शिशु

ब्रेस्टफीडिंग के दौरान नींबू पानी पीने के 9 फायदे

नींबू पानी बहुत स्वादिष्ट होता है और इसमें स्वास्थ्य संबंधी कई फायदे भी होते हैं। सुबह एक गिलास नींबू पानी आपको रिफ्रेश कर सकता है और इससे वजन भी कम होता है। पर यदि आप बच्चे को दूध पिलाती हैं तो रोजाना डायट में नींबू और नींबू पानी पीने के बारे में दो बार सोचती होंगी। ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली माँ होने के नाते आपको अपने खाने का पूरा खयाल रखना चाहिए। यदि आप सही और बैलेंस डायट लेती हैं तो आपको सिर्फ ब्रेस्टफीडिंग के लिए अपनी फेवरेट चीज खाना बंद नहीं करना चाहिए। यदि आपको नींबू पानी पीना पसंद है तो हमारे पास आपके लिए एक खबर है। नींबू में मौजूद न्यूट्रिशन से ब्रेस्टफीडिंग माँ को बहुत सारे फायदे मिलते हैं। ब्रेस्टफीडिंग के दौरान आपको नींबू पानी पीना चाहिए या नहीं यह जानने के लिए आगे पढ़ें। 

क्या ब्रेस्टफीडिंग के दौरान नींबू का रस पीना सही है?

ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली मांओं के लिए नींबू पानी एक हेल्दी ड्रिंक है। यदि आप बच्चे को दूध पिलाती हैं तो इस समय नींबू पानी पीने से शरीर उत्तेजित होता है और आपको ताजगी महसूस होती है। ब्रेस्टफीडिंग के दौरान नींबू पानी पीने से आप रिफ्रेश हो जाती हैं और आपका एनर्जी लेवल बढ़ सकता है। नींबू पानी पीने से ब्लड सर्कुलेशन में भी सुधार होता है और इससे ब्रेस्ट मिल्क की क्वालिटी में सुधार होता है और बच्चा खुश व संतुष्ट रहता है। 

नींबू पानी में मौजूद न्यूट्रिएंट्स

नींबू में बहुत सारे न्यूट्रिएंट्स होते हैं जिससे दिनभर में नींबू पानी पीना जरूरी हो जाता है। नींबू पानी में निम्नलिखित न्यूट्रिएंट्स होते हैं; 

  • विटामिन ‘सी’
  • कैल्शियम
  • विटामिन ‘बी’
  • फास्फोरस
  • पोटैशियम

ब्रेस्टफीडिंग के दौरान महिलाओं को रोजाना कितना नींबू पानी पीना चाहिए?

वैसे तो नींबू का उपयोग कई जगहों पर किया जाता है पर आप पानी में एक चम्मच नींबू का रस मिलाकर पीना शुरू कर सकती हैं। यदि आपको शिशु में एलर्जी के कोई भी लक्षण दिखाई देते हैं तो इसे पीने से बचें। 

ब्रेस्टफीडिंग के दौरान नींबू पानी पीने के फायदे

ब्रेस्टफीडिंग के दौरान नींबू पानी पीना सेहत के लिए फायदेमंद होता है। नींबू पानी में बहुत सारे न्यूट्रिएंट्स होते हैं। यदि आपको प्लेन नींबू पानी नहीं पसंद है तो इसमें थोड़ा सा शहद मिलाकर स्वादिष्ट बना लें। शहद से मिश्रण में मिठास आएगी और इससे एनर्जी बढ़ाने वाले न्यूट्रिएंट्स भी मिलेंगे जो ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली महिला के लिए एक बेहतरीन ड्रिंक है। आपको नींबू पानी क्यों पीना चाहिए यह जानने के लिए आगे पढ़ें;

1. पेट की समस्याएं ठीक होती हैं

नींबू पानी आमतौर पर पाचन के लिए अच्छा होता है और यदि आप नींबू पानी पीती हैं तो इससे शिशु का पेट भी मजबूत होगा। नींबू पानी को घर में आसानी से बनाया जा सकता है और यह गैस, क्रैंप्स, अनियमित बॉवल और सूजन को भी ठीक करता है। ये समस्याएं कई शिशुओं में आम हैं और नींबू पानी इन्हें कम करने में मदद करता है। 

