बच्चे को बुली करना – कारण और इससे कैसे निपटें

बच्चे को बुली करना - कारण और इससे कैसे निपटें

हिंसा और अपनी शक्ति का प्रदर्शन करने की प्रवृत्ति सभी में मौजूद होती है। कभी-कभी यह बचपन से ही धीरे-धीरे सामने आने लगी है, क्योंकि बच्चों को अभी भी यह नहीं पता होता है कि क्या अच्छा है और क्या नहीं। आमतौर पर बच्चों का आपस में एक दूसरे को धमकाना एक बहुत ही सामान्य बात होती है खासकर जब वो छोटे होते हैं, लेकिन बड़े होने पर यह काफी गंभीर मुद्दे बन सकते हैं। जिसमें बाद में व्यक्ति न सिर्फ मौखिक, बल्कि शारीरिक हिंसा और झगड़े के रूप में भी खुद को व्यक्त करना शुरू कर सकता है।

बच्चे क्यों बुली करते हैं?

बच्चे क्यों बुली करते हैं?

किसी को धमकाना या बुली करना, शक्ति प्रदर्शन से ज्यादा कुछ और नहीं होता है। बच्चों के एक ग्रुप या किसी एक बच्चे का दूसरे कमजोर बच्चे पर अपने वर्चस्व की अस्थाई तौर पर हासिल की गई स्थिति को बुली करना कहा जाता है।

  • बुली करने के ज्यादातर मामलों में, एक ही कक्षा के बच्चे या एक ही जैसी मानसिकता वाले दोस्तों के एक ग्रुप के बच्चे शामिल हो सकते हैं। ये एक ऐसे बच्चे की पहचान करते हैं जो शारीरिक रूप से कमजोर होता है या दूसरे बच्चों की तुलना में थोड़ा अलग होता  है और उसे तब तक परेशान किया जाता है जब तक कि वह टूट न जाए।
  • घटनाओं के मुताबिक, जो बच्चे अपनी जिंदगी में तनाव और घर पर माता पिता के दुर्व्यवहार का रोजाना शिकार होते हैं। उन्हीं बच्चों का एक ग्रुप अपने गुस्से और तनाव को कम करने के लिए अपने से कमजोर बच्चे पर अपनी ताकत और वर्चस्व को स्थापित करने के लिए बुली करने या धमकाकर शांति पाने की कोशिश करता है। 
  • एक बच्चे के संपूर्ण विकास में,पारिवारिक माहौल की बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका होती  है। कई मामलों में, बुली करने वाले बच्चों के परिवार काफी बुरी हालत पाए में जाते हैं, जहां रोजाना माता-पिता के बीच अक्सर बहस, एक-दूसरे को गाली देना या मारपीट होना बेहद सामान्य होता है। जिसका नकारात्मक असर बच्चे के कोमल मस्तिष्क पर होता है।

बुली करने के प्रकार

कई बार बच्चे में बुली करने वाले लक्षणों की जल्दी पहचान करना कई मुश्किलों को उत्पन्न कर सकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि सभी बुली करने वाले बच्चे सिर्फ दूसरे की पिटाई ही नहीं करते हैं बल्कि अन्य तरीकों से कमजोर बच्चों को परेशान करते रहते हैं। बच्चों को बुली करने के कई प्रकार हैं, जो इस प्रकार हैं:

1. शारीरिक रूप से बुली करना

यह वह है स्थिति होती है जिसे आसानी से देखा और पहचाना जा सकता है। इसमें शारीरिक रूप से धमकाने वाले बच्चे किसी कमजोर बच्चे की पिटाई कर सकते हैं, उसे धक्का देकर गिराना, उसके खिलौने या उसकी चीजों को तोड़ना और खेल खेलते समय या काम करते वक्त उसे बेवजह परेशान करना आदि शामिल होता है। 

2. मौखिक रूप से बुली करना

इसे बुली करने का शुरुआती चरण माना जाता है। आमतौर पर वर्बल बुली तब होती है जब किसी खास बच्चे को कोई बेकार सा निकनेम दिया जाता है, जिससे उसे और उसके परिवार के लोगों को अपशब्द बोलना और अन्य अपमानित करने वाली बातों को बोलना शामिल होता है।

