शिशु

बच्चों के लिए सूजी – स्वास्थ्य लाभ, सावधानियां और व्यंजन

बच्चों के पोषण की शुरुआत माँ के दूध से होती है और धीरे-धीरे जब उसकी आयु बढ़ती है तो पोषण के साथ-साथ उसका स्वाद, सेहत और सुविधा का खयाल रखना भी जरूरी हो जाता है। विशेषकर, जब आप उसके लिए ठोस आहार की शुरुआत करने जा रहे हों तो इन सब चीजों का खास ध्यान रखना अनिवार्य है। बच्चों के लिए ठोस आहार के अनेक विकल्पों में से एक बेहतरीन विकल्प है ‘सूजी’ जिसे आम भाषा में ‘रवा’ भी कहा जाता है। कई माता-पिता को पता होगा कि बच्चों को सूजी देने के क्या फायदे व किन सावधानियों का पालन करना चाहिए परन्तु कई माता-पिता शायद चिंतिन भी होंगे कि क्या बच्चों को सूजी खिलाने का विकल्प उचित है या नहीं। यदि आपकी भी समान चिंता है तो आप इस लेख के माध्यम से बच्चों के लिए सूजी के सभी फायदे, सावधानियां और व्यंजन विधि से संबंधित जानकारी प्राप्त करके निश्चिंत हो जाएं।

बच्चे को सूजी कब से देना शुरू करें

बच्चे की 6 माह की आयु होने के बाद आप उसे धीरे-धीरे सूजी खिलाना शुरू कर सकती हैं। यदि आपके बच्चे को ग्लूटेन से एलर्जी है तो उसके आहार में सूजी बिलकुल ही शामिल न करें। बच्चों को शुरुआत में सूजी खिलाने के लिए उसे पॉरिज बना कर दें, यह सबसे सरल और हल्का व्यंजन है।

बच्चों के लिए सूजी के स्वास्थ्य लाभ

बच्चों के लिए सूजी एक फायदेमंद विकल्प है, यह बच्चों की इम्युनिटी को बढ़ावा देने के साथ-साथ उनके पाचन तंत्र के लिए भी लाभकारी सिद्ध हुआ है। सूजी में स्वास्थ्य संबंधित अनेक लाभ होने के कारण इसे बच्चों को देने की सलाह दी जाती है, इसमें मौजूद अन्य निम्नलिखित फायदे इस प्रकार हैं;

  • सूजी में भरपूर मात्रा में लौह तत्व व पोटैशियम होता है और यह शारीरिक हीमोग्लोबिन में सुधार करने के साथ-साथ हृदय को मजबूत बनाता है।
  • सूजी में कार्बोहाइड्रेट, विटामिन ‘बी’ और विटामिन ‘ई’ के साथ-साथ प्रोटीन की मौजूदगी इसे एक पौष्टिक आहार बनाती है।
  • चूंकि यह खाने और पचाने में आसान है, इससे शिशु में कब्ज संबंधी समस्याएं नहीं होती हैं।
  • सूजी में कोलेस्ट्रॉल और सोडियम की मात्रा कम होती है जिसके कारण यह बच्चों के साथ-साथ वयस्कों के लिए भी एक स्वस्थ खाद्य पदार्थ है।

बच्चों को सूजी खिलाने के अनेक फायदे हैं जो लंबे समय तक उनके स्वास्थ्य को लाभ देने में अधिक उपयोगी है।

बेबी फूड के लिए सूजी का चयन करते समय ध्यान देने योग्य बातें

यद्यपि सूजी आपके बच्चे के आहार में सबसे अच्छे खाद्य पदार्थों में से एक है, लेकिन फिर भी यह आपके बच्चे के स्वास्थ्य से संबंधित है इसलिए आप को कोई भी खतरा नहीं लेना चाहिए। अपने बच्चे को किसी भी प्रकार का ठोस आहार देने से पहले कुछ महत्वपूर्ण बातों का खयाल रखें, जैसे;

