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ब्रेस्टफीडिंग के दौरान ग्रीन टी पीना- क्या यह सुरक्षित है?

पोषक तत्वों और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर ग्रीन टी के एक कप में आपके शरीर के लिए बहुत सारी अच्छाई भरी होती हैं। लेकिन, जब आप ब्रेस्टफीडिंग करा रही होती हैं, तो आप जो कुछ भी खाती हैं या पीती हैं, वह ब्रेस्टमिल्क के माध्यम से बच्चे तक पहुंच जाता है। इस लेख में हम ब्रेस्टफीडिंग के दौरान ग्रीन टी के सेवन की सुरक्षा के बारे में चर्चा करेंगे। 

क्या ब्रेस्टफीडिंग के दौरान ग्रीन टी पीना सुरक्षित है?

आपके बच्चे के शुरुआती छह महीनों में, ब्रेस्टमिल्क ही पोषण का एकमात्र स्रोत होता है। इसलिए मां का भोजन ऐसा होना चाहिए, जिससे बच्चे को सभी जरूरी पोषक तत्व मिल सकें और वह किसी भी तरह के साइड इफेक्ट से बच सके। 

ग्रीन टी को अगर सीमित मात्रा में लिया जाए, तो बच्चों पर उसके कोई भी नकारात्मक प्रभाव नहीं होते हैं। बल्कि, ग्रीन टी में विटामिन ‘बी’, फोलेट एसिड, मैंगनीज, मैग्नीशियम और दूसरे एंटीऑक्सीडेंट जैसे जरूरी पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जो कि बच्चे और मां दोनों को पोषण देने में मदद करते हैं। वहीं, ग्रीन टी में मौजूद कैफीन, कुछ बच्चों पर बुरा प्रभाव डाल सकता है। 

प्लेन ग्रीन टी में कैफीन की मात्रा कम होती है, उसका सेवन आप सुरक्षित रूप से कर सकती हैं। जिस चाय में हर्ब  मौजूद हों, उससे बचें।

ब्रेस्टफीडिंग के दौरान आप कितनी ग्रीन टी ले सकती हैं?

ग्रीन टी पोषक तत्वों से भरपूर होता है, जो कि आपके शरीर को ताकत और ताजगी देता है। हालांकि, चूंकि उसमें कैफीन भी मौजूद होता है, इसलिए ग्रीन टी का सेवन अधिक नहीं करना चाहिए। 

 

एक दिन में दो कप ग्रीन टी, जिसके हर कप में लगभग 230 मिली चाय हो, उसे स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए सुरक्षित माना जाता है। कैफीन के सेवन के लिए रोज की अधिकतम मात्रा 300 मिग्रा है और एक कप ग्रीन टी में लगभग 29 मिग्रा कैफीन पाया जाता है। 

टिप्स

  1. अपने रोज के कैफीन के सेवन पर नजर रखें। कॉफी और चॉकलेट में भी कैफीन होता है।
  2. पत्तेदार सब्जियों जैसी आयरन से भरपूर खाने के साथ ग्रीन टी के सेवन से बचें।

ब्रेस्टफीड कराने वाली मां के ऊपर ग्रीन टी के साइड इफेक्ट

ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली मां पर ग्रीन टी से होने वाले किसी सीधे साइड इफेक्ट को साबित करने के लिए, किसी तरह का वैज्ञानिक सबूत उपलब्ध नहीं है। सेवन की गई कैफीन की पूरी मात्रा में से केवल 1% ही आपके ब्रेस्टमिल्क में जाता है। अगर अत्यधिक मात्रा में इसका सेवन ना किया जाए, तो मां के ऊपर ग्रीन टी के कोई साइड इफेक्ट नहीं होते हैं। 

क्या ग्रीन टी ब्रेस्टमिल्क को कम करता है?

कोई भी अध्ययन यह साबित नहीं करता है, कि ग्रीन टी ब्रेस्टमिल्क को कम करता है या रोकता है। लेकिन, सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, खाना खाने के बाद ग्रीन टी पीने के लिए कम से कम 3 घंटे तक इंतजार करें। 

अत्यधिक मात्रा में ग्रीन टी पीने से क्या होता है?

रोज की प्रिस्क्राइब की गई मात्रा से अधिक ग्रीन टी पी लेने पर बच्चों में निम्नलिखित लक्षण देखे जा सकते हैं: 

  • बार-बार शौच आना
  • डायरिया
  • नींद खराब होना या नींद आने में परेशानी
  • चिड़चिड़ापन
  • इन्फेंटाइल कोलिक

अगर आप सीमित मात्रा में कैफीन ले रही हैं, तो भी आपको इन लक्षणों पर नजर रखनी चाहिए। 

क्या डीकैफीनेटेड ग्रीन टी सुरक्षित होते हैं?

डीकैफीनेटेड ग्रीन टी कैफीन से पूरी तरह से मुक्त नहीं होता है। उसमें हर 237 मिलीलीटर ग्रीन टी के कप में 2-5 एमजी कैफीन मौजूद होता है। चूंकि, चाय बनाने वाली हर कंपनी के कैफीन के बहिष्करण का स्तर अलग होता है, इसलिए प्रोडक्ट खरीदने से पहले आपको उसके लेबल को पढ़ लेना चाहिए। 

क्या ग्रीन टी की गोलियां एक अच्छा विकल्प है?

पूरी तरह से नहीं। ग्रीन टी की गोलियों के साथ आप गलती से सीमित मात्रा से अधिक कैफीन ले सकते हैं। यह आपके बच्चे को नुकसान पहुंचा सकता है (कुछ गोलियों में स्टेराइड्स भी डाले जाते हैं)। 

ग्रीन टी के अन्य विकल्प

अगर ब्रेस्टफीडिंग के दौरान आप कैफीन के सेवन से बचना चाहती हैं, तो आप इन पेय पदार्थों को चुन सकती हैं: 

  • वाइट टी
  • कैमोमाइल टी
  • जिंजर टी
  • डंडेलियन टी
  • पेप्परमेंट टी

ग्रीन टी के कई स्वास्थ्यवर्धक फायदे होते हैं। अगर सीमित मात्रा में इसका सेवन किया जाए, तो यह माँ या बच्चे के स्वास्थ्य को कोई नुकसान नहीं पहुंचाता है। 

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पूजा ठाकुर

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