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इस समय पर ज्यादातर बच्चों में शारीरिक रूप से काफी विकास होता है। हाथों व उंगलियों के साथ उनके पूरे शरीर के मूवमेंट के नियंत्रण में सुधार होता है। बच्चा चीजों को अच्छी तरह से उठा व फेंक सकता है। इस उम्र तक शिशु बहुत सारी चीजें करने लगता है, चीजों को जानने के लिए उत्साहित होता है और लगतार मूव करता रहता है। बच्चे को शेप्स, ब्राइट कलर, टेक्सचर बहुत ज्यादा आकर्षित करते हैं। तो बच्चे के लिए उसकी उम्र के अनुसार खिलौने खरीदने बहुत जरूरी हैं जिनसे वह सिर्फ एन्जॉय ही नहीं करेगा बल्कि आगे चलकर उसमें निपुणता, मोटर और कॉग्निटिव स्किल्स का विकास होने में भी मदद मिलेगी।
म्यूजिकल टॉयज
बच्चे को लाइट और म्यूजिक वाले टॉयज देकर आप उसमें दृष्टि, स्पर्श और सुनने के विकास में मदद कर सकती हैं।
1. स्किल डेवलपमेंट
- बच्चे को म्यूजिकल टॉयज देने से उसमें आसपास के प्रति सेंस का ज्ञान होता है जिसमें वह अलग-अलग आवाज, रंग, टेक्सचर व शब्दों को जानेगा और इससे बच्चे के दिमाग व भाषा सीखने की स्किल्स में विकास होगा।
- म्यूजिक पर डांस करने से बच्चा कोऑर्डिनेटेड मूवमेंट्स के बारे में सीखता है और उसके मोटर स्किल्स में विकास होता है।
- म्यूजिकल टॉयज से बच्चा खुद के एक्सप्रेशन का अभ्यास करता है।
- यह बच्चे की मेमोरी स्किल्स को भी बढ़ाता है।
2. रेकमेंडेड टॉयज
- स्टैकिंग और सिंगिंग रिंग्स
- रैटल टॉयज
- स्क्वीकी बॉल्स और सॉफ्ट टॉयज
- साउंड और लाइट एक्टिविटी टेबल
सॉर्टिंग एंड बिल्डिंग टॉयज
सॉर्टिंग और बिल्डिंग टॉयज बच्चे को रंगों, अक्षर, नंबर, शेप के बारे में बताने का एक मजेदार तरीका है।
1. स्किल डेवलपमेंट
- बिल्डिंग टॉयज से बच्चे के हाथ व आंखों का कोआर्डिनेशन, ग्रॉस और फाइन मोटर स्किल्स में सुधार होता है।
- बच्चा ज्योमेट्री, बैलेंसिंग, शेप्स के शुरुआती पाठ को सीखता है जिससे उसकी मैथ्स स्किल में सुधार होता है।
- इन एक्टिविटीज से बच्चे को ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलती है जो बच्चे को हमेशा सावधान रहने में मदद करती है।
- इस गेम से बच्चे को चीजें मैच करने में मदद मिलती है और वह सीखता भी है।
2. रेकमेंडेड टॉयज
- बिल्डिंग ब्लॉक्स
- शेप सॉर्टिंग टॉयज
- स्टैकिंग कप्स
बटन्स एंड डायल टॉयज
पेरेंट्स बटन्स और डायल जैसे खिलौनों की मदद से अपने बच्चे में कई स्किल्स का विकास करने में मदद कर सकते हैं।
1. स्किल डेवलपमेंट
- बच्चे में फाइन मोटर स्किल्स का विकास करने के लिए आप विभिन्न प्रकार की बटन्स और डायल का उपयोग करें।
- इन खिलौनों से बच्चे में कॉग्निटिव स्किल्स का विकास भी होता है।
2. रेकमेंडेड टॉयज
- रोबोट
- स्पेस टॉयज
- लीवर टॉयज
- एनिमल कीबोर्ड
डेवलपमेंटल टॉयज
