In this Article
चेहरे पर सफेद पैचेज यानि दाग-धब्बे होना शिशुओं और बच्चों में एक आम समस्या है। हालांकि, इसे लेकर चिंतित होने की कोई बात नहीं है, क्योंकि ऐसे पैचेज होने के कई मामलों में उपचार काफी आसान होता है। बच्चों के चेहरे पर होने वाले सफेद पैचेज को लेकर कई गलत धारणाएं हैं। वास्तव में ऐसा क्यों होता है और इसके लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं, जानिए ।
बहुत से बच्चों के चेहरे पर सफेद धब्बे पड़ने का यह एक सामान्य कारण है। हम सभी जानते हैं कि एक संतुलित और स्वस्थ आहार हमारे शरीर के लिए कितना आवश्यक है मगर कई बच्चे ठीक से खाना ही नहीं खाते। परिणामस्वरूप बच्चों में कई आवश्यक पोषक तत्वों की कमी हो जाती है और विटामिन की कमी उनमें से एक है।
विटामिन बी 12 शरीर में मेलेनिन का उत्पादन करता है। इस विटामिन की कमी से सफेद धब्बे हो सकते हैं। ये न केवल चेहरे पर, बल्कि शरीर के किसी भी हिस्से में दिख सकते हैं, विशेषतः बांह पर। विटामिन की बहुत ज्यादा कमी होने से खुजली होने लगती है और त्वचा की रंगत और सफेद पड़ जाती है। कुछ मामलों में त्वचा लाल या गुलाबी भी हो सकती है।
डॉक्टर से परामर्श करने के बाद बच्चे को एक स्वस्थ और संतुलित आहार देना इन दागों के इलाज का सर्वश्रेष्ठ उपाय है।
जिंक और कैल्शियम की कमी से भी यह समस्या हो सकती है।
ऐसे कई मामले देखे गए हैं जहां बच्चे के चेहरे के दाग जन्मजात होते हैं। अगर ऐसा है, तो चिंता करने की जरूरत नहीं है।
टीनिया वर्सिकलर / पीटीरिऑसिस वर्सीकलर, मैलेसेज़िया के कारण होने वाला एक फंगल संक्रमण है। यह फंगस शरीर में एक ऐसे एसिड का उत्पादन करता है जो मेलेनिन बनने की प्रक्रिया को प्रभावित करता है।
ऐसे मामले में दाग का रंग, बच्चे की सामान्य त्वचा के रंग की तुलना में हल्का अथवा गहरा हो सकता है। कई बार इसमें खुजली होती है और पपड़ी भी पड़ जाती है। ये दाग ज्यादातर शरीर के मध्य भाग और कंधों पर दिखाई देते हैं, लेकिन गर्दन, चेहरे और पेट पर भी दिखाई दे सकते हैं।
आर्द्र या गर्म जलवायु में रहने वाले लोग इससे अधिक प्रभावित होते हैं। सूर्य की किरणों के संपर्क में आने से पैच अधिक स्पष्ट हो सकते हैं क्योंकि इन पर टैनिंग से कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। इस स्थिति में सुधार करने के लिए आपको यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आपके बच्चे में इम्युनिटी संबंधी समस्याएं न हों और वो संतुलित आहार ले रहा हो।
स्वच्छता की कमी भी इस समस्या का एक कारण है।
विटिलिगो त्वचा की एक समस्या है जो कई माता-पिता को चिंतित करती है, हालांकि ये दाग हानिरहित होते हैं। त्वचा पर सफेद धब्बे पिग्मेंटेशन के क्षय के कारण पड़ते हैं। विटिलिगो एक ऑटोइम्यून डिसऑर्डर है। इसका मतलब है कि आपका शरीर अपने मेलानोसाइट्स पर हमला कर रहा है। मेलेनिन का निर्माण करने वाली कोशिकाओं को मेलानोसाइट्स कहा जाता है।
