In this Article
बड़ों की तरह ही बच्चों को भी अलग-अलग प्रकार के कीड़े काटते हैं। ज्यादातर कीड़ों से बच्चों को कोई बड़ी समस्या नहीं होती है और कीड़े का काटा हुआ क्रीम या ऑइंटमेंट से जल्दी ठीक भी होता है। हालांकि कुछ कीड़ों के काटने से मेडिकल इलाज की जरूरत पड़ती है। यहाँ पर बच्चों को कीड़े के काटने से संबंधित सभी जानकारी, इसके लक्षण और ट्रीटमेंट के बारे में बताया हुआ है, जानने के लिए आगे पढ़ें।
बच्चों में कीड़े का काटना बहुत आम है। हालांकि यह इस बात पर निर्भर करता है कि बच्चा घर से बाहर और अंदर कितना ज्यादा समय बिताता है। जो बच्चे ज्यादातर घर के भीतर ही रहते हैं उन्हें कीड़े काटने का खतरा कम होता है और जो बच्चे ज्यादा से ज्यादा बाहर रहते हैं उन्हें अक्सर कीड़े काटते हैं। यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि आपका घर कितना वेन्टीलेटेड है, आप कितनी देर तक खिड़कियां खुली रखती हैं और बाहर का मौसम कैसा है। मौसम बहुत जरूरी है क्योंकि गर्मी और ह्यूमिडिटी के मौसम में कीड़े काटने का डर सर्दियों की तुलना में ज्यादा होता है।
इसके लक्षण इस बात पर निर्भर करते हैं कि कौन से कीड़े ने बच्चे के शरीर के किस भाग पर काटा है और इससे क्या प्रभाव पड़ते हैं। कुछ बच्चे रोते नहीं हैं और उन पर कीड़े काटने का कोई लक्षण नहीं दिखाई देता है और कुछ बच्चे बहुत तेज रोते हैं। यदि आपको बच्चे के शरीर में कोई भी निशान दिखाई देता है तो आप उसकी पूरी जांच करें कि यह मामूली है या इसमें इलाज की जरूरत है। बच्चे में कीड़े काटने से निम्नलिखित लक्षण दिखाई दे सकते हैं, आइए जानें;
ज्यादातर कीड़ों के काटने पर इसे घर पर ही ठीक किया जा सकता है। आप इसे कम करने के लिए प्रभावी जगह पर सुरक्षित क्रीम या होम रेमेडीज का उपयोग कर सकती हैं। यदि आपके बच्चे को कीड़े ने काटा है तो आप इसे निम्नलिखित तरीकों से ठीक करें, आइए जानें;
कीड़ों के काटने पर ऊपर बताए गए उपचार बहुत सही काम करते हैं। हालांकि यदि कीड़े के काटने से बच्चे की त्वचा लाल पड़ने लगती है या सूजन होती है तो आपको तुरंत डॉक्टर से मदद लेनी चाहिए।
कई बार पेरेंट्स दवा लेने से पहले बच्चों में कीड़े के काटने को तुरंत ठीक करने का प्रयास करते हैं। इसके लिए आप बेहतरीन होम रेमेडीज का उपयोग कर सकती हैं। बच्चों में कीड़े काटने के प्रभावों को ठीक करने के लिए आप निम्नलिखित होम रेमेडीज का उपयोग करें, आइए जानते हैं;
यदि बच्चों में कीड़ों के काटे हुए पर दवा या क्रीम का उपयोग नहीं किया जा सकता है तो ये होम रेमेडीज इस पर बेहतर काम करती हैं। यद्यपि ये सभी रेमेडीज उपयोग के लिए सुरक्षित हैं पर इस बात का ध्यान रखें कि उसे इन प्रोडक्ट्स से एलर्जी न हो। नेचुरल इंग्रेडिएंट्स से त्वचा में खुजली और असुविधा हो सकती है। इसलिए होम रेमेडीज का उपयोग करने से पहले आप इस बारे में डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
कुछ कीड़ों के काटने से बच्चों को एलर्जी भी हो सकती है। ततैया, हॉर्नेट और मधु मक्खी के डंक से गंभीर कॉम्प्लीकेशंस हो सकती हैं और इसमें मेडिकल उपचार की आवश्यकता पड़ती है। यदि बच्चे को कोई भी कीड़ा काटता है तो आप निम्नलिखित लक्षणों पर ध्यान दें, आइए जानें;
