आपातकालीन गर्भनिरोधक गोलियों के साइड इफेक्ट्स

आपातकालीन गर्भनिरोधक गोलियों के साइड इफेक्ट्स

अनचाही या अनप्लांड प्रेगनेंसी न होना आपको एक अलग स्तर पर सुकून और राहत प्रदान करता है। गर्भनिरोधक के कई सारे तरीके हैं जिन्हें आप अपना सकती हैं और इन्ही में से एक है कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स यानी गर्भनिरोधक गोलियां जो काफी लोकप्रिय हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि ये आसानी से उपलब्ध हो जाती हैं, कम से कम इनवेसिव होने के साथ इनका उपयोग करना भी काफी आसान होता है। दुनिया भर में इन गोलियों की मांग बढ़ रही है, इसलिए आपको इनके बारे में जानकारी प्राप्त करना जरूरी है और इसके साइड इफेक्ट्स क्या हैं ये भी जानना बेहद जरूरी है। 

आपातकालीन गर्भनिरोधक गोलियां क्या हैं? 

इमरजेंसी कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स  या आपातकालीन गर्भनिरोधक गोलियां अनचाहे गर्भधारण से बचने के लिए ली जाने वाली एक प्रकार की दवा है, जिसे संभोग के बाद लिया जाना चाहिए। इन गोलियों को आमतौर पर डे ऑफ्टर पिल्स या मॉर्निंग ऑफ्टर पिल्स के रूप में जाना जाता है। महिलाएं अक्सर असुरक्षित यौन संबंध बनाने के बाद इन गोलियों का इस्तेमाल करती हैं। ये गोलियां आपातकालीन गर्भनिरोधक के रूप में दुनिया भर में लोकप्रिय हैं, इसका मतलब है कि इन गोलियों का नियमित रूप से उपयोग नहीं करना चाहिए। अनचाहे गर्भ से बचने के लिए मुख्य तरीके के तौर पर कंडोम और बर्थ कंट्रोल पिल्स का उपयोग किया जाता है। संभोग के बाद इमरजेंसी पिल्स केवल संकट के संकेत के मामले में सेकेंडरी मेथड की तरह इस्तेमाल की जानी चाहिए।

आपातकालीन गर्भनिरोधक गोलियों के प्रकार

जब इमरजेंसी कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स की बात आती है, तो आपको कई विकल्प मिलते हैं। इनमें से कई ऑप्शन में कॉपर इंट्रायूटरिन डिवाइस होती है जिसे आमतौर पर आईयूडी के नाम से जाना जाता है। कुछ लोकप्रिय मॉर्निंग आफ्टर पिल्स आपको नीचे दी गई हैं:

  • कॉम्बिनेशन पिल्स: इस तरह की गोलियां सर्वाइकल म्यूकस को गाढ़ा कर देती हैं, जिससे स्पर्म का जाना मुश्किल हो जाता है। साथ ही, वे यूट्रस लाइनिंग को पतला करने में मदद करती हैं जिससे अंडों का अटैच होना मुश्किल हो जाता है। इन गोलियों में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टिन दोनों हार्मोन होते हैं।
  • मिनी-पिल्स: ये पिल्स कॉम्बिनेशन पिल्स की तरह ही काम करती हैं। यह शुक्राणु को अंडे तक पहुंचने से रोकती हैं और ओवुलेशन को भी कम कर देती हैं। इन दोनो में सबसे मुख्य अंतर यह है कि इनमें एस्ट्रोजन नहीं होता और इसलिए यह उन महिलाओं को दी जाती हैं जो दूसरी गोली लेने में असमर्थ होती है।

