शिशु

ब्रेस्टफीडिंग कराते समय नींद आना – क्या यह सुरक्षित है?

एक बार बच्चे को जन्म देने के बाद आपको शायद ही अपने लिए समय निकाल पाने का मौका मिल पाता हो, क्योंकि आपका सारा ध्यान अपने बेबी की देखभाल में लगा रहता है। हर रोज बच्चे से जुड़े इतने काम होते हैं, जो बेहद थका देते हैं और जाहिर है इस दौरान माँ को आराम करने का मौका नहीं मिल पाता है। इसलिए, बहुत सी माएं अपने बच्चों को ब्रेस्टफीडिंग कराते समय लेटे-लेटे या बैठे-बैठे ही सो जाती हैं। हालांकि, यह आपके बच्चे के लिए बेहद खतरनाक हो सकता है। इस वजह से यह सलाह दी जाती है कि ब्रेस्टफीडिंग के दौरान सोएं नहीं और बहुत सावधानी बरतें।

क्या बच्चे को ब्रेस्टफीडिंग कराते समय माँ को नींद आना नेचुरल है?

यह बात सभी जानते हैं कि बच्चे के आने बाद शायद ही किसी माँ को रात में अच्छी नींद लेने को मिले। हालांकि, बच्चे की परवरिश करने के दौरान माँ को सिर्फ नींद की कमी और थकान का ही सामना नहीं करना पड़ता है, बल्कि बहुत सारे चैलेंजेस हैं जो उसे फेस करने पड़ते हैं। जब आप अपने बच्चे को ब्रेस्टफीडिंग कराती हैं, तो आपका शरीर ऑक्सीटोसिन नामक एक हार्मोन रिलीज करता है। यह हार्मोन आप में पॉजिटिव इमोशन को ट्रिगर करता है, जो आप और आपके बच्चे के बीच के बंधन को मजबूत करता है। ऑक्सीटोसिन को शांत और रिलैक्स करने के लिए भी जाना जाता है।

इसके अलावा, जब आप ब्रेस्टफीडिंग कराती हैं तो शरीर प्रोलैक्टिन नमक हार्मोन भी रिलीज करता है। यह हार्मोन आपको रिलैक्स फील कराता है, जिससे आपको नींद आने लगती है। इन दोनों हार्मोन के कारण आपको ब्रेस्टफीडिंग के दौरान नींद का अनुभव होता है।

क्या ब्रेस्टफीडिंग के दौरान सो जाना सुरक्षित है?

नहीं, ब्रेस्टफीडिंग करते समय सोना बिलकुल भी सुरक्षित नहीं है। हालांकि आपका शरीर ब्रेस्टफीडिंग के दौरान नींद को प्रेरित कर सकता है, लेकिन आपको किसी भी हाल में सोना नहीं है, इस बात का खयाल रखें । यदि आप ब्रेस्टफीडिंग करते समय सो जाती हैं तो आपकी पकड़ बच्चे से ढीली हो सकती है। इसके अलावा अनजाने में बच्चे को सफोकेशन हो सकता जिससे बच्चे का दम घुटने का खतरा रहता है, खासकर अगर आप उसके साथ ही सो जाती हैं।

ब्रेस्टफीडिंग के दौरान कुछ चीजों को ध्यान में रखें

ब्रेस्टफीडिंग के दौरान बच्चे को किसी भी खतरे से बचाने के लिए नीचे बताई टिप्स को ध्यान में रखें।

1. तैयारी रखें

ब्रेस्टफीडिंग करते समय गिरने के जोखिमों को कम करने के लिए, आप किसी कम्फर्टेबल चीज से खुद को सपोर्ट दें। आप एक बड़ा तकिया ले सकती हैं, जो कम्फर्टेबल होना चाहिए, लेकिन बहुत कोजी भी न हो! या फिर किसी बड़े कम्फर्टेबल सोफे पर बैठें। अपनी पोजीशन ऐसी रखें कि जो बच्चे के लिए पूरी तरह से सेफ हो, ताकि अगर गलती से आपकी आँख लग भी जाए तो बच्चे को कोई नुकसान न पहुँचे। यदि आप सोफे पर बैठती हैं, तो किनारों से दूर हट के बैठें ताकि बच्चे के स्लिप होना का जोखिम न रहे। 

2. अलार्म सेट करें

इस मेथड की मदद से आप बच्चे को ब्रेस्टफीडिंग कराते समय जागती रहेंगी, यदि आपको ब्रेस्टफीडिंग करते समय नींद लगने की आदत है तो आप खुद को जगाने के लिए अलार्म या टाइमर सेट कर सकती हैं। अलार्म को कम-कम टाइम के लिए सेट करें और इसकी आवाज कम ही रखें या वाइब्रेशन पर लगा दें, ताकि इससे बच्चा डिस्टर्ब न हो। यह भी ध्यान रखना जरूरी है कि आप बच्चे के करीब फोन का उपयोग न करें, तो ऐसे में यह ट्रिक आपके लिए बेस्ट ऑप्शन है।

