आप बच्चे को कुछ भी नया सिखाने के लिए उसके स्कूल जाने तक का इंतजार न करें, कि जब वो स्कूल जाएगा तो सारी चीजें सीखेगा। बच्चों में सबसे अच्छी बात यह है कि वो चीजों को जल्दी सीखते लेते हैं, यदि वो आपको कुछ करते हुए देखेंगे तो आपकी नकल करने का प्रयास करेंगे, इस प्रकार उसे कुछ भी सिखाना आसान है, खासतौर पर उस तरीके से जो उसे पसंद हो। लेकिन अगर आप पहले से ही बच्चों कि स्किल्स और डेवलपमेंट को बेहतर करने का प्रयास कर रही हैं और बच्चे के लिए हिन्दी राइम खोज रही हैं, तो यह लेख आपके लिए काफी मददगार साबित हो सकता है। आपको यहाँ छोटे बच्चों के लिए बहुत ही मजेदार और आसान कविताएं दी गई हैं, आधिक जानकारी के लिए लेख पढ़ना जारी रखें।
बच्चों के लिए 20 नर्सरी कविताएं
1. मछ्ली जल की रानी है
मछ्ली जल की रानी है,
जीवन उसका पानी है,
हाथ लगाओ डर जाएगी,
बाहर निकालो मर जाएगी।
2. आलू कचालू बेटा कहाँ गए थे?
आलू कचालू बेटा कहाँ गए थे?
बंदर कि झोपड़ी में सो रहे थे।
बंदर ने लात मारी रो रहे रहे थे।
मम्मी ने प्यार किया हँस रहे थे।
पापा ने पैसे दिए नाच रहे थे।
भैया ने लड्डू दिए खा रहे थे।
3. तितली उड़ी, उड़ ना सकी
तितली उडी, उड़ ना सकी।
बस में चढ़ी, सीट ना मिली।
सीट ना मिली, रोने लगी।
बंदर बोला, आजा मेरे पास।
तितली बोली, चल हट बदमाश!
4. आज मंगलवार है
आज मंगलवार है,
चूहे को बुखार है,
चूहा गया डॉक्टर के पास,
डॉक्टर ने दी सुई,
चूहा बोला ऊई!
5. चंदा मामा दूर के, पुए पकाए बूर के
चंदा मामा दूर के,
पुए पकाए बूर के
आप खाए थाली में,
मुन्ने को दें प्याली में,
प्याली गई टूट, मुन्ना गया रूठ,
लाएंगे नई प्यालिया, बजा-बजा के तालिया,
मुन्ने को मनाएंगे, हम दूध मलाई खाएंगे।
उड़नखटोले में बैठ कर,
मुन्ना चंदा के घर जाएगा,
तारों के संग आँख-मिचौली,
खेल के दिल बहलाएगा,
खेल-कूद से जब मेरे,
मुन्ने का दिल भर जाएगा,
ठुमक-ठुमक मेरा मुन्ना,
वापस घर को आएगा।
6. एक, दो, तीन, चार
एक, दो, तीन, चार,
आज शनि है कल इतवार।
पाँच, छः, सात, आठ,
याद करूँ मैं अपना पाठ।
इसके आगे नौ और दस,
गिनती हो गई पूरी बस।
7. चंदा मामा आओ ना
चंदा मामा आओ ना,
दूध बताशा लाओ ना,
मीठी लोरी गाओ ना,
बिस्तर में सो जाओ ना।
8. बारिश आई
बारिश आई छम, छम, छम,
लेकर छाता निकले हम,
पैर फिसला गिर गए हम,
ऊपर छाता नीचे हम।
बारिश आई छम, छम, छम,
लेकर साइकल निकले हम,
पहिया फिसला गिर गए हम,
ऊपर साइकल नीचे हम।
बारिश आई छम, छम, छम,
अब नहीं हम में इतना दम,
घर बैठे खेले हम,
एक साथ साथ तुम और हम।
बारिश आई छम, छम, छम,
मजा आ गया धम, धम, धम।
9. एक कौवा प्यासा था
एक कौवा प्यासा था,
जग में पानी थोड़ा था,
कौवे ने डाले कंकड़,
पानी आया ऊपर,
कौवे ने पिया पानी,
खतम हुई कहानी।
10. नानी माँ ने तोता पाला
नानी माँ ने तोता पाला,