प्लान-बी और नेक्स्ट चॉइस ऐसी गोलियां हैं जो लेवोनॉर्जेस्ट्रेल से बनी होती हैं, अगर फार्मेसी में एक ब्रांड नहीं मिल रहा हो तो उनसे लेवोनॉर्जेस्ट्रेल गर्भनिरोधक गोलियां मांगें। एला एक यूलिप्रिस्टल एसिटेट गोली है, यह बहुत ज्यादा स्ट्रांग होती है और डॉक्टर भी इस गोली को बहुत सावधानी के साथ लेने की सलाह देते हैं। ये सभी गोलियां हार्मोनल ब्लॉकर्स और हार्मोनल मोडीफायर्स की तरह काम करती हैं जिन्हें अनचाही प्रेगनेंसी को रोकने के लिए यौन संबंध बनाने के बाद उपयोग किया जा सकता है। ये पिल्स एबॉर्शन पिल्स नहीं होती हैं, क्योंकि गर्भपात की गोलियां गर्भावस्था को समाप्त करने के लिए ली जाती हैं।

आपातकालीन गर्भनिरोधक गोलियों के आम साइड इफेक्ट्स

इन गोलियों के कुछ साइड इफेक्ट्स भी होते हैं, जिनमे से कुछ इस प्रकार हैं:

1. अनियमित पीरियड्स

मासिक धर्म के दौरान इमरजेंसी कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स का एक सामान्य दुष्प्रभाव यह होता है कि  इन गोलियों को खाने के बाद पीरियड्स कभी जल्दी या एक हफ्ते की देरी से हो सकते हैं, यानी की आपको पीरियड्स में अनियमितता का सामना करना पड़ सकता है। अगर आपको एक हफ्ते के बाद भी पीरियड्स नहीं आते हैं, तो डॉक्टर से जरूर मिले और प्रेगनेंसी टेस्ट भी करवाएं।

2. बहुत ज्यादा ब्लीडिंग 

कभी कभी इन गोलियों को लेने के बाद महिलाओं को बहुत ज्यादा ब्लीडिंग की समस्या हो सकती है, जो आमतौर पर कुछ दिन में ठीक हो जाती है। अगर दो दिन से ज्यादा ये स्थिति बरकरार रहती है तो जल्द से जल्द डॉक्टर से परामर्श करें, ऐसा ज्यादा गंभीर मामलों में ही होता है।

3. चक्कर और उल्टी 

गोली जिसमें लेवोनॉर्जेस्ट्रेल होता है, इसकी वजह से महिलाओं को चक्कर और उल्टी की समस्या होती है। ऐसा कॉम्बिनेशन कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स लेने के बाद भी होता है। यह लक्षण तीन दिन के अंदर खत्म हो जाने चाहिए।

4. थकान

मॉर्निंग आफ्टर पिल्स के सबसे आम साइड इफेक्ट्स में से एक थकान है, ऐसा सिर्फ एक दो दिन के लिए हो सकता है। अगर थकान असाधारण रूप से गंभीर है और आपको कोई भी काम करने में कठिनाई हो रही हो तो कृपया डॉक्टर से परामर्श लें।

क्या आपातकालीन गर्भनिरोधक गोलियों का भविष्य में गर्भावस्था पर कोई दुष्प्रभाव पड़ता है? 

सामान्य परिस्थितियों में, डॉक्टर का मानना है कि गर्भनिरोधक गोलियां भविष्य में होने वाली गर्भावस्था को कोई नुकसान नहीं पहुंचाती हैं। लेकिन कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स से दोबारा गर्भधारण में परेशानी हो सकती है। पूरी तरह से निदान के लिए आपको डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए और ये भी जानना चाहिए कि ये गोलियां आपके शरीर को किस तरह से प्रभावित कर सकती हैं, क्योंकि अलग-अलग महिलाओं का शरीर अलग-अलग तरीके से प्रभावित होता है।

अगर आपका शरीर इन पिल्स की वजह से बुरी तरह रिएक्ट करता है तो यह भविष्य में होने वाली प्रेगनेंसी के लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है, हालांकि, ऐसा अत्यंत दुर्लभ मामले में होता है। यह जानना जरूरी है कि इमरजेंसी कॉन्ट्रासेप्टिव का उपयोग करने से भी हार्मोनल असंतुलन होता है, इससे महिलाओं को गर्भवती होने में अधिक समय लग सकता है, लेकिन कोई भी साइंटिफिक स्टडी गर्भवती होने की संभावना को कम नहीं बताती है।

क्या आपातकालीन गर्भनिरोधक गोलियां लेने से आगे चलकर कोई परेशानी हो सकती है? 

