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प्रकृति द्वारा दिए हुए बहुत से खाद्य पदार्थ हैं जो अलग-अलग रूपों में विभिन्न लाभ प्रदान करते हैं। कुछ खाद्य पदार्थ जिनके बारे में हम जानते हैं कि वे हमारे बच्चों के लिए फायदेमंद हैं परन्तु कुछ खाद्य पदार्थ ऐसे भी हैं जिनके वास्तविक गुण अब भी छिपे हुए हैं । ऐसे ही कुछ खाद्य पदार्थों में एक है साबूदाना, जिसमें मौजूद स्टार्च और सीमित पोषक तत्वों के कारण इसे अक्सर अस्वास्थ्यकर माना जाता है। हालांकि, वास्तव में साबूदाना स्टार्च और कार्बोहाइड्रेट का शुद्ध रूप है और साथ ही इसमें पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्व हैं जो बच्चों के लिए अत्यधिक फायदेमंद माने जाते हैं।
साबूदाना क्या है
टैपिओका की जड़ों को एक्सट्रैक्ट करके उसके स्टार्च को निकाला जाता है और छोटी-छोटी मोतियों के रूप में बनाने के लिए छानते समय इस पर अत्यधिक दबाव दिया जाता है। ये छोटी-छोटी मोतियां ही ‘साबूदाना’ के रूप में प्रसिद्ध हैं।
क्या शिशुओं के लिए साबूदाना सुरक्षित है
टैपिओका में पौष्टिक गुण नहीं होते हैं इसलिए ऐसा माना जाता है कि ‘साबूदाना’ टैपिओका का स्टार्च होने के कारण इसमें भी पोषण नहीं होता है। हालांकि साबूदाने में स्टार्च का एक शुद्ध रूप है इसलिए इसमें कार्बोहाइड्रेट उच्च मात्रा में होता है। यदि आप सोच रही हैं कि क्या साबूदाना बच्चों के लिए एक सुरक्षित आहार है? तो इसका जवाब हाँ है। यद्यपि अन्य खाद्य पदार्थों की तुलना में इसमें पोषण गुण कम होते हैं किंतु इसकी सरलता व अन्य फायदों के कारण यह खाद्य पदार्थ बच्चों को दिया जा सकता है।
शिशुओं के लिए साबूदाना के फायदे
साबूदाना के गुण शिशु के विकास में मदद करते हैं इसलिए यह खाद्य पदार्थ बच्चों के लिए सुरक्षित है। किंतु खयाल रखें आप अपने बच्चे को यह खाद्य पदार्थ उसकी 6 माह की आयु के बाद ही मुख्य रूप से देना शुरू करें, बच्चों के लिए साबूदाना के फायदे कुछ इस प्रकार हैं;
१. मांसपेशियों का विकास करता है
साबूदाना प्रोटीन का एक शाकाहारी स्रोत है। शाकाहारी बच्चों को साबूदाना खिलाने से उनके शरीर में प्रोटीन संबंधित आवश्यकताएं पूर्ण होती हैं जिससे बच्चों की मांसपेशियों के निर्माण में मदद मिलती है।
२. हड्डियों का विकास करता है
शिशु के जन्म के बाद, शुरूआती महीनों में उसे कैल्शियम की अत्यधिक आवश्यकता होती है क्योंकि उस समय वह अपनी शारीरिक ऊर्जा का उपयोग करना सीखता है। साबूदाना कैल्शियम से भरपूर होता है और इसे बच्चे के नियमित आहार में देने से उसकी हड्डियों के विकास में महत्वपूर्ण मदद मिलती है।
३. रक्त प्रवाह को नियंत्रित करता है
साबूदाना में पोटेशियम प्रचुर मात्रा में होता है और इसलिए यह कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम के कार्य में सहायता करता है। यदि आपका बच्चा रोजाना साबूदाना का सेवन करता है तो बच्चे को उसके रक्त प्रवाह व रक्त संचार में मदद मिलती है ।
४. वजन में वृद्धि करता है
साबूदाना में स्टार्च और कार्बोहाइड्रेट की उच्च मात्रा होती है जो बच्चे को स्वस्थ वसा प्रदान करते हैं और साथ ही मांसपेशियों को मजबूत करते हैं। इसलिए, यदि आपको लगता है कि आपके बच्चे का वजन कम है, आप उसे साबूदाना मुख्य आहार के रूप में दें।
५. पाचन शक्ति बढ़ाता है
साबूदाना, स्टार्च और कार्बोहाइड्रेट का एक शुद्ध रूप है। इसलिए, यह न केवल पचाने में आसान होता है बल्कि पाचन तंत्र के लिए भी स्वस्थ माना जाता है। यदि आपके बच्चे को कब्ज की समस्या होती है तो उसे साबूदाना खिलाएं ।
६. शारीरिक तापमान नियंत्रित करता है
साबूदाना के गुण बच्चे को शीतलता प्रदान करते हैं जिस कारण से उसका शारीरिक तापमान नियंत्रित रहता है। साबूदाना के गुण आपके बच्चे को असहज और अत्यधिक गर्माहट से बचाने में मदद करते हैं।