करता दिन भर गड़बड़ झाला,
पिंजरे मे ही दौड़ लगाता,
मिट्ठू-मिट्ठू कहकर गाता,
जाने कब करता आराम,
नाम बताता मिट्ठू राम।
11. मम्मी की रोटी गोल-गोल
मम्मी की रोटी गोल-गोल,
पापा का पैसा गोल-गोल,
दादा का चश्मा गोल-गोल,
दादी की बिंदिया गोल-गोल,
ऊपर पंखा गोल-गोल,
नीचे धरती गोल-गोल,
चंदा गोल सूरज गोल,
हम भी गोल तुम भी गोल,
सारी दुनिया गोल-मटोल।
12. चुन चुन करती आई चिड़िया
चुन चुन करती आई चिड़िया,
दाल का दाना लाई चिड़िया,
मोर भी आया, कौवा भी आया,
चूहा भी आया, बंदर भी आया,
चुन चुन करती आई चिड़िया।
भूख लगे तो चिड़िया रानी,
मूँग की दाल पकाएगी,
कौवा रोटी लाएगा,
ला के उसे खिलाएगा।
चलते चलते मिलेगा भालू,
हम बोलेंगे नाचो कालू,
मुन्ना ढोल बजाएगा,
भालू नाच दिखाएगा।
साथ हमारे चले बाराती,
मैं तो हूँ मुन्ने का हाथी,
सीधे दिल्ली जाऊँगा,
तेरी दुल्हनिया लाऊँगा।
चुन चुन करती आई चिड़िया,
दाल का दाना लाई चिड़िया,
मोर भी आया, कौवा भी आया,
चूहा भी आया, बंदर भी आया,
चुन चुन करती आई चिड़िया।
13. बंदर मामा पहन पैजामा
बंदर मामा पहन पैजामा,
दावत खाने आए,
ढीला कुरता, टोपी, जूता,
पहन बहुत इतराए।
रसगुल्ले पर जी ललचाया,
मुँह में रखा गप से खाए,
नरम नरम था, गरम गरम था
जीभ जल गई लप से।
बन्दर मामा रोते-रोते
वापस घर को आए।
फेंकी टोपी, फेंका जूता
रोए और पछताए।
14. बिल्ली मौसी बिल्ली मौसी
बिल्ली मौसी बिल्ली मौसी,
कहो कहाँ से आई हो?
कितने चूहे मारे तुमने?
कितने खा कर आई हो?
क्या बताऊं शीला बहन,
आज नहीं कुछ पेट भरा,
एक ही चूहा खाया मैंने,
वो भी बिलकुल सड़ा हुआ।
15. देखो एक डाकिया आया
देखो एक डाकिया आया,
थैला एक साथ में लाया,
पहनें है वो खाकी कपड़े,
चिट्ठी कई हाथ में पकड़े,
बांट रहा घर-घर में चिट्ठी,
मुझको भी दो लाकर चिट्ठी,
चिट्ठी में संदेशा आया,
शादी में है हमें बुलाया,
शादी में सब जाएंगे हम,
खूब मिठाई खाएंगे हम।
16. बिल्ली मौसी बड़ी सयानी
बिल्ली मौसी बड़ी सयानी,
सारे घर की प्यारी रानी,
बड़े मजे से दूध पी जाती,
चूहों को है नाच नचाती।
17. सुबह सवेरे आती तितली
सुबह सवेरे आती तितली
फूल फूल पर जाती तितली
हरदम है मुस्काती तितली
सबके मन को भाती तितली।
18. दो चूहे थे
दो चूहे थे,
मोटे-मोटे थे,
छोटे-छोटे थे, वो तो खा रहे थे।
बिल्ली ने देख लिया, बोली मैं भी आऊंगी,
ना मौसी ना!
तुम हमे मार डालोगी, पूँछ काट डालोगी,
हम तो नहीं आएंगे, हम भाग जाएंगे।
19. आलू बोला मुझको खा लो
आलू बोला मुझको खा लो,
मैं तुमको मोटा कर दूंगा,
पालक बोली मुझको खा लो,
मैं तुमको ताकत दे दूँगी,
गाजर, भिंडी, बैंगन बोले
गोभी, मटर, टमाटर बोले
अगर हमें भी खाओगे,
जल्दी बड़े हो जाओगे।
20. कोयल रानी
कोयल रानी, कोयल रानी
काली काली बड़ी सयानी
किस झरने का पीती पानी
हो गई जिससे मीठी वाणी।