डेवलपमेंटल टॉयज सीखने के लिए बहुत अच्छे होते हैं और इनसे बच्चे के पूर्ण विकास में मदद मिलती है।
1. स्किल डेवलपमेंट
- ब्राइट रंग के खिलौनों से बच्चे की नजर में सुधार होता है।
- वह विभिन्न चीजों से संबंधित कारण और प्रभाव के बारे में जान पाता है।
- डेवलपमेंटल टॉयज से बच्चे के हाथों व आंखों का कोआर्डिनेशन बनता है और मोटर स्किल्स में सुधार होता है।
2. रेकमेंडेड टॉयज
- इन्फेंट जिम
- हैंडल कार्स
- एडवेंचर लर्निंग टेबल
एक्टिविटी टॉयज
एक्टिविटी टॉयज से बच्चा व्यस्त रहता है और उसमें स्किल्स का डेवलपमेंट भी होता है।
1. स्किल डेवलपमेंट
- एक्टिविटी टॉयज से बच्चों में मोटर स्किल्स का विकास होता है और वे शारीरिक रूप से सक्षम होते हैं।
- इससे बच्चों में हाथों व आंखों का कॉर्डिनेशन बनता है और कॉग्निटिव स्किल्स का विकास होता है।
2. रेकमेंडेड टॉयज
- प्ले टनल
- डेवलपिंग कारपेट मैट्स
- इन्फ्लेटेबल टुब्स या हॉर्स
सेंसरी टॉयज
सेंसरी टॉयज से बच्चों को कई फायदे होते हैं।
1. स्किल डेवलपमेंट
- सेंसरी टॉयज से बच्चे में सोशल और इमोशनल डेवलपमेंट होते हैं।
- इससे बोलने और सुनने में मदद मिलती है।
- इन खिलौनों से फाइन और ग्रॉस मोटर स्किल्स में सुधार होता है।
2. रेकमेंडेड टॉयज
- सेंसरी बॉल्स
- सेंसरी टॉय रूम फर्नीचर
- प्लास्टिक का आइना
क्रॉलिंग और पुशिंग टॉयज
बच्चे के टॉयज के कलेक्शन में क्रॉलिंग और पुशिंग टॉयज भी होने चाहिए।
1. स्किल डेवलपमेंट
- इन टॉयज से बच्चा पर्याप्त एक्सरसाइज करता है जिससे उसकी मसल्स बढ़ती हैं और शारीरिक विकास में मदद मिलती है।
- पुशिंग टॉयज से बच्चे में फाइन और मोटर स्किल्स का विकास होता है।
- क्रॉलिंग और पुशिंग टॉयज के साथ खेलने से बच्चे की क्रिएटिविटी बढ़ती है, वह समस्याओं का समाधान निकालने में सक्षम होता है और उसकी कोआर्डिनेशन स्किल्स में सुधार होता है।
2. रेकमेंडेड टॉयज
- वॉकर
- टॉय ट्रॉली
- व्हीलबैरो
खिलौनों में लगे उम्र के लेबल का क्या मतलब है
टॉयज में लगे उम्र के लेबल का मतलब समझना बहुत जरूरी है। निम्नलिखित कुछ बातें आपकी मदद कर सकती हैं, आइए जानें;
- उम्र के लेबल का मतलब है कि वह खिलौना विशेष उम्र के बच्चों के इंटरेस्ट और एवरेज क्षमता के अनुसार ही डिजाइन किया गया है।
- यह खिलौने की सेफ्टी भी दर्शाता है।
- इससे यह भी पता लगता है कि बच्चा शारीरिक व मानसिक रूप से यह खिलौना संभाल सकता है।
बच्चों के लिए सेफ्टी टिप्स
ध्यान देने योग्य कुछ सेफ्टी टिप्स निम्नलिखित हैं, आइए जानें;
- जितना हो सके अपने घर को बच्चे के अनुसार बनाएं। चीजों को बच्चे की पहुँच से दूर रखें।
- घर में सुपरवाइज्ड प्ले एरिया बनाकर आप बच्चे को सुरक्षित रख सकती हैं। जगह से सभी फर्नीचर और पोर्टेबल चीजों को हटा दें और एक्सीडेंट्स से बचने के लिए जमीन पर रखी चीजों को भी हटाएं।
