आपका बच्चा छोटा हो या टीनएजर, उसे हेल्दी खाना खिलाना आसान नहीं होता है। और अगर आपका बच्चा बिना कोई नखरे किए अपनी प्लेट में परोसी गई हर चीज को खाता है, तो यह आपके लिए किसी आशीर्वाद से कम नहीं है। पर अगर ऐसा नहीं है, तो आपको मदद की जरूरत होगी। बच्चों को स्वस्थ और पौष्टिक खाना खिलाना एक बड़ी चुनौती हो सकती है, लेकिन उनके अच्छे विकास और वृद्धि के लिए, इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने के लिए और अच्छे वजन को बनाए करने के लिए यह बहुत जरूरी है। अगर आपका बच्चा खाने में नखरे करता है और हेल्दी फूड नहीं खाना चाहता है, तो यहां पर कुछ तरीके दिए गए हैं, जिनकी मदद से आप शुरुआत से ही अपने उसमें खाने पीने की अच्छी आदतें डाल सकती हैं, ताकि वह बड़े होने के बाद भी इसे फॉलो कर सके।
बच्चों में खाने की अच्छी आदतों के विकास के लिए 18 टिप्स
अगर आप यह जानना चाहती हैं, कि बच्चे में खाने की अच्छी आदतों का निर्माण किस तरह से कर सकते हैं, तो आगे पढ़ें।
1. सबसे पहली और महत्वपूर्ण बात जो कि आप भी जानती हैं – अपने बनाए गए नियमों का पालन आप खुद भी करें। अगर एक मां या गाइड के रूप में आप बच्चों के लिए खाने-पीने की स्वस्थ आदतें बनाने की प्लानिंग कर रही हैं, तो आपको अपने लिए भी ऐसा करने की जरूरत है। बच्चे बड़ों की नकल करते हैं, खासकर अगर बड़ा व्यक्ति माता-पिता या कोई रिश्तेदार हो, तो। इसलिए अगर आप चाहती हैं, कि आपका बच्चा अच्छा खाना खाए, तो आपको भी हेल्दी खाना खाना पड़ेगा।
2. कभी-कभी बच्चे को जंक फूड देने में कोई बुराई नहीं है। हर तरह के जंक फूड को बुरा बताना और खाने से मना करना जरूरी नहीं है। जंक फूड हम सबको पसंद होता है, इसलिए कभी-कभी सीमित मात्रा में इन्हें देने में कोई बुराई नहीं है। आपको हर वक्त अपने बच्चे को जंक फूड खाने से वंचित नहीं रखना चाहिए।
3. सुबह का नाश्ता यानी ब्रेकफास्ट दिन का सबसे जरूरी भोजन होता है – आपके बच्चे को भी इस बात की जानकारी होनी चाहिए। बच्चे एक्टिव होते हैं और उन्हें दिन की शुरुआत से ही एनर्जी की जरूरत होती है, इसलिए उनका पहला भोजन बहुत जरूरी है। आपको इस बात का ध्यान रखना चाहिए, कि बच्चा इसे अपनी आदत बना ले।
4. बहुत से माता-पिता अपने बच्चे पर ‘फसी ईटर्स’ यानी ‘खाने में नखरे दिखने वाला’ का लेबल लगा देते हैं – जो कि सच हो सकता है – लेकिन आपके बच्चे को यह पता हो ऐसा जरूरी नहीं है। जब आप उसे खाने में नखरे करने वाला कहती हैं और उसके सामने दूसरों को भी ऐसा बताती हैं, तो एक ब्लॉकेज पैदा हो जाता है। जब आप दूसरों से कहती हैं कि ‘इसे सब्जियां बिल्कुल पसंद नहीं है’ तो आप इस बात पर जोर देती हैं, जो कि अपने आप ही बच्चे के लिए एक ब्लॉकेज बन जाता है।
5. रंग और आकृति बच्चे को आकर्षित करते हैं। अपने बनाए गए हेल्दी भोजन में इसे शामिल करने की कोशिश करें। सब्जियों को मजेदार आकृतियों में काटें और इन्हें प्लेट पर मजेदार आकृतियों में अरेंज करें और फिर बच्चे के सामने परोसें।
6. बच्चे के भोजन में फाइबर से भरपूर खाना अच्छी मात्रा में शामिल करना चाहिए। बहुत सारे बच्चे कब्ज से और पेट की अन्य समस्याओं से जूझते हैं – इसे दूर करने के लिए आप बच्चे के खाने में केले, सेब, संतरे और रसभरी जैसे फल और गाजर, बीटरूट, ब्रोकोली और बीन्स जैसी सब्जियों को शामिल कर सकती हैं। ओटमील भी फाइबर का एक बेहतरीन स्रोत है।
