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बच्चों की दाँत निकलने की प्रक्रिया उसकी अच्छी देखभाल करने से शुरू होती है। अपने बच्चे के दाँतों को अच्छी तरह से ब्रश करना सिखाएं, ये बच्चे के मौखिक स्वास्थ्य पर सकारात्मक असर डालता है। आपको बच्चे के दाँतों का ख्याल रखना और साफ सफाई तभी ही शुरू कर देना चाहिए जब उनका पहला दाँत निकलना शुरू हो जाए। बच्चे के दाँतों को साफ रखने के कुछ सुझाव नीचे दिए गए हैं:
जब बच्चे चार से सात महीने के हो जाते हैं तब उनके दाँत सामान्य रूप से दिखाई देने लगते हैं। दाँतों का पहला सेट जो बच्चों में दिखाई देता है, वह नीचे के दो सामने वाले दाँत होते हैं।
बच्चों के दाँत जब दिखाई देने लगे, आपको उसकी देखभाल तभी से शुरू कर देना चाहिए और यह बहुत जरूरी है, क्योंकि यह उनके बोलने के कौशल को प्रभावित करता है और उनके जबड़े के गठन में भी मदद करता है। इसके अलावा, उनके दाँतों की देखभाल करने से संक्रमण और अन्य दाँतों की समस्याओं को रोका जा सकता है, जो अक्सर बच्चे के मौखिक स्वास्थ्य की खराब देखभाल के कारण होता है।
सबसे पहले, आप अपने बच्चे के मसूड़ों को अपनी अंगुली या नरम–ब्रिसल वाले ब्रश का उपयोग करके साफ कर सकती हैं, ताकि उन्हें ब्रश करने की प्रक्रिया समझ आने लगे। बच्चे के दाँतों की देखभाल के लिए टूथब्रश का उपयोग करना सबसे बेहतर होता है ।
यदि आप बच्चे के दाँतों को साफ करने के लिए एक टूथब्रश का उपयोग कर रही हैं, तो इस बात का ख्याल रहे कि ब्रश का आगे वाला भाग बच्चे के हिसाब से छोटा होना चाहिए और उसके ब्रिसल्स बहुत नरम व नायलॉन के होने चाहिए। आप बच्चे के लिए एक रंगीन ब्रश या कार्टून वाले ब्रश का इस्तेमाल करें, इससे उन्हें ब्रश करने में मजा आएगा और वह इस क्रिया को करना पसंद करेंगे ।
अगर बात की जाए टूथपेस्ट की, तो आमतौर पर किसी भी बच्चे को तीन साल का होने तक इसका उपयोग करने की सलाह नहीं दी जाती है, जब तक वो तरल पदार्थ को थूकने की प्रक्रिया को ठीक से नहीं समझ लेते हैं ।
1. तीन साल से पहले आप बच्चे के लिए बिना फ्लोराइड वाले टूथपेस्ट का उपयोग कर सकती हैं वो भी केवल डॉक्टर की सलाह लेकर, अन्यथा, अपने बच्चे के मसूड़ों को साफ करने के लिए एक नरम कपड़े का उपयोग करें।
2. एक बार जब वे उगलना या थूकना सीख जाते हैं, तो आप तीन साल और उससे अधिक उम्र के बच्चे के दाँतों पर सामान्य टूथपेस्ट का उपयोग करना शुरू कर सकती हैं। बच्चे के टूथब्रश को नियमित रूप से बदलती रहें, आप हर एक से तीन महीने में जैसे ही ब्रिसल्स फैलने लगते हैं उनका ब्रश बदल दें।
अमेरिकन डेंटल एसोसिएशन के अनुसार, आप तीन और उससे कम उम्र के बच्चे के लिए कम फ्लोराइड युक्त टूथपेस्ट का उपयोग कर सकती हैं।
एक बार जब बच्चा तीन साल का हो जाता है, तो आप बच्चे के दाँतों की देखभाल के लिए मटर के दाने जितना टूथपेस्ट ब्रश में लगाकर उन्हें ब्रश करने के लिए दे सकती हैं ।
यहाँ कुछ टिप्स दिए गए हैं जिनकी मदद से आप बच्चे को ब्रश कराने की शुरुआत कर सकती हैं
जब बच्चा छह से आठ साल का हो जाएगा तो वो खुद से ब्रश करना शुरू कर देगा। अपने बच्चे को ब्रश करना सिखाते समय, इस गतिविधि को उनके लिए मजेदार बनाना जरूरी है । आप ब्रश करने से जुड़े उनके पसंदीदा गाने गा सकती हैं और धीरे–धीरे से बच्चे में ब्रश करने की आदत डाल सकती हैं। बच्चों को ब्रश करने के बाद टूथपेस्ट को थूकने के लिए निर्देशित करें और उन्हें ब्रश करने की सही आदत डालने में मदद करें। आप इलेक्ट्रिक टूथब्रश का उपयोग भी कर सकती हैं। मौखिक स्वास्थ को नजर में रखते हुए बच्चे को दिन में दो बार ब्रश करने को प्रोत्साहित करें।
