गणतंत्र दिवस (रिपब्लिक डे) के बारे में बच्चों को बताना उनमें देशभक्ति जगाने का एक बेहतरीन तरीका है। बच्चों को भारत के इतिहास से जुड़ी जानकारी देते रहना चाहिए, ताकि उन्हें अपने देश से जुड़े रहने का अहसास रहे, जहाँ वो जन्में हैं। इससे वो देश के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को बेहतर रूप से समझ सकेंगे। इसलिए, इस 26 जनवरी को, आप अपने बच्चों को भारतीय गणतंत्र दिवस के महत्व को समझाने का प्रयास करें और इसे थोड़ा किड फ्रेंडली तरीके से समझाने की कोशिश करें जिसमें फन हो।
आज हम जिस आजादी का आनंद ले रहे हैं, वह उन बहादुर स्वतंत्रता सेनानियों (फ्रीडम फाइटर) और महान नेताओं द्वारा हमें दिया गया एक उपहार है, जिन्होंने हमारे देश की स्वतंत्रता के लिए ब्रिटिश शासन से लड़ाई लड़ी थी और अपनी जान की बाजी लगा दी। अब यह हमारा कर्तव्य है कि, माता-पिता के रूप में, हम अपने बच्चों को अपने देश का सम्मान करना और प्रेम करना सिखाएं और उनमें वही देशभक्ति जिंदा रहे जो हमारे पेरेंट्स ने हमें सिखाई है।
ज्यादातर बच्चे गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस के बीच कंफ्यूज हो जाते हैं। इसलिए सबसे पहले उन्हें दोनों के बीच का फर्क समझाना बहुत जरूरी है। उन्हें बताएं कि भले ही हमारे भारत को ब्रिटिश शासन से 15 अगस्त 1947 को स्वतंत्रता मिली थी, लेकिन वह 26 जनवरी 1950 को अपने नए लिखित संविधान को अपनाकर प्रजातांत्रिक गणतंत्र देश बना। इस बात का आप खास खयाल रखें कि अपने बच्चों को इनके बीच का अंतर अच्छे से समझाएं।
गणतंत्र दिवस का महत्व | Importance Of Republic Day
- भारत एक गणतंत्र है। गणतंत्र एक ऐसा देश होता है जहाँ राष्ट्र के लिए निर्णय लेने की शक्ति एक राजा या एक सम्राट के बजाय जनता के द्वारा चुने हुए प्रतिनिधियों के पास होती है।
- भारत के संविधान का सिद्धांत हमेशा से जनता के लिए, जनता का और जनता द्वारा रहा है, जो कि साफ दर्शाता है कि देश के अहम अधिकार भारतीय नागरिकों के हाथों में निहित है।
- हमारा गणतंत्र दिवस 26 जनवरी को मनाया जाता है, क्योंकि भारत 26 जनवरी 1950 की तारीख को प्रजातांत्रिक गणतंत्र घोषित किया गया था।
- ब्रिटिश शासन से आजादी मिलने के बाद, हमारे देश ने आधिकारिक तौर पर डॉ. भीम राव अंबेडकर द्वारा लिखित संविधान को अपनाया।
- इस तरह से भारत सरकार ने हमारे मौलिक अधिकारों की रक्षा की।
- राजेंद्र प्रसाद ने भारत के पहले राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ली। हजारों लोगों ने इस अद्भुत और यादगार पल को बड़े उत्साह और उल्लास के साथ देखा।
- यह आधुनिक भारत (मॉर्डन इंडिया) के सफर का एक महत्वपूर्ण अध्याय था, क्योंकि हमने ब्रिटिश कानूनों को आधिकारिक तौर पर त्याग कर नागरिकों के हित में बनाए गए कानूनों का पालन करना शुरू कर दिया था।
- हर साल इस दिन नई दिल्ली में राजपथ पर एक भव्य गणतंत्र दिवस परेड आयोजित होती है। इस परेड में भारत के सभी 29 राज्यों की विविध सांस्कृतिक विरासत को बहुत ही शानदार तरीके से दिखाया जाता है, साथ ही नागरिकों को भारत की सभी सेनाओं और पैरामिलिट्री सेनाओं की योग्यता देखने को मिलती है।
- हम हमारे स्वतंत्रता सेनानियों और बहादुर सैनिकों को भी इस दिन श्रद्धांजलि देते हैं जिन्होंने हमारी सुरक्षा के लिए अपना जीवन लगा दिया। इसी दिन पराक्रमी बहादुर सैनिकों को परमवीर चक्र, अशोक चक्र और वीर चक्र जैसे सम्मान दिए जाते हैं।
- इस अवसर पर राष्ट्रीय वीरता पुरस्कारों के विजेता बच्चों को अवॉर्ड से सम्मानित किया जाता है और उनकी सराहना की जाती है।
गणतंत्र दिवस से जुड़े कुछ खास तथ्य | Facts About Republic Day
यहाँ आपको गणतंत्र दिवस के बारे में कुछ मजेदार बातें बताई गई हैं।
1. पहले गणतंत्र दिवस पर किसने झंडा फहराया था?
भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद ने भारत के पहले गणतंत्र दिवस पर झंडा फहराया था।
2. पहला गणतंत्र दिवस कब मनाया गया था?
पहला गणतंत्र दिवस 26 जनवरी 1950 को राजपथ, नई दिल्ली में मनाया गया था।
3. दुनिया का सबसे लंबा संविधान कौन सा है?
आपने सही अनुमान लगाया! दुनिया का सबसे लंबा संविधान भारतीय संविधान है, जिसमें कई संशोधनों के बाद हाल के समय में 25 भाग, 465 अनुच्छेद और 12 अनुसूचियां हैं।
4. प्रथम गणतंत्र दिवस परेड कहाँ हुई थी?
पहली गणतंत्र दिवस परेड नई दिल्ली के राजपथ में आयोजित की गई थी। यह नई दिल्ली, भारत में एक सेरेमोनियल मार्ग है, जो राष्ट्रपति भवन से विजय चौक और इंडिया गेट से दिल्ली के राष्ट्रीय स्टेडियम तक चलता है। आज भी, हम राजपथ पर गणतंत्र दिवस को बहुत धूमधाम से पूरे ट्रेडिशन के साथ सेलिब्रेट करते हैं।
5. भारतीय ध्वज पर मौजूद अशोक चक्र में कितनी तीलियाँ हैं?
अशोक चक्र में कुल 24 तीलियां हैं।
बच्चों के साथ गणतंत्र दिवस मनाने के टिप्स
- उन्हें जल्दी जगाएं और साथ में गणतंत्र दिवस की परेड का लाइव टेलीकास्ट देखें। इस तरह, आपको हमारे देश की विविध संस्कृतियों के बारे में उन्हें शिक्षित करते हुए उनके साथ कुछ क्वालिटी समय बिताने का मौका मिलता है।
- बच्चे को पड़ोस में हो रहे ध्वजारोहण (फ्लैग होस्टिंग) के लिए ले जाएं, या स्कूल में हो रहे इस कार्यक्रम में उन्हें भाग लेने दें।
- अपने अपार्टमेंट या पड़ोस में एक फैंसी ड्रेस कॉम्पिटिशन रखें। जिसमें बच्चों को एक थीम (देशभक्ति, क्षेत्रीय, आदि) के आधार पर उन्हें ड्रेस अप करने में मदद करें, और उनके इस टैलेंट को सबके सामने प्रदर्शित करें। बच्चे को खुद तय करने दें कि वह किस की तरह का लुक अपनाना पसंद करते हैं। यदि यह एक ड्रेस-अप कॉम्पिटिशन है, तो उन्हें अपने चुने हुए कैरेक्टर की कुछ लाइन्स याद कराएं।
- अपने अपार्टमेंट या पड़ोस में बच्चों के साथ मिलकर गणतंत्र दिवस पर देशभक्ति स्किट तैयार करवाएं। इसके लिए रिहर्सल की जरूरत होती है, इसलिए एक हफ्ते पहले से तैयारी शुरू कर दें। यकीन मानिए बच्चों को यह करने में बहुत मजा आएगा और वह अपनी स्किट करने के लिए बहुत एक्साइटेड होंगे। साथ ही इससे वो अपने देश और देशभक्तों के बारे में बेहतर रूप से जान पाएंगे।
