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दिवाली हमारे देश के सबसे व्यापक रूप से मनाए जाने वाले त्योहारों में से एक है। यह प्रकाश का त्योहार जीवंतता से भरा हुआ है, जो खुशियां और उत्साह लाता है। दिवाली हम सभी के लिए एक्साइटिंग टाइम होता है खासतौर बच्चे के लिए, जैसे जब हम बच्चे थे तो हमारे लिए यह त्योहार एक्साइटिंग हुआ करता था! मिठाई, नए कपड़े और पटाखे के इस त्योहार का हम सभी को साल भर इंतजार रहता है, लेकिन इस सब में आपको अपनी सुरक्षा का सबसे पहले ध्यान रखना चाहिए।
आपको सुरक्षा बरतने के लिए इसलिए कहा जा रहा है, क्योंकि त्योहार के जोश में हम कभी-कभी लापरवाही कर बैठते हैं, जिसकी वजह से हमें भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। यह बात विशेष रूप से बच्चों के लिए और भी ज्यादा लागू होती है, वो त्योहार के मौके पर बहुत एक्साइटेड रहते हैं, लेकिन आप बड़े उनका खयाल रखें। बच्चों का एंजॉय करना जरूरी हैं लेकिन उनकी सेफ्टी सबसे पहले आती है। इस समय एक्सीडेंट और चोट लगने का खतरा भी ज्यादा होता है। हालांकि, यह ज्यादातर लोगों के लिए त्योहार की छुट्टी होती है, लेकिन फायर डिपार्टमेंट और हॉस्पिटल दिवाली के समय में और भी ज्यादा अलर्ट हो जाते हैं। हम हैप्पी और सेफ दिवाली की कामना तो करते हैं, लेकिन हर साल आप कोई कोई एक्सीडेंट या बर्न इंजरी के बारें में सुनेंगे। इन सब बातों को बताने का मकसद आपके रंग में भंग डालना नहीं है बल्कि आपको अलर्ट करना है। माता-पिता के लिए यह बहुत जरूरी है कि त्योहार के मौके पर वो अपने एंजॉयमेंट के पीछे अपने बच्चे की सेफ्टी न भूल जाएं। आप सावधानी बरतने के साथ दिवाली मनाएं और धार्मिक अनुष्ठानों का पालन भी करें ताकि बच्चे को त्योहार का महत्व समझ आए।
दिवाली सेलिब्रेशन के लिए सेफ्टी टिप्स
दिवाली के दौरान दुर्घटनाओं का सबसे आम कारण आतिशबाजी की वजह से होता है। बच्चों के लिए एक हैप्पी और सेफ दिवाली मनाने के लिए माता-पिता के रूप में आपको बारीकी से सेफ्टी बरतते हुए पटाखें या आतिशबाजी करनी चाहिए। जैसे उदाहरण के तौर पर आपको बच्चे की उम्र के अनुसार कौन से आतिशबाजी पटाखे उसके लिए सही रहेंगे। छोटे बच्चों के सेलिब्रेशन के लिए फूलजड़ी, अनार आदि पटाखें उपलब्ध होते हैं जिससे बच्चे को नुकसान नहीं पहुँचता है, और वो दिवाली भी खूब एंजॉय करते हैं। लेकिन बहुत छोटे बच्चों के लिए यह भी खतरनाक हो सकता है और इससे उन्हें गंभीर रूप से चोट लग सकती है, अगर सावधानी के साथ इसे न जलाया जाए तो। बिना किसे बड़े की मौजूदगी के बच्चों को बिलकुल भी आतिशबाजी करने की अनुमति न दें। दिवाली सेलिब्रेशन के दौरान आपको क्या करना चाहिए और क्या नहीं इसके बारे में आपको नीचे बताया गया है, तो आइए नजर डालते इस दिवाली सेफ्टी टिप्स पर।
क्या करें
- सरकारी लाइसेंस वाली दुकान से ही पटाखे खरीदें।
- पटाखों को हमेशा बंद सेफ्टी बॉक्स में रखें।
- पटाखों को आग वाली जगह यानी मोमबत्ती या दीए से दूर रखें।
- पटाखों से बच्चों को दूर रखें।