७. पेट भरा रखता है
साबूदाना में अत्यधिक मात्रा में कार्बोहाइड्रेट होने के कारण, इसके सेवन से थकान दूर होती है और बच्चे में ऊर्जा स्तर बढ़ता है। साबूदाना धीरे-धीरे व सरलता से पचता है इसलिए यदि आप अपने बच्चे को रोजाना साबूदाना खिलाती हैं तो काफी समय तक उसका पेट भरा रहता है।
साबूदाना के व्यंजन
यद्यपि साबूदाना का उपयोग विभिन्न व्यंजन बनाने के लिए किया जाता है किंतु फिर भी आप अपने बच्चे के लिए साधारण व्यंजन बनाने का ही प्रयास करें। यहाँ साबूदाने की 3 प्रकार की लोकप्रिय रेसिपीज दी हुई हैं जो आपके बच्चे के लिए बेहतर और स्वादिष्ट होंगी।
ध्यान दें:
- साबूदाना जैसे नए भोजन की शुरुआत करने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
- यदि साबूदाना खिलाने पर आपको बच्चे में कोई भी एलर्जी नजर आती है तो उसे यह खिलाना तुरंत बंद कर दें।
- इन व्यंजन विधियों में माँ का दूध, डिब्बे का दूध या डेयरी का दूध (यदि शिशु पीता है तो) उपयोग किया जा सकता है।
- 12 माह की आयु से कम उम्र के बच्चों के लिए साबूदाने में मिठास के लिए शहद का उपयोग न करें।
साबूदाना तैयार करने का तरीका:
- सबसे पहले साबूदाना को धोकर अच्छी तरह से साफ करें।
- साबूदाने को मुलायम और ट्रांसपेरेंट करने के लिए इसे रातभर भिगोकर रख दें या फिर हल्का उबाल लें।
- साबूदाने पकाने से पहले इसे भिगोकर रखना या फिर उबालना अनिवार्य है।
१. साबूदाना खीर
सामग्री
- साबूदाना – 1/4 कप
- दूध – 1 ¼ कप
- गुड़ – 1-2 बड़े चम्मच
- इलाइची – 1/4 छोटा चम्मच
- घी – 1 बड़ा चम्मच (वैकल्पिक)
- किशमिश – 1 छोटा चम्मच
- पानी
विधि
- साबूदाने को धोकर भिगो दें ।
- एक पैन में दूध उबालें।
- अब उबलते हुए दूध में साबूदाना मिलाएं और साथ ही थोड़ा सा पानी भी मिला लें।
- खीर में गांठ न पड़ने पाए इसलिए खीर को कम आंच पर ही पकने दें और बीच-बीच में चलाती रहें।
- खीर को स्वादिष्ट बनाने के लिए उसमें इलायची, किशमिश, घी और गुड़ मिलाएं।
- अंत में इसे 7 से 10 मिनट तक पकाएं।
२. साबूदाना खिचड़ी
सामग्री
- साबूदाना – 1/4 कप
- आलू – 1 छोटा उबला हुआ कटा हुआ
- गाजर – 1 छोटा उबला हुआ कटा हुआ
- जीरा – 1/2 छोटा चम्मच
- हींग – 1 चुटकी
- घी – 1/2 चम्मच
विधि
- साबूदाने को धोकर, भिगो दें।
- कम आंच पर एक पैन रखें और घी गर्म करें।
- सबसे पहले गर्म घी में जीरा डालकर तड़कने दें और फिर हींग भी डाल दें।
- एक मिनट के बाद पैन में कटे हुए आलू व गाजर डालें और 2-3 मिनट तक पकाएं।
- अंत में पैन में भिगो कर रखा हुआ साबूदाना डालें और कुछ मिनटों तक चलाती रहें।
- यदि यह खिचड़ी बच्चे के लिए अत्यधिक सूखी है तो इसमें थोड़ा सा पानी डाल लें।
३. साबूदाना पॉरिज
सामग्री
- साबूदाना – 1/4 कप
- घी – 1 चम्मच
विधि:
- साबूदाना को धो कर एक रात भर के लिए भिगोकर रख दें।
- सुबह बनाने से पहले साबूदाने का पानी निकाल लें।
- 2 कप पानी में साबूदाने को उबालें।
- उसे ट्रांसपेरेंट होने तक पकाएं।
- यदि मिश्रण अधिक गाढ़ा लगता है तो इसमें थोड़ा सा पानी और मिला लें।
- सामान्य तापमान पर ठंडा करने के बाद इसे तब तक मैश करें जब तक वह स्मूद या मुलायम न हो जाए।
- आवश्यकता के अनुसार आप इस मिश्रण की प्यूरी भी बना सकती हैं।
- अंत में इसे घी डालकर सर्व करें।
बच्चों के लिए व्यंजन बनाने का कोई नियम नहीं है, आप अपने अनुसार इसकी सामग्री को कम या ज्यादा कर सकती हैं। यद्यपि याद रखें कि साबूदाना पानी को आसानी से सोख लेता है, इसलिए इसे बहुत देर तक आंच में न पकाएं। अपने बच्चे को यह व्यंजन हल्का ठंडा करके ही खिलाएं।
आपके बच्चे के लिए ठोस खाद्य पदार्थ के रूप में साबूदाना के बेहतरीन विकल्प है जिसे आप विभिन्न प्रकार से पकाकर उसे खिला सकती हैं।