बच्चों के दांत टूटना – कारण, उपचार और बचाव | Baccho Ke Dant Tutna – Karan, Upchar Aur Bachav

बच्चों के दांत टूटे होना या दांत का थोड़ा हिस्सा टूटना होना आम बात है। लेकिन माता-पिता के रूप में, यह सीखना महत्वपूर्ण है कि बच्चों के दांत क्यों टूटते हैं, उन्हें कैसे ठीक करें और उन्हें मजबूत और स्वस्थ कैसे रखें।बच्चे के खेलते समय उस पर नजर रखकर, माउथगार्ड इस्तेमाल करके, साफ-सफाई से दांतों के सड़ने की संभावना को कम करके दांतों को टूटने से बचाया जा सकता है। इसके अलावा अगर चोट लगने के बाद उचित देखभाल की जाए तो टूटे हुए दांतों को डेंटिस्ट द्वारा आसानी से ठीक किया जा सकता है। 

टूटा हुआ दांत कैसा दिखता है?

टूटा हुआ दांत कई अलग-अलग तरीकों का नजर आता है। सबसे पहले, अगर दांत में लंबी दरार (स्प्लिट टूथ) आ जाए, तो यह दरार जड़ से शुरू होकर मसूड़े तक पहुंच सकती है। गंभीर मामलों में दांत दो हिस्सों में भी बंट जाता है। इसके अलावा, कई बार दांत के किनारों (कस्प फ्रैक्चर) में, खासकर जहां फिलिंग होती है, दरारें पड़ जाती हैं। यह सिर्फ ऊपरी सतह (इनेमल) को नुकसान पहुंचाती है, इसलिए ज्यादा दर्द नहीं होता क्योंकि दरार दांत के अंदरूनी हिस्से (पल्प) तक नहीं जाती।

क्रेज लाइन दांत की ऊपरी सतह पर बहुत छोटी-छोटी दरारें होती हैं। ये सिर्फ दांत की बाहरी परत पर होती हैं और इनमें कोई दर्द नहीं होता। इसलिए आमतौर पर इनका इलाज करने की जरूरत नहीं पड़ती। वहीं रूट फ्रैक्चर (जड़ में दरार) की समस्या तब होती है जब दरार दांत की जड़ तक पहुंचने लगती है। ज्यादातर मामलों में इससे कोई दर्द महसूस नहीं होता, लेकिन कभी-कभी दांत निकालना पड़ सकता है अगर दरार बहुत गहरी हो जाती है।

बच्चों के दांत क्यों टूटते हैं?

बच्चों को अलग-अलग चीजों के साथ खेलना और नई जगहों को टटोलना बहुत पसंद होता है। लेकिन उनकी यही उत्सुकता कभी-कभी उन्हें परेशानी में डाल देती है। खेलते समय गिरने से उन्हें छोटी-मोटी चोटें लग जाती हैं और अगर वे मुंह के बल गिरते हैं, तो उनके दांत टूट सकते हैं। आइए जानें और कौन-कौन से कारण हैं जिनसे बच्चों के दांत टूट सकते हैं।

1. कमजोर मोटर स्किल्स

जो बच्चे दो साल से छोटे होते हैं, उनके मोटर स्किल्स (चलने-फिरने की क्षमता) अभी विकसित हो रही होते हैं। चलने और इधर-उधर घूमने की कोशिश में वे अक्सर गिर जाते हैं, जिससे उनके दूध के दांत टूट सकते हैं।

2. दौड़-भाग के खेल

फुटबॉल, बॉक्सिंग, हॉकी, रेसलिंग, बास्केटबॉल, स्केटबोर्डिंग जैसे खेलों में चोट लगने का खतरा रहता है। इन खेलों में खिलाड़ी एक-दूसरे से टकरा सकते हैं, जिससे दांत टूटने जैसी चोटें लग सकती हैं।

3. शारीरिक संरचना

अगर किसी बच्चे के आगे के दांत बाहर की तरफ निकले हुए हैं या उनके जबड़े में गड़बड़ी है (जैसे क्लास सेकंड के मलोक्लूजन), तो ऐसे में दांतों के टूटने का खतरा ज्यादा होता है।

4. गिरना

बच्चों का पार्क में खेलते वक्त, चढ़ाई करते समय या दौड़ते वक्त गिरना, अक्सर दांत टूटने की वजह बन जाता है।

5. सक्रिय व्यवहार

जो बच्चे ज्यादा सक्रिय और उछल-कूद करते हैं, उनके दांत टूटने की संभावना ज्यादा होती है, जबकि जो बच्चे शांत या घर में रहना पसंद करते हैं, उनमें ऐसा कम होता है।

6. किशोरावस्था में जल्दबाजी वाले फैसले

थोड़े बड़े बच्चे जल्दबाजी में फैसले लेते हैं और रोमांच की तलाश में रहते हैं। इस उम्र में मोटर दुर्घटनाएं, शारीरिक झगड़ों आदि के कारण दांतों में चोट लग सकती है।

7. विकलांगता

कुछ न्यूरोमोटर समस्याएं जैसे सेरेब्रल पाल्सी या मिर्गी की वजह से गिरने का खतरा बढ़ जाता है, जिससे दांत टूट सकते हैं। यदि आपके बच्चे को ये स्वास्थ्य समस्या है, तो उसके दांत भी टूट सकते हैं। 

बच्चों में आधे टूटे हुए दांत का इलाज कैसे करें?