- पटाखों के बॉक्स पर लिखे निर्देशों और सभी सुरक्षा नियमों का पालन करें।
- पटाखे केवल खुली जगहों, जैसे मैदान में जलाएं।
- मुंह को मास्क से कवर करें ताकि किसी भी तरह के धुएं से तकलीफ न हो।
- अगर बच्चा पटाखों को छूता है तो हैंडवाश से उसके हाथ तुरंत धुलवाएं और ध्यान रखें कि यदि सैनिटाइजर का उपयोग कर रहे हैं तो इसमें अल्कोहल नहीं होना चाहिए।
- रॉकेट जलाते समय, सुनिश्चित करें कि वे ऊपर की ओर हों और इसे जलाते वक्त खुली खिड़की, दरवाजे या सड़क की ओर न करें।
- पटाखे को एक हाथ की दूरी से ही जलाएं, इससे ज्यादा करीब न जाएं।
- इस्तेमाल हो चुके पटाखों को पानी की एक बाल्टी में डालें।
- किसी भी दुर्घटना की स्थिति में हमेशा पानी की बाल्टी और कंबल पहले से तैयार रखें।
- पटाखे जलाते समय अपने साथ फर्स्ट एड किट रखें ताकि मामूली चोट लगने पर तुरंत इलाज हो सके।
- दीवाली के दौरान सुरक्षा का खयाल रखते हुए फायर इक्स्टिंगग्विशर का इंतजाम करके रखें।
- ध्यान रहे कि बच्चे आतिशबाजी करते समय सही जूते पहने हों।
- अपने वाहनों को गैरेज में पार्क करें।
- पटाखे जलाते समय बच्चों को कॉटन के फिटिंग वाले कपड़े पहनाएं।
क्या न करें
- भीड़-भाड़ वाली जगहों, संकरी गलियों में, आग लगने वाली जगहों या घर के अंदर पटाखे न जलाएं।
- अपनी गैरमौजूदगी में बच्चों को पटाखे न जलाने दें।
- अपनी पॉकेट में या बैग में आतिशबाजी का सामान न रखें।
- उस पटाखे को छू कर न देखें जो जलने के बाद दगा न हो। उसे छोड़ दें और दूसरा पटाखा जलाएं।
- अपने हाथों में पकड़ कर पटाखे न जलाएं। पटाखे को जलाते समय कम से कम एक हाथ की दूरी बनाएं। अधिक सुरक्षित और प्रोडक्टिव एक्टिविटी का ऑप्शन चुनें।
- खुद और बच्चों को भी ढीले कपड़े पहनाने से बचें, क्योंकि इनमें जल्दी आग पकड़ने का खतरा होता है। सिल्क और सिंथेटिक मटेरियल से बने कपड़े न पहनें।
- पर्दे या ज्वलनशील सामग्री के पास जलता दिया या मोमबत्ती न रखें।
- एक बार में कई पटाखे न जलाएं क्योंकि इससे दुर्घटना हो सकती है।
- पटाखे जलाने के लिए माचिस या लाइटर का इस्तेमाल न करें।
- पटाखों के साथ एक्सपेरिमेंट न करें या खुद के पटाखे न बनाएं।
- सड़कों पर पटाखे न फोड़ें क्योंकि इससे दुर्घटनाएं हो सकती हैं।
- अपने छोटे बच्चों को ऐसे पटाखे न दें जो विस्फोट कर सकते हैं, इसके बजाय उन्हें लाइट स्पार्कलर और जेंटलर आतिशबाजी करने को दें, जो उसके लिए सुरक्षित हो।
- बच्चों को पटाखों के संपर्क में न रखें।
सुरक्षा के इन टिप्स के साथ आप बेशक अपने बच्चे के साथ एक यादगार और शानदार दीपावली मना सकते हैं। सुरक्षा की ये सावधानियां आप और आपके बच्चे की भलाई के लिए ही हैं ताकि आप सब अपने त्योहार को हँसी खुशी मना सकें। अगर आप इको फ्रेंडली तरीके से दिवाली सेलिब्रेट करें तो और भी अच्छा है। बिना पटाखों के दिवाली सेलिब्रेट करने से आप बच्चे को यह बता सकते हैं कि एनवायरनमेंट फ्रेंडली हो कर भी शानदार तरीके से दिवाली का त्यौहार मनाया जा सकता है!
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