उस पर अपने बच्चे को कार्ड बनाने के लिए कहें।
आपको केवल कागज और कुछ रंगों की जरूरत होगी। अगर आपका बच्चा चीजों और कार्ड्स को सजाने की जरूरत महसूस करता है, तो वह ग्लिटर और अन्य चीजें का उपयोग कर सकता है।
किसी के लिए कार्ड बनाने से उस व्यक्ति के साथ संबंध मजबूत होता है। इसके अलावा आपके बच्चे को त्योहारों और खास दिनों की अहमियत के बारे में पता चल सकेगा और सांस्कृतिक रूप से वह उसे समृद्ध करेगा।
बच्चों को प्रतिदिन एक डायरी लिखने के लिए कहें।
अपने बच्चे की सभी तरह की आदतों और व्यवहार में आने वाले उतार-चढ़ाव को लिखने के लिए पर्याप्त जगह देने वाली एक अच्छी डायरी खरीदें।
एक डायरी उसे अपनी निजी बातें शेयर करने में मदद करेगी। इसके साथ ही बच्चा डायरी लिखने से पहले की तुलना में ज्यादा सहानुभूति वाला व्यवहार कर सकता। वह चीजों को करीब से देखना और गहराई के साथ महसूस करना शुरू कर देगा।
यह भारतीय खेल आपके बच्चे के बोरिंग दिनों को दिलचस्प बनाने में आपकी मदद कर सकता है।
एक ढलान और सीढ़ी वाला बोर्ड गेम खरीदें और उसे अपने बच्चे के साथ खेलें।
यह गेम आपके बच्चे को किस्मत कैसे काम करती है उसके बारे में बड़ी दिलचस्प तरीके से सिखाएगा, जो बहुत मजेदार एक्टिविटी होने वाली है।
बाहर जाकर खेलने से बच्चे को भिन्न प्रकार की बातें सीखने को मिलती हैं इसलिए इंडोर गेम के साथ आउटडोर गेम खेलना भी बहुत जरूरी है।
यह आउटडोर एक्टिविटी आपके बच्चे की कल्पनाशक्ति को पहले की तुलना कहीं ज्यादा उड़ान देगी।
बच्चे को चिड़ियाघर के जानवरों के बारे में बताएं ,जबकि म्यूजियम में ऐतिहासिक कलाकृतियों से जुड़ी आकर्षक कहानियां सुनाएं।
बच्चा अपने देश की प्राचीन विरासत और गौरवशाली संस्कृति के बारे में जान सकेगा, साथ ही उसे प्रकृति और उसमें रहने वाले जीवों को भी समझने का मौका मिलेगा।
यह बच्चे के बड़े होने के बाद उसका पेशा भी बन सकता है।
आप बच्चे के लिए एक कैमरा खरीदें और उसे जो कुछ भी पसंद आए उसकी तस्वीरें लेने दें।
उसका यह व्यवहार आपको उसकी रुचि के बारे में बता सकता है। ऐसे में आप उसे कैमरे से जुड़ी तकनीकी बातों को सीखने में मदद कर सकते हैं। क्योंकि ऐसा करने से बच्चे चीजों को बेहतर तरीके से नोटिस करने के अलावा उनके बारे में अपनी धारणा बनाने लगते हैं।
अपने बच्चों के साथ जंगल में घूमने और कैंपिंग करने जाएं। कैंपिंग में केवल टेंट में रहना ही शामिल नहीं होता बल्कि इसमें 6 साल के बच्चों के लिए कई मजेदार एक्टिविटीज भी हो सकती हैं।
शहर से दूर किसी सुरक्षित जगह को कैंपिंग करने के लिए चुनें। कैंपिंग पर जाते समय अपने साथ जरूरी चीजों को ले जाना न भूलें, बल्कि इनके बारे में बच्चे को भी छोटी-छोटी बातों के बारे में विस्तार से बताएं। उसे कुछ छोटे-छोटे काम करने दें।
यह बच्चों को आत्मनिर्भर बनने के साथ और विपरीत परिस्थितियों में कैसे काम करना है यह भी सिखाएगा। यही नहीं, कुछ में आप कम सुख-सुविधा में रहने के गुर भी सीख सकती हैं और बच्चों को भी सिखा सकती हैं।