  • हालांकि सूजी में कई पोषक तत्व होते हैं, पर अन्य अनाजों की तुलना में उसकी मात्रा कम होती है। इसलिए यह जरुरी है कि पोषक तत्वों की प्राप्ति के लिए सूजी को हमेशा अन्य सब्जियों, फलों या दूध के साथ मिलाकर ही अपने बच्चे को खिलाएं।
  • सूजी का गाढ़ापन, पानी की आवश्यकता और पकाने में जितना समय लगता है, यह इस बात पर काफी निर्भर करता है कि सूजी के दाने छोटे या मध्यम आकार के हैं।
  • जितना ज्यादा हो सके अपने बच्चे को शुद्ध और आर्गेनिक सूजी का ही सेवन कराएं।

बच्चों के लिए सूजी के बेहतरीन व्यंजन

इतनी सारी जानकारी के बाद बात आती है कि बच्चे को सूजी किस प्रकार से दें। आप चाहें तो सूजी का पैनकेक या इसमें फल मिलाकर कोई स्वादिष्ट व जायकेदार मीठा व्यंजन बना सकती हैं, यह अत्यधिक लजीज होते हैं और आपके बच्चे को पसंद भी आएंगे। यदि आप सूजी के बहुत सारे व्यंजनों में समझ नहीं पा रही हैं कि उसे क्या बनाकर खिलाएं तो यहाँ सूजी के तीन सरल व्यंजन दिए हुए हैं जिन्हें आप बहुत जल्द बनाकर अपने बच्चे की भूख शांत कर सकती हैं, वे तीन व्यंजन इस प्रकार हैं;

१. बच्चों के लिए सूजी का उपमा

बच्चों के लिए सूजी का उपमा एक हल्का व स्वादिष्ट आहार है और यह जल्दी ही पकाया जा सकता है, इसे बनाने के लिए निम्नलिखित विधि पर ध्यान दें।

आवश्यक चीजें:

  • बारीक सूजी (भूनी हुई)
  • जीरा
  • राई
  • हींग
  • हल्दी पाउडर
  • घी
  • नमक
  • पानी

विधि:

  • एक पैन में थोड़ा सा घी गर्म करके राई और जीरा पका लें।
  • उसके बाद गर्म घी में हींग और हल्दी डालकर तड़का बनाएं और धीरे-धीरे थोड़ा सा पानी डालें व उबलने दें।
  • उबलते हुए पानी में थोड़ी-थोड़ी सूजी डालें और मिश्रण को लगातार चलाते रहें, ध्यान रहे सूजी में गांठ न पड़े।
  • सूजी में हल्का सा नमक डालकर चलाएं और पैन को ढक कर मध्यम आंच पर रखकर 5 मिनट तक पकने दें।
  • पकने के बाद पैन को आंच से हटाएं और गर्मागर्म सूजी का उपमा परोसें।

२. बच्चों के लिए सूजी की खीर

यदि आपका बच्चा मीठा बहुत मन से खाता है तो उसके लिए सूजी की खीर एक सर्वश्रेष्ठ विकल्प है।

आवश्यक चीजें:

  • सूजी
  • ड्राई फ्रूट्स (पिसे हुए)
  • इलायची पाउडर
  • घी
  • पानी
  • माँ का दूध / फॉर्मूला दूध

विधि:

  • एक कड़ाही में घी गर्म करके थोड़ी सी सूजी अच्छी तरह से भून लें।
  • एक अलग पतीले में दूध उबालें और उसमें थोड़ा-थोड़ा करके भूनी हुई सूजी डालकर चलाते रहें।
  • इस बात का खयाल रखें कि सूजी में गांठ न पड़े।
  • एक बार सूजी पक जाने पर उसमें थोड़ा सा घी डालकर अच्छी तरह से मिलाएं और आंच से हटा दें।
  • अंत में उसमें पिसे हुए मेवे और इलायची पाउडर डालें।
  • यदि पकी हुई सूजी अधिक गाढ़ी हो गई है तो उसमें थोड़ा सा दूध मिलाकर हल्का सा पतला कर लें।
  • अंत में खीर को अच्छी तरह से चलाएं और अपने बच्चे को खिलाएं।