7. बच्चे को खाना पकाने की पूरी प्रक्रिया में शामिल करें। उसे पता चलना चाहिए कि वह जो खाना खाता है उसे तैयार करने में कितनी मेहनत लगती है। उसे किचन में बुलाएं, ताकि वह खाना पकते हुए देखे और खाना पकाने के दौरान अगर आप बच्चे की मदद लेती हैं, तो वह अपनी प्लेट में परोसे गए खाने को खाएगा, क्योंकि उसे इसके पीछे लगने वाली कड़ी मेहनत की समझ होगी।
8. इस बात का ध्यान रखें, कि खाने-पीने का एक उचित समय बनाएं और लगातार इसे मेंटेन करें। बच्चों को समय पर खाना खाने के महत्व की जानकारी होनी चाहिए – इससे निश्चित रूप से उन्हें इसकी आदत हो जाएगी और आगे चलकर वे इसे इसी तरह से फॉलो करेंगे।
9. आपके बच्चे को पता होना चाहिए, कि वह क्या खा रहा है और उसका क्या महत्व है। बच्चे को प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फैट और खाई गई बाकी चीजों के महत्व की जानकारी दें और उसके फायदे भी बताएं।
10. इस बात का ध्यान रखें, कि बच्चा हर बार खाने के दौरान टेबल पर बैठे। इन दिनों ज्यादातर बच्चे खाने के दौरान टीवी या कंप्यूटर पर गेम खेलने में चिपके रहते हैं। यह एक ऐसी आदत है, जिसे शामिल नहीं करना चाहिए, क्योंकि रिसर्च बताती हैं, कि इससे बच्चे मोटापे का शिकार हो सकते हैं, क्योंकि दिमाग आपके खाए गए खाने को ट्रैक नहीं कर पाता है और उसका ध्यान टीवी या कंप्यूटर पर लगा रहता है।
11. बच्चे के डेली रूटीन में शारीरिक एक्टिविटी और एक्सरसाइज को शामिल करें – इससे एक स्वस्थ तरीके से भूख के निर्माण में मदद मिलती है और बच्चे का स्वस्थ और अच्छा विकास भी हो पाता है।
12. बच्चों के मामलों में इनाम जादुई रूप से काम करते हैं। हेल्दी ईटिंग के मामले में कुछ नियम बनाएं और बच्चों से वादा करें, कि इन्हें फॉलो करने पर इनाम दिया जाएगा। इनाम बच्चों के लिए बेहतरीन मोटिवेशन के रूप में काम करते हैं।
13. दिन में कम से कम एक भोजन पूरे परिवार के साथ मिलकर खाएं। अधिकतर पेरेंट्स का शेड्यूल बहुत ही व्यस्त होता है, इसलिए हर बार एक साथ भोजन कर पाना कठिन होता है। लेकिन परिवार के रूप में कम से कम एक बार का भोजन एक साथ बैठकर करें – खासकर रात का खाना। जहां यह परिवार के लिए एक अच्छे समय के रूप में काम करता है, साथ ही आप यह भी देख पाती हैं, कि आपका बच्चा खाना कैसे खाता है – जंक फूड खाने की संभावना भी बहुत कम हो जाती है।
14. खरीदे गए खाद्य पदार्थों पर दिए गए लेबल को पढ़ना शुरू करें – और बच्चे से भी ऐसा करने को कहें। इससे आप और आपका बच्चा दोनों इस बात को लेकर जागरूक होंगे, कि अपने मुंह में क्या डाल रहे हैं। खाए गए भोजन में मौजूद कैलोरी और अन्य पोषक तत्वों की जानकारी होने से उन्हें मदद मिलेगी। इन सब की जानकारी होने से आप अपने स्वास्थ्य पर नजर रख सकेंगे और उसे नियंत्रित कर सकेंगे।
15. अगर आपके पास समय हो, तो बागवानी जैसी एक्टिविटीज में शामिल होने की कोशिश करें और बच्चे को भी उसका हिस्सा बनने को कहें। बच्चा आपके द्वारा उगाए गए फलों और सब्जियों को खाने में एंजॉय महसूस करेगा।
16. अपने फ्रिज में हेल्दी फूड भरकर रखें। इसमें फल सब्जियां आदि रखें, ताकि आपका बच्चा जंक फूड की ओर ना जाए और भूख लगने पर स्वास्थ्यवर्धक और पौष्टिक खाना खाए।
17. बच्चे को जो खाना पसंद नहीं है, उसे खिलाने के लिए नकारात्मक दबाव ना डालें।
18. हार न मानें। जैसा कि पहले बताया गया है, बच्चे अपने खाने को लेकर बहुत ही चूजी होते हैं, पर आपको उनके साथ धैर्य बरतने की जरूरत है, वे आपको बाद में इसके लिए शुक्रिया कहेंगे।
