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कीवी एक हरे रंग का गूदे वाला फल होता है जिसे चायनीज गूजबेरी भी कहा जाता है। यह फल ढेर सारे स्वास्थ्य लाभ और स्वाद से परिपूर्ण है। यह खट्टा-मीठा फल आपके बच्चे को बहुत से फायदे और पोषक तत्व प्रदान करता है, जैसे विभिन्न प्रकार के विटामिन, पोटैशियम और डायट्री फाइबर। यह रोग-मुक्त करने वाले एंटीऑक्सीडेंट से भी भरपूर है। कीवी में पोषक तत्वों की मात्रा अधिक होती है और इसमें कैलोरी कम होती है।
क्या बच्चों को कीवी फल दिया जा सकता है?
कीवी में डायट्री न्यूट्रिएंट्स बहुत सारे होते हैं और साथ ही इसमें भरपूर विटामिन ‘सी’ भी होता है। इस फल में अत्यधिक पोषक तत्व और विटामिन के कारण पेट से संबंधित समस्याएं हो सकती हैं। बच्चों को जब तक इसके खट्टे व मीठे स्वाद की आदत नहीं पड़ जाती है, वे शुरू-शुरू में इसे खाकर थूक भी सकते हैं।
कीवी से एलर्जी नहीं होती है इसलिए बच्चों को कीवी देना कोई चिंता की बात नहीं होनी चाहिए। चूंकि यह फल प्राकृतिक रूप से मीठा होता है (यदि पूरा पका हुआ हो तो) इसलिए बच्चे इसके नए स्वाद का आनंद ले सकते हैं।
बच्चों को कीवी फल खिलाना कब शुरू करें?
जब बच्चा 8 से 11 महीने का हो जाता है तभी बच्चों को कीवी खिलाना शुरू करना चाहिए। यदि बच्चे को इससे संवेदनशीलता होती है, जैसे डायपर रैश या पेट से संबंधित समस्याएं तो आप उन्हें कुछ महीनों के बाद कीवी खिलाने का प्रयास कर सकती हैं।
बच्चे को कोई नया फल खिलाना इस बात पर निर्भर करता है कि वह इस पर कैसी प्रतिक्रिया देता है। बच्चे को कीवी से परिचित तब करवाएं जब आपने उसे इसके पहले वाले खाने में कोई नई चीज न खिलाई हो। बच्चे को थोड़ा सा कीवी खिलाएं और देखें कि वह कैसी प्रतिक्रिया देता है। यदि आपके बच्चे को यह फल अच्छा लगता है तो उसके नियमित आहार में कीवी शामिल करें।
कीवी फल की न्यूट्रिशनल वैल्यू
यह फल कई सारे महत्वपूर्ण पोषक तत्वों से भरपूर होता है, जैसे विटामिन ‘के’, ‘सी’, व ‘ई’, पोटैशियम, फोलेट, डायट्री फाइबर, कॉपर, कॉलिन, मैग्नीशियम और फॉस्फोरस।
100 ग्राम कीवी में मौजूद पोषक तत्व
कार्बोहाइड्रेट | 14.7 ग्राम |
प्रोटीन | 1.1 ग्राम |
फैट | 0.5 ग्राम |
फाइबर | 3 ग्राम |
पानी | 83.1 मिलीलीटर |
विटामिन ‘ए’ | 0.26 मिलीग्राम |
विटामिन ‘सी’ | 92.7 मिलीग्राम |
विटामिन ‘ई’ | 1.5 मिलीग्राम |
विटामिन ‘के’ | 40.3 माइक्रोग्राम |
नियासिन | 0.3 मिलीग्राम |
विटामिन ‘बी6’ | 0.1 मिलीग्राम |
फोलेट | 25 माइक्रोग्राम |
कैल्शियम | 34 मिलीग्राम |
आयरन | 0.3 मिलीग्राम |
मैग्नीशियम | 17 मिलीग्राम |
फॉस्फोरस | 34 मिलीग्राम |
पोटैशियम | 312 मिलीग्राम |
सोडियम | 3 मिलीग्राम |
बच्चों के लिए कीवी फल के फायदे
कीवी छोटे बच्चों, टॉडलर और बड़ों को भी कई सारे फायदे प्रदान करता है। बच्चों को इस फल से परिचित कराने से उनकी इम्युनिटी में सुधार आता है।
- इस फल में फाइबर होने से बच्चों की कब्ज की समस्या खत्म हो जाती है।