3. मनोवैज्ञानिक रूप से बुली करना

साइकोलॉजिकल बुली करने के तरीके को नोटिस करना काफी मुश्किल होता है इससे पीड़ित बच्चा सिर्फ इसे महसूस कर सकता है, लेकिन कभी भी किसी से खुलकर इस बारे में बात नहीं कर पाता है, क्योंकि इसमें बुली करने का तरीके पीड़ित बच्चे पर सीधे तौर पर न होकर अप्रत्यक्ष रूप से असर डालते हैं। क्योंकि इसमें बच्चे के बारे में कई तरह की अफवाहें फैलाई जा सकती हैं, जो उसके सार्वजनिक रूप से शर्मिंदगी का कारण बनती हैं, और वह धीरे-धीरे दोस्तों और अपनों से अलग होकर अकेला रह जाता है।

4. इलेक्ट्रॉनिक रूप से बुली करना 

यह आज के दौर में बुली करने का एक नया तरीका है लेकिन अब यह काफी नॉर्मल होता जा रहा है। इसमें   संचार माध्यम के जरिए बच्चों को बुली किया जाता है जो अलग होने के साथ ही अन्य तरीको में सबसे ज्यादा खतरनाक माना जाता है क्योंकि इसमें अब बुली करने के लिए आपत्तिजनक ईमेल, टेक्स्ट या सोशल मीडिया पोस्ट भेजना, जो कई बार धमकी दे सकता है, या कैमरे पर शूट किए गए कुछ प्राइवेट पलों की तस्वीरों और वीडियो को पोस्ट करना, सभी इस श्रेणी में शामिल आते हैं।

वे संकेत जो बताते हैं कि आपके बच्चे को बुली किया जा रहा है

अगर आपके बच्चे को बुली किया जा रहा है, तो इसका पता तब तक नहीं लगाया जा सकता है जब जब तक कि यह एक गंभीर रूप नहीं ले लेता। कुछ ऐसे संकेत भी होते हैं जिन पर आप ध्यान दे सकती हैं।

  • आमतौर पर बहिर्मुखी और अलग-अलग जगह घूमने वाला आपका बच्चा अचानक अंतर्मुखी, घर पर चुप रहने लगे।
  • बच्चे का स्कूल या बुली करने वाली जगह पर जाने से मना करना या अचानक डर जाना।
  • उसका व्यवहार और स्कूल के प्रदर्शन में तेजी से गिरावट होने के साथ-साथ डिप्रेशन के लक्षण दिखना।
  • अचानक से अपने दोस्तों या उनके बारे में ज्यादा बात न करना।
  • उसके सामान में तोड़फोड़ होना,कपड़ों का फटा होना या उसके शरीर पर चोट के निशान होना, ये सभी लक्षण बच्चे के साथ बुली करने की घटना को दर्शाते हैं।
  • आपके बच्चे को अचानक तेज सिरदर्द, पेट की समस्या होना और रात को सोने में परेशानी महसूस करना।
  • वह अचानक अपने व्यवहार में बहुत डरा हुआ और असहाय महसूस करने लगता है और लगातार अपने आप को छोटा महसूस करता है।
  • उसकी भूख में कमी आना और खाने की आदतों में काफी बदलाव होना।

बचपन में बच्चे को लंबे समय तक बुली करने या धमकाने पर दीर्घकालिक प्रभाव देखे जा सकते हैं जो उसके भविष्य में सामान्य जीवन को भी काफी प्रभावित कर सकते हैं। 

अगर आपका बच्चा दूसरे बच्चों को बुली कर रहा है तो आप क्या कर सकती हैं?

यह किसी भी माता पिता के लिए सबसे खराब स्थिति होती है कि उनका बच्चा दूसरे बच्चों को बुली करने वाला या धमकाने वाला है। इस स्थिति में आप गुस्सा और निराशा महसूस कर सकती हैं, लेकिन कार्रवाई को जल्द से जल्द ठीक करने के लिए आप क्या कर सकती हैं, यहां बताया गया है।