- बच्चे को ऐसे खिलौने न दें जिनके पार्ट्स अलग हो सकते हैं क्योंकि इससे चोकिंग का खतरा होने की संभावना है।
- उलझे और लिपटे हुए तारों को हटा दें जिससे बच्चे को खतरा हो सकता है।
खेलते समय सीखने में बच्चे की कैसे मदद करें
खेलते समय सीखने के कुछ उपयोगी तरीके निम्नलिखित हैं, आइए जानें;
- अपने बेबी से ज्यादा से ज्यादा बात व इंटरैक्ट करें क्योंकि बच्चे देख-देख कर जल्दी सीखते हैं।
- बच्चे के वोकल एक्सप्रेशन को सही फेशियल व वर्बल एक्सप्रेशन और जेस्चर से ही जवाब दें ताकि वह खुद को व्यक्त करने के लिए प्रेरित हो सके और भाषा की आवाजों के बारे में सीख सके।
- अपने बच्चे के लिए ब्राइट और रंग बिरंगे व आयु के अनुसार विभिन्न शेप, साइज व टेक्सचर के टॉयज खरीदें जिससे बच्चे को अपनी स्किल्स का अभ्यास करने में मदद मिल सके और उसमें नई स्किल्स भी आ सके।
- शिशु को स्क्वीज टॉयज और कप्स देकर उसके स्नान के समय को भी प्लेफुल व एजुकेशनल बनाया जा सकत है।
8 महीने के बच्चे के लिए बेस्ट टॉयज कैसे चुनें
8 महीने के बच्चे के टॉयज चुनने के लिए कुछ गाइडलाइन्स निम्नलिखित हैं, आइए जानें;
- बच्चे के लिए वही टॉयज खरीदें जिनसे वह विभिन्न प्रकार के गेम्स खेल सकता है। वह चीजों को अंदर रख सकता है, बाहर खींच सकता है, एक साथ रख सकता है, बना सकता है, टॉयज में चीजें शामिल कर सकता है जिससे उसकी स्टैटिक और मोटर स्किल्स में सुधार होगा।
- बच्चे में इमेजिनेशन और लॉजिकल सोच व समस्याओं को सॉल्व करने की स्किल्स में सुधार करने के लिए कुछ खिलौने हैं, जैसे नेस्टिंग कप्स, ब्लॉक्स, वॉटर प्ले। ये खिलौने उसके लिए बेस्ट होंगे।
- बेबी के लिए ऐसे खिलौने चुनें जिससे विकास के चरण में कुछ भिन्नता आ सके, जैसे एक्शन फिगर्स, कार और ट्रक, सॉफ्ट टॉयज, प्ले डो।
- आप ऐसे टॉयज चुन सकती हैं जिससे उसकी भाषा में विकास हो और वह चीजों को लॉजिकल ऑर्डर में लगा सके, जैसे 8 महीने के लड़के के लिए टॉय टूल्स और 8 महीने की लड़की के लिए ऐसे खिलौने खरीदें जिसमें ड्रेस अप करना शामिल हो।
- आप बच्चे को वास्तविक चीजों के जैसे खिलौने भी दे सकती हैं, जैसे टॉय मोबाइल, म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट, बच्चे के साइज का मैप, झाड़ू क्योंकि बच्चे वास्तविक चीजों से खेलते समय बहुत एन्जॉय करते हैं।
- शिशु को ऐसे टॉयज दें जिनसे वह शुरुआत से पढ़ने और लिखने के लिए तैयार हो सके, जैसे बुक्स, आर्ट की चीजें, मैग्नेटिक अक्षर।
- ऐसे खिलौने खरीदें जिनसे सिर्फ देखने व बैठकर खेलने के बजाय कोई एक्टिविटी की जा सके और बच्चा एक्टिव रह सके।
बच्चों के लिए वही टॉयज बेहतर हैं जिनमें उसका मन और शरीर दोनों पर्याप्त रूप से शामिल रह सके। उपयोगी टॉयज से खेलते समय बच्चे के सेंसेस तेजी से काम करते हैं और उसमें नई स्किल बढ़ती हैं।
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