३. बच्चों के लिए स्वादिष्ट सूजी का हलवा

सूजी का हलवा भी स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है और इसे शीरा भी कहा जाता है।

आवश्यक चीजें: 

  • सूजी
  • गुड़
  • लौंग (पिसी हुई)
  • इलायची (पिसी हुई)
  • किशमिश (स्लाइस की हुई)
  • काजू (पिसे हुए)
  • दूध
  • घी

विधि:

  • एक पैन में घी डालकर सूजी भून लें, फिर उसमें पिसा हुआ काजू, थोड़ा सा लौंग का पाउडर डालें और काजू भूरा होने तक भूनें।
  • इस बात का खयाल रखें कि आप सूजी को लगातार चलाते रहें ताकि वह जले नहीं।
  • अब सूजी में थोड़ा-सा दूध डालकर एक बार फिर अच्छी तरह से चलाएं और कम आंच में पकाते रहें।
  • एक तरफ दूसरे पैन में पानी और गुड़ डालकर पका लें और थोड़ी देर के लिए उबलने दें, साथ ही वह नीचे से जलने न पाए इसलिए उसे चलाते रहें।
  • गुड़ की चाशनी बनने के बाद उसे सूजी के पैन में डालकर अच्छी तरह से मिलाएं और साथ ही जलने से बचाने के लिए लगातार चलाते रहें।
  • यदि आपका बच्चा चबाने में सक्षम है तो इसमें थोड़ी सी कटी हुई किशमिश व मेवे भी डाल सकती हैं।
  • एक बार जब गुड़ अच्छी तरह से मिल जाए तो आंच बंद कर दें और आपका हलवा तैयार है।
  • अत्यधिक महत्वपूर्ण बात यह है कि चाशनी को बनाने के लिए गुड़ के पाउडर की आवश्यकता नहीं है।

सूजी से बने व्यंजन, स्वादिष्ट होने के साथ-साथ स्वास्थ्यवर्धक भी होते हैं। स्वादिष्ट हलवा हो या उपमा, आपके बच्चे के लिए इससे ज्यादा स्वास्थ्यवर्धक, जल्दी बनने वाली और सरल विधि नहीं है। इससे आप अपने लिए कुछ स्वादिष्ट व्यंजन बना सकती हैं क्योंकि जाहिर है बच्चे के लिए बनाते समय आपको भी इन लजीज व्यंजनों को खाने की इच्छा होगी।

सुरक्षा कटियार

Recent Posts

अ अक्षर से शुरू होने वाले शब्द | A Akshar Se Shuru Hone Wale Shabd

हिंदी वह भाषा है जो हमारे देश में सबसे ज्यादा बोली जाती है। बच्चे की…

1 day ago

6 का पहाड़ा – 6 Ka Table In Hindi

बच्चों को गिनती सिखाने के बाद सबसे पहले हम उन्हें गिनतियों को कैसे जोड़ा और…

1 day ago

गर्भावस्था में मिर्गी के दौरे – Pregnancy Mein Mirgi Ke Daure

गर्भवती होना आसान नहीं होता और यदि कोई महिला गर्भावस्था के दौरान मिर्गी की बीमारी…

1 day ago

9 का पहाड़ा – 9 Ka Table In Hindi

गणित के पाठ्यक्रम में गुणा की समझ बच्चों को गुणनफल को तेजी से याद रखने…

3 days ago

2 से 10 का पहाड़ा – 2-10 Ka Table In Hindi

गणित की बुनियाद को मजबूत बनाने के लिए पहाड़े सीखना बेहद जरूरी है। खासकर बच्चों…

3 days ago

10 का पहाड़ा – 10 Ka Table In Hindi

10 का पहाड़ा बच्चों के लिए गणित के सबसे आसान और महत्वपूर्ण पहाड़ों में से…

3 days ago