1. बुली करने की आदत को तुरंत उसके ध्यान में लाएं

जैसे ही आपको पता चलता है कि आपका बच्चा किसी दूसरे बच्चे को बुली करता है या धमकाता है, तो जल्द से जल्द उससे बात करना बहुत जरूरी है। इससे उसे यह पता रहेगा कि आप न केवल इसके बारे में जानती हैं, बल्कि यह काफी गंभीर मुद्दा है। उसे यह भी बताएं ये सबसे खराब व्यवहार होता है और इस तरह की गलतियों को कभी माफ नहीं किया जाता है।

2. बुली करने वाली आदत के प्रेरणा स्रोत को तलाशें

बच्चे को सजा देने की जगह इसके कारण को जानना ज्यादा बेहतर होगा। ऐसे में आपको यह पता लगाने की जरूरत है कि आपके बच्चे ने उस खास या कमजोर बच्चे को बुली करने या धमकाने का ही विकल्प क्यों चुना। ऐसा हो सकता है कि आपके बच्चे को पहले बुली किया गया हो और वह उन्हीं की तरह उनसे बर्ताव कर रहा हो। अगर आपका बच्चा अपने साथ हुए बुरे व्यवहार की वजह से अन्य बच्चों को बुली करने लगा है, तो इसके लिए न केवल उसकी बदमाशी के कारणों को समझने की जरूरत है बल्कि उसका साथ देने और सहानुभूतिपूर्ण व्यवहार करने की भी बहुत जरूरत है। कभी-कभी, आपका बच्चा किसी ग्रुप में केवल लोकप्रिय होने या दोस्तों के बीच अपनी पहचान बनाने के लिए भी कई बच्चे दूसरों को बुली कर सकते हैंं। इसके लिए बच्चे को जीवन में सही रिश्ते और दोस्ती के महत्व को समझाने की जरूरत है, साथ ही धमकाने या बुली करके परेशान करने वाली सोच को पूरी तरह से खत्म करना बेहद जरूरी है।

3. बच्चों को बुली करना एक स्वैच्छिक विकल्प है

बच्चे को बुली करना, भले ही यह आपके बच्चे ने बिना सोचे समझे किया हो लेकिन उसे यह जानने की जरूरत है कि उसने इसे आगे बढ़ाने के लिए एक स्वैच्छिक विकल्प बनाया है। उसे यह खुद से समझने दें कि उसके किए गए कामों के परिणाम उसके लिए कई बार घातक भी हो सकते हैं। जिम्मेदारी वहन करने की आवश्यकता है। जैसे अच्छा व्यवहार करने पर पुरस्कृत किया जाता है, वैसे ही बुरे व्यवहार की अपनी सजा मिलती है।

4. परिणामों को तार्किक रखें

अपने बच्चे को अनुशासन में बनाए रखने के लिए, उसकी पहली गलती को माफ करने वाले नियम में कुछ बदलाव करें, खासकर उसने किसी को अपमानजनक मैसेज भेजा हो, तो तुरंत उसका फोन वापस ले लें या कंप्यूटर को कुछ समय के लिए लॉक कर दें। अगर उसने अपने दोस्तों के साथ बुरा व्यवहार किया है, उसे एक या दो हफ्ते के लिए ग्राउंड पर जाने या उनसे मिलने जाना है। अगर किसी क्लब या स्पोर्ट्स टीम में होने पर उसे अपनी किसी खास जगह या ताकत का अहसास हो रहा है, तो उसे कुछ समय के लिए निलंबित करवाने के लिए कोच से बात करें।

5. किसी भी विशेषाधिकार को खत्म कर दें

अगर आपका बच्चा बुली करने और उसके परिणाम को गंभीरता से नहीं लेता है, तो उसके सभी विशेषाधिकारों या पसंदीदा चीजों को दूर करने का विकल्प चुनें। जैसे एक फैमिली टूर को रद्द कर दें या वीडियो गेम कंसोल को हटा दें। इसके अलावा यह तय करें कि उसके रोने वाले नाटकों या माफी मांगने पर कमजोर न पड़े, और आप कुछ समय तक इन पाबंदियों को जारी रख सकती है।