क्या आपातकालीन गर्भनिरोधक गोलियां लेने से आगे चलकर कोई परेशानी हो सकती है? 

अगर इन गोलियों को बहुत बार लिया जाए या शरीर इस दवा को सहन न कर पा रहा हो, तो इमरजेंसी कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स आगे चलकर समस्या पैदा करती हैं, जो कुछ इस प्रकार हो सकते हैं:

  • वजन बढ़ना इन हार्मोनल कॉन्ट्रासेप्टिव गोलियों का सबसे आम दूरगामी साइड इफेक्ट माना जाता है।
  • यह पिल्स श्वसन संबंधी विकारों का कारण बन सकती हैं।
  • कुछ मामलों में, आपातकालीन गर्भनिरोधक गोलियों के कारण होने वाले हार्मोनल इंबैलेंस से गाल ब्लैडर से जुड़ी बीमारियां भी हो सकती है।
  • ब्लड प्रेशर में असंतुलन देखा जाना भी आम दुष्प्रभावों में आता है, खासकर हाई ब्लड प्रेशर।
  • ये पिल्स डायरेक्ट या इनडायरेक्ट क्लिनिकल डिप्रेशन का कारण बन सकती हैं।
  • कुछ महिलाएं (बहुत ही कम) ओवेरियन सिस्ट का भी अनुभव करती हैं।

इन गोलियों के साइड इफेक्ट्स को बेहतर तरीके से समझने के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श करें। डॉक्टरों ने इस बात को माना है कि कभी कभार लेने पर महिलाओं में गर्भनिरोधक गोलियों का साइड इफेक्ट कम होता है, इसलिए इन पिल्स को आमतौर पर बहुत सुरक्षित माना जाता है।

इसका साइड इफेक्ट कितने समय तक रहता है? 

शरीर पर इसका साइड इफेक्ट कितने समय तक बना रहता है ये आपके शरीर और इम्यून सिस्टम के साथ-साथ आपके द्वारा सामना किए जाने वाले दुष्प्रभाव पर भी निर्भर करता है। इस बारे में विस्तार से जानने और समझने के लिए डॉक्टर की सलाह लेना ज्यादा बेहतर होगा।

किन महिलाओं को इन गोलियों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए?

गर्भवती महिलाओं को इन गोलियों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे प्रेगनेंसी को नुकसान पहुंच सकता है। इसके अलावा ऐसी महिलाएं जिन्हें क्लोटिंग डिसऑर्डर, पीसीओएस, हाई ब्लड प्रेशर और डिप्रेशन की समस्या हो, उन्हें इन गोलियों के इस्तेमाल से जितना हो सके उतना बचना चाहिए। अधिक सटीक जानकारी के लिए डॉक्टर से बात करें और वो जो भी टेस्ट लिखते हैं उन्हें करवा लें।

इमरजेंसी कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स लेने से पहले डॉक्टर से परामर्श करना जरूरी होता है। इन गोलियों को खुद से, डॉक्टर की सलाह के बिना बिलकुल न लें, इससे आपके जीवन को खतरा हो सकता हैं। गर्भनिरोध जरूरी है, हालांकि, यह सलाह आपको हमेशा दी जाती है की आपातकालीन गर्भनिरोधक तरीकों पर निर्भर रहने के बजाय गर्भावस्था से बचाव के तरीकों और तकनीकों का उपयोग करें। याद रखें, स्वस्थ यौन जीवन केवल एन्जॉय के लिए नहीं है, इसमें सुरक्षित और सहमति से बने शारीरिक संबंध भी शामिल हैं।

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