जैसा कि हमने ऊपर बताया है, बच्चों के लिए खाने-पीने की अच्छी आदतों का निर्माण बच्चे के अच्छे स्वास्थ्य और विकास में प्रमुख भूमिका निभाता है। इससे बच्चे आगे चलकर हेल्दी लाइफस्टाइल का पालन करने वाले वयस्क बनते हैं। यहां पर खाने की कुछ अच्छी आदतें दी गई हैं, जिन्हें आपको बच्चे में डालनी चाहिए और इसकी शुरुआत अभी करनी चाहिए:
- अपनी लाइफ में नियमित रूप से पर्याप्त शारीरिक गतिविधि और एक्सरसाइज को निश्चित रूप से शामिल करें। एक्सरसाइज आपके और आपके बच्चे के समुचित विकास और बढ़त में मदद करती है और भूख भी बढाती है।
- जंक फूड खाने की इच्छा हो रही है, तो जाएं और इसको इंजॉय करें – घर पर ही। बाहर खाना ऑर्डर करने के बजाय वही खाना घर पर बनाएं। घर पर पिज्जा बनाना न केवल आसान है, बल्कि यह काफी मजेदार भी है, खासकर बच्चे के लिए।
- इस बात का ध्यान रखें, कि बच्चा दिन भर में बहुत सारा पानी पीए। पूरे दिन में 6 से 8 गिलास पानी पीना जरूरी है। बच्चों के अच्छे विकास के लिए टॉक्सिन को शरीर से बाहर निकालना और खुद को हाइड्रेटेड रखना जरूरी है।
- इस बात का ध्यान रखें, कि बच्चा जो कुछ भी खाता है, उसमें भरपूर पोषण होना चाहिए और उसका आहार प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, आयरन, फैट, विटामिन और मिनरल से भरा होना चाहिए।
- आपके बच्चे को कैल्शियम की अच्छी मात्रा की भी जरूरत होती है। खासकर बच्चे के विकास के शुरुआती वर्षों में यह और भी महत्वपूर्ण होता है। दांतों और हड्डियों के अच्छे विकास के लिए और इसे मेंटेन रखने के लिए भी कैल्शियम जरूरी है।
- आप और आपका बच्चा खाने को निगलने से पहले अच्छी तरह से चबाएं। इससे पाचन क्रिया को बेहतर बनाने में मदद मिलती है।
- कहा जाता है – कि वैरायटी जीवन का मसाला है। ऑनलाइन कुछ रेसिपीज चेक करें और अपने खाने के साथ एक्सपेरिमेंट करें। बहुत लोगों को यह गलतफहमी होती है, कि हेल्दी खाना टेस्टी नहीं होता है – यह सच्चाई से बिल्कुल दूर है और यह आपके खाना बनाने के तरीके पर निर्भर करता है।
- पूरे दिन में तीन बार भरपेट खाना खाने के बजाय, बार-बार थोड़ा-थोड़ा खाना खाएं। खासकर बच्चों के मामले में ऐसा करना चाहिए, क्योंकि उन्हें ज्यादातर समय भूख लगती रहती है।
इस बात में कोई संदेह नहीं है, कि आज के जीवन की गुणवत्ता वैसी बिल्कुल नहीं है, जो 20 साल पहले हुआ करती थी। इतने सारे प्रदूषण और वातावरण की अन्य बातें इसे चिंताजनक बना रही हैं। डायबिटीज, कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना, दिल की बीमारियां आदि समस्याएं आज के समय में आम हैं, जो कि डरावना है। बच्चों में खाने की अच्छी आदतों का निर्माण बहुत जरूरी है और इसकी शुरुआत आपको अभी करनी चाहिए। क्योंकि आप जितनी जल्दी शुरू करेंगे, इसकी आदत को बनाना उतना ही आसान होगा।
जहां कभी-कभार जंक फूड खाना गलत नहीं है, वहीं इसे रोज की आदत बनाना बिल्कुल अच्छा नहीं है और इस पर सख्ती बरतनी चाहिए। इन दिनों बच्चों को बहुत सी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, जैसे डायबिटीज और दिल की बीमारियां। ये सब ऐसी स्थितियां है, जो कि आमतौर पर बुढ़ापे में देखी जाती हैं और कभी-कभी प्रौढ़ावस्था में देखी जाती है। आपको और आपके बच्चे को हल्दी खाने की शुरुआत करनी चाहिए – अभी! बच्चों के लिए हेल्दी खाने की आदत बनाने से आपको भी फायदा होगा, क्योंकि बच्चे की भलाई के लिए आप खुद भी इसका प्रयास कर रहे होंगे।
अच्छा स्वास्थ्य सबसे ज्यादा जरूरी है और हम हमेशा से सुनते आए हैं – हेल्थ इज वेल्थ और अपने बच्चे को स्वस्थ खाने और अपने स्वास्थ्य की देखभाल का महत्व समझाने का सबसे अच्छा समय है – अभी!
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