- अपने अपार्टमेंट या पड़ोस से बच्चों को इकट्ठा करें और शाम को गणतंत्र दिवस के मौके पर स्टोरी टेलिंग सेशन रखें। लोगों आमंत्रित करें कि वह इस सेशन का हिस्सा बने और बच्चों का हौसला बढ़ाएं। उन्हें शाबाशी दें और इनाम भी दें।
- बच्चों के साथ डोनेशन जैसे अभियान का आयोजन करें। इस तरह के अभियान बच्चों को हमारे समुदाय की सेवा करने के लिए प्रेरित करते हैं। आप इसे एक सफल अभियान बनाने के लिए, लोगों से चंदे के रूप में पैसा जमा कर सकते हैं। इसके अलावा आप दान केंद्र भी स्थापित कर सकते हैं ताकि दान देने वाला जरूरतमंदों के लिए दवाएं, कपड़े या बरतन आदि दान कर सकें।
- एक ऐसी दीवार बताए जिसमें बच्चे चित्र बनाकर, संदेश लिखकर या तस्वीरें चिपकाकर देश के प्रति अपने प्यार को जता सकें। यह सामूहिक प्रयास उनकी देशभक्ति की भावना को सबके सामने प्रदर्शित करने का कार्य करता है।
- वृक्षारोपण कार्यक्रम शुरू करें जहां हर बच्चा विकास, एकता और समृद्धि का प्रतीक दर्शाते हुए एक पौधा लगाए। बच्चों को पर्यावरण के संरक्षण में पेड़ों के महत्व और राष्ट्र निर्माण के लिए इसके महत्व को अच्छे से समझाएं।
- ट्रेजर हंट जैसे खेल का आयोजन करें, जिसमें भारत के इतिहास से जुड़े कुछ सिंबल या क्लू को छुपा दें। बच्चे इन क्लू को ढूंढते हुए भारत के इतिहास को इस बेहतरीन एक्टिविटी की मदद से बेहतर रूप से जान सकेंगे।
- अपने परिवारों को अलग–अलग भारतीय राज्यों के पारंपरिक व्यंजन तैयार करने और लाने के लिए प्रोत्साहित करें। एक छोटे से फूड फेस्टिवल का आयोजन करें जहां बच्चे अलग–अलग राज्यों के व्यंजनों का स्वाद ले सकें, जिससे सांस्कृतिक विविधता के प्रति प्रोत्साहन बढ़ेगा|
हम अक्सर यह सुनते हैं कि इस युवा पीढ़ी में देशभक्ति की भावना उतनी नहीं है जितनी होना चाहिए। हालांकि, यदि आप चाहते हैं कि आपका बच्चा अपने देश से जुड़ा हुआ महसूस करे, तो उसे अपने देश से प्यार करना सिखाना शुरू करें और कम उम्र से ही अपने देश का सपोर्ट करना सिखाएं। बजाय इसके कि आप 26 जनवरी को सार्वजनिक अवकाश के रूप में न देखें और बच्चों को भी यही बताएं। भले ही आपको एक दिन काम से छुट्टी मिली है मगर आपके पास यह एक बेहतरीन मौका है जहाँ आप अपने बच्चे को देश की समृद्ध विरासत, इतिहास और स्वतंत्रता के संघर्ष के बारे में बता सकती है, और इस देश का हिस्सा होने के नाते खुद पर गर्व महसूस कर सकती हैं।
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