बड़े बच्चे (5-8 वर्ष)

शिशुओं और बच्चों के लिए फ्लू वैक्सीन

नए पेरेंट्स के तौर पर आपको कुछ चिंताएं सताती होंगी, कि कहीं आपका बच्चा आसपास के वातावरण के कारण तरह-तरह की बीमारियों की गिरफ्त में न आ जाए। फ्लू या इन्फ्लुएंजा, इन्फ्लुएंजा वायरस के कारण होता है और यह एक मौसमी बीमारी है। पाँच साल तक की उम्र के बच्चों पर, इन्फ्लुएंजा कई तरह के बुरे प्रभाव डाल सकता है। सीजनल फ्लू शॉट हर किसी के लिए रेकमेंड की जाती है, खासकर बच्चों के लिए, क्योंकि यह इन्फ्लुएंजा वायरस से सुरक्षित रखती है। 

बच्चों को फ्लू वैक्सीन क्यों दी जाती है?

बच्चे और वैसे लोग जो अस्थमा, डायबिटीज, दिल की बीमारियों और कमजोर इम्युनिटी के शिकार हैं या इससे गुजर चुके हैं, उन्हें इन्फ्लुएंजा से निमोनिया जैसी गंभीरताओं का खतरा होता है। दो साल से कम उम्र के बच्चों को इसका खतरा अधिक होता है। सौभाग्य से शिशुओं के लिए एक इन्फ्लुएंजा वैक्सीन बड़े पैमाने पर उपलब्ध है। 

बच्चों की फ्लू वैक्सीन कैसे काम करती है?

अधिकतर अन्य वैक्सीन की तरह ही, इन्फ्लुएंजा वैक्सीन में कमजोर इन्फ्लुएंजा फ्लू वायरस होते हैं, जिनमें बीमारी के कोई लक्षण नहीं होते हैं। कमजोर वायरस आपके बच्चे के शरीर को प्राकृतिक रूप से वायरस के प्रति रजिस्टेंट बनाता है। यदि भविष्य में आपका बच्चा विकसित इन्फ्लुएंजा वायरस के सीधे संपर्क में आता है, तो वह इससे आसानी से प्रभावित नहीं होगा। 

फ्लू वैक्सीन किसे दी जानी चाहिए?

छः महीने की उम्र या उससे अधिक उम्र के बच्चों को हर साल फ्लू शॉट दिया जाना चाहिए। 

फ्लू होने का सबसे अधिक खतरा किसे होता है?

  • छह महीने और पाँच वर्ष की आयु के बीच के बच्चे
  • वैसे बच्चे जो फेफड़ों और दिल की लंबी बीमारी से ग्रसित हों
  • जिन्हें डायबिटीज जैसी मेटाबोलिक बीमारी हो
  • जिन्हें किडनी की पुरानी बीमारी हो
  • जिन्हें एनीमिया हो
  • जो अत्यधिक मोटापे से ग्रस्त हों

फ्लू शॉट किन लोगों को नहीं लगाना चाहिए?

आपको आपके बच्चे के डॉक्टर के साथ फ्लू वैक्सीन के बारे में विभिन्न विकल्पों के बारे में चर्चा करनी चाहिए। छः महीने से कम आयु के बच्चों को और जिन बच्चों को फ्लू वैक्सीन के कारण पहले गंभीर रिएक्शन हुए हों, उन्हें यह वैक्सीन नहीं लगाई जानी चाहिए। 

आपको एक और बात का ध्यान रखना चाहिए, कि क्या आपके बच्चे को अंडे से एलर्जी है? वैक्सीन में मौजूद वायरस चिकन के अंडों में विकसित किए जाते हैं और उनमें एग प्रोटीन के अंश हो सकते हैं, जिससे आपके बच्चे को रिएक्शन हो सकता है। अगर आपके बच्चे की सेहत ठीक नहीं है, तो उसके डॉक्टर से बात करें और इस बारे में समझें कि क्या वैक्सीन लगाने को स्थगित किया जा सकता है। 

शिशुओं और बच्चों के लिए इन्फ्लुएंजा वैक्सीन का शेड्यूल

फ्लू सीजन आमतौर पर अक्टूबर से मई के महीने के बीच रहता है। चूंकि, वायरस से लड़ने के लिए, जरूरी एंटीबॉडी को पैदा करने के लिए, शरीर को समय चाहिए होता है, इसलिए सबसे बेहतर है, कि फ्लू वैक्सीन दो सप्ताह पहले लगाई जाए। 

जैसा कि ऊपर बताया गया है, छह महीने से कम आयु के शिशुओं के लिए फ्लू शॉट्स की सलाह नहीं दी जाती है।  लेकिन, अगर आपका बच्चा फ्लू सीजन के बीच छह महीने का हो जाता है, तो उसे वैक्सीन लगाना सुरक्षित है। अपने बच्चे के पेडिअट्रिशन से परामर्श लें और इसकी सुरक्षा के बारे में बात करें। 