6. स्कूल का समर्थन करें

कभी-कभी, आपके बच्चे का स्कूल आपके बच्चे के खिलाफ भी अनुशासनात्मक कार्रवाई करने का निर्णय ले सकता है। हालांकि इसे मानना काफी मुश्किल होता है, लेकिन आपके बच्चे के लिए भी इसका सामना करना बहुत जरूरी है। उसे इससे बचाने की कोशिश न करें, क्योंकि यह उसे गलत मैसेज दे सकता है कि आप उसके बुरे फैसलों में भी उसका सपोर्ट कर रही हैं, और उसे फिर से दोहराने के लिए उसे आगे बढ़ा रही हैं।

7. नया स्किल सीखने में मदद करें

कई बार बच्चा अपनी दबी हुई एनर्जी का सही तरीके से उपयोग न कर पाने की वजह से भी दूसरे बच्चों को बुली करने लगता है। ऐसे में यह जानने की कोशिश करें कि क्या आपके बच्चे में क्रोध की समस्या है और वो उसे संभालने में परेशानी महसूस करता है, या सिर्फ लोकप्रिय होने के लिए ऐसा व्यवहार करता है। इस स्थिति से बचने के लिए उसे कोई नया स्किल सिखाएं और उसे दोस्तों का एक नया ग्रुप बनाने की कोशिश करने के लिए कहें।

8. सार्वजनिक रूप से शर्मिंदा न हों

अपने बच्चे को उसके किए गए गलत कामों के लिए सबके सामने डांटने या अपमानित करने से वह आपसे नफरत कर सकता है, क्योंकि आपका दुर्व्यवहार उसके मन में गहरी छाप छोड़ देता है। इसलिए आप अपने बच्चे पर सार्वजनिक रूप से चिल्लाने से बचें, या दूसरों को उसके बारे में बताने से बचें। अकेले में दृढ़ और अनुशासित रहें और उसे सुधरने का मौका दें।

9. सहानुभूति का परिचय दें

अगर आपके बच्चे ने किसी को बुली किया है तो सजा देने के बाद उसे समझाने की कोशिश करें और उसे सही गलत में अंतर करना और उससे मिलने वाले परिणामों के बारे में भी बताएं। इसमें कुछ समय लग सकता है लेकिन बच्चे को यह समझने में मदद मिलेगी कि अगर उसे सजा दी जाती है तो उसे कैसा लगेगा। उसे समझने दें कि इस तरह से व्यवहार किए जाने पर कैसा महसूस हो सकता है। आप अपने व्यवहार में बदलाव करके बच्चे को बार-बार गलत व्यवहार करने से रोक सकती हैं।

10. सतर्क रहें

अगर बच्चा एक बार की घटना से सीख जाए, यह जरूरी नहीं है कि वह फिर से किसी बच्चे को बुली नहीं करेगा, इसलिए उसके व्यवहार पर कुछ दिनों तक बिना बताए नजर रखें और अन्य लोगों के संपर्क में रहकर जानकारी लेती रहें। इसमें कुछ समय लग सकता है, लेकिन वह अपने कामों को सही तरीके से करना सीख जाएगा।

अगर आपके बच्चे को धमकाया जा रहा है तो आप क्या कर सकती हैं?

अगर आपका बच्चा बुली हो रहा है, तो इस पर रोक लगाना आवश्यक है: 

  • इसे स्कूल के अधिकारियों या बुली करने वाले बच्चे के माता-पिता को जरूर बताएं।
  • अपने बच्चे को बताएं कि वह सुरक्षित है और आप हमेशा उसके साथ हैं।
  • उसे एक दोस्त के साथ रहना और बुली करने वाले बच्चों से दूर रहना सिखाएं।
  • उससे कहें कि वह अपने गुस्से पर काबू रखें और खुद को शारीरिक लड़ाई में शामिल न करें।
  • उसे अपने आत्मविश्वास को बनाए रखने और फिर से साहसी और बहादुर बनने के लिए कुछ एक्टिविटीज करने दें।

बुली करना एक बुरी आदत है और यह सब हमारे मानवीय स्वभाव से ही उत्पन्न हुआ है। अगर आप बुली करने वालों से निपटने में अपने बच्चे की मदद करना चाहती हैं, तो सबसे पहले चीजों को उसके नजरिये से देखना और समझना जरूरी है कि आखिर उसने ऐसा क्यों किया। आप उसे सपोर्ट करके आत्मविश्वास विकसित करने और अपने बच्चे के लिए एक सुरक्षित और सुखद बचपन तय कर सकती हैं।

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