- यह फल एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है जो बच्चों की इम्युनिटी का निर्माण करता है।
- इसमें मौजूद विटामिन ‘सी’ की मात्रा बच्चों में इम्युनिटी को बढ़ाने में मदद करती है।
- यह अन्य खाद्य पदार्थों से आयरन के अब्ज़ॉर्प्शन को भी बढ़ाता है।
- इसमें फायटोन्यूट्रीएंट्स की अधिक मात्रा होती है जो डीएनए को ठीक करती है और अन्य कुछ कैंसर से सुरक्षित रखती है।
- बच्चों के आहार में कीवी शामिल करने से यह फल आगे के जीवन में अस्थमा, हाई ब्लड प्रेशर, किडनी स्टोन और ओबेसिटी (मोटापा) से सुरक्षित रखने के साथ-साथ खून में फैट कम करने और ब्लड क्लॉटिंग के खतरे को कम करने में मदद करता है।
- इससे त्वचा के स्वास्थ्य में भी सुधार आता है।
- यह फल नींद को बेहतर बनाने में भी मदद करता है।
बच्चे को कीवी फल कब न खिलाएं
कीवी काफी एसिडिक होता है। इस फल से होने वाली एसिडिटी मुँह में छालों या डायपर रैश के रूप में निकल सकते हैं। यदि आपके बच्चे को इस फल से अतिसंवेदनशीलता होती है, जैसे पेट से संबंधित समस्याएं, रैश या पहली बार खिलाने पर वह फल को थूक देता है तो कुछ महीनों के बाद बच्चे को यह फल खिलाने का प्रयास करें। यदि आपके बच्चे को एसिड रिफ्लक्स होता है तो उसके आहार में कीवी शामिल करने के लिए लगभग 1 वर्ष की आयु तक रुकें।
कीवी से एलर्जी होना असामान्य है। हालांकि यदि बच्चे को हे फीवर (एलर्जिक राइटिस) होता है तो उसे कीवी से दूर रखें। क्योंकि इस फल से बच्चे के मुँह के आसपास की त्वचा में जलन हो सकती है। यह समस्या सामान्य है पर इससे कोई भी हानि नहीं होती है।
कीवी से होने वाली एलर्जी के लक्षणों में शामिल हैं मुँह के छाले, गले में जलन या जीभ, मुँह, होंठ और चेहरे पर सूजन होना। इससे उल्टियां भी हो सकती हैं। कीवी खाने से अत्यधिक गंभीर एलर्जी भी हो सकती है, जिसके लक्षण हैं घरघराहट होना और सांस लेने में कठिनाई होना जिसमें तुरंत मेडिकल ट्रीटमेंट लेने की आवश्यकता पड़ सकती है। यह जानना जरूरी है कि आपके बच्चे को कौन से फल से एलर्जी हो सकती है इसलिए बच्चे को एक बार में एक ही फल खिलाएं। बच्चे से फलों को परिचित कराते समय दो फलों को एक साथ मिक्स करके उसे एक साथ न खिलाएं। पहली बार में बच्चे को थोड़ी मात्रा में फल खिलाएं और यदि आपके बच्चे को इस फल से कोई भी एलर्जी नहीं होती है तो उसे यह ज्यादा मात्रा में खिलाना शुरू करें।
यदि बच्चे को कीवी से एलर्जी होती है तो उसे पॉलेन एलर्जी, सेडार एलर्जी या लाटेकस एलर्जी भी हो सकती है। यदि आपके बच्चे को पपीता, पाईनेपल, तिल के बीज, सेलरी, शहद, पीच, सेब, केले, एवोकाडो, चेरी, आलूबुखारा या नाशपाती से एलर्जी है तो उसे कीवी फल से भी एलर्जी होने की संभावना हो सकती है।
बच्चों के लिए कीवी फल की रेसिपीज
कीवी को बहुत से बेहतरीन तरीकों से खाया जा सकता है; आप इसका फ्रूट कॉकटेल, स्मूदी, सलाद, डिप्स, डिजर्ट, पॉप्सिक्ल, स्टू बना सकती हैं या इसे टुकड़ों में काटकर भी अपने बच्चे को खिला सकती हैं।
