बड़े बच्चे (5-8 वर्ष)

दिवाली सेफ्टी टिप्स – आपके बच्चों के लिए

दिवाली का त्यौहार बच्चों के दिलों में खास जगह रखता है। पटाखों की आवाज, दीयों की रोशनी, और मिठाइयों की मिठास उन्हें खुशियों से भर देती है। लेकिन इस खुशी में हमें उनकी सुरक्षा का भी खास ध्यान रखना होता है। अक्सर बच्चे उत्साह में सुरक्षा के नियम भूल जाते हैं, जिससे छोटी-छोटी गलतियां बड़े हादसों का कारण बन सकती हैं। इस लेख में हम कुछ दिवाली सेफ्टी टिप्स बच्चों के लिए बताने जा रहे हैं, ताकि आप अपने बच्चों के साथ बेफिक्र होकर इस पावन पर्व का आनंद उठा सकें। चाहे पटाखे जलाने की सावधानियां हों, या सही कपड़ों का चुनाव, कुछ आसान कदम उठाकर आप अपने नन्हें सितारों को सुरक्षित रख सकते हैं, ताकि उनकी दिवाली की मुस्कान कभी न खोए।

बच्चों के साथ दिवाली मनाने के लिए जरूरी सेफ्टी टिप्स

दिवाली के दौरान दुर्घटनाओं का सबसे आम कारण आतिशबाजी होता है। बच्चों के लिए एक हैप्पी और सेफ दिवाली मनाने के लिए माता-पिता के रूप में आपको बारीकी से सेफ्टी बरतते हुए पटाखें या आतिशबाजी करनी चाहिए। जैसे उदाहरण के तौर पर, आपको बच्चे की उम्र के अनुसार कौन से पटाखे उसके लिए सही रहेंगे इसका चुनाव खुद करना होगा। छोटे बच्चों के सेलिब्रेशन के लिए फूलजड़ी, अनार आदि पटाखें उपलब्ध होते हैं जिससे बच्चे को नुकसान नहीं पहुँचता है, और वो दिवाली भी खूब एंजॉय करते हैं। लेकिन बहुत छोटे बच्चों के लिए यह भी खतरनाक हो सकता है और इससे उन्हें गंभीर रूप से चोट लग सकती है, अगर सावधानी के साथ इसे न जलाया जाए तो। बिना किसी बड़े की मौजूदगी के बच्चों को बिलकुल भी आतिशबाजी करने की अनुमति न दें। दिवाली सेलिब्रेशन के दौरान आपको क्या करना चाहिए और क्या नहीं इसके बारे में आपको नीचे बताया गया है, तो आइए नजर डालते इस दिवाली सेफ्टी टिप्स पर।

क्या करें

  • सरकारी लाइसेंस वाली दुकानों से ही पटाखे खरीदें।
  • पटाखों को हमेशा बंद डब्बे में रखें।
  • पटाखों को आग वाली जगह यानी मोमबत्ती या दीए से दूर रखें।
  • पटाखों का डब्बा बच्चों से दूर रखें।
  • पटाखों के डब्बे पर लिखे निर्देशों और सभी सुरक्षा नियमों का पालन करें।
  • पटाखे केवल खुली जगह, जैसे मैदान में जलाएं।
  • बच्चों को मास्क पहनने के लिए कहें ताकि उन्हें किसी भी तरह के धुएं से तकलीफ न हो।
  • अगर बच्चा पटाखों को छूता है तो हैंडवाश से उसके हाथ तुरंत धुलवाएं और ध्यान रखें कि यदि सैनिटाइजर का उपयोग कर रहे हैं तो इसमें अल्कोहल नहीं होना चाहिए
  • रॉकेट जलाते समय, सुनिश्चित करें कि वे ऊपर की ओर हों और इसे जलाते वक्त किसी की खुली खिड़की, दरवाजे या सड़क की ओर न करें।
  • पटाखे को एक हाथ की दूरी से ही जलाएं, इससे ज्यादा करीब न जाएं।
  • इस्तेमाल हो चुके पटाखों को पानी की एक बाल्टी में डालें।
  • किसी भी दुर्घटना की स्थिति में हमेशा पानी की बाल्टी और कंबल पहले से तैयार रखें।
  • पटाखे जलाते समय अपने साथ फर्स्ट एड किट रखें ताकि मामूली चोट लगने पर तुरंत इलाज हो सके।
  • दीवाली के दौरान सुरक्षा का खयाल रखते हुए फायर इक्स्टिंगग्विशर का इंतजाम करके रखें।
  • ध्यान रहे कि बच्चे आतिशबाजी करते समय सही जूते पहने हों।
  • इस दिन अपने स्कूटर या कार को याद से गैरेज के अंदर पार्क करें।
  • पटाखे जलाते समय बच्चों को कॉटन के फिटिंग वाले कपड़े पहनाएं, ढीले वाले नहीं।

क्या न करें

  • भीड़-भाड़ वाली जगहों, पतली गलियों में, आग लगने वाली जगहों या घर के अंदर पटाखे न जलाएं।
  • अपनी गैरमौजूदगी में बच्चों को पटाखे न जलाने दें।
  • अपनी पॉकेट में या बैग में आतिशबाजी का सामान न रखें।
  • उस पटाखे को छू कर न देखें जो पूरा न जला हो। उसे छोड़ दें और दूसरा पटाखा जलाएं।
  • अपने हाथों में पकड़ कर पटाखे न जलाएं। पटाखे को जलाते समय कम से कम एक हाथ की दूरी बनाएं।
  • खुद और बच्चों को भी ढीले कपड़े पहनाने से बचें, क्योंकि इनमें जल्दी आग पकड़ने का खतरा होता है। सिल्क और सिंथेटिक मटेरियल से बने कपड़े न पहनें।
  • पर्दे या आसानी से जलने वाली सामग्री के पास जलता दिया या मोमबत्ती न रखें।
  • एक बार में कई पटाखे न जलाएं क्योंकि इससे दुर्घटना हो सकती है।
  • पटाखे जलाने के लिए माचिस या लाइटर का इस्तेमाल न करें।
  • पटाखों के साथ एक्सपेरिमेंट न करें या खुद के पटाखे न बनाएं।
  • सड़कों पर पटाखे न फोड़ें क्योंकि इससे दुर्घटनाएं हो सकती हैं।
  • अपने छोटे बच्चों को ऐसे पटाखे न दें जो विस्फोट कर सकते हैं, इसके बजाय उन्हें छोटी फूलझड़ी या पटक कर फोड़ने वाले फटाके दें।
  • बच्चों को पटाखों के संपर्क में न रखें।

सुरक्षा के इन टिप्स के साथ आप बेशक अपने बच्चे के साथ एक यादगार और शानदार दीपावली मना सकते हैं। सुरक्षा की ये सावधानियां आप और आपके बच्चे की भलाई के लिए ही हैं ताकि आप सब अपने त्योहार को हँसी खुशी मना सकें। अगर आप इको फ्रेंडली तरीके से दिवाली मनाएं  तो और भी अच्छा है। बिना पटाखों के दिवाली मनाने से आप बच्चे को यह बता सकते हैं कि पर्यावरण के अनुकूल जाकर भी शानदार तरीके से दिवाली का त्यौहार मनाया जा सकता है!

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समर नक़वी

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