2. त्वचा के टेक्सचर में सुधार आता है

नींबू पानी में विटामिन ‘सी’ भरपूर होता है जो त्वचा के लिए बेहतरीन है। नींबू पानी में मौजूद विटामिन सी त्वचा के टेक्सचर में सुधार करता है। यदि आप नियमित रूप से नींबू पानी पीती हैं तो इससे त्वचा में चमक आती है। 

3. शरीर से टॉक्सिन बाहर निकल जाते हैं

रोजाना नींबू पीने से पाचन में सुधार होता है और यह न्यूट्रिएंट्स को भी अब्सॉर्ब करता है। यह शरीर से टॉक्सिन्स बाहर निकालने में मदद करता है। नींबू पानी पीने से दूध में मौजूद टॉक्सिन्स नष्ट भी हो जाते हैं और इससे शिशु को हेल्दी और शुद्ध दूध मिलता है। 

4. ब्लड प्रेशर नियंत्रित होता है

ब्रेस्टफीडिंग के दौरान नींबू पानी पीने से ब्लड प्रेशर नियंत्रित होता है। लेमन जूस में पोटैशियम भरपूर होता है जो आपको शांत रहने में मदद करता है। इससे मतली व चक्कर आने की समस्या कम हो जाती है। 

5. वेन्स मजबूत होती हैं

डिलीवरी के दौरान और बाद में महिलाओं को एक आम समस्या होती है जिसे वेरिकोज वेन्स कहते हैं। बायो फ्लेवोनॉइड, जैसे रुटिन, एक ऐसा जरूरी न्यूट्रिएंट है जो नींबू पानी में होता है और यह वेन्स की दीवारों को मजबूत बनाने में मदद करता है। नींबू पानी रोज पीने से शरीर में वेरिकोज वेन्स की समस्या खत्म हो जाती है। 

6. गले की खराश में आराम मिलता है

यदि ब्रेस्टफीडिंग के दौरान आपके गले में दर्द है तो आप एक चम्मच लेमन जूस एक गिलास पानी में मिलाकर पी लें। इससे आपको तुरंत आराम मिलेगा। नींबू में विटामिन ‘सी’ भरपूर होता है जो इम्यून सिस्टम को हेल्दी बनाने के लिए जरूरी है। नींबू पानी पीने से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है और शरीर को इन्फेक्शन से लड़ने में मदद मिलती है। 

7. खून साफ होता है

नींबू पानी से खून साफ होता है। यदि आप शिशु को दूध पिलाती हैं तो नींबू पानी से आपका खून साफ होने में मदद मिलेगी और उसमें कोई भी इंफेक्शन नहीं होगा। 

8. ब्रेस्ट कैंसर होने की संभावना कम होती है

नींबू की सफेद परत में केमिकल मौजूद होता है जिसे लिमोनीन कहते हैं। इस केमिकल को एंटी-ट्यूमर गुण के लिए जाना जाता है। नींबू पानी पीने से ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली मांओं को ब्रेस्ट कैंसर होने का खतरा कम होता है। 

9. माँ और बेबी के पूरे स्वास्थ्य में सुधार होता है `

नींबू पानी माँ और बच्चे दोनों के स्वास्थ्य के लिए बेहतर है। इसमें मौजूद विटामिन और मिनरल से माँ में ताकत आती है और शिशु का इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। 

चेतावनी 

लेमन जूस यानि नींबू पानी बहुत कम समय में बनता है और इसका स्वाद भी बेहतरीन होता है पर इसे पीने के बाद चेक करें कि शिशु को इससे कोई एलर्जी तो नहीं है। अन्य की तुलना में कुछ बच्चों को लेमन जूस एलर्जी हो सकती है इसलिए अपने बेबी में इससे होने वाली एलर्जी के संकेतों पर ध्यान दें और जरूरत पड़ने पर डॉक्टर से संपर्क करें। 

छोटे बच्चों को 6 महीने की उम्र तक सिर्फ ब्रेस्ट मिल्क से ही न्यूट्रिशन मिलता है। दूध की आपूर्ति को बढ़ाए रखने के लिए आप हेल्दी डायट का सेवन करती रहें। सिर्फ हेल्दी खाएं और बहुत सारा पानी पिएं। आप चाहें तो खुद को हाइड्रेट रखने के लिए नींबू पानी भी पी सकती हैं। हालांकि यदि इसे पीने के बाद आपको शिशु में एलर्जी के लक्षण दिखाई देते हैं तो तुरंत डॉक्टर से मिलें और लेमन वॉटर पीना छोड़ दें। 

यह भी पढ़ें:

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सुरक्षा कटियार

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