3. पति से मदद लें

आप अपने पति से कहें कि वह आपको बीच-बीच में चेक करते रहें कि कहीं आप सो तो नहीं गई हैं । यदि आप जानती हैं कि आपका पार्टनर या परिवार का कोई न कोई सदस्य आपके सो जाने पर आपको जगा देगा, तो फिर आपको चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है।

4. आसपास चीजें न हो

यह महत्वपूर्ण है कि आप उन वस्तुओं को हटा दें जो बच्चे के लिए खतरा पैदा कर सकती है। सुनिश्चित करें कि कोई भी धारदार चीज या हॉट ड्रिंक आपके करीब न रखी हो या दूर रखी हुई हो। क्योंकि अगर आप हिलती हैं, तो ब्रेस्टफीडिंग के दौरान इसके गिरने का खतरा हो सकता है, जो आप और बच्चे दोनों को ही नुकसान पहुँचा सकता है।

ब्रेस्टफीडिंग करते समय खुद को नींद आने से कैसे रोकें

जब आपको छोटे बच्चे की देखभाल करनी होती है, उस दौरान नींद की कमी होना सच में एक बड़ी समस्या है। लेकिन किसी भी खतरे को रोकने के लिए, ब्रेस्टफीडिंग कराते समय नींद से बचने के लिए कुछ चीजें की जा सकती हैं।

  • अच्छी तरह से आराम करें। हालांकि यह कहना आसान है मगर करना बेहद मुश्किल, लेकिन आपको अपनी भलाई के लिए इस चीज पर ध्यान देना होगा। आपको जब भी खाली समय मिले एक झपकी ले लें। ब्रेस्टफीडिंग के दौरान जागते रहने के लिए आपका ठीक से अपनी नींद पूरा करना बहुत जरूरी है।
  • सीधे बैठें। एक कम्फर्टेबल कुर्सी पर बैठें और सॉफ्ट कुशन या तकिये से खुद को सपोर्ट दें। बहुत ज्यादा कोजी सोफे या कुर्सी पर बैठने से आपको नींद आ सकती हैं और आपको कभी भी ब्रेस्टफीडिंग के दौरान झपकी आ सकती है। हालांकि, जैसा कि पहले भी बताया गया है, कि ध्यान दें कि आप अपने आप को अच्छी तरह से सपोर्ट दें।
  • हेल्दी खाएं। ऐसे कई हेल्दी फूड आइटम्स हैं जो ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली मां को खाने चाहिए। ब्रेस्टफीडिंग कराते समय सही भोजन करने से आपका एनर्जी लेवल बढ़ा रहता है और फिर आपको जल्दी नींद का अहसास नहीं होता है। ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन करें जो प्रोटीन से भरपूर हों और जिसमें पीनट बटर, नट्स, और दही जैसे हेल्दी कार्ब्स हों। ये आपके मिल्क सप्लाई को बनाए रखने के लिए आपकी कैलोरी की आवश्यकताओं को भी पूरा करते हैं। हालांकि, याद रखें कि चीनी-युक्त ड्रिंक्स आपकी एनर्जी को बूस्ट तो करते हैं, लेकिन वे आपको तेजी से ड्रेन भी कर देते हैं, जो ब्रेस्टफीडिंग के दौरान नींद का कारण बन सकता है। आपको कैफीन युक्त पेय से भी बचना चाहिए, क्योंकि ये आपके दूध के माध्यम से आपके बच्चे में ट्रांसफर होता है।
  • अपने दिमाग को व्यस्त रखें। जागते रहने के लिए ब्रेस्टफीडिंग कराते समय आप कोई किताब पढ़ सकती हैं या अपने पार्टनर के साथ बातचीत कर सकती हैं। हालांकि, यदि आपके बच्चे के सोने का टाइम है तो बेहतर यही है आप बातचीत करने के बजाय, शांति से अपनी बुक पढ़ें, क्योंकि बात करने से बच्चा डिस्टर्ब हो सकता है।

बच्चों की केयर करना कोई आसान काम नहीं है, आप ज्यादातर समय थकावट महसूस करेंगी। आप चाहेंगी कि जितना ज्यादा से ज्यादा सो सके सो लें, कभी भी कहीं भी। लेकिन, आपके बच्चे की सुरक्षा सबसे पहले आती है। इसलिए ब्रेस्टफीडिंग के दौरान होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए आपको बताई गई सावधानियों को ध्यान में रखना चाहिए।

यह भी पढ़ें:

ब्रेस्टफीडिंग के दौरान सिरदर्द: क्या यह सामान्य है?
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समर नक़वी

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