फ्लू शॉट हर किसी को हर साल लगाना चाहिए, इसमें आप और आपके बच्चे की देखभाल करने वाला कोई भी व्यक्ति शामिल है, क्योंकि फ्लू बहुत अधिक संक्रामक हो सकता है। 

शिशुओं और बच्चों में फ्लू वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स

इन्फ्लुएंजा वैक्सीन का आमतौर पर एक अच्छा ट्रैक रिकॉर्ड है और इसके अधिक साइड इफेक्ट्स रजिस्टर नहीं किए गए हैं। लेकिन, कुछ मामलों में फ्लू शॉट लगाने के बाद आप बच्चे में कुछ आम साइड इफेक्ट्स देख सकते हैं: 

  • बहती हुई या बंद नाक
  • सिर दर्द
  • थकान
  • भूख की कमी

कुछ बहुत ही दुर्लभ मामलों में डॉक्टरों ने फ्लू शॉट के कारण एक एनाफायलैक्टिक रिएक्शन पाया है। हालांकि वैक्सीन लगाने वाले व्यक्ति को इतनी ट्रेनिंग दी जाती है, कि अगर आपका बच्चा एनाफायलैक्टिक शॉक में जा रहा है, तो वह उसे पहचान सके और उसे तुरंत फर्स्ट ऐड दे सके। 

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

1.  हर साल एक नया वैक्सीन क्यों बनाया जाता है ?

हर साल एक नया वैक्सीन इसलिए बनाया जाता है, क्योंकि वातावरण में मौजूद वायरस तेजी से म्यूटेशन करते रहते हैं। इस कारण से पिछले वर्ष का वैक्सीन बच्चों को वायरस से पूरी सुरक्षा देने में सक्षम नहीं होता है। 

2. शिशुओं और बच्चों को कितनी खुराकों की जरूरत होती है?

अगर आपका बच्चा 6 महीने से 9 वर्ष की आयु के बीच है और उसे पहले कभी भी फ्लू शॉट नहीं दिया गया है, तो उसे 4 सप्ताह के अंतराल पर दो शॉट्स देने की जरूरत होगी। जिन बच्चों को नियमित रूप से फ्लू शॉट्स दिए जाते हैं, उन्हें साल में केवल एक बार शॉट देना काफी होता है। आदर्श रूप से शॉट फ्लू सीजन की शुरूआत से दो सप्ताह पहले दिया जाना चाहिए। इसके बारे में कोई अन्य सवाल होने पर अपने बच्चे के डॉक्टर से परामर्श लें। 

3. बच्चों के लिए फ्लू वैक्सीन कितनी सुरक्षित होती है?

जिन देशों में भी फ्लू वैक्सीन का इस्तेमाल हुआ है, वहाँ फ्लू वैक्सीन का काफी अच्छा रिकॉर्ड देखा गया है। लेकिन, वैक्सीन लेने के बाद भी आपके बच्चे को फ्लू होने का खतरा होता है, पर यह स्ट्रेन आमतौर पर कमजोर होता है, जिससे कोई गंभीर समस्या नहीं आती है। 

4. नेजल फ्लू वैक्सीन (फ्लूमिस्ट) क्या है?

यह वैक्सीन एक इंजेक्शन के बजाय, एक नेजल स्प्रे के रूप में होता है। इसे दो साल से अधिक के स्वस्थ बच्चों को दिया जाता है। आपके बच्चे के लिए कौन सी वैक्सीन सही है, इसके बारे में निर्णय लेने से पहले अपने बच्चे के पेडिअट्रिशन से संपर्क करें। 

5. नेजल फ्लू शॉट किसे नहीं लेना चाहिए?

दो वर्ष से कम उम्र के बच्चों को नेजल फ्लू वैक्सीन नहीं देनी चाहिए। अत्यधिक कमजोर इम्युनिटी की शिकार गर्भवती महिलाओं और गंभीर अस्थमा से ग्रस्त लोगों को नेजल फ्लू वैक्सीन से दूर रहना चाहिए। 

6. किन लोगों को फ्लू के लिए नेजल स्प्रे वैक्सीन देर से लेनी चाहिए?

फ्लू के लिए नेजल स्प्रे वैक्सीन से उन बच्चों को बचना चाहिए, जिनकी नाक बह रही हो या नाक बंद हो, क्योंकि बंद नाक के कारण, वैक्सीन पूरे शरीर में नहीं जा पाती है। जिन बच्चों को सांस लेने में घरघराहट की आवाज आती हो, उन्हें भी घरघराहट के ठीक होने के बाद 3 दिनों के इंतजार के बाद नेजल स्प्रे लेना चाहिए। 

7. क्या शॉट्स लेने के बाद भी बच्चे को फ्लू होने की कोई संभावना होती है?