आप जानती हैं की कीड़े के काटने से बच्चों में कौन से लक्षण दिखाई देते हैं और इसका कैसे इलाज करें। आइए अब जानते हैं कि आप बच्चों का कीड़ों से बचाव कैसे कर सकती हैं।
यदि आप जानती हैं कि खेल के मैदान या घर में बच्चे को कोई कीड़ा काट सकता है तो आप बचाव के लिए सावधानी जरूर बरतें ताकि बच्चे को इन्सेक्ट बाइट से कोई भी असुविधा न हो। कीड़ों के डंक से बच्चे को बचाने के लिए निम्नलिखित टिप्स का उपयोग करें;
बच्चों को कीड़े के काटने के प्रभाव, लक्षण व उपचारों से संबंधित यहाँ पर अक्सर पूछे जाने वाले सवालों के कुछ जवाब दिए हुए हैं, आइए जानें;
बच्चों में कीड़ों का काटना आम है। मच्छर, मक्खी, कीड़ों और चीटियों के काटने के लक्षण बहुत कम दिखाई देते हैं पर फायर चींटी, मधु मक्खी, ततैया और हॉर्नेट के काटने पर बच्चे को बहुत तेज दर्द होता है व असुविधा होती है। यद्यपि इसमें चिंता करने की बात नहीं है पर जलन को ठीक करने व त्वचा को हेल्दी रखने के लिए आप उसका उपचार करें। यदि बच्चा कीड़े द्वारा काटी हुई जगह पर खुजली करता है और आप इसे नजरअंदाज कर देती हैं तो इससे बच्चे को इन्फेक्शन भी हो सकता है।
यदि बच्चे की त्वचा में कोई भी डंक दिखाई देता है तो आप इसे उंगलियों से निकाल दें। आप इसे क्रेडिट कार्ड की मदद से भी स्क्रेच कर सकती हैं। फिर इसे साबुन और पानी से जरूर धोएं और खुजली व सूजन खत्म करने के लिए इसमें बर्फ लगाएं। दर्द कम करने के लिए आप इसमें बेकिंग सोडा या कैलामाइन सलूशन भी लगाएं। यदि यह सभी होम रेमेडीज काम नहीं करते हैं तो आप तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
यदि बच्चा खुजली करता है तो कीड़े के डंक से इन्फेक्शन हो सकता है। यदि आप प्रभावित क्षेत्र को लाल होता हुआ, इसमें सूजन देखती हैं या बच्चे को बुखार काटा है तो आप उसे हॉस्पिटल ले जाएं। इन्फेक्शन को ठीक करने के लिए बच्चे को एंटीबायोटिक का कोर्स कराने की जरूरत है। इसके अलावा यदि कोई अजीब लक्षण दिखाई देते हैं तो आपको तुरंत डॉक्टर से बात करनी चाहिए।
यदि आप विदेश में घूमने जा रही हैं तो वहाँ के मच्छर या कीड़ों से बच्चे को घातक रोग हो सकते हैं, जैसे डेंगू, मलेरिया, चिकुनगुनिया या पीलिया इसलिए पहले आपको इस बारे में डॉक्टर से बात करनी चाहिए। डॉक्टर बच्चे को इंजेक्शन लगाने या दवा देने की सलाह देते हैं ताकि बच्चे को ठीक होने में मदद मिल सके।
बच्चों अक्सर कीड़े काटते हैं और यदि आपके बच्चे को किसी कीड़े या मच्छर ने काटा है तो अब भी उसे ठीक करना संभव है। कुछ टिप्स और प्लानिंग से आप अपने बच्चे को कीड़ों से बचा सकती हैं और अपने घर को सुरक्षित व हेल्दी रख सकती हैं।
स्रोत
यह भी पढ़ें:
छोटे बच्चों में हीट स्ट्रोक: कारण, लक्षण और उपचार
शिशुओं और बच्चों में त्वचा संबंधी एलर्जी
बच्चों का आँखें रगड़ना – कारण और बचाव
हिंदी वह भाषा है जो हमारे देश में सबसे ज्यादा बोली जाती है। बच्चे की…
बच्चों को गिनती सिखाने के बाद सबसे पहले हम उन्हें गिनतियों को कैसे जोड़ा और…
गर्भवती होना आसान नहीं होता और यदि कोई महिला गर्भावस्था के दौरान मिर्गी की बीमारी…
गणित के पाठ्यक्रम में गुणा की समझ बच्चों को गुणनफल को तेजी से याद रखने…
गणित की बुनियाद को मजबूत बनाने के लिए पहाड़े सीखना बेहद जरूरी है। खासकर बच्चों…
10 का पहाड़ा बच्चों के लिए गणित के सबसे आसान और महत्वपूर्ण पहाड़ों में से…