अगर आपका बच्चा गिर जाए और उसका आगे का दांत टूट जाए, तो सबसे पहले सबकुछ भूलकर अपने बच्चे को शांत करें। इसमें घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि इसके लिए कई तरह के इलाज मौजूद हैं। इस समस्या को मेडिकल से लेकर घरेलू उपायों से सही किया जा सकता है।

1. टूटे हुए दांत का मेडिकल इलाज

बच्चे के आधे टूटे हुए दांतों का चिकित्सा उपचार करने के तरीकों को नीचे बताया गया है। 

  • अगर बच्चे के टूटे हुए दांत का रंग बदल गया है और उसे दर्द हो रहा है, तो इसका मतलब है कि दांत की अंदरूनी परत (पल्प) को गहरी चोट पहुंची है। ऐसे में डॉक्टर रूट कैनाल उपचार का सुझाव देते हैं। इस प्रक्रिया में दांत की जड़ से लेकर उसकी ऊपरी सतह (क्राउन) तक का इलाज किया जाता है और एक डेंटल क्राउन लगाया जाता है, ताकि दांत अपनी जगह पर मजबूती से रहे।
  • अगर दरार दांत के ऊपरी हिस्से (क्राउन) में है और दर्द या रंग बदलने जैसी कोई समस्या नहीं है, तो डॉक्टर डेंटल फिलिंग या दांत की मरम्मत (रेस्टोरेशन) करते हैं। इस स्थिति में दर्द नहीं होता और रंग भी सामान्य रहता है। कभी-कभी डॉक्टर डेंटल कैप भी लगाते हैं, जिससे दांत मजबूत और बेहतर दिखे।
  • अगर दांत में हल्की दरार है, तो डॉक्टर दांत के रंग जैसी फिलिंग लगाते हैं, जिससे दरार छिप जाएगी और दांत अच्छा दिखना लगेगा।

2. घरेलू उपाय

अगर बच्चे का दांत टूट जाए, तो आप ये कुछ घरेलू उपाय आजमा सकते हैं:

  • नमक वाला पानी: बच्चे के मुंह को गुनगुने नमक पानी से धोएं। इससे संक्रमण का खतरा कम होता है। इसे बनाने के लिए एक कप पानी में एक चम्मच नमक मिलाएं। हर बार खाना खाने के बाद बच्चे का मुंह इस पानी से साफ कराएं।
  • ठंडी सिकाई: अगर बच्चे के दांत टूटने के बाद सूजन और दर्द भी है, तो प्रभावित मसूड़े पर ठंडी सिकाई करें। इससे सूजन और दर्द में राहत मिलेगी।
  • लहसुन: लहसुन की एक कली या लहसुन और लौंग के तेल का मिश्रण दांत पर लगाने से दर्द में बहुत राहत मिलती है। इसे टूटी हुई जगह पर रखें।

दांत टूटने से बचाने के उपाय

आप अपने बच्चे को लगने वाली हर चोट से नहीं बचा सकते, लेकिन कुछ उपायों से आप उन्हें होने वाली बड़ी समस्याओं से बचा सकते हैं।

1. नजर रखें

बच्चों के दांत टूटने का सबसे आम कारण है उन पर सही से ध्यान न देना। छोटे बच्चों पर लगातार निगरानी रखने की जरूरत होती है, खासकर जब वे खेलते या दौड़ते हैं। अगर बच्चों को सुरक्षित माहौल में खेलने दिया जाए, तो हादसों से बचा जा सकता है।

2. रोकथाम

खेलों से जुड़ी दांतों की चोट से बचने के लिए सुरक्षा उपकरण जरूरी हैं। जैसे, फुटबॉल, मार्शल आर्ट्स या बॉक्सिंग जैसे संपर्क खेलों में मुंह की सुरक्षा के लिए माउथगार्ड का इस्तेमाल करना चाहिए। ये प्लास्टिक के स्प्लिंट होते हैं जो दांतों पर फिट हो जाते हैं और उन्हें बाहर से सुरक्षा देते हैं।

