बड़े बच्चे (5-8 वर्ष)

बच्चों के लिए डे केयर सेंटर – फायदे और नुकसान

माँ बनने के बाद, बच्चे के साथ आप इस पल का भरपूर आनंद उठा रही हैं। अपने नन्हे शिशु के साथ समय बिता कर, उसकी देखभाल करते हुए और उसकी अलग-अलग जरूरतों को पूरा करते हुए, आप मातृत्व के इस एहसास को भरपूर जी रही हैं। लेकिन, अगर आप एक वर्किंग मॉम हैं, तो यह खुशनुमा समय जल्द ही खत्म हो जाएगा और आपको काम पर दोबारा लौटना पड़ेगा। 

अपने नन्हे बच्चे को घर पर अकेला छोड़कर जाने का खयाल ही, माँ के लिए डरावना हो सकता है। लेकिन जो पेरेंट्स काम के दबाव या अन्य कारणों से अपने बच्चे के साथ नहीं रह सकते हैं, उनके लिए डे केयर सेंटर एक अच्छा विकल्प है। इस लेख में, हम डे केयर सेंटर के फायदों और नुकसान के बारे में बात करेंगे और आपके बच्चे के लिए एक डे केयर सेंटर के चुनाव में मदद करने के लिए आपको कुछ टिप्स भी देंगे। 

डे केयर सेंटर के क्या फायदे होते हैं?

विभिन्न अध्ययन दर्शाते हैं, कि डे केयर सेंटर जाने से बच्चों को बहुत फायदे होते हैं और 6 महीने से 4 साल तक के बच्चों के लिए यह सच भी है। यहाँ पर बच्चों के लिए डे केयर सेंटर के कुछ फायदे दिए गए हैं: 

1. बच्चे सामाजिक होना सीखते हैं

डे केयर सेंटर एक बेहतरीन जगह है, जहाँ बच्चे दूसरे बच्चों से मिलते हैं, जिनमें कुछ बच्चे हम उम्र होते हैं और कुछ बच्चे बड़े या छोटे भी होते हैं। आपका बच्चा उनसे हर दिन मिलता है, जिससे उसमें सामाजिक गुणों का विकास होने में मदद मिलती है। बच्चा दोस्त बनाने की कला को भी समझता और सीखता है। 

2. बच्चे एक शेड्यूल को फॉलो करना सीखते हैं

हालांकि, डे केयर सेंटर में कोई फॉर्मल शिक्षा नहीं दी जाती है। लेकिन, बच्चों के लिए प्लान की जाने वाली अलग-अलग तरह की एक्टिविटीज को एक तयशुदा तरीके से मैनेज किया जाता है। आपका बच्चा एक शेड्यूल के अनुसार चीजों को करना सीखता है और यह बच्चों को डे केयर से होने वाले कई फायदों में से एक है। 

3. बच्चे कम उम्र से ही सीखना शुरू कर देते हैं

डे केयर सेंटर न केवल आपके बच्चे का ध्यान रखते हैं, बल्कि वे आपके बच्चे के लिए अलग-अलग तरह की एक्टिविटीज भी प्लान करते हैं। ये एक्टिविटीज, काफी कम उम्र में ही बच्चे को अलग-अलग तरह के शैक्षणिक कांसेप्ट को सीखने में मदद करती हैं। ऐसे कई डे केयर सेंटर हैं, जिनमें प्ले एंड लर्न के कांसेप्ट का पालन किया जाता है। इसलिए बच्चे के विकास में डे केयर के महत्व को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। 

4. फॉर्मल स्कूलिंग में आसानी

जो बच्चे डे केयर सेंटर में जाने की शुरुआत कर देते हैं, उन्हें फॉर्मल स्कूल के वातावरण में एडजस्ट करने में आसानी होती है। क्योंकि जब तक वे एक किंडरगार्टन में जाने के लिए तैयार होते हैं, तब तक उन्हें समान एज ग्रुप के बच्चों के साथ रहने के एक शेड्यूल को फॉलो करने और ऐसी ही कई अन्य चीजों की जानकारी हो चुकी होती है। जिसके कारण यह बदलाव उनके लिए आसान हो जाता है। 

5. बेहतर इम्युनिटी का विकास

यह शिशुओं के लिए डे केयर के कई फायदे में से एक है। घर में बच्चे के लिए एक सुरक्षित वातावरण होता है, लेकिन भीड़-भाड़ वाले वातावरण से संपर्क न होना, आपके बच्चे की इम्युनिटी के लिए अच्छा नहीं होता है। डे केयर सेंटर एक ऐसी जगह है, जहाँ आपका बच्चा कई दूसरे बच्चों के साथ इंटरैक्ट करता है। बच्चा फ्लू और कोल्ड के जितने अलग-अलग प्रकारों के संपर्क में आता है, उसकी इम्युनिटी के लिए यह उतना ही बेहतर होता है। 

6. पेरेंट्स की तसल्ली

सभी पेरेंट्स अपने बच्चे के साथ रहना चाहते हैं, लेकिन विभिन्न कारणों से कभी-कभी यह संभव नहीं हो पाता है। इसलिए जब वे अपने बच्चों को एक भरोसेमंद वातावरण में छोड़ते हैं और जब उन्हें इस बात की तसल्ली होती है, कि इस जगह पर उनके बच्चे का ध्यान रखा जाएगा, तो उन्हें खुशी और संतुष्टि का अहसास होता है। 

डे केयर सेंटर के क्या नुकसान होते हैं?