1. फ्रेश ट्रॉपिकल फ्रूट कॉकटेल
सामग्री
- 1 पका हुआ कीवी
- 1/2 आम
- पाइनएपल के कुछ स्लाइस
- 2-3 स्ट्रॉबेरी
विधि
- फलों को अच्छी तरह से धोएं, छीलें, काटें और फूड प्रोसेसर में एक साथ ब्लेंड कर लें।
2. स्मूदी
सामग्री
- पालक
- 1 पका हुआ कीवी
- 1/2 सेब या नाशपाती
विधि
- पालक को ब्लैंच करें, फलों को छीलें और काटें और सभी सामग्रियों को फूड प्रोसेसर में एक साथ ब्लेंड कर लें।
3. फ्रूट डिप्स
सामग्री
- 1 छोटा कीवी
- 1/2 पका हुआ पीच
- 1 बड़ा चम्मच कॉटेज चीज
विधि
- पीच और कीवी को छीलें और काट लें। कॉटेज चीज के टुकड़े करें और स्मूद कंसिस्टेंसी होने तक इसे ब्लेंड करें।
- डिप को वीट के टोस्ट के साथ सर्व करें या फिर इसे ब्रेड और सैंडविच बनाने के लिए स्प्रेड के रूप में उपयोग करें।
4. फ्रूट योगर्ट
सामग्री
- 1 पका हुआ कीवी
- 1 पका हुआ केला
- 1/2 नाशपाती
- 1 मुट्ठी कुटे हुए सीरियल
- 1 कप घर का बना गाढ़ा योगर्ट
विधि
- फलों को छीलें और काटें।
- फिर इसमें कुटे हुए सीरियल मिलाएं और फ्रूट योगर्ट बनाने के लिए इसे योगर्ट के साथ ब्लेंड कर लें।
- अंत में इसे सामान्य तापमान में या ठंडा सर्व करें।
5. कीवी का डिजर्ट या पोप्सिकल
कीवी को छीलें और इसे एग स्लाइजर से स्लाइस के रूप में बना लें। इसे मीठे के रूप में थोड़े से शहद के साथ ठंडा करें या इसके पोप्सिकल बना लें। गर्मियों में ठंडक के लिए और बच्चों के मसूड़ों की सूजन को ठीक रखने के लिए बहुत से बेहतरीन तरीके हैं।
सामग्री
- 1 बड़ा और पका हुआ केला
- 1 पका हुआ कीवी
- 1 कप योगर्ट
विधि
- कीवी और केले को छील लें और काटकर योगर्ट के साथ फूड प्रोसेसर में ब्लेंड कर लें। इस मिश्रण को फ्रीज-सेफ कंटेनर में डालकर कुछ घंटों के लिए रख दें, फिर बाहर निकालें और इसमें हल्का दबाव डालें। अब इसे पोप्सिकल के खांचों में डालें और जमने तक फ्रिज में रखें।
- इसे थोड़ा ज्यादा मीठा करने के लिए ऊपर से थोड़ा सा शहद डाल दें।
6. सलाद
सामग्री
- 1 कटा हुआ कीवी
- 1 कटा हुआ सेब
- एक मुट्ठी सूखे क्रेनबेरी
- अखरोट
- फेटा चीज
विधि
- इन सभी सामग्रियों को एक साथ मिलाएं और मिश्रण को पालक के ऊपर परोसकर, इसमें ड्रेसिंग के रूप में हल्का सा विनेग्रेट डालें और सर्व करें।
7. स्टू
सामग्री
- 4 पके हुए कीवी फल
- 1/2 कप सेब या अंगूर का जूस
विधि
- सबसे पहले कीवी को छीलकर काट लें।
- एक मीडियम आकार के पॉट में इसे थोड़े से जूस के साथ मिलाएं और सॉफ्ट होने तक उबाल लें। फिर इसे आंच से हटाएं और मैश कर लें या इसकी प्यूरी बना लें।
- इसे अपने बच्चे को चम्मच या फिर फीडर से खिलाएं।
आप इसमें केला, एवोकाडो, पका हुआ आम या नाशपाती मिलाकर इसके एसिडिक स्वाद को कम कर सकती हैं और अपने बच्चे के लिए स्वादिष्ट व्यंजन बना सकती हैं ।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
बच्चों को कीवी खिलाने से संबंधित अक्सर पूछे जाने वाले सवाल में से कुछ निम्नलिखित हैं, आइए जानते हैं;
1. बच्चों के लिए कीवी फल कैसे चुनें?
