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अजवाइन, भारत में मिलने वाला एक आम मसाला है जिसका उपयोग कई खाद्य पदार्थों को बनाने में किया जाता है। अजवाइन व्यंजनों को अधिक स्वादिष्ट बनाता है और साथ ही यह इसके चिकित्सीय और औषधीय गुणों के लिए भी जाना जाता है। अजवाइन सिर्फ वयस्कों ही नहीं बल्कि बच्चों की भी पाचन समस्याओं, पेट से संबंधित समस्याओं, अत्यधिक कब्ज और सर्दी-खांसी को ठीक करने में मदद करता है। अजवाइन में थाइमोल नामक एक घटक होता है, जो एक शक्तिशाली कीटाणुनाशक (जर्मीसाइड) और कवकनाशक (फंगीसाइड) के रूप में कार्य करता है और अवांछित रोगजनकों (पैथोजन्स) के विकास को रोकता है।
बच्चों के लिए अजवाइन के औषधीय गुण अत्यधिक लाभदायक होते हैं, आप अपने बच्चे को अजवाइन पाउडर या इसके पानी के रूप में दे सकती हैं। हालांकि, किसी भी संभावित समस्या से बचने के लिए विशेषतः बच्चों को संतुलित मात्रा में अजवाइन दें।
अनेक नई मांओं का यह सवाल होता है कि उन्हें अपने बच्चे को अजवाइन का पानी देना चाहिए या नहीं? इसका उत्तर है, हाँ। अजवाइन का पानी बच्चों के लिए भी फायदेमंद होता है:
आप अपने बच्चे को को 8 महीने की आयु से अजवाइन देना शुरू कर सकती हैं। अक्सर बच्चों को कम से कम मात्रा में अजवाइन खिलाना शुरू करने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा, एक वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए बिना कोई कृत्रिम मिठास डाले अजवाइन का सादा पानी भी देने की सलाह दी जाती है। जब बच्चा ठोस आहार खाना शुरू कर देता है, तो उसके आहार में अजवाइन के पाउडर की सीमित मात्रा भी मिलाई जा सकती है। धीरे-धीरे, आप इसे पूड़ी, पराठों, और इसी तरह के अन्य व्यंजनों में भी मिला सकती हैं।
बच्चों के लिए बिना छिलके वाला अजवाइन अच्छा होता है। आप उनके लिए अजवाइन का पानी बनाकर या अजवाइन को पाउडर के रूप में उपयोग करते समय बिना छिलके वाला अजवाइन ही चुनें। इसके अलावा, आर्गेनिक बीजों का उपयोग करें जिन पर किसी केमिकल का उपयोग न किया गया हो।
आपके नन्हे बच्चे के लिए अजवाइन का पानी बनाने का तरीका यहाँ दिया गया है, आइए जानते हैं;
एक वर्ष या उससे कम आयु के शिशुओं को रोजाना एक चम्मच अजवाइन का पानी देने से शुरुआत करें। फिर धीरे-धीरे आप शिशु को दो से तीन चम्मच की मात्रा बढ़ा सकती हैं। हालांकि एक साल से कम उम्र के शिशुओं को यह सप्ताह में केवल दो से तीन बार ही देना सुरक्षित है। एक साल या उससे अधिक उम्र के बच्चों को अजवाइन का पानी प्रतिदिन 1/4 कप दिया जा सकता है। फिर भी समझदारी इसी में है कि बच्चों या शिशुओं को अजवाइन का पानी रोज देने की बजाय एक सप्ताह में सिर्फ तीन से चार बार दिया जाना चाहिए।
बच्चों में सर्दी और खांसी के लिए भी अजवाइन अत्यधिक प्रभावी है। इसके घरेलू उपचार निम्नलिखित हैं, आइए जानें;
बच्चों की सर्दी को दूर करने के लिए काढ़ा एक प्रभावी उपाय है। अजवाइन का उपयोग करके काढ़ा बनाने की विधि नीचे दी गई है।
यह शिशुओं में छाती के बलगम और बंद नाक से निजात पाने के लिए एक प्रभावी उपाय हो सकता है। यह सरल उपाय नवजात शिशुओं के लिए अच्छा काम करता है किंतु खयाल रहे शिशु के लिए इसका उपयोग हल्के हाथों से और बहुत हल्की गर्माहट के साथ करें।
अजवाइन के तेल से मालिश करके भी बच्चों में सर्दी या खांसी की समस्या को ठीक किया जा सकता है, इसे बनाने का तरीका निम्नलिखित है;
अजवाइन और गुड़ के पाउडर का मिश्रण बच्चों की छाती में जमे बलगम को निकालने और खांसी को कम करने में मदद करता है।
अजवाइन के गुण शिशुओं व वयस्कों को बहुत लाभ पहुँचाते हैं। इसके औषधीय गुण, इसे अत्यधिक महत्वपूर्ण मसाला और अनेक स्वास्थ्य समस्याओं के लिए प्रभावी उपचार बनाते हैं।
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