डे केयर सेंटर आपके बच्चे के लिए एक अच्छा विकल्प है। लेकिन हर चीज के कुछ फायदों के साथ-साथ नुकसान भी होते हैं और यहाँ पर डे केयर सेंटर के कुछ नुकसान दिए गए हैं: 

  • डे केयर सेंटर में अधिक समय तक रहने के लिए आपको एक्स्ट्रा पैसे भी देने पड़ सकते हैं।
  • कुछ डे केयर सेंटर छुट्टियों में काम नहीं करते हैं, इसके लिए आपको कुछ दूसरे विकल्प भी तैयार रखने पड़ेंगे।
  • कभी-कभी डे केयर सेंटर बीमार बच्चे को अनुमति नहीं देते हैं।
  • बाकी चीजों के साथ-साथ आपका बच्चा जर्म्स भी शेयर करता है। इसका मतलब है, कि डे केयर सेंटर में आपके बच्चे को अलग-अलग तरह के इंफेक्शन और बीमारियों का खतरा ज्यादा होता है।
  • डे केयर एक ऐसी जगह है, जहाँ अलग-अलग परिवारों और बैकग्राउंड से बच्चे आते हैं। जहाँ बच्चा अच्छी बातें सीख रहा होता है, वहीं उसे दूसरे बच्चों से बुरी आदतें होने का खतरा भी होता है। आपका बच्चा दूसरे बच्चों से कुछ गलत शब्द या आदतें भी सीख सकता है।
  • डे केयर सेंटर एक रूटीन को फॉलो करता है और कभी-कभी बच्चा उसे अच्छी तरह से एडजस्ट नहीं कर पाता है, जिसके कारण आपको भी दिक्कतें आ सकती हैं।
  • हो सकता है, कि आपके बच्चे को डे केयर सेंटर का शोरगुल वाला वातावरण पसंद न आए।
  • डे केयर सेंटर में समय बिताने से एक नैनी की तुलना में व्यक्तिगत अनुभव कम मिलते हैं।

ये कुछ ऐसे नुकसान हैं, जिनके बारे में आप पहले विचार कर सकते हैं और फिर बच्चे को डे केयर सेंटर में डालने का निर्णय ले सकते हैं। 

बच्चे के लिए डे केयर चुनते समय ध्यान रखने वाली बातें

अगर आप अपने बच्चे को डे केयर सेंटर में भेजने का मन बना चुके हैं, तो यह जरूरी है, कि बच्चे के लिए डे केयर सेंटर चुनने से पहले आप नीचे दिए गए पहलुओं पर ध्यान दें: 

  • डे केयर सेंटर केवल आपके बच्चे का ध्यान रखने के लिए नहीं होता है, इसलिए एक ऐसा डे केयर चुनें, जिसमें आपके बच्चे को कई तरह की एक्टिविटीज और शैक्षणिक कार्यक्रमों में हिस्सा लेने का मौका मिले।
  • एक ऐसा डे केयर सेंटर चुनें, जिसमें समय और दिनों को लेकर सख्त नियम न हों।
  • डे केयर सेंटर अगर आपके घर के नजदीक हो, तो यह बहुत ही अच्छा होगा, क्योंकि ऐसे में बच्चे को वहाँ से लेना और छोड़ना आपके लिए सुविधाजनक होगा।
  • किसी भी डे केयर सेंटर में बच्चे को डालने से पहले, आपको बच्चे और केयरटेकर के बीच के अनुपात की जांच करनी चाहिए। यह अनुपात जितना कम होगा उतना ही अच्छा होगा।
  • एक ऐसा डे केयर सेंटर चुनें, जो रजिस्टर्ड हो या लाइसेंस प्राप्त हो और एक डे केयर सेंटर के नियमों का पालन करता हो।
  • डे केयर सुविधाओं को चुनने के लिए कई विकल्प मौजूद हैं। आपको इनमें से उसे चुनना चाहिए जो आपके परिवार की जरूरतों के साथ अच्छी तरह से मेल खाए।

अपने बच्चे को डे केयर सेंटर भेजना, पेरेंट्स के लिए एक कठिन निर्णय हो सकता है। लेकिन इसके लिए कई अच्छे विकल्प भी मौजूद हैं। अपने बच्चे के लिए डे केयर सेंटर चुनने में सावधानी बरतें। 

पूजा ठाकुर

Recent Posts

मेरी पसंदीदा जगह पर निबंध (Essay On My Favourite Place In Hindi)

हर किसी के जीवन में एक ऐसी जगह होती है जो शांति, खुशी और अपनापन…

14 hours ago

मुझे अपने परिवार से प्यार है पर निबंध ( Essay On I Love My Family In Hindi)

परिवार किसी के लिए भी सबसे अनमोल होता है। यही वह पहली जगह है जहाँ…

15 hours ago

बस की यात्रा पर निबंध (Essay On Journey By Bus In Hindi)

बच्चों के लिए निबंध लिखना बहुत मजेदार और सीखने वाला काम है। यह उन्हें अपनी…

16 hours ago

एपीजे अब्दुल कलाम पर निबंध (APJ Abdul Kalam Essay In Hindi)

ऐसी शख्सियत बहुत कम होती है जिनके होने से देश को उन पर गर्व हो,…

3 days ago

गाय पर निबंध (Essay On Cow In Hindi)

निबंध लेखन किसी भी भाषा को सीखने में एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। इससे…

3 days ago

मेरे पिता पर निबंध (Essay on My Father in Hindi)

माँ अगर परिवार का दिल है तो पिता उस दिल की धड़कन होते हैं। पिता…

3 days ago