बच्चों के लिए ऑर्गेनिक कीवी चुनना हमेशा ही अच्छा होता है। हालांकि कीवी पेस्टिसाइड्स से दूषित नहीं होते हैं। एक मीठे और पके हुए कीवी को पहचानने के लिए अपने अंगूठे और पहली उंगली से फल को दबा कर देखें। एक थोड़े सख्त फल को चुनें और उसे मुलायम हो जाने तक प्रतीक्षा करें। ऐसे कीवी को बिलकुल भी न चुनें जिसका बाहरी भाग खराब दिख रहा हो। यदि किसी फल में बाहर से खरोच लगी हो, या दाग धब्बे वाले या दबे हुए फलों को लेने से बचें। कच्चे कीवी को केले, सेब या नाशपाती के साथ न्यूज पेपर में लपेट कर लगभग 2 दिनों के लिए रखें। कीवी को फ्रिज में लगभग 3-4 सप्ताह तक या सामान्य तापमान में लगभग 1 हफ्ते तक रखें।
2. बच्चों को कीवी फल देने से पहले क्या इसे अच्छी तरह से छीलना चाहिए?
हाँ, अन्य फल और सब्जियों की तरह ही कीवी में भी बहुत सारे पोषक तत्व होते हैं। बहुत सारे पोषक तत्व इसके छिलके में या छिलके के अंदर होते हैं। यद्यपि बच्चों को कीवी का छिलका न दें क्योंकि उन्हें छिलका चबाने में कठिनाई हो सकती है या उनके गले में चोक हो सकता है। जब बच्चा इतना बड़ा हो जाए कि वह इसके छिलके को चबा सके तो एक साफ तौलिए से कीवी के बाहरी रुए निकाल कर अपने बच्चे को खिलाएं।
आप पहले कीवी को उसके दोनों अंतिम भाग से छीलकर स्लाइज के रूप में काट लें और फिर चाकू से एक-एक करके लंबाई में छिलके को निकालें। इसके अलावा आप कीवी के दोनों अंत को काट कर एक चम्मच को उसके अंदर डालें और बाहर से ट्विस्ट करके इसके छिलके को निकाल दें। या आप सामान्य रूप से कीवी को काटें और एक चम्मच से इसके गूदे को निकाल कर अपने बच्चे को खिलाएं।
3. क्या मैं अपने बच्चे को कीवी फल के बीज दे सकती हूँ?
बच्चे को कीवी खिलाते समय इसके बीज निकालने की जरूरत नहीं है। यह बहुत छोटे होते हैं और साथ ही यह बच्चे के गले में भी नहीं फंसेंगे। यदि आप अपने बच्चे के डायपर में इसके बीज देखती हैं तो परेशान न हों क्योंकि यह पचता नहीं है।
बच्चे को सॉलिड फूड खिलाने का समय आने पर आप कंफ्यूज हो सकती हैं कि विभिन्न प्रकार की सब्जियों और फलों में से आप अपने बच्चे को क्या और कैसे खिलाना शुरू करें। आप अपने बच्चे को कीवी खिलाना शुरू कर सकती हैं क्योंकि इसमें बहुत सारे पोषक तत्व के फायदे होने के साथ-साथ यह फल अधिक स्वादिष्ट भी होता है।
संसाधन और संदर्भ:
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