मछली पकड़ने की एक्टिविटी को आप बच्चे के साथ एन्जॉय करें।
मछलियों को पकड़ने के लिए कुछ एंगलिंग रॉड, एक बाल्टी और मछलियों का खाना लेकर जाएं।
मछली पकड़ना आपके बच्चे को बहुत धैर्य और संयम जैसी जिंदगी के सबसे बड़ी सीख दे सकता है।
बागवानी करना या एक पेड़ लगाना भी बहुत मजेदार और खुशी देने वाला अनुभव होता है। इसके अलावा यह बच्चे को कुछ देर के लिए ही सही पर मिट्टी में खेलने की अनुमति भी दिलवा देता है।
एक पौधा और अपने बगीचे के लिए जरूरी उपकरण और थोड़ा पानी लें, ये सभी चीजें पौधा लगाने में आपकी मदद करेंगी। अब बच्चे को जमीन खोदने दें और फिर उसके साथ मिलकर पौधा लगाएं, और फिर उसे पौधे को पानी देने के लिए सिखाएं।
यह आपके बच्चे को प्रकृति के करीब लाने के साथ उसे अन्य प्राणियों की देखभाल करना सिखाता है।
बाहर की दुनिया की खूबसूरती को ढूंढते हुए एक खजाने की खोज वाला एक खेल खेलें, जो सिर्फ सुनने में ही मजेदार नहीं है बल्कि सच में इसे खेलने में बहुत मजा आता है।
कुछ प्राकृतिक खजानों की सूची बनाएं, जैसे कि अलग आकार की पत्ती, चिकना पत्थर या चीड़ का कोन (सनोबर की चिलग़ोज़ा)। अपने बच्चे को पास के पार्क या जंगल में ले जाएं। वहां घूमते हुए उन्हें सूची में दी हुई चीजें ढूंढने में मदद करें। इसे और मजेदार बनाने के लिए आप इसे एक छोटी सी प्रतियोगिता भी बना सकती हैं कि कौन सबसे ज्यादा चीजें ढूंढता है।
यह एक्टिविटी बच्चों को प्रकृति में घूमकर छानबीन करने, चीजों को ध्यान से देखने और प्रकृति की सुंदरता की कद्र करने के लिए प्रेरित करती है। इससे उन्हें अलग-अलग तरह के पौधों और प्राकृतिक चीजों की जानकारी भी मिलती है।
अपने बच्चे की रचनात्मकता को रंगीन प्राकृतिक कला से खिलने दें।
अपने बच्चे को प्रकृति की सुंदरता दिखाने के लिए पास के पार्क में घुमाने ले जाएं और अलग-अलग रंग की पत्तियां, फूल या पंखुड़ियां इकट्ठा करें। इन चीजों को घर लाएं और उनका इस्तेमाल करके खूबसूरत आर्टवर्क बनाएं। बच्चे इन्हें कागज पर सजा और चिपका सकते हैं, जिससे रंगीन और अलग बनावट की डिजाइन बन सकते हैं।
रंगीन नेचर आर्ट बच्चों की रचनात्मकता, डिटेल्स पर ध्यान और रंग और टेक्सचर की समझ को बढ़ावा देता है। यह उन्हें सिखाता है कि हमारे आसपास की दुनिया में कितनी कलात्मकता छुपी हुई है।
ऐसी गतिविधियां बच्चे बिना किसी की मदद के करते हैं, खुद से खेलते और कुछ नया ढूंढने की कोशिश करते हैं। ये उनकी आत्मनिर्भरता और निर्णय लेने की क्षमता को बढ़ाती हैं। इसके उदाहरण हैं – लेगो सेट्स से कुछ बनाना, ड्राइंग करना, उम्र के अनुसार किताबें पढ़ना, छोटे-छोटे पजल हल करना, और खिलौनों के साथ कल्पनाशील खेल खेलना।
विज्ञान, तकनीकी, इंजीनियरिंग और गणित से जुड़ी गतिविधियां बच्चों के लिए सीखने और मजे करने का मिश्रण होती हैं। कुछ अच्छे विकल्प ये हैं:
टीम निर्माण गतिविधियां बच्चों में सहयोग और सामाजिक कौशल को बढ़ावा देती हैं।
एक संतुलित दैनिक कार्यक्रम बनाने के लिए ये बातें ध्यान रखें:
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