आमतौर पर ये दाग शरीर के उन हिस्सों पर देखे जाते हैं जो सूर्य के प्रकाश के संपर्क में आते हैं लेकिन ये शरीर के किसी अन्य हिस्से पर भी हो सकते हैं। यह समस्या अधिकतर सांवले अथवा श्याम रंगत के बच्चों में पाई जाती है, हालांकि यह किसी भी बच्चे को प्रभावित कर सकता है। विटिलीगो संक्रामक नहीं है, इसलिए चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। ये दाग चूंकि काफी विचित्र दिखते हैं इस वजह से लोग इस स्थिति से काफी डर जाते हैं। इस बीमारी के बारे में उचित ज्ञान ना होने कारण इस प्रकार के दाग लोगों में अपराधबोध का कारण बन जाते हैं।
कई बार, त्वचा के किसी विशेष भाग पर आघात या चोट लगने के कारण पिग्मेंटेशन में कमी या अभाव हो सकता है।
यद्यपि यह कारण थोड़ा संदिग्ध है लेकिन कई बार ऐसा कहा जाता है कि पेट में कीड़े होने के कारण सफेद दाग होते हैं। हालांकि यह कारण निश्चित नहीं है, फिर भी आप अपने बच्चे को कभी-कभार कृमिनाशक दवा दे सकते हैं।
बच्चे के चेहरे पर सफेद दाग के लिए यहाँ कुछ घरेलू उपचार दिए गए हैं।
जब कारण ज्ञात न हों तो उपचार कठिन हो जाता है। यह सुनिश्चित करें कि आपका बच्चा स्वास्थ्यप्रद फल और सब्जियां खाता हो। आप निम्नलिखित उपाय भी कर सकते हैं:
सुनिश्चित करें कि आपका बच्चा एक ब्रॉड स्पेक्ट्रम सनस्क्रीन लगाकर ही घर से बाहर निकले। यह सूरज से होने वाली किसी भी प्रकार की क्षति को रोकने में मदद करेगी और आपके बच्चे की सुरक्षा करेगी।
ये दाग अपने आस पास की त्वचा की तुलना में अधिक संवेदनशील होते हैं इसी वजह से गंधरहित अथवा रसायनरहित मॉइस्चराइजजर का उपयोग करना बेहतर होता है। आपके बच्चे के लिए कौन सा मॉइस्चराइजर सबसे बेहतर रहेगा इसकी जानकारी आपका बाल रोग विशेषज्ञ ही आपको सलाह दे सकता है।
उपरोक्त कारणों में से किसी भी कारण से सफेद दाग या धब्बे हो सकते हैं। हालांकि ज्यादातर पैचेज हानिरहित होते हैं, पर कई बार ये खतरनाक भी हो सकते हैं। तो बेहतर होगा कि सही समाधान के लिए एक डॉक्टर से जांच कराएं।
इसके अलावा, अगर आपको पैचेज के साथ निम्न दिए गए लक्षणों में से कोई भी दिखाई दे तो डॉक्टर से सलाह लें।
छोटे बच्चे अपने रूप-रंग की ज्यादा परवाह नहीं करते हैं। लेकिन उम्र के साथ-साथ उनकी आत्म-जागरूकता बढ़ने लगती है। चेहरे पर सफेद दाग-धब्बों की उपस्थिति उनके आत्मविश्वास पर चोट कर सकती है।
यदि आपका बच्चा इस अवस्था से ग्रसित है और उसका इलाज नहीं किया जा सकता, तो माता-पिता को इस स्थिति का सामना करने में बच्चे की मदद करनी होगी।
यहाँ कुछ बातें हैं जिन्हें आपको ध्यान में रखना चाहिए
एक बच्चे के चेहरे पर सफेद दाग लोगों की सोच से अधिक सामान्य होते हैं। विभिन्न कारणों से ऐसा हो सकता है, और उनमें से अधिकांश को ठीक किया जा सकता है।
हिंदी वह भाषा है जो हमारे देश में सबसे ज्यादा बोली जाती है। बच्चे की…
बच्चों को गिनती सिखाने के बाद सबसे पहले हम उन्हें गिनतियों को कैसे जोड़ा और…
गर्भवती होना आसान नहीं होता और यदि कोई महिला गर्भावस्था के दौरान मिर्गी की बीमारी…
गणित के पाठ्यक्रम में गुणा की समझ बच्चों को गुणनफल को तेजी से याद रखने…
गणित की बुनियाद को मजबूत बनाने के लिए पहाड़े सीखना बेहद जरूरी है। खासकर बच्चों…
10 का पहाड़ा बच्चों के लिए गणित के सबसे आसान और महत्वपूर्ण पहाड़ों में से…