हाँ। बच्चे के मसूड़ों को ब्रश करने से खराब साँस और मुँह में मौजूद बैक्टीरिया के समाप्त हो जाते हैं, इस प्रकार बच्चे में दंत संक्रमण को रोका जा सकता है। अपने बच्चे के मसूड़ों को दिन में कम से कम एक बार वॉशक्लॉथ से साफ करें, खासकर बच्चे के मौखिक स्वास्थ को ध्यान में रखते हुए उन्हें भोजन कराने के बाद मसूड़ों को अच्छी तरह साफ करें ।
पूरी तरह से दाँत आने के बाद, अपने बच्चे के मुँह को दिन में दो बार साफ करें। जब आपका बच्चा 1 से 2 साल का हो जाता है, तो आप सॉफ्ट बेबी ब्रश का इस्तेमाल कर सकती हैं और फ्लोराइड युक्त टूथपेस्ट का प्रयोग कर सकती हैं लेकिन कम मात्रा में, जो बच्चों के लिए बिल्कुल सुरक्षित है।
पहले 5 महीनों के दौरान, एक गीले वॉशक्लॉथ का उपयोग करें और दूध पिलाने के बाद अपने बच्चे के मुँह को साफ करें। इस प्रक्रिया को बच्चे के दाँतों की बेहतर देखभाल के लिए उनकी दिनचर्या में शामिल करें और शुरू से ही बच्चे में मौखिक स्वच्छता की अच्छी आदतें को स्थापित करें। ब्रश करने से दाँतों में खाना जमा नहीं होता है, जो उनके दाँतों में कैविटी को रोकने में मदद करता है। फ्लोराइड का बहुत कम मात्रा में प्रयोग करने से यह दाँतों को सड़ने से बचाता है ।
फ्लोराइड एक प्राकृतिक खनिज है जो नल के पानी और टूथपेस्ट में पाया जाता है। फ्लोराइड बच्चों के विकासशील दाँतों को मजबूत करने, इनैमल को मजबूत करने और दाँतों को सड़ने से रोकता है ।
नल के पानी में फ्लोराइड पाया जाता है, जो शुरुआत में फ्लोराइड की आवश्यकता को पूरा करता है, हालांकि इस बारे में अपने डॉक्टर से परामर्श कर लें, क्योंकि बहुत अधिक फ्लोराइड आपके बच्चे के दाँतों को नुकसान भी पहुँचा सकता है।
पहले छह महीनों के दौरान शिशुओं को फ्लोराइड सप्लीमेंट नहीं दी जानी चाहिए। छह महीने के बाद, डॉक्टर की सलाह पर आधारित फ्लोराइड सप्लीमेंट आपके बच्चे को नल के पानी और टूथपेस्ट के माध्यम से दिया जा सकता है।
आपके बच्चे को ब्रश करते समय असुविधा महसूस हो सकती है और शुरुआत में वो अपने दाँतों को ब्रश करने के लिए इनकार कर सकते हैं। इसके लिए आप इस गतिविधि को मजेदार बनाएं ताकि बच्चे को ब्रश करने में मजा आए और वो खुद से ब्रश करना पसंद करें।
यदि आपके बच्चे को शुरुआत में ब्रश करने में परेशानी हो रही है, तो डॉक्टर या दंत विशेषज्ञ से सलाह लें। दाँतों के लिए किसी भी प्रकार का जेल या क्रीम का उपयोग करने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श करें। अपने बच्चे को एस्पिरिन न दें क्योंकि इससे उन्हें रेये सिंड्रोम हो सकता है और 18 साल से कम उम्र के बच्चों की मृत्यु हो सकती है।
बच्चों के दाँतों को ब्रश करना उतना भी मुश्किल नहीं है। उपरोक्त टिप्स का पालन करके और बच्चे को फ्लोराइड देते समय उसकी मात्रा को ध्यान में रखते हुए आप उनकी मौखिक स्वच्छता का अच्छे से ध्यान रख सकती हैं। साथ ही उनमें मौखिक स्वच्छता के प्रति जागरूकता उत्पन्न कर सकती हैं।
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