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आधार हर भारतीय नागरिक के लिए सबसे विश्वसनीय और महत्वपूर्ण आइडेंटिटी प्रूफ में से एक बन चुका है। इसमें कई महत्वपूर्ण डेमोग्राफिक के साथ-साथ कार्ड धारक के बायोमेट्रिक डिटेल्स भी होते हैं, जिनकी नकल करना काफी मुश्किल होता है। उम्र चाहे जो भी हो, आधार जारी करने वाली अथॉरिटी यूआईडीएआई ने हर भारतीय नागरिक के लिए इस स्कीम को संभव बनाया है।
अगर आपके बच्चे की उम्र 18 वर्ष नहीं है, तो भी आधार कार्ड उसके लिए बहुत उपयोगी हो सकता है। यहां पर आधार कार्ड होने के कुछ फायदे दिए गए हैं:
किसी भी उम्र के लोग अपनी आइडेंटिटी के प्रमाण के रूप में आधार का इस्तेमाल कर सकते हैं। हवाई यात्रा और रेलवे बुकिंग, स्कूल में एडमिशन आदि में बच्चों और वयस्कों की पहचान को स्थापित करने के लिए, आधार का इस्तेमाल किया जा सकता है। जैसे ही बच्चा 18 वर्ष का हो जाता है, वैसे ही वोटर आईडी कार्ड, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस आदि जैसे अन्य सरकारी डाक्यूमेंट्स पाने में यह काफी मददगार होता है।
बच्चों के बैंक अकाउंट खोलने के लिए आधार कार्ड का इस्तेमाल किया जा सकता है। आजकल ज्यादातर बैंक, रेसिडेंस और आइडेंटिटी के प्रूफ के रूप में आधार कार्ड को स्वीकार करते हैं। बच्चे को अपना बर्थ सर्टिफिकेट और आईडी प्रूफ भी उपलब्ध कराना पड़ेगा। लेकिन यहां अगर बर्थ सर्टिफिकेट उपलब्ध न हो, तो बच्चे के आधार कार्ड का इस्तेमाल किया जा सकता है। हालांकि, नाबालिग के लिए बैंक अकाउंट खोलने के लिए अभिभावक का आधार कार्ड अनिवार्य होता है।
अगर आपका बच्चा नाबालिग है, तो भी आधार कार्ड का इस्तेमाल करके आप उसके नाम से म्युचुअल फंड इन्वेस्टमेंट कर सकते हैं। आमतौर पर, बच्चे के बर्थ सर्टिफिकेट की जरूरत होती है। लेकिन कई कंपनियां आजकल आधार कार्ड को भी स्वीकार करती हैं।
आधार के लिए बच्चों के नामांकन की प्रक्रिया भिन्न होती है
पेरेंट बच्चे के आधार कार्ड के साथ अपने फोन नंबर को रजिस्टर कर सकते हैं और एम-आधार ऐप के इस्तेमाल से अपने स्मार्टफोन पर हमेशा अपने बच्चे का आधार कार्ड रख सकते हैं। इस ऐप को इस तरह से डिजाइन किया गया है, कि इसमें तीन आधार कार्ड रखे जा सकते हैं। एक सिंगल पेरेंट अपने आधार कार्ड के साथ अपने बच्चे के आधार कार्ड को भी ऐप में रख सकता है। यह बहुत ही उपयोगी है, क्योंकि कभी भी आइडेंटिटी प्रूफ दिखाने की जरूरत होने पर, आधार कार्ड को एक्सेस किया जा सकता है। जिन बच्चों की उम्र 5 साल से कम है या जो बच्चे 5 से 15 वर्ष की उम्र के बीच आते हैं, उनके पेरेंट इसे एक्सेस कर सकते हैं।
यदि आपके एप्लीकेशन जमा कराने के 60 दिनों के बाद भी आधार कार्ड आपको नहीं मिला है, तो आप अपने एप्लीकेशन के स्टेटस की जांच ऑनलाइन कर सकते हैं। अगर स्टेटस में दिखता है, कि आधार कार्ड तैयार हो चुका है, तो आप ई-आधार कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं और उसका प्रिंट आउट निकाल सकते हैं। एक ई-आधार कार्ड भी हमेशा मान्य होता है।
यहां पर जरूरी डॉक्यूमेंट की सूची दी गई है:
आपके मन में अपने बच्चे के लिए आधार कार्ड पाने की प्रक्रिया को लेकर कई तरह के सवाल होंगे। यहां पर उनमें से कुछ सवालों के जवाब दिए गए हैं:
वर्तमान में बच्चों के लिए आधार कार्ड अनिवार्य नहीं है, लेकिन इसका नामांकन करने में कोई बुराई भी नहीं है।
बच्चे के नामांकन के समय से लेकर आपके द्वारा दिए गए पते तक कार्ड को पहुंचने में, 90 दिनों तक का समय लगता है।
अगर आपके बच्चे की उम्र 5 साल से कम है, तो आपको एक नीले रंग का बाल आधार कार्ड मिलता है। यह केवल उसके 5 साल की उम्र तक ही मान्य होता है। 5 साल की उम्र होने के बाद यह बाल आधार कार्ड मान्य नहीं रह जाता है और आपको उसके बायोमेट्रिक जमा कराने होते हैं।
हां, 15 वर्ष की उम्र होने पर, बच्चे के बायोमेट्रिक्स और एक फोटो जमा कराना अनिवार्य है। इसमें केवल कुछ मिनट लगते हैं और यह निशुल्क होता है।
कई स्कूलों में नामांकन के दौरान, पेरेंट्स से बच्चे का आधार कार्ड उपलब्ध कराने का आग्रह किया जाता है। हालांकि, इसे अभी तक अनिवार्य नहीं किया गया है।
बच्चे के आधार नामांकन के लिए कोई शुल्क नहीं लिया जाता है और इसका सारा खर्च सरकार उठाती है। बच्चे के बायोमेट्रिक अपडेट के लिए भी कोई शुल्क नहीं लिया जाता है।
हालांकि, अब तक बच्चों के लिए आधार कार्ड को अनिवार्य नहीं किया गया है, लेकिन इसके लिए नामांकन कर देना ही बेहतर है, क्योंकि इससे भविष्य में उनका जीवन आसान हो सकता है। आइडेंटिटी प्रूफ की जरूरत पड़ने पर इससे बच्चों को बहुत मदद मिल सकती है। विभिन्न प्रकार के विदेशी शैक्षणिक स्कॉलरशिप की प्लानिंग में भी आधार कार्ड कई प्रक्रियाओं को आसान बना देता है।
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