हाँ, वैक्सीन लेने के बाद भी बच्चे को फ्लू होने की थोड़ी संभावना होती है, लेकिन वह किसी ऐसे स्ट्रेन का हो सकता है, जो कि दिए गए वैक्सीन के कार्यक्षेत्र से अलग हो। 

8. क्या बच्चे को इन्फ्लुएंजा वैक्सीन से फ्लू हो सकता है?

वैक्सीन में मौजूद कमजोर वायरस के कारण, आपके बच्चे का बीमार होना असंभव है। बच्चे को नाक बहने की या आम थकावट की समस्या हो सकती है। लेकिन ये लक्षण, फ्लू की तुलना में बहुत अधिक सौम्य होते हैं। ये साइड इफेक्ट्स कुछ ही दिनों में ठीक हो जाते हैं। 

9. क्या फ्लू वैक्सीन से ऑटिज्म हो सकता है?

फ्लू शॉट और ऑटिज्म के बीच किसी संबंध को साबित करने के लिए कोई सबूत उपलब्ध नहीं है। हर स्टडी यह दर्शाती है, कि वैक्सीन लगाए गए बच्चों और वैक्सीन नहीं लगाए गए बच्चों, दोनों में ऑटिज्म का खतरा एक समान होता है। आजकल बिना किसी प्रिजर्वेटिव के भी वैक्सीन उपलब्ध होती हैं। इसलिए अपने बच्चे को फ्लू शॉट लगाते समय आपको इसके बारे में सोचने की जरूरत नहीं होती है। 

10. क्या बच्चे को किसी अन्य वैक्सीन के साथ ही फ्लू वैक्सीन लगाई जा सकती है?

हाँ, लेकिन इसे बच्चे के शरीर पर किसी दूसरी जगह पर लगाना चाहिए। 

11. जिन बच्चों को अंडे से एलर्जी है, क्या उन्हें इन्फ्लुएंजा वैक्सीन लगानी चाहिए?

अब तक ऐसा कोई मामला नहीं देखा गया है, जिसमें जिस बच्चे को अंडे से एलर्जी हो और उससे इन्फ्लुएंजा वैक्सीन से कोई गंभीर इन्फेक्शन हुआ हो। किसी भी तरह के वैक्सीन के बारे में निर्णय लेने से पहले अपने बच्चे के डॉक्टर से परामर्श लें। 

इन्फ्लुएंजा वैक्सीन आपको और आपके बच्चे को कई तरह की संभावित परेशानियों से बचा सकती है। खासकर पाँच वर्ष से कम आयु के बच्चों को यह वैक्सीन लगाने की सलाह दी जाती है, क्योंकि उन पर इन्फ्लुएंजा के गंभीर कॉम्प्लीकेशंस का शिकार होने का खतरा अधिक होता है। 

यह भी पढ़ें: 

डिप्थीरिया टिटनेस परट्यूसिस (डीटीएपी) वैक्सीन
बच्चों के लिए टाइफाइड का टीका
भारत में शिशुओं और बच्चों के लिए वैकल्पिक और अनिवार्य टीकाकरण

पूजा ठाकुर

Recent Posts

मिट्टी के खिलौने की कहानी | Clay Toys Story In Hindi

इस कहानी में एक कुम्हार के बारे में बताया गया है, जो गांव में मिट्टी…

2 days ago

अकबर-बीरबल की कहानी: हरा घोड़ा | Akbar And Birbal Story: The Green Horse Story In Hindi

हमेशा की तरह बादशाह अकबर और बीरबल की यह कहानी भी मनोरंजन से भरी हुई…

2 days ago

ब्यूटी और बीस्ट की कहानी l The Story Of Beauty And The Beast In Hindi

ब्यूटी और बीस्ट एक फ्रेंच परी कथा है जो 18वीं शताब्दी में गैब्रिएल-सुजैन बारबोट डी…

2 days ago

गौरैया और घमंडी हाथी की कहानी | The Story Of Sparrow And Proud Elephant In Hindi

यह कहानी एक गौरैया चिड़िया और उसके पति की है, जो शांति से अपना जीवन…

1 week ago

गर्मी के मौसम पर निबंध (Essay On Summer Season In Hindi)

गर्मी का मौसम साल का सबसे गर्म मौसम होता है। बच्चों को ये मौसम बेहद…

1 week ago

दो लालची बिल्ली और बंदर की कहानी | The Two Cats And A Monkey Story In Hindi

दो लालची बिल्ली और एक बंदर की कहानी इस बारे में है कि दो लोगों…

2 weeks ago