3. सुरक्षा

घर को बच्चों के अनुकूल बनाएं, खासकर जब वे चलना या खेलना सीख रहे हों। इसके लिए कोनों पर गार्ड लगाएं ताकि बच्चे को टकराकर चोट न लगे, सीढ़ियों पर गेट लगाएं ताकि वे गिर न जाएं और फर्श पर कारपेट बिछाएं ताकि अगर गिरें तो चोट कम लगे। साथ ही खिड़कियों और दरवाजों पर भी गार्ड लगाएं ताकि कोई बड़ा हादसा न हो।

डॉक्टर से कब परामर्श करें

आपको बच्चे को डेंटिस्ट के पास ले जाने की जरूरत हो सकती है अगर:

  • टूटी हुई दरार से दांत का अंदरूनी हिस्सा (पल्प) दिखाई दे रहा हो, क्योंकि इसका मतलब है कि समस्या गंभीर है।
  • आपको लगे कि बच्चे के दांत में संक्रमण हो गया है या हो सकता है।
  • अगर बच्चे का स्थाई दांत पूरी तरह से निकल गया है, तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं, क्योंकि दांत को दोबारा जोड़ा जा सकता है।
  • अगर टूटा हुआ दांत काफी नुकीला हो, जिससे जीभ या मुंह की ऊपरी परत कट सकती है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

1. क्या बच्चों के दूध के दांत टूटना सामान्य है?

हां, बच्चों के दूध के दांत टूटना सामान्य है। दूध के दांत स्थाई दांतों की तरह मजबूत नहीं होते और उनके टूटने की संभावना अधिक होती है।

2. बच्चे किस उम्र में अपने दांतों की सुरक्षा के लिए माउथगार्ड का इस्तेमाल करना शुरू कर सकते हैं?

बच्चे जैसे ही खेल गतिविधियों में भाग लेना शुरू करते हैं, जिसमें मुंह में चोट लगने का जोखिम होता है, उन्हें दांतों की सुरक्षा के लिए माउथगार्ड पहनना शुरू कर देना चाहिए। माउथगार्ड विभिन्न आकार और प्रकार में उपलब्ध होता है, जिनमें सबसे अच्छे फिट और सुरक्षा प्रदान करने वाले कस्टम-मेड माउथगार्ड भी शामिल हैं।

3. क्या बच्चों के टूटे हुए दांत बाद में भी दांतों की समस्या का कारण बन सकते हैं?

हां, बच्चों के टूटे हुए दांत बाद में भी दांतों की समस्या का कारण बन सकते हैं, अगर उनका इलाज न किया जाए। संक्रमण, सड़न और आसपास के दांतों का संरेखण ठीक से न होना जैसी समस्या पैदा हो सकती है। इन समस्याओं को रोकने और मौखिक स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए टूटे हुए दांतों का तुरंत इलाज करना जरूरी है।

4. दांतों की समस्या से जुड़ी जांच के लिए मेरे बच्चे को कितनी बार दंत चिकित्सक के पास जाना चाहिए?

यह सलाह दी जाती है कि बच्चे को नियमित जांच और सफाई के लिए हर छह महीने में दंत चिकित्सक के पास ले जाना चाहिए। इससे नियमित रूप से दंत चिकित्सक बच्चे के दांतों के विकास की निगरानी करने, संभावित समस्याओं की जल्द पहचान करने और जरूरी मौखिक स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए बेहतर उपचार और सुझाव दे सकते हैं।

अगर आप इस लेख में बताए गए सुझावों का सही तरीके से पालन करते हैं, तो आपको बच्चे के टूटे हुए दांत को लेकर ज्यादा चिंता करने की जरूरत नहीं होगी। इसके बजाय, आप इस मौके को बच्चे को सुरक्षा और जिम्मेदारी की अहमियत समझाने के लिए उपयोग कर सकते हैं। इससे न केवल उनकी सेहत का ध्यान रखा जाएगा, बल्कि वे भविष्य में और भी सतर्क रहना सीखेंगे। इस तरह, दांत टूटने जैसी घटनाओं से बचने के साथ-साथ बच्चे में समझदारी और खुद की देखभाल की आदतें भी विकसित की जा सकती हैं।

References/Resources:

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  2. Injuries to the Teeth; Stanford Medicine Children’s Health; https://www.stanfordchildrens.org/en/topic/default?id=injuries-to-the-teeth-90-P02856
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  6. Chipped, broken or cracked tooth; NHS; https://www.nhs.uk/conditions/chipped-broken-or-cracked-tooth/
  7. Broken or knocked-out tooth; NHS inform; https://www.nhsinform.scot/illnesses-and-conditions/injuries/dental-injuries/broken-or-knocked-out-tooth/
  8. Thomas. L; What are the best home remedies for a broken tooth with exposed nerve?; Authority Dental; https://www.authoritydental.org/broken-tooth-pain-relief

यह भी पढ़ें:

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समर नक़वी

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